मंगलवार, 28 फ़रवरी 2017

कलेक्टर के रीडर श्री राठौर सेवानिवृत्त कलेक्ट्रेट परिवार ने दी भावभीनी विदाई

कलेक्टर के रीडर श्री राठौर सेवानिवृत्त


कलेक्ट्रेट परिवार ने दी भावभीनी विदाई
 ग्वालियर | 28-फरवरी-2017  

शासकीय सेवा में अपनी अधिवार्षिकीय आयु पूर्ण करने के बाद मंगलवार को कलेक्टर के रीडर एवं सहायक वर्ग-2 श्री रमेश राठौर सेवानिवृत्त हुए। कलेक्टर डॉ. संजय गोयल व अपर कलेक्टर श्रीमती रूचिका चौहान सहित कलेक्ट्रेट के अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों ने इस अवसर पर उन्हें भावभीनी विदाई दी। साथ ही उनके स्वस्थ, सुखी एवं उज्ज्वल भविष्य की कामना की। श्री रमेश राठौर ने अपने 37 वर्षीय सेवाकाल में कलेक्ट्रेट की विभिन्न शाखाओं में सफलतापूर्वक काम किया।

ध्वनि एवं प्रकाश कार्यक्रम के समय में परिवर्तन

ध्वनि एवं प्रकाश कार्यक्रम के समय में परिवर्तन


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ग्वालियर | 28-फरवरी-2017
 
    ग्वालियर दुर्ग पर मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा संचालित “ध्वनि एवं प्रकाश कार्यक्रम” के चालन समय में ग्रीष्म ऋतु के प्रारंभ होने के कारण एक मार्च 2017 से आगामी आदेश तक समय में परिवर्तन किया गया है।
    आदेश के अनुसार अब हिंदी का प्रोग्राम सायंकाल 7.30 बजे से 8.15 बजे तक और अंग्रेजी का प्रोग्राम रात्रि 8.30 बजे से 9.15 बजे तक संचालित होगा।

बजट खर्च न करने वाले अधिकारियों की होगी डीई – कलेक्टर अंतरविभागीय समन्वय बैठक में दिए निर्देश

बजट खर्च न करने वाले अधिकारियों की होगी डीई – कलेक्टर

अंतरविभागीय समन्वय बैठक में दिए निर्देश
ग्वालियर | 28-फरवरी-2017
 बजट खर्च न करने वाले विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जाँच स्थापित की जायेगी। साथ ही उन अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी, जिन्होंने शासन द्वारा जिले के लिये निर्धारित बजट प्राप्त करने के लिये प्रयास नहीं किए। यह निर्देश कलेक्टर डॉ. संजय गोयल ने अंतरविभागीय समन्वय बैठक में विभागीय अधिकारियों को दिए।
   मंगलवार को यहाँ कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित हुई बैठक में डॉ. गोयल ने विभागवार प्राप्त बजट और उसके व्यय की बारीकी से समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी 24 मार्च से पहले शत प्रतिशत बजट का उपयोग सुनिश्चित कर लें। कलेक्टर ने कहा 24 मार्च के बाद खर्च की अनुमति नहीं दी जायेगी। डॉ. गोयल ने यह भी कहा कि बजट का उपयोग शासन की मंशा के अनुरूप गुणवत्ता के साथ किया जाए।
   सीएम हैल्पलाईन की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने स्पष्‍ट किया कि जिन विभागों के कार्यालय प्रमुखों की लापरवाही की वजह से सीएम हैल्पलाईन के प्रकरण एल-1 स्तर पर निराकृत नहीं हो रहे हैं, उनके खिलाफ विभाग प्रमुख और प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर अनुशासनात्मक कार्रवाई प्रस्तावित की जायेगी। डॉ. गोयल ने निर्देश दिए कि सभी विभागों के कार्यालय प्रमुख सीएम हैल्पलाईन की प्रतिदिन की मॉनीटरिंग के लिये अपने कार्यालय में जिम्मेदार शासकीय सेवक को नोडल अधिकारी नियुक्त करें।
   कलेक्टर ने गेहूँ उपार्जन के लिये पंजीकृत शतप्रतिशत किसानों का सत्यापन कराने पर भी विशेष बल दिया। साथ ही कहा कि यदि शतप्रतिशत किसानों के खाते लिंकेज नहीं हुए तो जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के सीईओ के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को हिदायत दी कि जिले के सभी स्कूलों के शिक्षकों को स्वच्छता एप डाउनलोड कराएँ। साथ ही एप के माध्यम से साफ-सफाई संबंधी जानकारी साझा भी करें।
   बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती रूचिका चौहान, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री नीरज कुमार सिंह, एडीएम श्री शिवराज वर्मा व अनुविभागीय दण्डाधिकारियों सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।

परीक्षा में बाधा डालने वालों को तत्काल करें गिरफ्तार – डॉ. गोयल

परीक्षा में बाधा डालने वालों को तत्काल करें गिरफ्तार – डॉ. गोयल


पुख्ता सुरक्षा व्यवस्थाओं के बीच आज से शुरू होंगी एमपी बोर्ड की परीक्षायें
ग्वालियर | 28-फरवरी-2017
 
    नकल रोकने के पुख्ता इंतजामों के साथ मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मण्डल की परीक्षायें ग्वालियर जिले में भी एक मार्च से शुरू होंगी। कलेक्टर डॉ. संजय गोयल ने इन परीक्षाओं को पूर्णत: नकल रहित एवं सुव्यवस्थित ढंग से सम्पन्न कराने के लिये मंगलवार को पुन: सभी एसडीएम एवं संबंधित अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने निर्देश दिए कि परीक्षा में बाधा डालने वालों को तत्काल गिरफ्तार कर जेल भेजने की कार्रवाई करें।
   मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मण्डल की बोर्ड परीक्षायें एक मार्च से शुरू हो रही हैं। एक मार्च को हायर सेकेण्ड्री परीक्षा के तहत विशिष्ट भाषा हिंदी का पेपर होगा। हाईस्कूल की बोर्ड परीक्षायें 2 मार्च से शुरू होंगी। जिले में हायर सेकेण्ड्री बोर्ड में 22 हजार 418 परीक्षार्थी हैं। इनमें 19 हजार 548 नियमित व 2 हजार 870 स्वाध्यायी विद्यार्थी शामिल हैं। इसी प्रकार हाईस्कूल बोर्ड में 31 हजार 360 परीक्षार्थी हैं। इनमें 27 हजार 628 नियमित व 3 हजार 732 स्वाध्यायी परीक्षार्थी हैं।
    यहाँ कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित हुई बैठक में डॉ. गोयल ने कहा कि जिले में बने सभी परीक्षा केन्द्रों के आस-पास 200 मीटर के दायरे में धारा-144 लागू करने के आदेश जारी किए गए हैं। इस दायरे में कोई भी अवांछनीय तत्व पाए जाने पर गिरफ्तारी की कार्रवाई करें। उन्होंने साफ किया कि परीक्षा कार्य में बाधा डालना एक संज्ञेय अपराध है। कलेक्टर ने कहा कि परीक्षा केन्द्र परिसर में किसी भी अनाधिकृत व्यक्ति के प्रवेश पर पूर्णत: प्रतिबंध है, भले ही कोई व्यक्ति संबंधित संस्था का मुलाजिम ही क्यों न हो। उन्होंने कहा कि परीक्षा ड्यूटी में लगे स्टाफ के भी मोबाइल फोन एक अलमारी में विधिवत रूप से सील कर रखने के निर्देश दिए गए हैं।
    अपर कलेक्टर श्रीमती रूचिका चौहान ने पावर प्वॉइंट प्रजेण्टेशन के जरिए बोर्ड परीक्षाओं के लिये तैनात किए गए सभी अधिकारियों को परीक्षा संबंधी दिशा-निर्देशों की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने कहा परीक्षा केन्द्र के आस-पास की वीडियोग्राफी कराने की व्यवस्था भी की गई है। श्रीमती रूचिका चौहान ने बताया कि 94 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं, इनमें से 55 केन्द्र अति संवेदनशील व 9 केन्द्र संवेदनशील हैं।
    बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री नीरज कुमार सिंह, जिले के सभी एसडीएम व संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
एक सामन उत्तर पाए जाने पर बनेंगा सामूहिक नकल का प्रकरण
    कलेक्टर डॉ. संजय गोयल ने सभी एसडीएम एवं उड़नदस्ता दलों को निर्देश दिए कि परीक्षा समाप्ति के बाद सभी केन्द्रों में रेण्डम रूप से कॉपियों का मिलान कर यह देखें कि सभी परीक्षार्थियों ने एक समान उत्तर तो नहीं लिखे हैं। ऐसा पाए जाने पर पंचनामा सहित सामूहिक नकल का प्रकरण बनाकर बोर्ड को भेजें। डॉ. गोयल ने कहा ऐसे केन्द्र के केन्द्राध्यक्ष, पर्यवेक्षक और परीक्षार्थियों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी।

संभाग में भू-अर्जन के 657 प्रकरणों में 255 करोड़ रूपए से अधिक का अवार्ड पारित

संभाग में भू-अर्जन के 657 प्रकरणों में 255 करोड़ रूपए से अधिक का अवार्ड पारित


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ग्वालियर | 28-फरवरी-2017
 
   ग्वालियर संभाग में भू-अर्जन के 657 प्रकरणों में अवार्ड पारित कर 255 करोड़ 87 लाख रूपए से अधिक की राशि का अवार्ड पारित करके मुआवजा राशि का वितरण कार्य चालू है। अभी तक 231 करोड़ 71 लाख 6 हजार रूपए की मुआवजा राशि वितरित हो चुकी हैं।  24 करोड़ 16 लाख रूपए की राशि का वितरण होना और शेष है।
   ग्वालियर संभाग के कमिश्नर श्री शिवनारायण रूपला ने एक जानकारी में बताया कि ग्वालियर संभाग में चालू राजस्व वर्ष में 680 भू-अर्जन के प्रकरण निराकरण के लिये थे। इनमें से 657 प्रकरणों में 255 करोड़ 87 लाख रूपए से अधिक का अवार्ड पारित किया गया है। इसमें से 231 करोड़ 71 लाख रूपए की राशि वितरित कर दी गई है।  24 करोड़ 16 लाख रूपए की राशि वितरण के लिये है, जिसका वितरण कार्य जारी है।
   ग्वालियर में सर्वाधिक 294 भू-अर्जन प्रकरणों में 78 करोड़ 3 लाख रूपए का अवार्ड पारित कर 73 करोड़ 22 लाख रूपए की मुआवजा राशि वितरित की गई है। इसी प्रकार शिवपुरी जिले में 240 प्रकरणों में 116 करोड़ 3 लाख रूपए का अवार्ड पारित करके 113 करोड़ 55 लाख रूपए की राशि वितरित की गई है। गुना जिले में 67 प्रकरणों में 56 करोड़ 20 लाख रूपए का अवार्ड पारित करके 44 करोड़ 70 लाख रूपए वितरित किए गए हैं। दतिया जिले में 2 प्रकरणों में 2 करोड़ 27 लाख रूपए का अवार्ड पारित करके 24 लाख रूपए वितरित किए गए हैं। अशोकनगर जिले में 54 प्रकरणों में 3 करोड़ 33 लाख रूपए की अवार्ड राशि पारित की गई है।

पार्षद श्रीमती मंजू राजपूत ने आनंद मंत्रालय को भेंट किये वाटर कूलर

पार्षद श्रीमती मंजू राजपूत ने आनंद मंत्रालय को भेंट किये वाटर कूलर 
 लोगों को नि:शुल्क दवा उपलब्ध कराने हेतु दो मेडीकल स्टोर अधिकृत


ग्वालियर | 28-फरवरी-2017
  प्रदेश सरकार द्वारा गठित आनंद मंत्रालय के तहत ग्वालियर में कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। आनंद मंत्रालय से ग्वालियर में बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी रूचि दिखाकर इससे जुड़े हैं। आनंदम परिकल्पना के तहत ग्वालियर नगर निगम के वार्ड क्रं.-03 की पार्षद श्रीमती मंजू राजपूत ने एक वाटर कूलर आनंद विभाग को सौंपा है।
    पार्षद द्वारा प्रदत्त वाटर कूलर कलेक्ट्रेट में स्थित आनंद विभाग में लगाया गया है। कलेक्टर डॉ. संजय गोयल, आनंद विभाग के नोडल अधिकारी श्री शिवराज वर्मा तथा पार्षद श्रीमती मंजू राजपूत की उपस्थित में लोगों को समर्पित किया गया।
    आनंद मंत्रालय के नोडल अफसर श्री शिवराज वर्मा ने बताया कि शहर के दो आनंदक श्री रवि दत्त शर्मा एवं श्री राजन तोमर ने अपने जय गुरूदेव मेडीकल स्टोर, माधव डिस्पेंसरी के सामने एवं निहाल मेडीकल स्टोर, आलियाई हॉस्पिटल रोड़, अलंकार होटल के सामने, आनंदम मेडीकल स्टोर स्थापित करने की पेशकश की है। इन मेडीकल स्टोरों पर आमजन अपनी अनुपयोगी दवायें जमा करा सकते हैं। इन मेडीकल स्टोरों से जरूरतमंदों को एडीएम एवं नोडल अधिकारी श्री शिवराज वर्मा अनुशंसित पर्ची पर नि:शुल्क दवायें वितरित की जायेंगी।
   उन्होंने बताया कि दवायें प्रदान करने हेतु जय गुरूदेव मेडीकल स्टोर हेतु मोबाइल नं.-98262-45832 तथा निहाल मेडीकल स्टोर हेतु मोबाइल नं.-97528-69362 एवं 88891-55518 पर कोई भी व्यक्ति संपर्क कर जानकारी प्राप्त कर सकता है तथा अपनी अनुपयोगी दवायें जमा करा सकता है।

उच्च शिक्षा मंत्री श्री पवैया आज ग्वालियर आयेंगे

उच्च शिक्षा मंत्री श्री पवैया आज ग्वालियर आयेंगे


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ग्वालियर | 28-फरवरी-2017
 
   उच्च शिक्षा, लोक सेवा प्रबंधन एवं जन शिकायत निवारण मंत्री श्री जयभान सिंह पवैया एक मार्च को शताब्दी एक्सप्रेस से भोपाल से ग्वालियर आयेंगे। श्री पवैया एक एवं दो मार्च को ग्वालियर में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होने के बाद रात्रि में भोपाल एक्सप्रेस द्वारा भोपाल के लिये प्रस्थान करेंगे।

नि:शुल्क प्रशिक्षण के लिये बुनकरों से आवेदन माँगे

नि:शुल्क प्रशिक्षण के लिये बुनकरों से आवेदन माँगे


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ग्वालियर | 28-फरवरी-2017
 
    राज्य शासन ने भारतीय हाथकरघा प्रौद्योगिकी संस्थान जोधपुर द्वारा 10 अप्रैल से शुरू किए जा रहे चार माह के प्रशिक्षण के लिये बुनकरों से आवेदन देने के लिये कहा है।
प्राप्त जानकारी के मुता‍बिक केन्द्रीय संस्थान द्वारा जोधपुर में सर्टिफिकेट कोर्स ऑन हेण्डलूम एंटरप्रेन्योर के लिये बुनकर परिवारों के युवाओं से आवेदन आमंत्रित किये गये हैं। प्रशिक्षण की मार्गदर्शिका एवं आवेदन पत्र आईआईएचटी जोधपुर की वेबसाइट www.handlooms.nic.in पर उपलब्ध है। इच्छुक बुनकर वेबसाइट से आवेदन पत्र डाउनलोड कर 10 मार्च, 2017 के पूर्व इण्डियन इंस्टीट्यूट ऑफ हेण्डलूम टेक्नालॉजी चोखा रोड, जोधपुर-342001 के पते पर भेज सकते हैं। संस्थान का ई-मेल iiht_jodhpur@rediffmail.com और दूरभाष क्रमांक 0291-2757480, 2757115 और फैक्स नंबर 0291-2757481 है।

एम.पी. मोबाइल परियोजना से भी मिलेंगी अब लोक सेवायें

एम.पी. मोबाइल परियोजना से भी मिलेंगी अब लोक सेवायें


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ग्वालियर | 28-फरवरी-2017
 
   नागरिकों को त्वरित और पारदर्शी ढंग से कहीं भी और कभी भी लोक-सेवाएँ प्रदाय करने की दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए एम.पी. मोबाइल परियोजना प्रारंभ की गयी है। परियोजना में मोबाइल के माध्यम से नागरिकों को डिजिटल सेवाएँ दी जा रही हैं। क्रियान्वयन मैप आई.टी. द्वारा किया जा रहा है।
   सुविधाएँ प्राप्त करने के लिये नागरिकों को केवल एक मोबाइल एप "M.P. Mobile" डाउनलोड करना है। इसके द्वारा विभिन्न विभाग द्वारा प्रदाय की जाने वाली सेवाएँ प्राप्त कर सकते हैं। वर्तमान में यह एंड्रायड, विण्डोज एवं आईओएस मोबाइल में उपलब्ध हैं। नागरिक वांछित सेवाएँ अपने मोबाइल पर एक वेब एप्लीकेशन  www.mpmobile.gov.in  के माध्यम से भी प्राप्त कर सकते हैं।
   जिन नागरिकों के पास स्मार्ट फोन नहीं है, वे बेसिक फोन से भी एक कोड डायल कर यूएसएसडी सुविधा द्वारा सेवाएँ प्राप्त कर सकते हैं। वर्तमान में *18# नम्बर डायल कर भी कुछ सेवाएँ बेसिक फोन से प्राप्त कर सकते हैं।
एम.पी. मोबाइल पर 169 सेवाएँ
   वर्तमान में 169 सेवाएँ एम.पी. मोबाइल पर उपलब्ध हैं। विभिन्न विभाग द्वारा दी जाने वाली अन्य नागरिक सेवाएँ भी इससे जोड़ने की कार्यवाही जारी है। एम.पी. मोबाइल से माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, पीईबी, डीटीई एम.पी. काउंसिलिंग, मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग, सी.एम. हेल्पलाइन, विभिन्न विश्वविद्यालय, परिवहन, श्रम, हाउसिंग बोर्ड, वन और सहकारिता विभाग सहित अन्य विभाग की सेवाएँ जुड़ी हुई हैं।

सोमवार, 27 फ़रवरी 2017

संभाग आयुक्त ने लिया मोतीमहल के जीर्णोद्धार कार्य का जायजा

संभाग आयुक्त ने लिया मोतीमहल के जीर्णोद्धार कार्य का जायजा


समय-सीमा में और गुणवत्ता के साथ कार्य पूर्ण करने के दिए निर्देश
ग्वालियर | 27-फरवरी-2017
 ग्वालियर की ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक धरोहरों में शुमार “मोतीमहल” की मुख्य इमारत को फिर से पुराने वैभव में लाया जा रहा है। मोतीमहल के जीर्णोद्धार का काम तेजी से जारी है। संभाग आयुक्त श्री एस एन रूपला ने सोमवार को इस कार्य का जायजा लिया।
ज्ञात हो वर्ष 2014 में हुई अग्नि दुर्घटना से मोतीमहल का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था। इसी क्षतिग्रस्त हिस्से का जीर्णोद्धार कर पुन: हैरीटेज स्वरूप बहाल करने के लिये पुरातत्व विभाग द्वारा एक करोड़ 60 लाख रूपए की राशि मंजूर की गई है। देशी-विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र मोतीमहल जल्द ही अपने पुराने वैभव में लौटेगा। मोतीमहल के जीर्णोद्धार के लिये एक साल की समय-सीमा निर्धारित की गई है।
    संभागीय आयुक्त श्री एस एन रूपला ने अपना पदभार ग्रहण करने के साथ ही मोतीमहल को पुराने स्वरूप में लाने हेतु प्रयास प्रारंभ कर दिए थे। उन्हीं के प्रयास से पुरातत्व विभाग द्वारा डीपीआर तैयार की गई और जिसके तहत भोपाल की आधारशिला कंस्ट्रक्शन कंपनी ने इस कार्य को अपने हाथ में लिया है। श्री रूपला ने अधिकारियों और कंपनी के इंजीनियर्स को निर्देशित किया कि भवन के पुन: निर्माण का कार्य समय-सीमा और गुणवत्ता के साथ पूर्ण किया जाए। इसके साथ ही भवन को पुराने स्वरूप में लाने के कार्य में किसी प्रकार की कोई कोताही न बरती जाए।
    श्री रूपला ने अधिकारियों से कहा कि निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद मोतीमहल जैसा था, वैसा ही दिखना चाहिए। इसके लिये कंपनी और विभागीय अधिकारी किए जा रहे कार्यों की निरंतर मॉनीटरिंग करें। निर्माण के दौरान अगर कोई दिक्कत या समस्या आती है तो तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया जाए।
    उल्लेखनीय है कि मोतीमहल का निर्माण सिंधिया रियासतकाल में सन् 1872 में कराया गया था। इस परिसर में 1100 कमरे हैं। आजादी के बाद मध्यभारत राज्य की विधानसभा भी इसी महल में लगती थी। वर्तमान में भी मोतीमहल परिसर में कई शासकीय कार्यालय संचालित हैं।

जिले के शतप्रतिशत क्षेत्र में 31 मार्च तक लगवाएँ सेटटॉप बॉक्स – श्री वर्मा

जिले के शतप्रतिशत क्षेत्र में 31 मार्च तक लगवाएँ सेटटॉप बॉक्स – श्री वर्मा 
 एडीएम ने बैठक लेकर सभी एमएसओ को दिए निर्देश


ग्वालियर | 27-फरवरी-2017
 आगामी 31 मार्च तक जिले के शेष सभी क्षेत्रों में अनिवार्यत: डेस (डिजिटल एड्रेसेबल केबल सिस्टम) अर्थात सेटटॉप बॉक्स से टीवी प्रसारण सुनिश्चित करें, अन्यथा संबंधित एमएसओ (मल्टीपल सिस्टम ऑपरेटर) जवाबदेह होंगे। यह निर्देश अपर जिला दण्डाधिकारी एवं केबल टेलीविजन नेटवर्क एक्ट के जिले के नोडल अधिकारी श्री शिवराज वर्मा ने जिले के सभी एमएसओ को दिए हैं। श्री वर्मा ने सोमवार को एमएसओ की बैठक लेकर इस संबंध में विस्तार से दिशा-निर्देश दिए।
    यहाँ कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित हुई बैठक में श्री वर्मा ने कहा कि सरकार ने केबल नेटवर्क एक्ट में संशोधन किया है, जिसके तहत एमएसओ अब सेटटॉप बॉक्स के जरिए ही केबल नेटवर्क का प्रसारण कर सकते हैं। इससे न केवल राजस्व की चोरी रूकी है बल्कि उपभोक्ताओं को भी उच्चकोटि का प्रसारण देखने को मिल रहा है। बैठक में बताया गया कि सम्पूर्ण ग्वालियर शहर में सेटटॉप बॉक्स लगाए जा चुके हैं। आगामी 31 मार्च तक ग्रामीण क्षेत्र में यह काम पूरा किया जाना है। कुल मिलाकर जिले में अब तक 86 केबल कनेक्शन सेटटॉप बॉक्स से जुड़ चुके हैं।
    अपर जिला दण्डाधिकारी ने बैठक में यह भी साफ किया कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में पंजीयन के उपरांत ही एमएसओ केबल नेटवर्क का संचालन कर सकते हैं। साथ ही उपभोक्ताओं को दूरदर्शन से जुड़े 25 चैनलों का नि:शुल्क प्रसारण करना भी अनिवार्य है। इसके अलावा लायसेंसशुदा चैनल ही निर्धारित शुल्क लेकर प्रसारित किए जा सकते हैं। उन्होंने साफ किया कि जो एमएसओ केबल नेटवर्क का पालन नहीं करेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। श्री वर्मा ने यह भी निर्देश दिए कि सभी एमएसओ अपने लोकल लेवल ऑपरेटरों और उनके कनेक्शनों की जानकारी भी जल्द से जल्द जिला कार्यालय में उपलब्ध करायें।
    बैठक में संबंधित वाणिज्यकर अधिकारी एवं जिले के विभिन्न एमएसओ के प्रतिनिधि मौजूद थे।
इन चैनलों का नि:शुल्क प्रसारण करना अनिवार्य
    डीडी नेशनल, डीडी न्यूज, डीडी भारती, डीडी स्पोर्ट्स, डीडी उर्दू, डीडी इंडिया, लोकसभा टीवी, राज्यसभा टीवी, डीडी किसान तथा डीडी मध्यप्रदेश सहित देश की अन्य क्षेत्रीय भाषाओं के डीडी चैनल शामिल हैं।

बोर्ड परीक्षाओं में नकल रोकने को लेकर शासन-प्रशासन सख्त

बोर्ड परीक्षाओं में नकल रोकने को लेकर शासन-प्रशासन सख्त


माध्यमिक शिक्षा मण्डल के चेयरमैन श्री मोहंती ने की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग
ग्वालियर | 27-फरवरी-2017
 माध्यमिक शिक्षा मण्डल के अध्यक्ष श्री एस आर मोहंती ने आज बोर्ड परीक्षाओं के संबंध में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्मय से सभी कलेक्टरों और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों से चर्चा की तथा परीक्षा को नकल रहित व सुव्यवस्थित रूप से कराने के निर्देश दिए। उन्होंने ग्वालियर जिले के 14 विद्यार्थियों का सेंटर डबरा के स्थान पर ग्वालियर करने के संबंध में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में ही अनुमति प्रदान की। कलेक्टर डॉ. गोयल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान जिले में बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियों तथा व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि परीक्षा केन्द्र के 100 मीटर के दायरे में किसी भी बाहरी व्यक्ति का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।
   मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्ड्री बोर्ड परीक्षायें एक मार्च से 31 मार्च तक आयोजित की जायेंगी। ग्वालियर जिले में कुल 94 केन्द्रों पर परीक्षायें आयोजित की जायेंगी। बोर्ड परीक्षा में नकल करने वाले एवं इसमें सहयोग करने वालों के विरूद्ध प्रशासन द्वारा सख्त कार्रवाई की जायेगी। कलेक्टर डॉ. संजय गोयल ने विभागीय अधिकारियों के साथ परीक्षा की सम्पूर्ण तैयारियों की समीक्षा की तथा अधिकारियों को सौंपे गए दायित्वों का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि नकल को प्रभावी रूप से रोकने हेतु केन्द्राध्यक्षों को भी विशेष पुलिस अधिकारी के अधिकार दिए गए हैं। जिससे बेखौफ होकर परीक्षा में नकल को पूर्णत: रोक सकें। नकल कराने वालों को ही मौके पर ही गिरफ्तार किया जायेगा।
    इसके साथ ही परीक्षा केन्द्र के अंदर परीक्षार्थियों को मोबाइल ले जाने के प्रतिबंध के साथ ही केन्द्राध्यक्ष एवं अन्य शिक्षकों के मोबाइल भी परीक्षा प्रारंभ होने से पूर्व ही जमा करा लिए जायेंगे। उन्होंने जिले में परीक्षाओं की सम्पूर्ण जिम्मेदारी कलेक्टर को सौंपते हुए कहा है कि कलेक्टर अपने स्तर पर किसी भी केन्द्र को संवेदनशील घोषित कर सकते हैं। इसके साथ ही परीक्षा के दौरान भी अगर किसी केन्द्राध्यक्ष को बदलना चाहें तो बदल सकेंगे।
    कलेक्टर डॉ. संजय गोयल ने तहसीलदारों को निर्देशित किया है कि पुलिस अधिकारियों के साथ संयुक्त रूप से परीक्षा केन्द्रों का नियमित निरीक्षण करते रहें तथा परीक्षा पूर्णत: नकल विहीन और शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हो, यह सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने स्पष्ट किया है कि परीक्षा केन्द्रों के भीतर मीडिया को प्रवेश नहीं दिया जायेगा।
पुलिस अधीक्षक डॉ. आशीष ने कहा कि नकल में सहयोग करने वालों से पुलिस सख्ती से निपटेगी। इसके लिये हर परीक्षा केन्द्र पर सशस्त्र बल तैनात किया जायेगा। साथ ही पुलिस के उड़नदस्ते भी नियमित रूप से हर परीक्षा केन्द्र पर पहुँचेंगे।
    वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में अपर कलेक्टर श्रीमती रूचिका चौहान, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री नीरज कुमार सिंह, एडीएम श्री शिवराज वर्मा व जिला शिक्षा अधिकारी श्री विकास जोशी, संबंधित एसडीएम व पुलिस अधिकारी तथा परीक्षाओं से जुड़े अन्य अधिकारी मौजूद थे।
नकल रोकने अलग से कंट्रोल रूम
    कलेक्टर ने बोर्ड परीक्षाओं को ध्यान में रखकर बनाए जाने वाले नियमित कंट्रोल रूम के अलावा नकल रोकने के लिये एक अलग से कंट्रोल रूम स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि कंट्रोल रूम की जिम्मेदारी जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी को सौंपी जाए। साथ ही कंट्रोल रूम में पुलिस के रोजनामचा की तर्ज पर एक रजिस्टर संधारित करें, जिसमें नकल रोकने के लिये हुई कार्रवाई के साथ-साथ यह भी दर्ज किया जाए कि किसी दोषी को बचाने के लिये कहाँ-कहाँ से सिफारिशें आई हैं।
सामूहिक नकल का पता लगाने अलग से दस्ता
    जिले के हर परीक्षा केन्द्र पर नकल को कड़ाई से रोकने के लिये विशेष उड़नदस्ता के अलावा सामूहिक नकल का पता लगाने के लिये अलग से दस्ते तैनात किए जा रहे हैं। कलेक्टर डॉ. गोयल ने कहा कि परीक्षा समाप्ति के बाद यह दस्ता विभिन्न परीक्षा केन्द्रों पर कॉपियों का मिलान कर यह देखेंगे कि परीक्षार्थियों द्वारा बिल्कुल एक समान उत्तर तो नहीं लिखे गए हैं। ऐसा पाए जाने पर सामूहिक नकल मानकर केन्द्राध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। साथ ही परीक्षार्थियों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी।
परीक्षा केन्द्र के 200 मीटर के दायरे में लगेगी धारा-144
    बोर्ड परीक्षाओं के तहत जिले में स्थापित सभी परीक्षा केन्द्रों के 200 मीटर के दायरे में धारा-144 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश लागू रहेंगे। इनके तहत कोई भी व्यक्ति शस्त्र व मोबाइल फोन इत्यादि लेकर इस क्षेत्र में नहीं आ सकेगा।
52 अशासकीय विद्यालय शासकीय परिसर घोषित
    कलेक्टर डॉ. संजय गोयल ने परीक्षाओं के लिये 52 अशासकीय विद्यालय भवनों पर स्थापित परीक्षा केन्द्रों में शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष रूप से परीक्षा सम्पन्न कराने के लिये परीक्षा अवधि तक शासकीय परिसर घोषित किया है। उपरोक्त अशासकीय परीक्षा केन्द्र पर परीक्षा कार्य से संबंधित स्टाफ एवं परीक्षार्थियों के अतिरिक्त किसी भी अशासकीय विद्यालय के कर्मचारी, अशासकीय व्यक्ति एवं अवांछनीय व्यक्तियों का जाना पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा।
खास बातें एवं निर्देश
  •     जिले में कुल 94 परीक्षा केन्द्र, इनमें से 55 अति संवेदनशील और 9 संवेदनशील।
  •     नकल की प्रवृत्ति रोकने के लिये संबंधित संस्था के स्टाफ से ड्यूटी नहीं कराई जायेगी। कोटवार व दैनिक मजदूरी पर भी सेवायें ली जायेंगी।
  •     परीक्षा केन्द्र पर बुनियादी सुविधायें मुकम्मल करने की जवाबदेही संबंधित संस्था प्रमुख और संकुल केन्द्र प्रभारी की होगी।
  •     नकल रोकने के लिये तैनात अमले द्वारा ढ़िलाई बरतने पर उनके खिलाफ भी होगी सख्त कार्रवाई।
  •     कलेक्टर ने कहा परीक्षा केन्द्र पर नियमित शौचालय/बाथरूम का उपयोग न कर अस्थायी बाथरूम बनाएँ, जहाँ नकल मटेरियल छुपाने की गुंजाइश न हो।
  •     कलेक्टर ने कहा नकल रोकने के लिये सेवानिवृत्त पुलिस/सुरक्षा कर्मियों की सेवायें भी लें।

शासकीय योजनाओं में लापरवाही एवं उदासीनता बरतने के आरोप में चंदेरी के जनपद सीईओ डी.के. श्रीवास्तव निलंबित

शासकीय योजनाओं में लापरवाही एवं उदासीनता बरतने के आरोप में


चंदेरी के जनपद सीईओ डी.के. श्रीवास्तव निलंबित
ग्वालियर | 27-फरवरी-2017
 
    ग्रामीण विकास की योजनाओं के क्रियान्वयन में की जा रही लापरवाही, उदासीनता एवं स्वेच्छाचारिता बरतने के आरोप में अशोकनगर जिले की जनपद पंचायत चंदेरी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डी.के. श्रीवास्तव को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। यह निलंबन ग्वालियर संभाग के कमिश्नर श्री शिवनारायण रूपला द्वारा कलेक्टर अशोकनगर के अर्द्धशासकीय पत्र पर किया गया है।
    कलेक्टर अशोकनगर द्वारा भेजे गए अशासकीय पत्र में उल्लेख किया गया था कि चंदेरी जनपद सीईओ द्वारा ग्रामीण विकास योजनाओं में रूचि नहीं ली जा रही है। लक्ष्य के अनुरूप उनकी प्रगति अत्यंत न्यूनतम परिलक्षित हुई है। वरिष्ठ स्तर पर निर्देश देने के बाबजूद भी श्रीवास्तव की कार्यप्रणाली में अपेक्षित सुधार नहीं हुआ है। इनके द्वारा योजनाओं के बारे में निगेटिव वार्तालाब की जाती है। बार-बार वरिष्ठ स्तर से निर्देश दिए जाने के बाबजूद इनके द्वारा लक्ष्यों की पूर्ति किए जाने में अपेक्षित तत्परता नहीं दिखाई गई है और न ही ग्रामीण विकास की महत्वपूर्ण योजनाओं के क्रियान्वयन में अपेक्षित रूप से संवेदनशीलता बरती गई है। इन सभी आरोपों में सीईओ श्रीवास्तव को नोटिस भी दिया गया किंतु श्रीवास्तव ने कोई जवाब नहीं दिया और न ही निर्देशों को गंभीरता से लिया। यह सभी कृत्य मध्यप्रदेश सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 3 के अंतर्गत गंभीर कदाचरण की श्रेणी में आता है।
    कमिश्नर ग्वालियर श्री रूपला ने उक्त प्रस्ताव पर सीईओ डी.के. श्रीवास्तव के खिलाफ मध्यप्रदेश सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम 1966 के नियम 9 के तहत कार्रवाई करते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर इनका मुख्यालय जिला पंचायत अशोकनगर किया है।

सोमवार, 20 फ़रवरी 2017

उड़ान कोचिंग एवं अल्पविराम कार्यक्रम पर फीडबैक सेशन 22 को

उड़ान कोचिंग एवं अल्पविराम कार्यक्रम पर फीडबैक सेशन 22 को


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ग्वालियर | 20-फरवरी-2017
 
   
    जिला प्रशासन द्वारा संचालित “उड़ान” कोचिंग में अध्ययनरत विद्यार्थियों से फीडबैक लिया जायेगा। इसके लिये 22 फरवरी को अपरान्ह 4 बजे कलेक्ट्रेट स्थित स्व. टी धर्माराव सभागार (जन-सुनवाई कक्ष) में फीडबैक सेशन रखा गया है। “फीडबैक डिस्कसन एण्ड अल्पविराम फॉर हैप्पीनेस उड़ान” सेशन में  डॉ. संजय गोयल भी मौजूद रहेंगे। साथ ही आनंदम के नोडल अधिकारी एवं अपर कलेक्टर श्री शिवराज वर्मा भी इस कार्यक्रम में प्रतिभागियों से चर्चा करेंगे।

वन-स्टेप सेंटर एवं ऊषा किरण केन्द्र पर दो दिवसीय कार्यशाला आज से

न-स्टेप सेंटर एवं ऊषा किरण केन्द्र पर दो दिवसीय कार्यशाला आज से


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ग्वालियर | 20-फरवरी-2017
 
   वन-स्टेप सेंटर एवं ऊषा किरण केन्द्र विषय पर 21 व 22 फरवरी को प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित होगी। यह कार्यशाला 21 फरवरी को प्रात: 10 बजे होटल तानसेन रेसीडेंसी में शुरू होगी। यह कार्यशाला महिला सशक्तिकरण विभाग के तत्वावधान में आयोजित हो रही है।

ग्वालियर व्यापार मेला का समापन

ग्वालियर व्यापार मेला का समापन


ग्वालियर का मेला यहाँ के लोगों की शान एवं जीवन शैली का हिस्सा है – श्री चौधरी, उत्कृष्ट कार्य करने वाले, प्रदर्शनी तथा विभिन्‍न सेक्टर में लगे, शोरूम, दुकानों को मिले पुरस्कार
ग्वालियर | 20-फरवरी-2017

  ग्वालियर का मेला यहाँ के लोगों की शान एवं जीवन शैली का हिस्सा है। हम लोग वर्ष भर मेले का इंतजार करते हैं। यहाँ तकनीक अपने ईष्ट मित्र, यारों, दोस्तों के साथ-साथ बहन-बेटियों को भी मेले के अवसर पर बुलाते हैं। यह बात ग्वालियर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री अभय चौधरी ने श्रीमंत माधवराव सिंधिया ग्वालियर व्यापार मेला के समापन समारोह में मुख्य अतिथि बतौर कही। कार्यक्रम की अध्यक्षता विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री राकेश जादौन ने की।
विशिष्ट अतिथि के रूप में पुलिस महानिरीक्षक श्री अनिल कुमार, कलेक्टर डॉ. संजय गोयल, पुलिस अधीक्षक डॉ. आशीष व मेला प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं ग्वालियर संभाग के कमिश्नर श्री शिवनारायण रूपला, जिला पंचायत सीईओ श्री नीरज कुमार सिंह, नगर निगम आयुक्त श्री अनय द्विवेदी सहित व्यापार मेला संघ के पदाधिकारी व बड़ी संख्या में दुकानदार उपस्थित थे। समापन समारोह कुसमाकर रंगमंच सभागार में सम्पन्न हुआ।
    ग्वालियर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री अभय चौधरी ने कहा कि मेले के स्वरूप को आप सभी ने शताब्दी वर्ष के पहले और उसके बाद में देखा है। उन्होंने कहा कि मेला का आकर्षण ऊँचाईयों को छू रहा है। मैं स्वयं 50 वर्षों से मेला देखने आ रहा हूँ। ग्वालियर मेला ऐतिहासिक मेला है। यह 110 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुका है। हमने अपने जीवनकाल में मेले में अनेक उतार-चढ़ाव और इसके स्वरूपों को करीबी से देखा है। यह हमारी कला संस्कृति और सामाजिक संस्कारों का संगम है। उन्होंने कहा कि हमारा बहुत बड़ा सौभाग्य है कि आज हम इस ऐतिहासिक मेला का समापन कर रहे हैं। इस अवसर पर श्री चौधरी ने मेला आयोजन पर सुझाव देते हुए कहा कि आगामी मेला को दो अलग-अलग सेक्टरों, जिसमें एक सेक्टर झूले, खेल-तमाशों का रहे तो दूसरा सेक्टर दुकानों, शोरूमों का रहे। उन्होंने कहा कि हमें आगे चलकर दुकानों के शोरूमों को भी बदलने की आवश्यकता होगी। दुकानें गहरी एवं शेड से बनी हों ताकि दुकानदार इस लम्बी अवधि के मेला में रह सकें।
    इससे पूर्व कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री राकेश जादौन ने सभी को बधाई देते हुए कहा कि सभी के आपसी अद्भुत समन्वय से ही मेला बगैर किसी घटना दुर्घटना के सफल हुआ है। उन्होंने इस मौके पर कहा कि आगामी मेला और कैसे बेहतर तरीके से लगे, इस पर विस्तार से मंथन करने की जरूरत है। इसमें आम लोगों को भी जोड़ने का प्रयास किया जाए ताकि उनके सुझावों को भी बेहतर मेला लगाने हेतु सम्मिलित किया जाए।
    इससे पूर्व मेला विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं संभाग आयुक्त श्री शिवनारायण रूपला ने मेला के सफल आयोजन के लिये सभी की भूरि-भूरि प्रशंसा की। कमिश्नर ने कहा कि ग्वालियर मेला ग्वालियर की शान है। यह मेला के लोगों की जीवन शैली का हिस्सा है। आस-पास के व्यापारी पीढी दर पीढी मेला की शान बढ़ाने के लिये आते हैं। उन्होंने कहा कि इस मेला को और भव्य आकर्षण देने के लिये हर संभव प्रयास किए जायेंगे। इसमें आप सभी का सहयोग अपेक्षित रहेगा।
    कलेक्टर डॉ. संजय गोयल ने कहा कि मेला की उच्च गुणवत्ता (क्वालिटी) को लेकर इस बार सभी खुश नजर आ रहे हैं। मुश्किलों के बाद बेहतर मेला का आयोजन इस बार हुआ है। सफाई एवं लाईट सहित अन्य व्यवस्थायें बेहतर रही है। मेला व्यापारी संघ के सचिव श्री महेश मुदगल ने मेला की सफलता के लिये मेला प्राधिकरण के अध्यक्ष संभागीय कमिश्नर श्री रूपला सहित सभी प्रशासनिक अधिकारियों व व्यापारियों को बधाई दी और उन्होंने कहा कि जन आकांक्षाओं के अनुरूप मेला सम्पन्न हुआ। समापन समारोह को पुलिस महानिरीक्षक श्री अनिल कुमार और पुलिस अधीक्षक डॉ. आशीष ने भी संबोधित किया। अंत में मेला सचिव ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।
    मेला समापन अवसर पर मेला के सफल आयोजन के लिये उत्कृष्ट सेवा देने वाले अधिकारियों को शील्ड प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया। इसी तरह उत्कृष्ट प्रदर्शनी, शोरूम के दुकानदारों को भी प्रमाण-पत्र शील्ड देकर सम्मानित किया गया।

जेएएच समूह में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा बैठक 22 फरवरी को

जेएएच समूह में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा बैठक 22 फरवरी को


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ग्वालियर | 20-फरवरी-2017
 
   
    जेएएच समूह में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा बैठक 22 फरवरी को अपरान्ह 4 बजे गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय के सभाकक्ष में आयोजित की गई है। कार्यों की समीक्षा ग्वालियर संभाग के कमिश्नर एवं स्वशासी संस्था के अध्यक्ष श्री शिवनारायण रूपला करेंगे।
    बैठक में मेडीकल कॉलेज की समस्त क्लीनिकल विभागों के विभागाध्यक्ष उपस्थित रहेंगे।

आदर्श आंगनबाड़ी केन्द्र का प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों द्वारा अवलोकन

आदर्श आंगनबाड़ी केन्द्र का प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों द्वारा अवलोकन


बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, लाडो, लालिमा अभियान की प्रस्तुति को सराहा
ग्वालियर | 20-फरवरी-2017
 
   
    कलेक्टर डॉ. संजय गोयल के मार्गदर्शन में भारतीय प्रशासनिक सेवा के वर्ष 2015-16 के फैस-1 कार्यक्रम के प्रशिक्षु 18 सदस्यीय आईएएस अधिकारियों के दल को कलेक्ट्रेट सभागार में लाडो अभियान, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान में जिले की उपलब्धियों पर महिला एवं बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रस्तुतिकरण देने के साथ-साथ आदर्श आंगनबाड़ी केन्द्रों का भ्रमण कराया गया। जिसकी प्रशिक्षणार्थियों द्वारा सराहना की गई।
    जिला कार्यक्रम अधिकारी एकीकृत बाल विकास सेवा श्री बृजेश त्रिपाठी से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रशिक्षु आईएएस के दल के द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्र टापू मोहल्ला एवं अवाड़पुरा का भ्रमण किया गया तथा भ्रमण के दौरान आदर्श केन्द्र की व्यवस्थाओं को सराहा गया। इस दौरान दल के सदस्यों ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता/सहायिका लाभार्थियों से आवश्यक चर्चा करते हुए मौके पर वजन सत्यापन भी किया। अवाड़पुरा आंगनबाड़ी केन्द्र में बड़ी संख्या में उपस्थित गर्भवती, शिशुवती महिलाओं की काउसिंग दल की महिला सदस्यों द्वारा स्वयं करते हुए उन्हें स्वच्छता अभियान, उदिता एवं लालिमा अभियान का लाभ उठाने का अनुरोध किया।
    कलेक्टर डॉ. संजय गोयल द्वारा कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में दल के सदस्यों को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के उस प्रस्तुतीकरण से अवगत कराया गया जिसे भारत सरकार के समक्ष प्रस्तुतीकरण पर जिले को पुरस्कृत किया गया है। प्रस्तुतीकरण के समय मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री नीरज कुमार सिंह ने भी दल का आवश्यक मार्गदर्शन किया। इस दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री बृजेश त्रिपाठी, जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी श्री शालीन शर्मा, पीसी-पीएनडीटी नोडल अधिकारी डॉ. बिंदु सिंघल, परियोजना अधिकारी श्री अनुपम शर्मा सहित दल के सभी सदस्य उपस्थित थे।

ऑनलाइन पंजीयन न कराने वाले अल्ट्रासाउण्ड सेंटर का पंजीयन निरस्त करें – कलेक्टर


पीसी-पीएनडीटी एक्ट की जिला सलाहकार समिति की बैठक आयोजित


ग्वालियर | 20-फरवरी-2017

   जो अल्ट्रासाउण्ड सेंटर ऑनलाइन पंजीयन नहीं करा रहे हैं, उनके खिलाफ पीसी-पीएनडीटी एक्ट के उल्लंघन की कार्रवाई करें। साथ ही उनकी मशीन का पंजीयन निरस्त करने की कार्रवाई भी की जाए। यह निर्देश कलेक्टर डॉ. संजय गोयल ने जिला स्तरीय पीसी-पीएनडीटी सलाहकार समिति की बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिए।
   सोमवार को यहाँ कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित हुई बैठक में कलेक्टर ने यह भी कहा कि पीसी-पीएनडीटी एक्ट जिला सलाहकार समिति के गठन के लिये विधिवत विज्ञापन जारी करें। मालूम हो वर्तमान जिला सलाहकार समिति के सदस्यों का कार्यकाल अगस्त 2017 में पूर्ण होने जा रहा है। बैठक में पीसी-पीएनडीटी एक्ट को और प्रभावी ढंग से लागू करने तथा बेटियों के प्रति सकारात्मक वातावरण निर्मित करने के लिये जन जागरण कार्यक्रम चलाने पर बल दिया गया। साथ ही गत एक फरवरी को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के तहत अग्रिम कार्ययोजना बनाने के लिये आयोजित हुई कार्यशाला में आए सुझावों पर भी बैठक में विचार मंथन किया गया। साथ ही बहुत से सुझावों को कार्यशाला में शामिल करने पर सैद्धांतिक सहमति जताई गई। कलेक्टर ने अल्ट्रासाउण्ड सेंटर के नियमित निरीक्षण पर भी जोर दिया।
   बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस एस जादौन, सिविल सर्जन डॉ. डी डी शर्मा, सलाहकार समिति की सभापति डॉ. अनीता श्रीवास्तव, नोडल अधिकारी डॉ. बिंदु सिंघल और डॉ. कुंदवानी सहित समिति के अन्य सदस्यगण मौजूद थे।

जिला चिकित्सालय की प्रसूतिगृह में बनेगी नई ओपीडी विंग

जिला चिकित्सालय की प्रसूतिगृह में बनेगी नई ओपीडी विंग


कलेक्टर की अध्यक्षता में रोगी कल्याण समिति की बैठक आयोजित
ग्वालियर | 20-फरवरी-2017
 
   
    जिला चिकित्सालय मुरार के प्रसूति गृह में अलग से ओपीडी का निर्माण किया जायेगा। लगभग साढ़े 9 लाख रूपए की लागत से यह ओपीडी भी तैयार होगी। कलेक्टर डॉ. संजय गोयल की अध्यक्षता में आयोजित हुई रोगी कल्याण समिति की बैठक में इस आशय का निर्णय लिया गया है। डॉ. गोयल ने जनभागीदारी योजना से यह काम कराने के निर्देश दिए हैं।
    सोमवार को यहाँ कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित हुई बैठक में जिला चिकित्सालय की कलर डॉकलर मशीन के लिये कार्डिक प्रोब खरीदने की मंजूरी भी दी। उन्होंने कहा कि क्रय समिति से प्रमाण पत्र लेकर एवं वित्तीय प्रावधानों का पालन करते हुए खरीदी की जाए। साथ ही कहा कि यह सुनिश्चित करें कि इस कलर डॉकलर मशीन का उपयोग नियमित रूप से हो। कलेक्टर ने जिला चिकित्सालय में मेकनाइज्ड लाउण्ड्री की स्थापना करने की भी सैद्धांतिक मंजूरी दी। उन्होंने कहा कि विधिवत टेंडर जारी कर लाउण्ड्री का काम करायें।
    कलेक्टर ने जिला चिकित्सालय की नई अल्ट्रासाउण्ड मशीन खराब होने की बात सामने आने पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि वर्ष 2015 में खरीदी गई इस मशीन के खराब होने का करण बतायें कि यह मशीन इतनी जल्दी क्यों खराब हुई। साथ ही टेंडर की शर्तों के अनुसार संबंधित कंपनी से मशीन ठीक कराई जाए। रोगी कल्याण समिति द्वारा जिला चिकित्सालय के लिये 100 नए गद्दे और चादरें खरीदने की मंजूरी भी दी। साथ ही शौचालय, पेयजल इत्यादि बुनियादी सुविधाओं से संबंधित कार्यों की भी  सैद्धांकित सहमति दी। कलेक्टर ने कहा कि जिला चिकित्सालय के अलावा शहर के अन्य प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों (डिस्पेंसरी) में भी मरीजों की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखें। साथ ही जरूरी बुनियादी सुविधायें जुटाई जाएँ। इस कड़ी में उन्होंने लक्ष्मीगंज प्रसूतिगृह और माधवगंज डिस्पेंसरी में मांग के अनुसार एसी और वाटरकूलर लगाने के प्रस्ताव का अनुमोदन किया। उन्होंने कहा इन सभी कामों को आंजाम देने में वित्तीय प्रावधानों का पालन करें। साथ ही क्रय समिति से भी अनुमोदन करायें।
    बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस एस जादौन एवं जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन डॉ. डी डी शर्मा सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

झण्डा का पुरा युवा मण्डल द्वारा खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन

झण्डा का पुरा युवा मण्डल द्वारा खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन


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ग्वालियर | 20-फरवरी-2017
 
   
    भारत सरकार युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के अंतर्गत नेहरू युवा केन्द्र ग्वालियर के झण्डा का पुरा युवा मण्डल द्वारा खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। झण्डा का पुरा में आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. प्रेम सिंह कुशवाह ने कहा कि युवाओं को आगे बढ़ने में खेलों की महत्वपूर्ण भूमिका है। युवाओं को खेल गतिविधियों में बढ़-चढ़कर भागीदारी करना चाहिए।
    कार्यक्रम में लम्बी कूद प्रतियोगिता में प्रथम श्री बृजेश कुशवाह, द्वितीय श्री धर्मवीर सिंह और तृतीय स्थान पर श्री गिर्राज कुशवाह को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए श्री रघुवीर सिंह ने कहा कि बिना प्रयास के सफलता नहीं मिलती और प्रयास कभी असफल नहीं होते। मनुष्य को अच्छे कार्यों के लिये सदैव प्रयास करते रहना चाहिए।
    कार्यक्रम का संचालन युवा मण्डल अध्यक्ष श्री केदार कुशवाह ने किया। कार्यक्रम में उपाध्यक्ष श्री महेश कुशवाह, सर्वश्री नरेश कुशवाह, गिर्राज कुशवाह, नेतराम कुशवाह, संजय कुशवाह, सचिव श्री अरविंद कुशवाह, सहसचिव श्री राहुल कुशवाह, कोषाध्यक्ष श्री प्रेम कुशवाह, श्री विशाल कुशवाह तथा डॉ. मुकुल सिंह कुशवाह उपस्थित थे।

“एडवांसस इन मैन्युफैक्चरिंग सिस्टम्स” पर सात दिवसीय शार्ट टर्म ट्रेनिंग प्रोग्राम का आयोजन

सभी अधिकारी-कर्मचारी अपने मोबाइल में स्वच्छता एप लोड करें – डॉ. गोयल

सभी अधिकारी-कर्मचारी अपने मोबाइल में स्वच्छता एप लोड करें – डॉ. गोयल


अंतरविभागीय समन्वय समिति की बैठक सम्पन्न
ग्वालियर | 20-फरवरी-2017

   कलेक्टर डॉ. संजय गोयल ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिए हैं कि अपने-अपने मोबाइल में स्वच्छता एप लोड करें। इसके साथ ही सभी लोग गंदगी दिखने पर तत्काल फोटो खेंचकर अपलोड करें। उन्होंने कहा कि शासकीय कार्यालयों, अस्पतालों, शाला भवनों के आस-पास गंदगी पाए जाने पर फोटो भेजा जाए, ताकि नगर निगम द्वारा त्वरित कार्रवाई कर सफाई की जाए। डॉ. गोयल ने यह निर्देश सोमवार को अंतरविभागीय समन्वय बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों को दिए।
   कलेक्टर डॉ. गोयल ने सीएम हैल्पलाईन के तहत प्राप्त शिकायतों का निराकरण एल-1 स्तर पर ही करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी सीएम हैल्पलाईन के तहत प्राप्त शिकायतों का प्रतिदिन अवलोकन करें तथा की गई कार्रवाई से संबंधित शिकायतकर्ता को भी अवगत करायें। एल-1 स्तर पर बेहतर कार्य करने वाले अधिकारियों को पुरस्कृत किया जायेगा और लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ दण्डात्मक कार्रवाई की जायेगी। सीएम हैल्पलाईन के तहत प्राप्त शिकायतें विभाग से संबंधित न होने पर अधिकारी संबंधित अधिकारी को तत्काल भेजें, ताकि समय पर निराकरण किया जा सके।
   कलेक्टर ने सभी अनुविभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है कि अपने-अपने अनुभाग क्षेत्र में नामांतरण एवं बटवारे के प्रकरणों का तत्परता से निराकरण करें। कृषि विभाग की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए कि जो किसान डिफॉल्टर हैं, उन्हें गेहूँ उपार्जन से लिंक किया जाए। पेयजल की समीक्षा करते हुए उन्होंने निर्देश दिए कि शहरी क्षेत्र तथा ग्रामीण क्षेत्र की कार्ययोजना तत्काल तैयार कर शासन को भेजने की कार्रवाई की जाए। जिले में आयोजित होने वाले अंत्योदय मेलों में शिलान्यास एवं लोकार्पण की जानकारी संबंधित अधिकारी तत्काल जिला पंचायत कार्यालय को उपलब्ध करायें।
   ग्रामीण क्षेत्रों में आवास उपलब्ध कराने के लिये जनपद स्तर पर शिविरों का आयोजन कर कार्रवाई की जाए। इसके साथ ही दिव्यांगों को ई-रिक्शा उपलब्ध कराने के लिये भी कैम्प आयोजित किए जाएँ, सामाजिक न्याय विभाग इस दिश में पहल करे। दिव्यांगों को ई-रिक्शा उपलब्ध कराने के लिये जो मार्जिन मनी दी जाना है, उसके लिये सांसद, विधायक, महापौर को भी पत्र लिखकर अपनी स्वेच्छानुदान राशि से देने का अनुरोध किया जाए।
कलेक्टर ने बताया कि ओला पीडित किसानों को सहायता राशि वितरित करने की कार्रवाई के तहत सभी पीड़ितों के प्रकरण तैयार का स्वीकृति की कार्रवाई कर ली जाए, ताकि शासन स्तर से धनराशि प्राप्त होते ही वितरण की कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि शासन निर्देशानुसार पीड़ित सभी किसानों को जिनका फसल बीमा है अथवा नहीं है, दोनों को ही सहायता राशि वितरित की जाना है।
   बैठक में सीईओ जिला पंचायत श्री नीरज कुमार सिंह, अपर कलेक्टर श्रीमती रूचिका चौहान, नगर निगम आयुक्त श्री अनय द्विवेदी सहित अनुविभागीय अधिकारी और विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

समाज में होना चाहिए महिला की गरिमा का सम्मान - श्रीमती माया सिंह

समाज में होना चाहिए महिला की गरिमा का सम्मान - श्रीमती माया सिंह


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ग्वालियर | 19-फरवरी-2017         आज हर क्षेत्र में महिलाएं आगे बढ रही हैं। चाहे राजनीति हो या फिर शिक्षा व समाज कल्याण प्रत्येक क्षेत्र में महिलाएं आत्मनिर्भर हो रही हैं। समाज में महिलाओं की गरिमा का सम्मान होना चाहिए। उन्हें स्वावलम्बी बनाने के साथ ही रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने होंगे। निश्चित रूप से यहां से महिलाएं प्रशिक्षण लेकर आत्मनिर्भर बनने के साथ स्वयं का रोजगार स्थापित कर सकेंगी। यह बात प्रदेश की नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्रीमती माया सिंह ने महिला उत्थान जन कल्याण एवं तकनीकी प्रशिक्षण समिति द्वारा सचिन तेंदुलकर मार्ग स्थित साक्षी अपार्टमेंट में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में कही। इस दौरान उन्होंने समिति के प्रशिक्षण कार्यालय का शुभारंभ किया।
    श्रीमती माया सिंह ने कहा कि जब मेरे पास महिला एवं बाल विकास विभाग था तब मैंने महिलाओं को स्वावलंबी एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिए बहुत प्रयास किए। महिलाओं को रोजगारपरक प्रशिक्षण देने के साथ ही उन्हें रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए गए। आज यह महिलाएं स्वयं का रोजगार स्थापित करने के साथ ही परिवार चला रही हैं। मुझे इस बात की खुशी है कि महिला उत्थान जन कल्याण एवं तकनीकी समिति द्वारा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए इस तरह का प्रशिक्षण दे रही है। निश्चित रूप से यहां से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद महिलाएं आत्मनिर्भर होंगी और स्वयं का रोजगार स्थापित कर सकेंगी।
    उन्होंने कहा कि समाज में महिलाओं का बडा योगदान है। महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए प्रदेश सरकार कई योजनाएं चला रही हैं। महिलाएं रूचि के अनुसार इन योजनाओं का लाभ उठाकर स्वावलंबी बन सकती हैं। इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। कार्यक्रम के दौरान समिति के अध्यक्ष सुरेंद्र राणा व क्षेत्रीय पार्षद सहित बडी संख्या में महिलाएं मौजूद थी।

प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा का लाभ हर बीमा धारक को मिले

कमिश्नर श्री रूपला ने कलेक्टर्स कॉन्फ्रेंस में दिए सभी कलेक्टरों को निर्देश


ग्वालियर | 19-फरवरी-2017

ग्वालियर संभाग के कमिश्नर श्री शिवनारायण रूपला ने संभाग के पाँचों जिलों के कलेक्टरों और जिला पंचायत के सीईओ को निर्देश दिए हैं कि पिछले वर्ष प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना में कराए गए बीमा का लाभ बीमा धारकों को मिले। इसकी मॉनीटरिंग कलेक्टर, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अनिवार्य रूप से करें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत के सचिव को यह मालूम है कि उनकी पंचायत से कितने लोगों का बीमा हुआ है।
कमिश्नर ने कहा कि प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना में 5 लाख 95 हजार 907 लोगों का बीमा और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना में एक लाख 3 हजार 726 लोगों का बीमा हुआ है। प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना में 34 और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना में केवल 13 दावे ही प्रस्तुत हुए हैं, जो बहुत ही कम प्रतीत होते हैं। सीईओ अपने स्तर से इन दोनों योजनाओं की मॉनीटरिंग कर लें, ताकि सभी दावेदारों को बीमा राशि का भुगतान हो सके।
कमिश्नर श्री रूपला शनिवार को मोतीमहल के मानसभागार में कलेक्टर्स कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। बैठक में ग्वालियर कलेक्टर डॉ. संजय गोयल, दतिया कलेक्टर श्री मदन कुमार, गुना कलेक्टर श्री राजेश जैन, शिवपुरी जिले से कलेक्टर प्रभारी के रूप में एडीएम नीतू माथुर, अशोकनगर जिले से कलेक्टर प्रभारी के रूप में एडीएम श्री ए के चांदिल सहित पाँचों जिलों के जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी मौजूद थे।
जिला बदर एवं एनएसए के प्रकरणों में हो प्रभावी कार्रवाई
    कमिश्नर श्री रूपला ने कानून व्यवस्था को चुस्त-दुरूस्त बनाये रखने पर जोर देते हुए कलेक्टरों को निर्देश दिए कि जिला बदर एवं एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम) एवं प्रतिबंधात्मक प्रकरणों में प्रभावी कार्रवाई हो। जिला बदर व्यक्ति जिले के अंदर एवं जिले से लगी अन्य जिलों की सीमाओं में प्रवेश न करें। एनएसए के तहत जिस दिन प्रकरण प्रस्तुत किया जाए, उसी दिन प्रकरण में कार्रवाई भी की जाए। प्रकरण प्रस्तुत करने के पहले कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक प्रकरणों की समीक्षा आवश्यक रूप से कर लें। कानून व्यवस्था के मामले में संयुक्त रूप से घटना स्थल पर पहुँचकर प्रो-एक्शन लेकर कार्रवाई करें। उन्होंने निर्देश दिए कि छोटे-छोटे इश्यू पर कानून व्यवस्था न बिगड़े इसके लिये लोगों को समझाईश दें और राहत के प्रकरणों में तुरंत वितरण की कार्रवाई सुनिश्चित करायें।
   उन्होंने पिछले माह गिरे ओला से प्रभावित कृषकों को राहत राशि के प्रकरण तत्काल भिजवाने के भी निर्देश दिए। कमिश्नर ने एनएसए के प्रकरण किसी भी स्थिति में लंबित नहीं रखने के निर्देश देते हुए कहा कि 107, 116 के प्रकरणों में ठोस कारण होने पर ही वाउण्डओव्हर की कार्रवाई की जाए। कमिश्नर ने मौके पर डायवर्सन वसूली पर जोर देते हुए कहा कि इसकी प्रविष्टियाँ नहीं हो रही हैं। ग्वालियर में ही एक करोड़ 47 लाख रूपए का डायवर्सन वसूलना शेष है। उन्होंने कहा कि आरआई से बी-1 बनवाएँ ताकि एसडीएम वसूली के ऑर्डर निकाल सकें। इसी तरह प्रीमियम वसूली पर भी कमिश्नर ने जोर दिया।
समय-सीमा में सेवा उपलब्ध न कराने पर अधिकारियों पर हो अर्थदण्ड की कार्रवाई
    कमिश्नर श्री रूपला ने मध्यप्रदेश लोक सेवा गारंटी योजना की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि इस अधिनियम के तहत निर्धारित समय-सीमा के अंदर ही सेवायें उपलब्ध कराई जाएँ। ऐसे अधिकारी जिनके द्वारा समय-सीमा के अंदर आवेदक को सेवायें उपलब्ध नहीं कराई गई हैं एवं आवेदन समय-सीमा के बाहर हो गए हैं, उन अधिकारियों के विरूद्ध नियमानुसार अर्थदण्ड की कार्रवाई की जाए।
गेहूँ की खरीदी का पंजीयन कॉपरेटिव बैंक से लिंक कराया जाए
    कमिश्नर श्री रूपला ने पाँचों जिलों के कलेक्टरों को निर्देश दिए कि गेहूँ खरीदी के लिये शतप्रतिशत किसानों का पंजीयन सुनिश्चित हो जाए। उनके पंजीयन को कॉपरेटव के बैंक खाते से भी लिंक किया जाए, ताकि गेहूँ खरीदी के समय कॉपरेटिव की शतप्रतिशत वसूली हो सके। कमिश्नर के पंजीयन के सत्यापन पर भी विशेष जोर दिया। कमिश्नर ने कहा कि इस वर्ष बम्फर गेहूँ उत्पादन हुआ है। गेहूँ खरीदी की हर व्यवस्था सुनिश्चित हो। खरीदी केन्द्रों पर पर्याप्त वारदाना रहे।
सहरिया आदिवासियों के मकान समूह के रूप में बनाएँ
    श्योपुर जिले में क्लस्टर एप्रोज से बनाई गई कॉलोनियों का प्रजेण्टेशन देते हुए कमिश्नर ने पाँचों जिलों के कलेक्टरों एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को निर्देश दिए कि सहरिया आदिवासियों के समूह बनाकर सहकारी जमीन का अधिग्रहण करके बेहतर सर्वसुविधायुक्त कॉलोनी बना सकते हैं। कमिश्नर ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना मुख्यमंत्री की प्राथमिकता वाली योजना है। योजना के अनुरूप हितग्राहियों को ग्राम सभा में चयन करके क्लस्टर एप्रोज के रूप में बेहतर कॉलोनी बनाई जा सकती है। श्योपुर जिला इसके लिये एक उदाहरण है।
मजदूरों को कर्मकार मण्डल की योजनाओं का मिले लाभ
    कमिश्नर श्री रूपला ने संभाग के कलेक्टरों को जोर देकर कहा कि वे सभी मजदूरों, हम्मालों को श्रम विभाग की कर्मकार मण्डल की शतप्रतिशत योजनाओं का लाभ उन तक पहुँचायें। इसकी लगातार मॉनीटरिंग करें। उन्होंने कहा कि जितना रजिस्ट्रेशन मजदूरों का हुआ है, उतना लाभ उन तक नहीं पहुँच पा रहा है। उन्होंने कहा कि 50 हजार पंजीकृत मजदूरों के लगभग 100 बच्चों को छात्रवृत्ति का लाभ मिलना चाहिए। लेकिन इस अनुपात में लाभ नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि छात्रवृत्ति योजना में 31 मार्च तक ऑनलाईन आवेदन किए जा सकते हैं। उन्होंने महिला मजदूर की प्रसूति सहायता तथा प्रसूति के दौरान अवकाश पर मजदूरी का भुगतान प्रसूति के समय प्रसूता महिला की देखभाल के लिये उनके पति को घर बैठे ही मजदूरी देने सहित अन्य योजनाओं की मॉनीटरिंग करने के निर्देश कलेक्टर को दिए।
रोजगारमूलक योजनाओं में लक्ष्य की प्राप्ति हो
    इस अवसर पर कमिश्नर श्री रूपला ने विभिन्न विभागों की स्वरोजगार योजनाओं में ऋण वितरण की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि सभी रोजगारमूलक योजनाओं में शतप्रतिशत लक्ष्यों की पूर्ति सुनिश्चित हो। बैठक में स्वास्थ्य योजनाओं, पेंशनधारियों का आधारकार्ड से लिंक कराने, राशनकार्डधारियों को आधार कार्ड से लिंक कराने की भी समीक्षा की गई।
    कमिश्नर श्री रूपला ने राष्ट्रीय स्वच्छता मिशन की समीक्षा करते हुए ग्वालियर जिले की ओडीएफ हुईं ग्राम पंचायतों एवं वार्डों पर कलेक्टर डॉ. गोयल, सीईओ श्री सिंह और नगर निगम आयुक्त श्री द्विवेदी के प्रति प्रशंसा व्यक्त करते हुए शेष जिलों के कलेक्टरों से कहा कि वे भी शीघ्र अपने जिले की सभी ग्राम पंचायतों एवं शहरी वार्डों का ओडीएफ घोषित कराके इस राष्ट्रीय स्वच्छता मिशन के भागी बनें। उन्होंने अशोकनगर में हुए कार्यों की भी प्रशंसा की। गुना जिले में स्वच्छता पर भारत सरकार द्वारा बनाई जा रही डॉक्यूमेन्ट्री फिल्म की भी प्रशंसा की गई।
एल-1 स्तर पर समस्या का निराकरण हो
    कमिश्नर श्री रूपला ने मुख्यमंत्री हैल्पलाईन में लंबित समस्या का निदान पर जोर दिया। कमिश्नर ने कहा कि एल-1 पर ही समस्या का निराकरण हो जाना चाहिए। एल-1, एल-2 के अधिकारियों की उदासीनता के कारणों से ही समस्या एल-3, एल-4 तक पहुँच रही है। यह ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर समस्या एल-3 या एल-4 तक पहुँचती है तो अब एल-1, एल-2 के जिम्मेदारी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। 

शुक्रवार, 17 फ़रवरी 2017

जिस स्कूल में पढ़े, उसी में आज पढ़ायेंगे उच्च शिक्षा मंत्री

जिस स्कूल में पढ़े, उसी में आज पढ़ायेंगे उच्च शिक्षा मंत्री

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ग्वालियर | 17-फरवरी-2017
 
   
        जिस स्कूल में उच्च शिक्षा मंत्री श्री जयभान सिंह पवैया ने बाल्य काल में प्राथमिक शिक्षा का ककहरा सीखा, उसी स्कूल के बच्चों को वे 18 फरवरी को पढ़ाने पहुँचेंगे। मौका होगा प्रदेश सरकार की पहल पर आयोजित हो रहे “मिल बाचें मध्यप्रदेश” कार्यक्रम का। श्री पवैया इस कार्यक्रम के तहत शासकीय माध्यमिक विद्यालय चीनौर में प्रात: 11 बजे पढ़ाने पहुँचेंगे।