बुधवार, 14 अप्रैल 2010

पेयजल व्यवस्था से जुड़े अमले को सतर्क रहकर कार्य करने के निर्देश

पेयजल व्यवस्था से जुड़े अमले को सतर्क रहकर कार्य करने के निर्देश

कलेक्टर द्वारा ग्रामीण व शहरी अंचल की पेयजल व्यवस्था की समीक्षा

आंतरी के मुख्य नगर पालिका अधिकारी के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई 

ग्वालियर 12 अप्रैल 10। जिले के ग्रामीण एवं  शहरी अंचल में ग्रीष्म ऋतु के दौरान पेयजल आपूर्ति को सुचारू बनाये रखने के मकसद से कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने संबंधित अधिकारियों की बैठक लेकर विस्तार से दिशा निर्देश दिये। आज यहां राज्य स्वास्थ्य प्रबंधन एवं संचार सस्थान में आयोजित हुई बैठक में श्री त्रिपाठी ने पेयजल व्यवस्था से जुड़े अमले को आगाह करते हुए कहा कि सभी अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी मुस्तैदी व सतर्कता से करें, जिससे शहरी अथवा ग्रामीण अंचल में पेजयल आपूर्ति बाधित न हो। उन्होंने साफ किया कि यदि किसी अधिकारी व कर्मचारी की वजह से पेयजल आपूर्ति बाधित हुई, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। कलेक्टर ने इस कड़ी में नगर पंचायत आंतरी के मुख्य नगर पालिका अधिकारी के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई प्रस्तावित करने की हिदायत जिला शहरी विकास अभिकरण के परियोजना अधिकारी को दी है। आंतरी के मुख्य नगर पालिका अधिकारी द्वारार् कत्तव्य के प्रति लापरवाही बरतने की लगातार शिकायत मिलने और पेयजल को लेकर आज आयोजित हुई बैठक से अनुपस्थित रहने की वजह से यह कार्रवाई करने के निर्देश कलेक्टर ने दिये हैं।

       बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विनोद शर्मा, कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी श्री आर एल एस. मौर्य, विद्युत वितरण कंपनी के अधीक्षण यंत्री व कार्यपालन यंत्री, जिला शहरी विकास अभिकरण के परियोजना अधिकारी श्री एन ए. खान, जिले के नगरीय निकायों के मुख्य नगर पालिका अधिकारी व जिला पंचायत के परियोजना अधिकारी डॉ. विजय दुबे सहित पी एच ई. के सहायक यंत्री व उपयंत्री मौजूद थे।

       कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने कहा कि गर्मी के मौसम में पेयजल को लेकर विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है। पी एच ई. का मैदानी अमला सतर्क रहे और अपने मोवाइल फोन हर समय चालू रखें और कहीं से पेयजल संबंधी शिकायत मिलने पर उसका त्वरित समाधान करायें। उन्होंने हर जनमित्र समाधान केन्द्र के संपर्क में एक हैण्डपंप मिकेनिक को रखने की हिदायत दी। श्री त्रिपाठी ने खण्ड मुख्यालय सहित जनमित्र समाधान केन्द्रों पर राइजर पाइप तथा हैण्डपम्प संधारण से संबंधित अन्य सामग्री का पर्याप्त भण्डारण रखने पर भी विशेष जोर दिया। उन्होंने हैण्डपंप व अन्य पेयजल स्त्रोतों की दुरूस्ती में लगे वाहनों का उचित इस्तेमाल करने के निर्देश भी दिये।

       कलेक्टर ने पी एच ई. के कार्यपालन यंत्री को हिदायत दी कि जिन नवीन नल जल योजनाओं के पेयजल स्त्रोत का काम पूरा हो चुका है, उन्हें विद्युत कनेक्शन से जोड़कर स्पॉट शोर्स के रूप में फिलहाल चालू कर दें, ताकि ग्रीष्म ऋतु में  इनका उपयोग पेयजल आपूर्ति के रूप में हो सके। उल्लेखनीय है कि जिले में स्वीकृत 113 नवीन नल जल योजनाओं में पेयजल स्त्रोत निर्मित कर दिये गये हैं। कलेक्टर ने सुधार योग्य जिले के सभी हैण्डपंपों के संधारण का कार्य 30 अप्रैल तक पूर्ण करने के निर्देश दिये हैं। बैठक में बताया गया कि जिले के ग्रामीण अंचल में वर्तमान में 5 हजार 799 हैण्डपंप पेयजल आपूर्ति के लिये क्रियाशील है। इसके अलावा 53 नल जल योजनायें भी पेयजल आपूर्ति कर रहीं हैं। बैठक में यह भी जानकारी दी गई कि ग्रामीण पेयजल आपूर्ति कार्यक्रम के तहत वर्ष 2010-11 में जिले की 300 ग्रामीण बसाहटों, 10 ग्रामीण शालाओं व 2 आश्रम छात्रावासों में नवीन पेयजल स्त्रोत विकसित किये जायेंगे। साथ ही 20 नल जल योजना, 355 नवीन पेयजल प्लेट फॉर्म निर्माण व बंद पड़ी 7 पुरानी नल जल योजनाओं को भी चालू किया जायेगा।

       नगरीय निकायों की पेजयल व्यवस्था की समीक्षा बैठक में बताया गया कि डबरा नगर पालिक क्षेत्र में एक दिन के अन्तराल से एवं जिले के अन्य नगरीय निकायों में प्रतिदिन पेयजल आपूर्ति की जा रही है। ग्वालियर नगर निगम क्षेत्र के लिये तिघरा जलाशय से प्रतिदिन 8 एम सी एफ टी. पानी प्रदाय किया जा रहा है। इसके अलावा 1457 टयूवेल भी नगर की पेयजल आपूर्ति कर रहे हैं। तिघरा जलाशय में वर्तमान में 1165 एम सी एफ टी. पानी उपलब्ध है, जिससे आगामी जुलाई माह तक नगर की पेयजल आपूर्ति हो सकेगी। 

नल जल योजनाओं की विद्युत आपूर्ति तत्परता से बहाल करने के निर्देश

      कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने विद्युत कनेक्शन न होने से बंद पड़ी ग्रामीण नल जल योजनाओं की विद्युत आपूर्ति तत्परता से बहाल करने के निर्देश आज आयोजित हुई बैठक में अधीक्षण यंत्री विद्युत एवं ग्रामीण क्षेत्र के कार्यपालन यंत्री को दिये। उन्होंने कहा कि ग्रीष्म ऋतु में पेयजल आपूर्ति के लिये विद्युत कनेक्शन देने के संबंध में राज्य शासन के स्पष्ट दिशा निर्देश है। अत: इस काम में किसी भी प्रकार की ढिलाई न हो।

पेयजल परिवहन की अनुमति

      गांव में पेयजल स्त्रोत सूख जाने से पेयजल की दिक्कत महसूस कर रहे जिले के नौ ग्रामों में परिवहन के जरिये पेयजल आपूर्ति करने के निर्देश कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को दिये हैं। इन ग्रामों में जनपद  पंचायत मुरार के ग्राम सूरों व भटपुरा, घाटीगांव के ग्राम वीरपुर, अजयपुर, गिरवई व कुई, भितरवार के ग्राम गाजना व घिरौली तथा जनपद पंचायत डबरा के अन्तर्गत ग्राम डबरा गांव शामिल है।

 

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