गुरुवार, 15 अप्रैल 2010

जिले भर में आज विशेष ग्राम सभायें

जिले भर में आज विशेष ग्राम सभायें

शिक्षा का अधिकार, पीढ़ी संवाद और भागीरथ किसान होंगे चर्चा के प्रमुख बिन्दु

ग्वालियर 13 अप्रैल 10। संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जयंती 14 अप्रैल को सम्पूर्ण प्रदेश की भॉति ग्वालियर जिले में विशेष ग्राम सभायें आयोजित होंगी। इन ग्राम सभाओं में शिक्षा का अधिकार अधिनियम तथा जलाभिषेक अभियान के तहत पीढ़ी संवाद व भागीरथ किसान चर्चा के प्रमुख बिन्दु होंगे। इसके अलावा गांवों के विकास से संबंधित सरकार की अन्य योजनाओं पर भी चर्चा होगी। ग्राम सभाओं में ग्रामीणों को जल संरक्षण की शपथ भी दिलाई जायेगी। इसके साथ ही गामीण रोजगार गारण्टी योजना के तहत कराये गये कार्यों और व्यय का सामाजिक अंकेक्षण तथा सेल्फ ऑफ प्रोजेक्ट और लेवर बजट का अनुमोदन, नामांतरण एवं बंटवारा के प्रकरणों का निराकरण, पेंशन हेतु प्राप्त आवेदनों की समीक्षा, समग्र स्वच्छता अभियान, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना और आओ बनायें अपना मध्यप्रदेश अभियान का प्रचार प्रसार किया जायेगा।

       जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विनोद शर्मा ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा पानी की बूँद-बूँद सहेजने के लिये चलाये जा रहे जल अभिषेक अभियान में सामाजिक जुड़ाव पर विशेष जोर दिया गया है। उन्होंनें बताया कि इस बार के जलाभिषेक अभियान में पीढ़ी संवाद और भागीरथ किसानों का चयन  सबसे महत्वपूर्ण पहलू हैं। पीढ़ी संवाद के तहत गांव-गांव में जल सहेजने के बारे में पारंपरिक अनुभव रखने वाली पुरानी पीढ़ी के साथ गांव की नई पीढ़ी अर्थात युवा वर्ग से संवाद कराया जायेगा। पीढ़ी संवाद के तहत गांव के बुजुर्ग, युवा पीढ़ी को यह बतायेंगे कि किस प्रकार से पहले हमारे गांव के ताल-तलैया व अन्य जल स्त्रोत पानी से लबालव भरे रहते थे और आज हम कैसे उन्हें पुनर्जीवित कर सकते हैं। इस संवाद का प्रमुख मकसद युवा पीढ़ी को पानी की बूँद-बूँद सहेजने का महत्व समझाना है, जिससे जल के संरक्षण व संवर्धन के लिये चलाया जा रहा यह अभियान एक जन अभियान बन सके।

       जल अभिषेक अभियान के तहत गांव-गांव में भागीरथ किसान चिन्हित किये जा रहे हैं। भागीरथ किसान ऐसे सामर्थ्यवान किसान हैं, जो स्वयं के वित्तीय संसाधनों से जल संरक्षण व संवर्धन में महती भूमिका निभा सकते हैं। इन किसानों को स्वयं के खेतों पर जल सहेजने वाली संरचनायें बनाने के लिये प्रेरित किया जायेगा। साथ ही उनकी पुरानी जल संरचनाओं मसलन पुराने कुँए-बावड़ी एवं ताल तलैयों आदि को पुनर्जीवित करने के लिये तकनीकी मदद सरकार की ओर से मुहैया कराई जायेगी।

       जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री शर्मा ने बताया कि जल अभिषेक अभियान के तहत जिले की चारों जनपद पंचायतों  में एक-एक पुरानी नदी को जल आपूर्ति के लिये कारगर बनाने हेतु विशेष प्रयास किये जायेंगे। सभी जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों से कहा गया है कि चिन्हित नदी में स्टॉप डेम, व बोरी बंधान आदि जल सहेजने वाली संरचनायें  प्रमुखता से बनवाईं जायें, जिससे इस नदी में वर्ष भर पानी रहे। फलत: क्षेत्रीय गांवों का जल स्तर बढ़े और ग्रामीणों की निस्तार संबंधी जरूरतें भी पूरी हो सकें। जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को अपने-अपने विकास खण्ड में कम से कम 10-10 पुरानी बावड़ियों का जीर्णोध्दार कराने की भी हिदायत दी गई है।

       उल्लेखनीय है कि जिले में कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी द्वारा प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप जल संरक्षण व संवर्धन कार्यों में जनभागीदारी बढ़ाने के लिये शुरू की गई श्रमदान की पहल के प्रभावी परिणाम सामने आये हैं। इस पहल से जिले के विभिन्न गाँवों में तालाबों के जीर्णोध्दार तथा अन्य कार्यों में ग्रामीणजन अपना सहयोग देने के लिये आगे आने लगे हैं।

 

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