गुरुवार, 18 अक्तूबर 2007

सिंधिया एक तराशा हुआ हीरा और मैं जौहरी- दिग्विजय सिंह

सिंधिया एक तराशा हुआ हीरा और मैं जौहरी- दिग्विजय सिंह

याहू हिन्‍दी समाचार

म.प्र. सरकार के खिलाफ कॉग्रेस की रैलीयां फिर से होगीं शुरू

एक मंच पर दिखे दिग्विजय और ज्योतिरादित्य

 

Oct 17, 11:28 pm

गुना। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव तथा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह तथा स्थानीय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया लंबे अरसे बाद सभी मतभेद भुलाकर एक मंच पर नजर आए तथा इस दौरान उन्होंने एक-दूसरे से मतभेद होने संबंधी समाचारों को गलत बताया।

बुधवार को यह मौका था स्थानीय बाइपास रोड पर कांग्रेस के भूमि पूजन का। इस कार्यक्रम में सिंह मुख्य अतिथि थे जबकि सिंधिया ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस अवसर पर सिंधिया ने सिंह को एक बुजुर्ग नेता बताते हुए कहा कि वे बडे़ हैं और इस नाते वे उन्हे डांट भी सकते हैं। उन्होंने कहा, कुछ लोग हम दोनों के बीच आकर गलतफहमी पैदा कर देते हैं लेकिन इसके बावजूद कांग्रेस एक है और एक ही रहेगी।

सिंधिया ने कांग्रेस को मजबूत बनाने की आवश्यकता बताते हुए कहा कि भाजपा के खिलाफ होने वाली रैलियों में आगे भी दोनों एक मंच पर मौजूद रहेंगे। सिंह ने इस अवसर पर स्वयं को राजनीति का जौहरी बताते हुए कहा कि हीरे की परख उन्हें हैं और सिंधिया एक तराशा हुआ हीरा है।

 

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