सोमवार, 11 फ़रवरी 2008

ग्वालियर में संगीत विश्वविद्यालय शुरू होगा

ग्वालियर में संगीत विश्वविद्यालय शुरू होगा

महाराष्ट्र समाज के अमृत महोत्सव समारोह में जल संसाधन मंत्री श्री मिश्रा

जल संसाधन एवं जनशिकायत निवारण मंत्री श्री अनूप मिश्रा ने कहा कि ग्वालियर का संगीत के क्षेत्र में अपना विशेष महत्व रहा है। यह धरती संगीत की रही है। इस धरती से महान संगीतज्ञ पैदा हुये हैं। ग्वालियर में आने वाले जुलाई माह में संगीत विश्व विद्यालय शुरू किया जायेगा।

जल संसाधन मंत्री श्री मिश्रा अमृत महोत्सव समारोह समिति ग्वालियर द्वारा कल आयोजित दो दिवसीय महाराष्ट्र समाज के अमृत महोत्सव समारोह के शुभारंभ कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। समारोह की अध्यक्षता श्री नृरसिंह जोशी ने की। समारोह में प्रदेश के वन एवं राजस्व राज्यमंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाह, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, वृन्ह महाराष्ट्र मंडल नई दिल्ली के कार्यकारी अध्यक्ष श्री संजय पाण्डेय विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे। इस मौके पर विभिन्न क्षेत्रों की महाराष्ट्र समाज की प्रतिभाओं का सम्मान भी किया गया।

जल संसाधन मंत्री श्री अनूप मिश्रा ने कहा कि आने वाली पीढ़ी कैसे संस्कारवान बनें एवं अनुशासन में रहना सीखे इस दिशा में महाराष्ट्र समाज जैसी संस्थायें बेहतर तरीके से कार्य कर रही हैं। श्री मिश्रा ने कहा कि महाराष्ट्र समाज में महान संत, कलाकार, अच्छे यौध्दा एवं प्रशासक हुये हैं ऐसे महापुरूषों से आने वाली पीढ़ी को प्रेरणा लेनी चाहिये।

श्री अनूप मिश्रा ने कहा कि ग्वालियर में संगीत विश्वविद्यालय शुरू होना ग्वालियर क्षेत्र के लिये बड़ी सौगात है। खासकर महाराष्ट्र समाज के लिये। उन्होंने कहा कि ग्वालियर से संगीत के क्षेत्र में पंडित केशवराव पंडित, बाला साहब पूंछवाले जैसे महान संगीतज्ञ रहे हैं जिनका संगीत के क्षेत्र में विशेष योगदान रहा है।

समारोह में वन एवं राजस्व राज्य मंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाह ने कहा कि महाराष्ट्र समाज ने राष्ट्र के विकास में अभूतपूर्व योगदान दिया है, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि मध्यप्रदेश शांति का टापू है। यहां प्रत्येक धर्म, मजहब एवं जाति के लोग आपस में मिलजुल कर शांति एवं सद्भाव के साथ रहते आ रहे हैं तथा एक दूसरे के धार्मिक एवं सामाजिक पर्वों को सद्भावना के साथ मनाते हैं। यही इस प्रदेश की पहचान है।

महापौर श्री विवेक नारायण शेजवलकर ने स्वागत भाषण दिया।

 

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