रविवार, 26 अप्रैल 2009

लू से बचाव के उपाय

लू से बचाव के उपाय

मुरैना 25 अप्रेल 2009// गरमी के मौसम में सावधानी बरतने से लू से बचा जा सकता है । यदि कोई व्यक्ति लू की चपेट में आ जाए तो उस व्यक्ति को तुरंत ठंडे स्थान पर लिटाकर बर्फ की या ठंडे पानी की पट्टियां रखनी चाहिए ।उसके ऊपर गीली चादर भी डाली जा सकती है, ताकि उसे तेज बुखार से छुटकारा मिल सके ।

       कच्चे आम का पना लू में काफी लाभप्रद माना गया है । पना में सूखा पुदीना, हरा पिसा हुआ धनिया, भुना जीरा, नमक डालकर लूग्रस्त व्यक्ति को पिलाना चाहिए । हाथों की हथेलियों और पांव के तलुवों पर प्याज की चटनी मलनी चाहिए । पना नियमित पीने से लू से बचा जा सकता है । लूग्रस्त व्यक्ति को नमक, पुदीना, काला नमक, भुना जीरा मिलाकर नमकीन लस्सी भी दी जा सकती है । लू से मुक्त होने पर कम-से कम एक सप्ताह तक खिचड़ी, दलिया और साबूदाना जैसा हलका खाना ही उसे देना चाहिए ।

       गरमी में सादा भोजन करने की कोशिश करनी चाहिए । जो आसानी से पच जाए, वैसा खाना चाहिए और अधिक से अधिक पेय पदार्थों का सेवन करना चाहिए । घरेलू ठंडे पेय, नमकीन लस्सी के साथ पानी का अधिक सेवन करना चाहिए, ताकि गरमी के दिनों में पसीना अधिक निकलने से शरीर में नमक और जल दोनों की जो कमी हो जाती है, उसकी कमी पूरी होती रहे । खाने में कच्चा प्याज, पुदीने की चटनी, सलाद और हरी सब्जियों का खूब सेवन करना चाहिए । खरबूजा, तरबूज, ककड़ी खूब खानी चाहिए । परन्तु सड़क पर बेचने वालों से कटे हुए फल आदि कभी नहीं खरीदना चाहिए ।

       घर से बाहर निकलते समय पानी अवश्य पीना चाहिए । हो सके, तो पानी में थोड़ी चीनी, ग्लूकोज और नीबू का इस्तेमाल करना चाहिए , क्योंकि पानी कम होने पर व्यक्ति लू की चपेट में आ सकता है । इसलिए पानी का पूरा ध्यान रखना चाहिए । जब भी तेज धूप या गरमी में बाहर से चलकर घर में आएं, तो एकदम से ठंडा पानी न पिएं । थोड़ी देर ठहरकर पसीना सुखाकर धीरे-धीरे नीबू शरबत का शीतल पानी पीना चाहिए । कूलर या एअरकंडीशन वाले स्थान से फौरन बाहर निकलने की बजाय बाहर निकलते समय बीच के तापमान में थोड़ा रूकना चाहिए । गरमी में हमेशा ढीले और आरामदेह कपड़े ही पहनना चाहिए । अपना सिर और गरदन किसी मुलायम कपड़े या गमछे से ढंककर रखना चाहिए ।

 

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