सोमवार, 13 अप्रैल 2009

जनप्रतिनिधि-मतदाता के बीच जीवंत संपर्क से ही होगा क्षेत्र का विकास : अशोक सिंह

जनप्रतिनिधि-मतदाता के बीच जीवंत संपर्क से ही होगा क्षेत्र का विकास : अशोक सिंह

ग्वालियर 12 अप्रैल 2009 कांग्रेस के लोकप्रिय प्रत्याशी अशोक सिंह ने कहा कि जब तक जन प्रतिनिधि और मतदाता के बीच जीवंत संपर्क नही रहेगा उनके बीच दूरियां रहेंगी तब तक क्षेत्र का विकास नही हो सकता है । इसके लिए आम आदमी का जनप्रतिनिधि चुना जाना जरूरी है और अब सह वक्त आ गया है कि आप लोग इस जरूरत को महसूस करें और लोकसभा चुनाव मे कांग्रेस को भारी बहुमत से विजयी बनाएं ।

    श्री सिंह ने रविवार को करैरा क्षेत्र के ग्राम डामरोल कलां, डामरोल खुर्द, चिटीपुर, ढांड तथा बैसोरा में विशाल चुनावी सभाओ को सम्बोधित करते हुए पिछली बार करैरा के लोगो ने मेरा कम समर्थन किया लेकिन सबको पता है कि उसके बाद बीते दो वर्ष तक मैनें इस क्षेत्र की जनता से सदैव जीवंत संपर्क रखा और सुख या दुख के प्रत्येक क्षण मे आपके बीच मौजूद रहा । उन्होने कहा कि करैरा को वे विकसित क्षेत्र के रूप में देखना चाहते है और अपने इस सपने को साकार करने के लिए वे जीवन के हर पन को न्यौछावर कर देगेंं लेकिन मुझे आपके सहयोग समर्थन और ताकत की जरूरत है जो आपके वोट से मिलेगी ।

करैरा में अशोक सिंह के स्वागत के लिए उमड़ा जनसैलाब

करैरा क्षेत्र मे अपने तूफानी दौरे पर पहुचे श्री सिंह की सभाओ और जनसंपर्क के दौरान ग्रामीणो की जबरदस्त भीड़ उमड़ी । लोगो मे इस बात का मलाल है कि पिछली बार इतने सहज, मिलनसार और मृदुभाषी व्यक्तित्व के धनी अशोक सिंह की जीत उनकी वजह से नही हो सकी इसलिए पूरे क्षेत्र के लोग इस बार उन्हें रिकार्ड मतो से जिताने को आतूर है ।

बैलगाड़ी दौड़ कार्यक्रम में शामिल हुए

करैरा क्षेत्र के ग्राम मुरथरा मे किसानो ने कांग्रेस प्रत्याशी अशोक सिंह का स्वागत अनूठे तरीके से किया । इसके लिए उन्होनें बैजगाड़ी दौड़ का भव्य आकर्षक और विशाल आयोजन किया जिसमे सैकड़ो गाड़ीवालो ने अपनी बैलगाड़ी सहित भाग लिया । इस मौके पर अशोक सिंह ने कहा कि वे किसान के बेटे है और उनके गांव ठाटीपुर मे अभी भी बैलगाड़ी हर घर में रहती है । मै स्वंय बैलगाड़ी दौड़ देखने के लिए दूर-दूर तक जाता रहा हूं । उन्होने कहा कि लोक परंपराएं और लोक संस्कृति ही भारत की असली ताकत है क्योकि इसमें सामाजिक समरसता रहती है और इसी जाति, धर्म से ऊपर भाईचारे की राजनीति कांग्रेस करती है लेकिन कुछ ताकतो को ग्रामीणो का यह बराबर होना और लोगो की सामाजिक एकता पसंद नही आ रही है और वे लगातार इसको तोड़ने का षड़यंत्र करते रहते है, इसलिए बहुत सावधान रहने की जरूरत है ।

 

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