एयरटेल की नेटवर्क फिर ध्वस्त, शिकायतें न दर्ज हो रहीं न सुनवाई हो रही है, बड़े बड़े दावों के पीछे ढोल की पोल
क्या आप भी किसी मोबाइल सेवा प्रदाता कम्पनी की ठगी का शिकार हैं तो इसे ध्यान से पढ़ें
हर तीसरे दिन लुप्त हो जाता है एयरटेल का नेटवर्क
यूं ही नहीं चलते लाखों के इनामी टी.वी. कार्यक्रम कम्पनीयों के , इस तरह करोड़ो अरबों बटोरतीं हैं कम्पनीयॉं, और चलाती हैं देश की आवाज और क्रेजी किया रे जैसे लुभावने कार्यक्रम
मुरैना 7 सितम्बर 10 , विगत 8 फरवरी से गड़बड़ाया एयरटेल (भारती एयरटेल) का नेटवर्क पिछले दिनों की तरह आज फिर ध्वस्त हो गया ।
विगत 8 फरवरी से ठप्प हुये एयरटेल संचार प्रणाली में मजे की बात यह भी है कि उपभोक्ताओं को जम कर कम्पनी द्वारा चूना भी लगाया जा रहा है । जहॉं कम्पनी द्वारा घोषित टोल फ्री शिकायत नंबर 198 कभी भी नहीं लगता वही कम्पनी जबरन बाध्य कर शिकायतें पहले खुद ही पैदा करती है और उसके बाद शिकायत दर्ज कराने के पैसे वसूलती है ।
जहॉं कम्पनी कुछ नंबरों पर एस.एम.एस. से शिकायत भेजने के लिये शुल्क नहीं लेती थी मसलन 121, अब इस नंबर पर भी एस.एम.एस. भेजने के पैसे काटे जाते हैं वह भी 1 रू. प्रति एस.एम.एस. की दर से शुल्क वसूलती है , आज हमने जब 198 , 121 सभी नंबरों के फेल होने पर 121 पर एस.एम.एस. भेजे तो पूरे 6 रू. काट लिये गये ।
उल्लेखनीय है कि कम्पनी के नेटवर्क टावर विगत 8 फरवरी से चम्बल में उपलब्ध नहीं हो रहे हैं । सैकड़ों उपभोक्ता कम्पनी के पास शिकायत दर्ज कराने को झकमारी करते फिर रहे हैं , अव्वल तो कम्पनी शिकायत ही दर्ज नहीं करती और कोई उपभोक्ता पैसे खर्च कर शिकायत दर्ज भी करवा दे तो फिर उस पर कोई कार्यवाही नहीं की जाती । उपभोक्ता पैसे खर्च करता रहता है और ठगा जा कर कम्पनी की चालबाजी और धोखाधड़ी का शिकार होता रहता है ।
कम्पनी के तमाम उपभोक्ता मोबाइल आफिस के नाम से इण्टरनेट सेवायें प्रयोग करते हैं , उनके साथ कम्पनी न केवल धोखाधड़ी कर रही है बल्कि जम कर ठगी भी कर रही है । कुछ उपभोक्ताओं से मासिक शुल्क एकमुश्त काट कर कम्पनी महीने भर इण्टरनेट सेवायें प्रदान करने का वायदा करके साधारण संचार नेटवर्क तक उपलब्ध नहीं करा पाई वही कुछ उपभोक्ता 10 रू प्रति दिवस का भुगतान करके भी इण्टरनेट छोडि़ये साधारण फोन पर बात भी नहीं कर पाये । और विगत 8 फरवरी से तकरीबन हर दूसरे दिन अपने गांठ से पैसे खर्च करके शिकायतें भी करते रहे और रोजाना 10 रू भी कटाते रहे फिर भी वही ढाक के तीन पात ही रहे ।
इससे भी आगे बढ़ कर कम्पनी और भी कई करिश्मे दिखाती है , मसलन इस कम्पनी की मोगाइल सेवाओं पर बिना चालू किये ही अपने आप ही अश्लील गानों की कालर टयून नामक सेवा प्रारंभ हो जाती है और जबरन रातों रात आपके मोबाइल फोन से 60- 70 रूपये गायब हो जायेंगें ।
और भी तमाशा ये हैं कि आप के फोन पर कोई भी सुविधा आप प्राप्त करें या न करें यदि आपने अपना बैलेन्स 100 रूपये से ऊपर मोबाइल में रखा है तो रातों रात सैकड़ों रूपये गायब होकर चन्द पैसे का बैलेन्स मात्र शेष रह जायेगा । कई उपभोक्ताओं के इस तरह सैकड़ो हजारों रूपये साफ हो चुके हैं । हमारे स्वयं के मोबाइल नंबर से इसी तरह एक हफ्ते के भीतर तीन बार सैकड़ों रूपये दिनांक 1 सितम्बर से 7 सितम्बर के बीच गायब हो गये हालांकि हमारी शिकायतों पर अभी तक कम्पनी द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई है , न भारत सरकार के संचार मंत्रालय ने इसकी कोई सुध ली है और न ट्राइ ने ही, , हमने तीनों बार शिकायत दर्ज कराई , शिकायतें संचार मंत्रालय भारत सरकार और ट्राई तक तीनों बार भेजीं गयीं। जिसकी शिकायतें जागो ग्राहक जागो और ट्राई तक हो चुकीं हैं , ज्यादा पीछे पड़ने वाले ग्राहक के पैसे तो कम्पनी लौटा देती है लेकिन लापरवाह , सुस्त या शिकायत न करने वाले या पीछे न पड़ने वालों के पैसे कम्पनी हजम कर जाती है । हमने इस समाचार के सम्बन्ध में सभी साक्ष्य प्राप्त कर लिये हैं और हमारे पास सुरक्षित हैं । जनहित में सूचित करते हैं कि ऐसी किसी भी कम्पनी से पीडि़त होने पर बी.एस.एन.एल. के फोन से टोल फ्री नंबर 1800-11-4000 पर शिकायत तुरन्त दर्ज करायें ।
1 टिप्पणी:
हम 27 से 29 अगस्त तक ग्वालियर में थे और लश्कर क्षेत्र में श्याम वाटिका में ठहरे थे। इन तीन दिनों में सारी दुनिया से कट कर रह गए। हमारे पास बीएसएनएल का मोबाइल था और हमारे अन्य साथियों के पास दूसरे लेकिन उस क्षेत्र में किसी का भी नेटवर्क उपलब्ध नहीं था। बड़ा अजीब सा लगा कि ग्वालियर जैसे शहर में ऐसी व्यवस्था?
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