गुरुवार, 31 जुलाई 2008

गरीव आवासहीनो को पटटो का वितरण आज

गरीव आवासहीनो को पटटो का वितरण आज

ग्वालियर दिनांक 30 जुलाई 2008- नगर पालिक निगम तथा जिला प्रषासन 506 षहरी गरीव और आवासहीनो को आज साय 3 वजे रूपसिह स्टेडियम स्थित वाल भवन पर भूमि के पटटे प्रदान करेगाा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मंत्री राजस्व एवं वन श्री नारायण सिंह कुशवाह होगे तथा कार्यक्रम की अघ्यक्षता सभापति नगर निगम वृजेन्द्र सिह जादौन द्वारा की जावेगी। उक्त आषय की जानकारी आयुक्त नगर निगम गवालियर डा पवन षर्मा द्वारा जनसम्पर्क नगर निगम के माघ्यम से दी । विज्ञप्ति मे वताया गया कि मुख्यमंत्री म ंप्रं षासन षिवराजसिंह चौहान के निर्देषानुसार षहर मे विगत 10 वर्शे से अधिक अवधि से झुग्गी झोपडियो मे निवासरत आवासहीनो को उनकी भूमि के पटटे दिये जाना है इस सम्वन्ध मे जिला प्रषासन द्वारा नगर निगम सीमा के वार्ड क्रमांक 1,29,54 तथा 60 मे 506 झुग्गी झोपडीवासियो का सर्वेक्षण किया गया उक्त नागरिको को आज पटटे दिये जावेगे। कार्यक्रम मे सम्वन्धित वार्डो के पार्शद तथा मेयर इन कौसिल के सदस्य भी उपस्थित रहेगे।

 

बुधवार, 30 जुलाई 2008

ग्वालियर इन्वेस्टर्स-मीट//फैसिलिटेशन सेंटर में गूंजी हिन्दुस्तानी संगीत की स्वर लहरियां

ग्वालियर इन्वेस्टर्स-मीट//फैसिलिटेशन सेंटर में गूंजी हिन्दुस्तानी संगीत की स्वर लहरियां

ग्वालियर 29 जुलाई 08 । इन्वेस्टर्स-मीट की संध्या पर आज फेसीलिटेशन सेंटर में डा. मीता पंडित के हिन्दुस्तानी शास्त्रीय गायन ने श्रोताओं का मन मोह लिया । श्रोताओं में जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान उनके मंत्रिमंडल के सदस्यगण एवं क्षेत्रीय सांसद ,वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों सहित देश और विदेश के नामचीन उद्योगपति जो मध्यप्रदेश में निवेश करने पधारे थे ग्वायिलर की समृध्द संगीत परम्परा से न केवल परिचित हुये अपितु अभिभूत हुये बिना न रहे ।

       संगीत सम्राट तानसेन की नगरी और ग्वालियर घराने के पंडित परिवार की संगीतज्ञ श्रृंखला की छठवीं पीढ़ी की डा. मीता पंडित ने पूरे लालित्यमय स्वर लहरियों से राग मांड में मीरा बाई का भजन तथा राग तिलंग और राग देस में बंदिशें प्रस्तुत कर समा बांधा  । मौसम के अनुकूल कजरी की प्रस्तुति तो हर श्रोता के मन को छू गई । ग्वालियर की सांसद सुश्री यशोधरा राजे ने इस अवसर पर डा. मीता पंडित और उनके सहयोगी कलाकारों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया ।

 

मुख्यमंत्री ने किया स्वर्गीय राजमाता सिंधिया की प्रतिमा का अनावरण

मुख्यमंत्री ने किया स्वर्गीय राजमाता सिंधिया की प्रतिमा का अनावरण

साढ़े 29 करोड़ रूपये लागत की चार सड़कों की रखी आधार शिला

ग्वालियर में खुलेगा कृषि विश्वविद्यालय

ग्वालियर 29 जुलाई 08 । मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज शाम यहां सिटीसेंटर स्थित तिराहे पर पूर्व सांसद राजमाता श्रीमती विजयाराजे सिंधिया की भव्य प्रतिमा का अनावरण किया । हुडको से प्राप्त करीबन साढ़े 29 करोड़ रूपये के ऋण से नगर निगम द्वारा बनाई जा रही 16 किमी लम्बी चार प्रमुख सड़कों की आधार शिला भी उन्होंने रखी। मुख्यमंत्री ने ग्वालियर में शीघ्र ही कृषि विश्वविद्यालय स्थापित करने की घोषणा भी इस अवसर पर की। उक्त समारोह की अध्यक्षता विधायक एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने की। इस मौके पर जल संसाधन मंत्री श्री अनूप मिश्रा, वाणिज्य उधोग एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री जयंत मलैया , नगरीय विकाश मंत्री डा. नरोत्तम मिश्र , वन राज्य मंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाह , स्थानीय सांसद श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया , भिण्ड के सांसद डा0 रामलखन सिंह कुशवाह महापौर , श्री विवेकनारायण शेजवलकर, नगर निगम सभापति श्री व्रजेन्द्र सिंह जादौन, साडा अध्यक्ष श्री जय सिंह कुशवाह , बीज निगम के अध्यक्ष श्री महेन्द्र सिंह यादव, ग्वालियर व्यापार मेला प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री अनुराग बंसल, विधायक गण सर्व श्री ध्यानेन्द्र सिंह व व्रजेन्द्र तिवारी सहित अन्य जन प्रतिनिधि तथा संबंधित अधिकारी  भी मौजूद थे।

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि अपने लिए तो सब जीते है, लेकिन वास्तव में वही जीता है , जो देश- समाज व औरों के लिए जीता है। स्वर्गीय राजमाता सिंधिया ऐसे ही व्यक्तित्व की धनी थी।  आम जन के प्रति स्नेह, प्रेम व ममता की भावना उनके हदय में कूट कूट कर भरी थी। उन्हौंने अपने सेवा भाव से समाज में ऐसा स्थान अर्जित किया, जो किसी दूसरे राजनेता को प्राप्त नही हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा प्रदेश सरकार भी स्वर्गीय राजमाता सिंधिया की सेवा भावना को आत्मसात कर दीन दुखियों के हित में कार्य कर रही है। उन्हौने कहा मुख्यमंत्री मजदूर सुरक्षा , दीनदयाल अंत्योदय योजना, भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार मंडल का गठन तथा अन्य कल्याणकारी कार्यक्रम इसी उददेश्य से प्रदेश मे लागू किये गये है। श्री चौहान ने ग्वालियर के औधौगिक वैभव को पुन  बहाल  करने के संकल्प को दोहराते हुए कहा ग्वालियर को औधौगिक द्रष्टि से सिरमौर बनाया जाऐगा। उन्होंने इस क्रम में ग्वालियर अंचल में कृषि को  लाभकारी व्यवसाय बनाने के मकसद से यहां जल्द ही कृषि विश्वविद्यालय खोलने की घोषणा की। साथ ही संस्कृति व संगीत के संरक्षण के लिए शीघ्र ही संगीत विश्वविद्यालय शुरू करने की बात भी कही।

 प्रदेश भाजपाध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा ग्वालियर एवं चंबल अंचल में किसी भी आपदा की घड़ी में लोग सरकार की ओर न देखकर र्स्वगीय राजमाता सिंधिया से सहायता की आशा रखते थे। स्वर्गीय राजमाता लोगों की इस उम्मीद पर खरी उतरीं और सदैव लोगों के बीच सहायता लेकर खड़ी दिखाई दीं। यह अंचल उनके द्वारा किये गये सदकार्यों को कभी भुला नहीं पायेगा।

              स्थानीय सांसद श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि राजमाता सिंधिया के   आदर्श   आज भी हम सबको सेवा भावना से कार्य करने की प्रेरणा देते है। आरंभ में    महापौर श्री विवेक नारायण शेजवलकर ने स्वागत उदबोधन व अन्त में आभार        प्रदर्शन साड़ा के अध्यक्ष श्री जय सिंह कुशवाह ने किया।

संस्कृति केन्द्र की रखी आधारशिला

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह ने आज बहुउददेशीय संस्कृति परिसर की आधार शिला भी रखी। इस परिसर का निर्माण साडा द्वारा करीबन दो करोड़ रूपये की लागत से किया जायेगा।  इस परिसर के निर्माण के लिए जीवाजी विश्वविध्यालय के समीप हुरावली मार्ग पर भूमि आवंटित की गई है। संस्कृति केन्द्र परिसर में 900 लोगों की क्षमता वाले एक ऑडीटोरियम के निर्माण के साथ अन्य सुबिधायें विकसित की जायेंगी। उल्लेखनीय हैं कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा कुछ माह पूर्व ग्वालियर में एक संस्क्रति केन्द्र खोलने की घोषणा की थी। उन्ही की घोषणा के अनुपालन में यह संस्कृति केन्द्र बनाया जा रहा है।

मूर्तिकार का सम्मान

राजमाता स्वर्गीय श्रीमती विजयाराजे सिंधिया की आदमकद प्रतिमा का निर्माण करने वाले विख्यात मूर्तिकार श्री प्रभातराय को सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्है शाल व श्रीफल भेंट कर उनकी शिल्प कला की सराहना की।

 

मध्यप्रदेश को समृध्द एवं विकसित राज्य बनाने के लिये प्रदेश में औद्योगिकीकरण जरूरी

मध्यप्रदेश को समृध्द एवं विकसित राज्य बनाने के लिये प्रदेश में औद्योगिकीकरण जरूरी

मुख्यमंत्री द्वारा मालनपुर में 40 करोड़ रूपये की लागत की सीएफएल यूनिट का शुभारंभ

ग्वालियर 29 जुलाई 08 । मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश को समृध्द एवं विकसित राज्य बनाने के लिये प्रदेश में औद्योगिकीकरण जरूरी है। प्रदेश में बड़े उद्योग लगें इस दिशा में ग्वालियर में इन्वेस्टर्स मीट की शुरूआत हुई है । इसमें आज ही 32 हजार करोड़ रूपये से अधिक के करारनामे हुये हैं । मुख्यमंत्री ने कहा कि विदेशों सहित इन्दौर, खजुराहो, जबलपुर और सागर में हुये निवेशकों के सम्मेलनों में पौने तीन सौ करोड़ रूपये के हुये करारनामो में से 99 हजार करोड़ के करारों पर कार्यवाही शुरू हो गई है । मुख्यमंत्री ने कहा कि लगभग 95 प्रतिशत एमओयूकर्ता निवेशक परियोजनाओं के क्रियान्वयन के लिये तैयार हो रहे हैं ।

       मुख्यमंत्री आज मालनपुर में सुपरिचित मैसर्स सूर्या रोशनी लिमिटेड में कोई 40 करोड़ रूपये की लागत से स्थापित सीएफएल यूनिट के उद्धाटन अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे । इस अवसर पर वाणिज्य उद्योग और रोजगार आवास एवं पर्यावरण मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री श्री जयंत मलैया, जलसंसाधन एवं उच्च शिक्षा मंत्री श्री अनूप मिश्रा, क्षेत्रीय विधायक श्री रामलखन सिंह, विधायक श्री लालसिंह आर्य, सूर्या कंपनी के चेयरमेन श्री जयप्रकाश अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में कंपनी के पदाधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे ।

       मुख्यमंत्री ने कार्यकम को संबोधित करते हुये कहा कि प्रदेश समृध्दशाली खुशहाल बने इसमें कोई कसर नहीं छोड़ी जायेगी । उन्होंने कहा कि हम प्रदेश को नम्बर वन विकसित प्रदेश बनाना चाहते हैं । उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली, सिंचाई के क्षेत्र में काफी काम हुये हैं । उद्योग के क्षेत्र में बड़ी-बड़ी इंडस्ट्रीज आ रही हे । मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा संकल्प है कि मालनपुर औद्योगिक क्षेत्र को उजड़ने नहीं देंगें । मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योग हमारे जीवनयापन की धुरी बनते जा रहा हैं ।  कल-कारखानों की स्थापना से  राजस्व वृध्दि के अलावा लोगों को रोजगार भी उपलब्ध हो रहा है ।

       मुख्यमंत्री ने सूर्या कंपनी के चेयरमेन श्री जयप्रकाश की प्रशंसा करते हुये कहा कि वास्तव में वे देश की उन्नति के लिये काम कर रहे है । मुख्यमंत्री ने कहा कि कंपनी का अवलोकन करने से जो अनुशासन देखा है वह इस कंपनी के विकास एवं निर्माण के लिये कीर्तिमान स्थापित करेगा । कंपनी द्वारा ऊर्जा की बचत के लिये बनाये जा रहे सीएफएल की चर्चा करते हुये मुख्यमंत्री ने लोगों से आह्वान किया है कि वे सीएफल टयूब का ही उपयोग करें । इससे लगभग 80 प्रतिशत ऊर्जा की बचत तो होगी ही साथ ही बिजली के बिल कम आयेंगें और प्रदेश स्तर पर बिजली की बचत हो सकेगी ।

 

मुख्यमंत्री ने बिजली उत्पादन पर चर्चा करते हुए कहा कि प्रदेश में 2 हजार 990 मेगा वॉट बिजली उत्पादन की क्षमता बढ़ी है। उन्हौंने कहा कि इस वर्ष भिण्ड, मुरैना, ग्वालियर में तो पर्याप्त बर्षा हुई है। लेकिन जबलपुर मंडला सहित  नर्मदा कैचमेट एरिया में वर्षा नहीं होने से, सरदार सरोवर, गांधी सागर और ओमकारेश्वर डैम खाली है इससे पन बिजली के उत्पादन में परेशानी आ रही है। फिर भी हमारा प्रयास रहेगा कि हम प्रदेश की जनता को पर्याप्त बिजली दें।

       इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने महिलाओं के  कल्याण के लिए संचालित कई योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि इन योजनाओ से सुदूर अंचलों में अधिक से अधिक प्रचार प्रसार किया जावे महिलायें एवं कन्यायें संचालित योजनाओं से लाभान्वित हो सकें ।

       इससे पूर्व सूर्या कंपनी के चेयर मैन श्री जयप्रकाश अग्रवाल ने मुख्यमंत्री की प्रशंशा करते हुए कहा कि प्रदेश के समुचित विकाश के लिए मुख्यमंत्री की सोच तारीफ योग्य है। मुख्यमंत्री ने उघोगों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रदेश में बहुत बड़ा कदम उठाया है। इसी जयप्रकाश ने कहा कि हमारा भी प्रयास है कि हम क्षेत्र में अधिक से अधिक उद्योग लगाकर यहां के लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराके प्रदेश की समृध्दि में सहयोग करें ।

       इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने फीता काटकर सी. एफ एल. यूनिट का शुभारंभ किया कंपनी के चेयर मैन श्री जयप्रकाश ने सी. एफ. एल. बल्ब और टयूब यूनिटों का अलवलोकन कराया तथा उनकी गुणवत्ता के संबंध में जानकारी दी।

कनैरा परियोजना  स्वीकृत

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह ने कहा कि भिण्ड जिले की लम्बित कनैरा सिंचाई परियोजना को स्वीकृति मिल गई है। योजना के शुभारंभ के लिए टेण्डर लगाने की कार्यवाही की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 13 अगस्त 08 को मैं स्वंय यहां आकर कनैरा परियोजना का शिलान्यास करूंगा । मुख्यमंत्री ने मौके पर सिंचाई परियोजनाओ में हो रही उल्लेखनीय वृध्दि के लिए जल संसाधन मंत्री अनूप मिश्रा की भूरि-भूरि प्रशंशा की ।

 

मुख्यमंत्री ने की निवेशकों से वन टू वन मीटिंग, जिज्ञासाओं का किया समाधान

मुख्यमंत्री ने की निवेशकों से वन टू वन मीटिंग, जिज्ञासाओं का किया समाधान

ग्वालियर 29 जुलाई 08 । इन्वेस्टर्स मीट के माध्यम से देश के बड़े उद्योगपतियों ने जिस प्रकार से ग्वायिलर- चंबल संभाग में निवेश करने की मंशा जताई और करोड़ों के करारनामे किये उनकी अपेक्षाओं पर खरा उतने में प्रदेश सरकार ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है । यह तथ्य ग्वालियर इन्वेस्टर्स मीट 2008 के उद्धाटन सत्र के पश्चात मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा ली गई निवेशकों की वन-टू-वन मीटिंग में उभर कर आया है ।

       स्वयं मुख्यमंत्री ने अलग-अलग समूह में वन-टू-वन मीटिंग में निवेशकर्ताओं की जिज्ञासाओं का समाधान किया और उन्हें हर संभव सहयोग प्रदान करने की बात कही । वहीं प्रदेश के उद्योग मंत्री श्री जयंत मलैया , मुख्य सचिव श्री राकेश साहनी, सचिव मुख्यमंत्री श्री इकबाल सिंह बैस, श्री अनुराग जैन सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने उद्योगपतियों को दी जाने वाली सुविधाओं, औद्योगिक क्षेत्र की संभावनाओं के साथ उनका मार्गदर्शन भी किया ।

       मुख्यमंत्री के साथ हुई वन-टू-वन मीटिंग में प्रमुख रूप से इस्पात इंडिया के उपाध्यक्ष श्री विनोद मित्तल, हीरो मोटर्स के श्री पंकज मुजार, नाहर ग्रुप के श्री दिनेश ओसवाल, जे.के. ग्रुप के श्री रघुपति सिंघानिया, ब्रिजस्टोन इंडिया के श्री एच.इकावा, मोजरवियर के श्री दीपक पुरी, वेली आयरन के श्री राकेश बिंदल, सांघी ग्रुप के श्री आलोक सांघी, एमएसपी ग्रुप के श्री मनीष अग्रवाल, रियोटिंटो के      डा. निक सेनापति एवं सुश्री स्टेफनी लोडर आदि प्रमुख थे ।

       वन-टून-वन मीटिंग में कृषि एव खाद्य प्रसंस्करण, काउंटर मेग्नेट सिटी, पर्यटन, आईटी, हेल्थ एज्यूकेशन, गैर-परम्परागत ऊर्जा और दिल्ली मुम्बई इंडस्ट्रियल कॉरीडोर पर निवेश की संभावनाओं को तलाश जाकर उसमें प्रदत्त की जाने वाली सहूलियतों से निवेशकों को अवगत कराया गया और उनकी जिज्ञासाओं का समाधान किया । इस समूह चर्चा में ग्वालियर चंबल के जनप्रतिनिधियों सहित विभागीय अधिकारी भी शामिल हुये ।

 

मुख्यमंत्री द्वारा बिड़ला अस्पताल में बाईपास सर्जरी व वाल्व रिप्लेसमेंट इकाई का शुभारंभ

मुख्यमंत्री द्वारा बिड़ला अस्पताल में बाईपास सर्जरी व वाल्व रिप्लेसमेंट इकाई का शुभारंभ

ग्वालियर 29 जुलाई 08 । प्रदेश में पूंजी निवेश के लिये अच्छी कार्यदशायें व सकारात्मक वातावरण निर्मित होने से जहां औद्योगिकीकरण में गति आई है वहीं स्वाथ्य सेवाओं जैसे रचनात्मक क्षेत्रों में तेजी से निवेश हो रहा है । इसी क्रम में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज ग्वालियर स्थित बिड़ला अस्पताल में नवनिर्मित बाईपास सर्जरी व वाल्व रिप्लेसमेंट इकाई का शुभारंभ किया । हृदय चिकित्स के क्षेत्र में ग्वालियर अचंल की यह पहली यूनिट है । ग्वालियर अंचल में हृदय चिकित्सा के लिये अत्याधुनिक यूनिट की जरूरत बड़े लम्बे समय से महसूस की जा रही है । इस यूनिट के शुरू होने से इस क्षेत्र में खासकर गरीब परिवारों को बड़ी राहत मिलेगी । अभी तक हृदय संबंधी सर्जरी क लिये यहां के लोगों नई दिल्ली तथा देश के अन्य बड़े शहरों में जाना पड़ता था ।

         मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान बिड़ला अस्पताल में शुरू हुईइस इकाई में हदृय चिकित्सा के लगाई गई मशीनें, चिकित्सा कक्ष व ऑपरेशन थियेटर आदि का जायजा भी लिया । उन्होंने इस अवसर पर कहा कि गरीब व दुखियों को सस्ती दर पर अच्छी स्वास्थ्य सेवायें मुहैया कराना ईश्वर की सच्ची सेवा है । बिड़ला अस्पताल प्रबंधन में ग्वालियर में हार्ट यूनिट स्थापित कर सराहनीय पहल की है । मुख्यमंत्री ने कहा हर लोक कल्याणकारी सरकार का भी दायित्व है कि आम गरीब आदमी को भी जरूरत के समय बिना कठिनाई के स्वास्थ्य सेवायें मिल जायें । प्रदेश सरकार इसी सोच के साथ काम कर रही है और गरीब परिवारों के हित में दीन दयाल अन्त्योदय उपचार योजना संचालित की है । साळा ही गरीब लोगों की गंभीर बीमारियों के इलाज के लिये राज्य बीमारी सहायता योजना भी प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही है । सरकार द्वारा मातृ एवं शिशु मृत्यु दर कम करने के लिये जननी सुरक्षा योजना भी संचालित की जा रही है ।

       मुख्यमंत्री के बिड़ला अस्पताल के भ्रमण के समय जल संसाधन मंत्री श्री अनूप मिश्रा, पंचायत एंव ग्रामीण विकास मंत्री श्री रूस्तम सिंह , महापौर श्री विवेक नारायण शेजवलकर, सांसद श्री राम लखन सिंह, विधायक श्री बृजेन्द्र तिवारी, व श्री ध्यानेन्द्र सिंह, सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे । इस मौके पर बिड़ला सवास्थ्य संस्था के ट्रस्टी श्री वीरेंद्र गंगवाल, श्री एस एस छापरिया, श्री वासुदेवडालमिया व श्री गिरधर हरलाल ने मुख्यमंत्री का पुष्पहारों से स्वागत किया ।

       कार्यक्रम का संचालन श्री भूपेन्द्र जैन ने किया । इस हार्ट यूनिट में सुप्रसिध्द हृदय रोग विशेषज्ञ डा. रविशंकर डालमिया, डा. माधव शिन्दे व डा. राजीव मोदी चिकित्सीय सेवायें प्रदान करेगे ।

 

बीस हजार करोड रूपये से बनेगा पॉवर इक्युपमैंट मेन्यूफैक्चरिंग हब, बारह करारनामे हुए 32 हजार करोड़ रूपये पूँजी निवेश के

बीस हजार करोड रूपये से बनेगा पॉवर इक्युपमैंट मेन्यूफैक्चरिंग हब, बारह करारनामे हुए 32 हजार करोड़ रूपये पूँजी निवेश के

ग्वालियर 29 जुलाई 08। ग्वालियर में आज शुरू हुई दो दिवसीय इन्वेस्टर्स मीट के शुभारंभ सत्र में सबसे बड़ा करारनामा दिल्ली की मेसर्स आई.एल.एंड एफ. एस इन्फास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड के साथ हआ । यह कंपनी प्रदेश के मालवा क्षेत्र में 20 हजार करोड़ रूपये के निवेश से पावर इक्यूपमेंट मेन्युफेक्चरिंग हब का निर्माण करेगी । उल्लेखनीय है कि आज जो 12 करारनामें हुये हैं उनमें से 32 हजार करोड़ रूपये के 11 करारनामे हैं जबकि एक करारनामा जापान एक्सर्नल ट्रेड आर्गनाइजेशन (जेट्रो) से किया गया है जो दिल्ली मुम्बई इंडस्ट्रियल कारीडोर में अधोसंरचना निर्माण संबंधी कार्य करेगी ।

       इन्वेस्टर्स मीट के पहले दिन किये गये 12 करारनामों में से 3 करारनामें सीमेंट इकाई के लिये हैं । प्रदेश में 2376 करोड़ रूपये की लागत से इन इकाईयों की स्थापना की जायेगी । दिल्ली की मेसर्स इस्पात प्रोजेक्ट्स लिमिटेड द्वारा पन्ना में 700 करोड़ रूपये की लागत से दो मिलियन टन क्षमता के सीमेंट प्लांट का पहला चरण निर्मित किया जायेगा । मेसर्स सूर्या रोशनी लिमिटेड द्वारा सतना में दो मिलियन टन का एक सीमेंट प्लांट लगाया जायेगा इसकी लागत 1076 करोड़ रूपये हैं। सीमेंट की तीसरी इकाई मुरैना जिले के कैलारस में लगाई जायेगी । मेसर्स सांघी इन्फ्रास्ट्रक्चर एमपी लिमिटेड द्वारा डेढ़ मिलियन टन प्रतिवर्ष क्षमता की सीमेंट इकाई और 30 मेगावाट केप्टिव पावर प्लांट लगाने के लिये 600 करोड़ रूपये का पूंजी निवेश किया जायेगा । मेसर्स हीरो एसोसियेट्स लिमिटेड द्वारा रायसेन जिले के ग्राम तामोट में एयरक्राफ्ट मैन्यूफेक्चर्स इकाई के लिये 500 करोड़ रूपये के एक करारनामे पर हस्ताक्षर किये गये हैं । इसी प्रकार रायसेन जिले के ही एक ग्राम सिमरिया में पॉलीफिल्म की इकाई के लिये मेसर्स नाहर पॉली फिल्म्स लिमिटेड भोपाल द्वारा 300 करोड़ रूपये का एक करारनामा किया गया है ।

       प्रदेश में मेसर्स भीलवाड़ा एनर्जी लिमिटेड द्वारा 7200 करोड़ रूपये के निवेश से 1500 मेगावाट का एक पावर प्लांट लगाया जायेगा । मेसर्स सुनील मंत्री रियलिटी लिमिटेड में काउन्टर मैग्नेट सिटी नैशनल कैपिटल रीजन में 1000 करोड् रूपये के इंटीग्रेटेड टाउनशिप के लिए एमओयू साइन किया है। ग्वालियर मे 105 करोड रूपये की लागत से 400 टन प्रतिदिन स्पंज आयरन और 32000 टन प्रतिदिन   बिलेटस क्षमता की एक इकाई मेसर्स मॉ साकाम्बरी स्टील लिमिटेड द्वारा लगाई जाएगी। ग्वालियर में ही जेटोफा प्लांटेशन एवं एनर्जी के लिए 450 करोड रूपये के एक करारनामे पर मेसर्स अन्नपूर्णा आई. टी एन. बायो एनर्जी लिमिटेड नई दिल्ली द्वारा दस्तखत किये गये है। प्रदेश में आई टी से संबंधित इन्फास्टक्चर करने के लिए 100 करोड रूपये का एक करारनामा मेसर्स क्यूलिप टेलीकॉम के साथ किया गया है।

 

ग्वालियर में मुख्यमंत्री का आत्मीय स्वागत

ग्वालियर में मुख्यमंत्री का आत्मीय स्वागत

ग्वालिर 29 जुलाई 08 । ग्वालियर इन्वेस्टर्स मीट में शामिल होने आये प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का आज ग्वालियर महाराजपुर विमानतल पर हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन किया गया । उनके साथ प्रदेश के जलसंसाधन मंत्री श्री अनूप मिश्रा , पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री रूस्तम सिंह ,  और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर भी आये । विमानतल पर मुख्यमंत्री का स्वागत नगरीय प्रशासन मंत्री श्री नरोत्तम मिश्र, राजस्व राज्य मंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाह,  महापौर श्री विवेक नारायण शेजवलकर , नगर निगम सभापति श्री बृजेन्द्र सिंह जादौन, अध्यक्ष बीज निगम श्री महेन्द्र सिंह, सांसद भिंड श्री रामलखन सिंह, विधायक सर्वश्री बृजेन्द्र तिवारी, ध्यानेन्द्र सिंह सहित संभागायुक्त डा कोमल सिंह, पुलिस महानिरीक्षक श्री देवेन्द्र सिंह सेंगर, पुलिस उपमहानिरीक्षक श्री आदर्श कटियार, कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी, पुलिस अधीक्षक श्री विजय कुमार सूर्यवंशी ने मुख्यमंत्री का सवागत किया ।

 

उद्योगपतियों द्वारा मुख्यमंत्री श्री चौहान तथा राज्य सरकार की सराहना

उद्योगपतियों द्वारा मुख्यमंत्री श्री चौहान तथा राज्य सरकार की सराहना

ग्वालियर 29 जुलाई 08 । ग्वालियर में आज  आयोजित इन्वेस्टर्स मीट के शुभारंभ सत्र में देश के लब्ध प्रतिष्ठ उद्योगपतियों ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान और राज्य सरकार की कार्यप्रणाली की तथा विकास के प्रतिबध्दता की भूरि-भूरि सराहना की ।

       जेके ग्रुप के उपाध्यक्ष श्री रघुपति सिंधानिया ने मध्यप्रदेश में इन्वेस्टर्स मीट की श्रंखला आयोजन करने के लिये मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को बधाई दी । उन्होंने कहा कि वे और उनका परिवार विगत 75 वर्षों से मध्यप्रदेश से जुड़ा है और उनके उद्योग ने यहां बहुत प्रगति की है । उन्होंने कहा कि हाल के कुछ वर्षों में मध्यप्रदेश की स्थितियों में काफी सुधार आया है जिसके चलते आने वाले कुछ वर्षों में मध्यप्रदेश देश का अग्रणी राज्य बन जायेगा । उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में देश का लाजिस्टिक हब बनने की पूरी क्षमता है । उन्होंने कहा कि ग्वालियर चंबल अंचल वायु, सड़क तथा रेल मार्ग से जुड़ा है और दिल्ली से निकट है तथा यहां औद्योगिक विकास बहुत संभवनायें हैं ।

       श्री सिंघानिया ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की विशेष पहल पर लागू की गई लाड़ली लक्ष्मी योजना की तारीफ करते हुये कहा कि इससे महिला सशक्तिकरण की दिशा में बहुत मदद मिलेगी ।

       ब्रिजस्टोन के श्री एच इकावा ने भी औद्योगिक विकास के प्रति मुख्यमंत्री की ललक की सराहना करते हुये कहा कि उनकी कंपनी जेट्रो 12 वर्षों में इन्दौर में सफलता पूर्वक कार्य कर रही है । उन्होंने कहा कि बीते कुछ वर्षों में मध्यप्रदेश में अधोसरंचना का जबरदस्त विकास हुआ है । राज्य सरकार ने उन्हें पूरी सहायता तथा समर्थन दिया है । उन्होंने कहा कि निवेश करने के लिये मध्यप्रदेश एक बहुत अच्छा स्थान है ।

       सूर्यारोशनी के सीएमडी श्री जे पी अग्रवाल ने कहा कि मध्यप्रदेश का वातावरण, यहां की सरकार तथा लोग अन्य अनेक प्रदेशों से बहुत अच्छे हैं । यहां हाल ही में सड़क, पानी और बिजली के क्षेत्र में काफी अच्छा काम हुआ है । उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी शीघ्र ही प्रदेश के विभिन्न भागों में अपनी और इकाईयां स्थापित करेगी । उन्होंने ट्रायफेक की कार्यप्रणाली की भी सराहना की । श्री अग्रवाल ने कहा कि उनकी कंपनी मध्यप्रदेश में 500 गांवों को गोद लेकर उनका विकास करेगी ।

       इस्पात इंडिया के उपाध्यक्ष श्री विनोद मित्तल ने कहा कि वे पहली बार मध्यप्रदेश आये हैं और उन्हें यह जानकार बड़ा आश्चर्य हुआ कि यहां औद्योगिक क्षेत्र में निवेश की अपार लाभकारी संभावनायें मौजूद हैं । उन्होंने कहा कि वे प्रदेश में निवेश करेंगे जिसके लिये पिछले ही महीने यहां एक कार्यालय स्थापित कर दिया है ।

       वीडिओकोन के चेयरमेन श्री व्ही एन धूत ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान के पास मध्यप्रदेश के विकास को लेकर एक समग्र और व्यापक दृष्टि है । मध्यप्रदेश में बीते कुछ वर्षों में देश का अग्रणी राज्य बनने की पूरी संभावनायें मौजूद हैं । उन्होंने कहा कि देश ही नहीं बल्कि दुनिया के विकास में मध्यप्रदेश निश्चित ही महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा।  उन्होंने मध्यप्रदेश की उद्योग नीति की भी सराहना की ।

       जिंदल आयरन एंड स्टील के चेयरमेन श्री सज्जन जिंदल ने उद्योग के क्षेत्र में मध्यप्रदेश सरकार द्वारा की गई पह की सराहना करते हुये कहा कि इनके फलस्वरूप मध्यप्रदेश एक अगुआ राज्य बन गया है । बहुत जल्दी अपनी प्राकृतिक संपदाओं का वैज्ञानिक दोहर कर यह देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बन जायेगा । उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की क्षमताओं का अभी तक पूरी तक विकास नहीं हुआ है लेकिन शीघ्र ही यह हो जायेगा । उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र में निवेश की काफी संभावनायें हैं ।

ग्वालियर का स्वर्णिम औद्योगिक अतीत लौटाया जायेगा,मुख्यमंत्री द्वारा ग्वालियर जिले को 'सी' श्रेणी में शामिल करने की घोषणा, इन्वेस्टर्स मीट के शुभारंभ समारोह में 32 हजार करोड़ के 12 करारनामे

ग्वालियर का स्वर्णिम औद्योगिक अतीत लौटाया जायेगा,मुख्यमंत्री द्वारा ग्वालियर जिले को 'सी' श्रेणी में शामिल करने की घोषणा, इन्वेस्टर्स मीट के शुभारंभ समारोह में 32 हजार करोड़ के 12 करारनामे

 

ग्वालियर 29 जुलाई 08 । मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज यहां ग्वालियर इन्वेस्टर्स मीट का शुभारंभ करते हुए कहा कि ग्वालियर का खोया हुआ स्वर्णिम औद्योगिक अतीत लौटाया जायेगा । इस अवसर पर उन्होंने ग्वालियर अंचल के तीव्र औद्योगिक विकास के लिये जिले को सी श्रेणी में शामिल करने की  घोषणा की । मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्वालियर अंचल के उद्योगपतियों की सुविधा के लिये उद्योग मित्र योजना की अवधि 6 माह और बढ़ाने की घोषणा की । इन्वेस्टर्स मीट के शुभारंभ सत्र में कुल 12 करारनामे किये गये जिसमें से 11 करारनामों के तहत 32,000 करोड़  निवेश किया जायेगा । इसके अलावा जापान की जापान एक्सटर्नल ट्रेड ऑर्गनाइजेशन (जेट्रो)ने दिल्ली मुम्बई इंडस्ट्रियल कारीडोर संबंधी करारनामा किया गया।

       शुभारंभ अवसर पर उद्योगमंत्री श्री जयंत मलैया, जलसंसाधन मंत्री अनूप मिश्रा, नगरीय निकाय मंत्री श्री नरोत्तम मिश्र, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री रूस्तम सिंह, राजस्व राज्य मंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाह, सासंद श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया, पूर्व  मंत्री एवं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, महापौर श्री विवेक नारायण शेजवलकर , विधायक श्री ध्यानेन्द्र सिंह, मध्यप्रदेश लघु उद्योग निगम के अध्यक्ष श्री विपिन दीक्षित,मुख्य सचिव श्री राकेश साहनी, प्रमुख उद्योगपति श्री वी एन धूत, श्री रघुपति सिंधानिया, श्री निक सेनापति, श्री सज्जन जिंदल, श्री विनोद मित्तल, श्री पंकज मुंजाल, श्री एच आईकवा तथा अन्य अद्योगपति उपस्थित थे ।

       शुभारंभ समारोह को संबोधित करते हुये मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश की विशिष्टताओं , विलक्षणताओं, प्रचुर खनिज संपदा, भरपूर प्राकृतिक सौदर्य, समृध्द पुरासम्पदा का जिक्र करते हुये कहा कि दिल्ली भले ही देश की राजधानी हो, देश का दिल तो मध्यप्रदेश ही है । उन्होंने कहा कि इतने धनी मध्यप्रदेश को कुछ वर्ष पहले तक औद्योगिक दृष्टि से पिछड़ा हुआ माना जाता था । मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश को विकसित और समृध्द बनाना हमारा संकल्प है और इसका रास्ता उद्योग और व्यापार से होकर गुजरता है ।श्री चौहान ने कहा कि पिछले चार-साढ़े चार वर्षों में प्रदेश में अधोसंरचना विकास पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया गया है । इस दौरान उच्च श्रेणी की 40 हजार किमी सड़कें बनाई गई हैं।  बिजली के मामले में मध्यप्रदेश की स्थिति अनेक राज्यों से बेहतर है।  विद्युत उत्पादन क्षमता में 2950 मेगावाट की वृध्दि की गई है और 13 लाख हेक्टेयर अतिरिक्त क्षेत्र में सिंचाई सुविधा निर्मित की गई है । पारम्परिक खेती से हटकर नये तौर-तरीके अपनाये गये हैं । प्रदेश में उद्योगों की स्थापना के लिये सबसे जरूरी शांति और व्यवस्था है । मध्यप्रदेश शांति का टापू है ।

       मुख्यमंत्री ने कहा कि इन्वेस्टर्स मीट हमारे लिये महज राजनीतिक कर्मकांड नहीं है । हमने इसे पूरी गंभीरता से लिया है । इन्वेस्टर्स मीट का आयोजन हमारे औद्योगिक विकास के दृढ़ संकल्प का प्रतीक है । करारनामे हमारे लिये कागज का टुकड़ा नहीं है । प्रदेश में हुई पिछली इन्वेस्टर्स मीट के सभी करारनामों को वास्तविकता के धरातल पर साकार करने के लिये प्रतिबध्द हैं । निरंतर समीक्षा और चौकस निगरानी का ही सुफल है कि 2 लाख 77 हजार करोड़ के 241 करारनामों में से 95 प्रतिशत करारनामों पर प्रारंभिक कार्यवाही शुरू हो चकी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने उद्योगपतियों और निवेशकों के साथ मित्रों जैसा रिश्ता बनाने के लिये इन्वेस्टमेंट फेसिलिटेशन बिल पारित कराया है । इन्दौर एसईजेड अधिनियम 2003 में संशोधन कर इसे पूरे प्रदेश में लागू किया गया है ।

       मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्वालियर अंचल की पूर्ण अनुकूल भौगोलिक स्थिति का उल्लेख करते हुये कहा कि ग्वालियर सड़क, रेल और वायुमार्ग से सीधे जुड़ा हुआ है और देश की राजधानी दिल्ली से निकट भी है । इस लिहाज से यहां औद्योगिक क्षेत्र में निवेश करना फायदेमंद है । निवेशक यहां पूंजी लगाकर स्वयं लाभ कमाने के साथ-साथ प्रदेश के विकास में भी हाथ बंटा सकते हैं। उन्होंने कहा कि अब चंबल के बीहड़ों में डाकुओं की नहीं जेट्रोफा की फसल होगी । उन्होंने निवेशकों से ग्वालियर अंचल में टेक्सटाइल क्षेत्र, खाद्य प्रसंस्करण इकाईयों और रियल स्टेट के क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा निवेश करने का आग्रह किया ।

       उद्योगमंत्री श्री जयंत मलैया ने कहा कि प्रदेश को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने की मुहिम में इन्वेस्टर्स मीट का आयोजन एक महत्वपूर्ण कड़ी है । उन्होंने कहा कि यह मीट ग्वालियर संभाग के विकास में नये आयाम स्थापित करेगी। उद्योग मंत्री ने कहा कि कुछ समय पहले तक उद्योगों के मामले में पिछड़े कहे जाने वाले प्रदेश में आज औद्योगिक निवेश का एक साकारात्मक वातावरण निर्मित हुआ है । उन्होंने कहा कि प्रदेश में उद्योगों को बढ़ाने के लिये उद्योग हितेषी नीति बनाई गई है जिसमें समय-समय पर संशोधन कर उसे और उदार बनाया गया है , जिससे देश और दुनिया के उद्योगपति मध्यप्रदेश में निवेश करने के लिये आकर्षित हुये हैं और प्रदेश आदर्श डेस्टिनेशन के रूप में उभर कर सामने आया है।

       श्री मलैया ने कहा कि ग्वालियर संभाग के औद्योगिकरण और निर्यात के संवर्ध्दन के लिये उत्कृष्ट किस्म की अधोसंरचना विकसित की जायेगी । उन्होंने कहा कि दिल्ली पर बढ़ते हुये जनसंख्या के दबाव और दिल्ली के बाद सर्वसुविधाओंयुक्त शहर होने के कारण ग्वालियर में वीपीओ सेवाओं के विस्तार की काफी संभावनायें हैं।  इसी लिहाज से ग्वालियर पॉटरीज की साढ़े सात एकड़ में हेबीटेट सेंटर की स्थापना की जा रही है , जिसमें बड़ी संख्या में युवाओं को रोजगार मिलेगा ।

       शुभारंभ समारोह को प्रमुख सचिव श्री सत्यप्रकाश ने भी संबोधित किया । प्रबंधक संचालक मध्यप्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम एवं ट्रायफेक श्री प्रवीण गर्ग ने पावर पाइंट प्रजेटेंशन के माध्यम से प्रदेश की औद्योगिक संभावनाओं को निवेशकों के सामने प्रस्तुत किये । इस अवसर पर प्रदेश के औद्योगिकरण पर एक लघु फिल्म का भी प्रदर्शन किया गया । समारोह में उपस्थित प्रतिष्ठित उद्योगपतियों ने मध्यप्रदेश पर अपने विचार और अनुभव भी प्रस्तुत किये ।

       उल्लेखनीय है कि शुभारंभ सत्र में जो करारनामे किये गये हैं उनमें से 2855 करोड़ के करारनामे ग्वालियर अंचल के लिये हैं । ग्वालियर अंचल में 1300 करोड़ के निवेश से दो सीमेंट उद्योग, एक हजार करोड़ रूपये से एक रियल स्टेट इकाई, 105 करोड़ रूपये की एक स्पंज आयरन इकाई और 450 करोड़ रूपये की एक बायो एनर्जी इकाई लगाई जायेगी ।

       समारोह का शुभारंभ मध्यप्रदेश गान ''जय-जय मध्यप्रदेश'' से हुआ ।

 

हास्‍य/व्‍यंग्‍य जहँ जहँ चरण पड़े सन्‍तन के, तहँ तहँ बंटाढार भये...... नरेन्‍द्र सिंह तोमर ''आनन्‍द''

हास्‍य/व्‍यंग्‍य

जहँ जहँ चरण पड़े सन्‍तन के, तहँ तहँ बंटाढार भये......

नरेन्‍द्र सिंह तोमर ''आनन्‍द''

गोया किस्‍मत को किसी से दुश्‍मनी हो तो क्‍या कहिये । अपने मुरैना पुलिस में एक मंझले सिपाही (हमारे लालू प्रसाद जी सी.एस.पी. कों मंझला सिपाही बोला करते हैं) के न जाने दिन खोटे हैं, कि न जाने ग्रह हाथ धो कर या नहा धो कर उनके पीछे पड़ गये हैं ।

हमारे मंझले सिपाही की मेष राशि है, और मेष राशि में इन दिनों भारी उथलपुथल मची है । मेष राशि वाले अशोक अर्गल ने मेष राशि वाले ठाकुर अमर सिंह से पंगा ले लिया ।

अर्गल को मुरैना आना था, कैसे नहीं आते उनका घर जो दत्‍तपुरा में ठहरा । हमारे कलेक्‍टर साहब ने आफ्टर उपद्रव ठोक ठोक (क्‍या ठोका ये न पूछिये) के कहा कि अरे भाई उनका घर है घर भी नहीं आने दोगे क्‍या ।

टी.आई. के.डी.सोनकिया ने भी जम कर ठोक पीट (क्‍या ठोका पीटा ये न पूछिये) कर कहा ठोक दो सालों पर, हरामजादों पर मामले, इतना भीतर डाल दो कि साले जनम भर याद करें, करो भीतर निकलने नहीं चाहिये बाहर ।

अब भईया अर्गल तो भभ्‍भर मचा आया दिल्‍ली में, हमने भी देखा था टी.वी. पर कइसा नोट लहरा रहा था, इण्‍टरनेशनल हस्‍ती बन रहा था, सरकार गिरा रहा था । पठ्ठे ने ऐसे नोट हवा में उछाले थे जैसे ससुरे एक करोड़ नहीं एक एक के सौ नोट हों, अइसे फेंक आया संसद में जैसे ऐसे और इजने नोटों का तकिया तो उसके नौकर भी नहीं लगाते हों ।

अर्गल पर उस बखत पूरे मुरैना को भयंकर गुस्‍सा आया, लोग बोले, जे तो पगलियाय गयो (ये तो पागल हो गया है) जे तो नोट ऐसे दिखाय रहो है जैसे पैसा कछू होतुई नानें (ये तो नोट इस तरह दिखा रहा है जैसे पैसा कुछ होता ही नहीं ) झां सारो सौ सौ पचास पचास कें काजें मत्‍तो, अब जि करोड़नि फेंकवे चिपटो ऐ । अये ला हमनिई दे दे, अये जा में ते दस लाखई दे दे तो हम तर जागें, अये पागल मुरैना लिआ दस बीसनि के भले हें जागें ।

खैर ये तो '' सीन ऑफ इवेण्‍ट जस्‍ट हैपन्‍ड'' था ।

पर अर्गल दिल्‍ली में क्‍या कर आये, ये उतना महत्‍वपूर्ण नहीं था, खास बात थी कि अब चम्‍बल में क्‍या करेंगें ।

चम्‍बल में जल्‍दी ही अर्गल आउट ऑफ डेट यानि एक्‍सपायर्ड डेट की दवा बन जायेगें । दर असल अर्गल रिजर्व कोटे के हैं, वे बकाया दोंनों भी रिजर्व कोटे से आते हैं जो अर्गल काण्‍ड में शामिल थे । और अब इनकी सीटें नये परिसीमन में खत्‍म होकर सामान्‍य हों गयीं हैं । अब ये अपने अंतिम कार्यकाल की अंतिम घडि़यां गिन रहे हैं । वह तो भला हो यूपीए सरकार का कि इन एक्‍सपायर हो रहे सांसद महोदय के संसदीय दिये में तेल डाल कर कुछ और दिनों का जीवन दान दे दिया वरना अब तक तो एक्‍स्‍पायर हो चुके होते । और अंतकाल प्राप्‍त सांसद सूची में दर्ज हो गये होते ।

पर ये भी उतना महत्‍वपूर्ण नहीं था कि अर्गल का करेंगें । महत्‍वपूर्ण था कि अर्गल मुरैना आयेंगें तो का होगा ।

लोग अर्गल को पूजेंगें कि पन्हियायेंगें । ये टेंशन तो सबको ही खाये जा रहा था । ऊपर से अर्गल की अगवानी के लिये कांग्रेस ने मुँह काला करने का और समाजवादी वालों ने जूतों से मारने का ऐलान करके इस टेंशन का ब्‍लडप्रेशर बहुत हाई कर दिया था । शहर को टेंशन, जिले को टेंशन, चम्‍बल को टेंशन, म.प्र. को टेंशन, प्रशासन को टेंशन, पुलिस को टेंशन, और पत्रकारों को वैसे ही चौबीस घण्‍टे टेंशन रहता है अबकी बार फिर टेंशन ।

टेंशन में टेंशन तब ज्‍यादा हो गया जब मुरैना के मंझले सिपाही को उसी के उसी दिन चार्ज दिलाया गया, अब कहावत है कि जहँ जहँ चरण पड़े सन्‍तन के..... इधर मंझले सिपाही ने चार्ज लिया उधर अर्गल का आगमन हो गया ।

पहले पहाड़गढ़ में पंगा कर आये थे, ठाकुरों के दुश्‍मन नंबर एक हैं, ठाकुर नजर आते ही मंझले सिपाही की ऑंखों में खून खौल जाता है, और उसका एनकाउण्‍टर ठोक देते हैं, ठाकुर तो समूची सरकार के ही दुश्‍मन हैं, एक दिन पहले चम्‍बल से सारे ठाकुर अफसर और कर्मचारी हटा दिये गये,बाद बकाया सस्‍पैण्‍ड कर डाले, दूसरे दिन ही तीन दर्जन ठाकुरों (तंवरघारीयों) को जिला बदर की सूची निकाल डाली, सो ठाकुर विरोधीयों को तो चार्ज ए बादशाही होना ही थी, यह हैरत की बात नहीं थी । हैरत की बात ये थी कि पठ्ठे ने चार्ज लिया और पंगा भी हुआ और दंगा भी ।

कांग्रेस में जितने भी ठाकुर थे सबके खिलाफ आनन फानन में अपराध भी दर्ज कर दिये । मजे की बात ये कि सबमें अधिकांश लगभग 90 फीसदी ठाकुर ही मुल्जिम बने ।

शहर कोतवाल साहब पहले से ही ठाकुरों के दुश्‍मन थे अब मंझले सिपाही भी ठाकुरों के दुश्‍मन तो जो होना था, अगर शिल्‍पा शेट्टी की सभ्‍य भाषा में कहें तो '' जरा ज्‍यादा ही हो गया ''

पर हमारे मंझले सिपाही का कोई पैर तो देखो, साला कई महीनों से भारी चल रहा है, उनका पॉव भारी होना पूरे पुलिस डिपार्टमेण्‍ट के लिये मुसीबत बन गया है, वे जहॉं भी पॉंव धरते हैं पंगा और दंगा अपने आप ही हो जाता है । बेचारे इतने समय से बगैर नहाये धोये, बगैर मंजन अंजन के घूम रहे हैं कोई तो इलाज बताईये ।