शनिवार, 19 जुलाई 2008

अटल सागर परियोजना से बदलेगी चार जिलों की तस्वीर और तकदीर -मुख्यमंत्री श्री चौहान

अटल सागर परियोजना से बदलेगी चार जिलों की तस्वीर और तकदीर -मुख्यमंत्री श्री चौहान

मुख्यमंत्री ने किया लोकार्पण

शिवपुरी 18 जुलाई 2008

      प्रदेश में चहुंमुखी विकास के साथ-साथ बिजली,सडक और सिंचाई के क्षेत्र में जो कार्य पिछले साढ़ेचार वर्षों में हुये हैं,उतने कार्य प्रदेश के इतिहास में कभी नहीं हुये। किसानों के खेतों में पानी पहुंचाने के लिये 134 सिचाई योजनाओं को पूरा किया गया है,जिसमें से शिवपुरी जिले की सिंध परियोजना भी एक है। इस नवनिर्मित अटल सागर (मड़ीखेड़ा बांध) परियोजना से ग्वालियर-चम्बल सम्भाग के चार जिलों की तस्वीर और तकदीर बदल जायेगी।

      मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान आज शुक्रवार को गुरूपूर्णिमा के दिन शिवपुरी जिला मुख्यालय से 38 किलोमीटर दूर नरवर तहसील में निर्मित अटल सागर बांध का लोकार्पण कर,आम सभा को सम्बोधित कर रहे थे। लोकार्पण्ा समारोह की अध्यक्षता प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने की। इस अवसर पर प्रदेश के जलसंसाधन, उच्च शिक्षा एवं जनशिकायत निवारण तथा शिवपुरी जिले के प्रभारी मंत्री श्री अनूप मिश्रा,स्वास्थ्य,चिकित्सा शिक्षा एवं ऊर्जा मंत्री डॉ.गौरीशंकर शेजवार, बीज निगम के उपाध्यक्ष श्री रणवीर सिंह रावत,कोलारस क्षेत्र के विधायक श्री ओमप्रकाश खटीक,पोहरी के श्री हरीबल्लभ शुक्ला विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थै।

      शिवपुरी जिले की बहुप्रतीक्षित मड़ी खेड़ा परियोजना के लोकार्पण करते हुये मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जिले की जनता ने 30 वर्ष पूर्व जो सपना देखा था, वह आज साकार हुआ है। प्रदेश सरकार ने पिछले चार वर्षों में लगातार प्रयत्न कर अटल सागर डेम को पूरा करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। जलसंसाधन मंत्री श्री अनूप मिश्रा ने भी पूरी लगन से इस परियोजना को अमली जामा पहनाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों के सूखे खेतों की प्यास बुझाना उनकी पहली प्राथमिकता थी। इस दिशा में पूरे प्रदेश में अनेक सिचाई योजनाओें का कार्य प्रारम्भ किया गया, जो अनवरत जारी है। प्रदेश में पिछले चार वर्षों में सिचाई योजनाओं के माध्यम से 30 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिचाई क्षमता बढ़ाई गई। अटल सागर परियोजना से शिवपुरी,दतिया,ग्वालियर और भिंड जिले के 453 ग्रामों में 1 लाख 62 हजार 10 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा का विस्तार होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि जब 2982 मेगावाट विद्युत क्षमता में वृध्दि की गई है। विभिन्न परियोजनाओं को पूर्ण करते हुये विद्युत उत्पादन को बढ़ाया गया और प्रदेश की जनता को सहज विद्युत प्रदाय करने के लिये आवश्यकता अनुसार बिजली अन्य प्रातों से क्रय भी की गई है। उन्होंने केन्द्र सरकार पर पक्षपात का आरोप लगाते हुये कहा कि मध्यप्रदेश को मिलने बाली बिजली, कोयला और सार्वजनिक वितरण प्रणाली के गेंहूं आवंटन में बड़ी कटोती की गई है, इसके बाबजूद भी प्रदेश वासियों को पहले से बेहतर सुविधायें दी गई है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश को विकसित एवं समृध्द राज्य बनाने के जिस संकल्प को लेकर प्रदेश सरकार कार्य कर रही है, उसमें समाज के सभी वर्गो की सकारात्मक सोच बहुत जरूरी है। गरीबो किसानो, और विशेष रूप से महिलाओं के उत्थान के लिए शासन ने अनेक योजनाएं देकर उनका सफल क्रियानवयन भी सुनिश्चित किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास की अवधारणा को लेकर जनहित में किए जा रहे कार्यो से सफल परिणाम भी सामने आए है। उन्होंने बताया कि म.प्र. की सरकार ने गरीबो को तीन रू. किलो गेह और साढ़े चार रूपये किलो चावल देने का निर्णय लिया है। इसके लिये मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना गत अप्रैल माह से पूरे प्रदेश मं लागू की गई है। जो सुचारू रूप से जारी है। साथ ही किसानो के हित में निर्णय लेते हुए अनेक सहूलियतें प्रदान की है। जिससे कृषि के क्षेत्र में लागत कम हो सके और उत्पादन वढ़ सके । उन्होने बताया कि किसानों के बिजली बिल माफ करना, 5 प्रतिशत दर पर खाद बीज के लिए ऋण उपलब्ध कराना, विद्युत की दरों में कमी करना और किसानों के खेतों में तालाब निर्माण कूप एवं नलकूप खनन के लिए अनुदान की व्यवस्थायें सुनिश्चित की गई है । इसके साथ ही म.प्र. देश का ऐसा पहला राज्य है, जहां किसानों का गेंहूं समर्थन मूल्य पर 1100 रु. प्रति क्ंविटल खरीदा है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मुख्यमंत्री मजदूर सुरक्षा योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, लाडली लक्ष्मी योजना, गांव की बेटी योजनाओं का हवाला देते हुए कहा कि प्रदेश  में जन्म लेने वाली प्रत्येक बेटी के भविष्य को हमारी सरकार संवार रही है। जन्म लेने से लेकर उसकी शिक्षा और विवाह की जिम्मेदारी हमने उठाई है। बेटी को बरदान बनाने वाली, इन योजनाओं से न केवल लड़कियों का अपितु प्रदेश का भी विकास होगा। सभी लडकियों को शिक्षा के समान अवसर प्रदान कर, उनकी प्रगति को प्रोत्साहित किया जावेगा। समारोह में मुख्यमंत्री ने लाड़ली लक्ष्मी योजना अंतर्गत 5, राष्ट्रीय परिवार सहायता योजनांतर्गत 2 और मुख्यमंत्री मजदूर सुरक्षा योजनार्न्तगत 3 हितग्राहियों को राशि के चैक/राष्ट्रीय बचतपत्र और दो छात्राओं को निशुल्क पाठय पुस्तकें और गणवेश वितरित किये। कार्यक्रम में श्री हरि उपमन्यु द्वारा लिखित पुस्तक ''सिंध के तीर पर नया विहान'' का विमोचन मुख्यमंत्री द्वारा किया गया।

समारोह की अध्यक्षता कर रहे प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तौमर ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में प्रदेश में विकास के उच्च आयाम प्राप्त किये हैं। अटलसागर बांध की परियोजना पूर्व में भाजपा के काल में तैयार कर शुरू की गई थी और आज मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में जलसंसाधन मंत्री श्री अनूप मिश्रा के अथक प्रयासों से इसका कार्य पूर्ण कराया है। किसानों की पीड़ा,दु:ख दर्द का अहसास लेकर मुख्यमंत्री ने किसानों की माली हालत सुधारने के लिये अनेक योजनायें चलाई। इन योजनाओं के माध्यम से खेती को लाभ का धंधा बनाया जा रहा है। इसके साथ ही प्रदेश सरकार गरीबों के आंसू पोंछ कर उन्हें अनेक सुविधायें मुहैया करा रही है,ताकि वे विकास की मुख्य धारा से जुड़ सकें।

जलसंसाधन विभाग के मंत्री एवं शिवपुरी जिले के प्रभारी मंत्री श्री अनूप मिश्रा ने कहा कि किसानों के हितैषी प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सिंचाई संसाधनों को बढ़ाने के लिये जल संसाधन विभाग का बजट 455 करोड़ रूपये से बढ़ा कर 29 सौ करोड़ किया गया है। इसी से प्रदेश की लम्बित सिंचाई योजना को पूर्ण करने मेंं आसानी हुई। किसानों के चैहरों पर खुशहाली लाने के लिये जो सपने देखे गये उन्हें साकार किया गया। प्रदेश सरकार हर किसान के खेत में पानी पहुंचाने का कार्य कर रही है।

  प्रभारी मंत्री ने बताया कि अटल सागर परियोजना से शिवपुरी सहित चार जिलों की 01 लाख 62 हजार हैक्टेयर क्षेत्र में सिचाई हो सकेगी। इस योजना से शिवपुरी जिले के 157 गांव, ग्वालियर जिले के 193, दतिया जिले के 31, और भिण्ड जिले के 72 गांवो को मिलाकर 453 गांवो के किसानों को सिचाई सुविधा का लाभ मिलेगा।योजना के तहत पक्काबांध 577.83 मीटर एवं मिट्टी बांध 483.77 मीटर का बनाया गया है। मड़ीखेड़ा बांध के डूब क्षेत्र में कुल 5674.91 हेक्टेयर भूमि आती है। जिसमें राजस्व भूमि,निजी भूमि एवं वनभूमि क्रमश: 1078.04 हेक्टेयर,1544.87 हेक्टेयर और 3050 हेक्टेयर शामिल है। इस बांध के क्षेत्र से 1215 परिवार विस्थापित किये गये हैं। जिन्हें विभिन्न प्रकार की सुविधायें दी गई है।

प्रदेश के स्वास्थ्य,चिकित्सा शिक्षा एवं ऊर्जा मंत्री डॉ.गौरीशंकर शेजवार ने इस अवसर पर कहा कि सिंध परियोजना से 60 मेगावाट की जल विद्युत क्षमता के विद्युत ग्रह से लगभग 14 करोड़ रूपये की विजली का उत्पादन प्रतिवर्ष होगा। जिससे क्षेत्र में पैक पावर की उपलब्धता होगी। साथ ही वर्तमान दरों पर इस विद्युत परियोजना से 42 करोड़ रूपये के राजस्व की प्राप्ती होगी। उन्हाेंने कहा कि बहुउध्देशीय मड़ी खेड़ा परियोजना से सिंचाई के लिये पानी मिलेगा वहीं कई क्षेत्रों की पेय जल समस्या का स्थाई निदान होने के साथ विद्युत का उत्पादन भी होगा । इस बहुउपयोगी परियोजना 20-20 मेगावाट की तीन यूनिट स्थापित की गई हैं। जिसका लोकार्पण आज मुख्यमंत्री के द्वारा किया गया है। श्री शेजवार ने कहा कि मध्यप्रदेश को विद्युत के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के जो प्रयास हुये उससे 2982 मेगावाट क्षमता में वृध्दि हुई है। प्रदेश में 38 प्रतिशत विद्युत प्रदाय वढ़ाया गया है। प्राईवेट सेक्टर में भी विद्युत उत्पादन के प्रोजेक्ट प्रदेश सरकार ने साइन किये हैं। उन्होंने कहा कि लगभग 05 वर्ष पूर्व प्रदेश में विद्युत उत्पादन एवं वितरण के जो हालात थे। उनमें व्यापक सुधार करते हुये बेैहतर स्थित निर्मित की गई है।

बीज निगम के उपाध्यक्ष श्री रणवीर सिंह रावत ने स्वागत भाषण देते हुये कहा कि अटल सागर से ग्वालियर चम्बल सम्भाग के चार जिलों के विकास के द्वारा खुलेंगे। इस अवसर पर पूर्व विधायक सर्वश्री गणेश गौतम,भैया साहब लोधी,कामता प्रसाद बेमटे,दामोदर प्रसाद शर्मा,भाजपा जिला अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक श्री देवेन्द्र जैन,उपाध्यक्ष श्री शब्बीर खां,महामंत्री श्री जगराम सिंह,ओमीगुरू, प्रदेश मंत्री श्री धैर्यवर्धन शर्मा,महिला मोर्चा की अध्यक्ष श्रीमती मंजुला जैन,मंडल अध्यक्ष श्री अनुराग अस्ठाना,जिला पंचायत के उपाध्यक्ष श्री गगन खटीक सहित जलसंसाधन विभाग के प्रमुख सचिव श्री अरविंद जोशी, प्रोजेक्ट डायरेक्टर श्री पी.के.तिवारी, ग्वालियर सम्भाग के कमिश्नर डॉ.कोमल सिंह,आई.जी.श्री सेंगर, कलेक्टर श्री मनीष श्रीवातव, पुलिस अधीक्षक श्री डी.सी.शर्मा, जिला पंचायत के मुख्यकार्यपालन अधिकारी श्री आर.के.मिश्रा, जलसंसाधन विभाग के मुख्य अभियंता श्री एच.डी.जोशी एवं श्री राजन श्रीवस्तव,अधीक्षण्ा यंत्री श्री पी.एन. नायक,कार्यपालन यंत्री श्री घनश्याम उपाध्याय एवं श्री एम.आर.शर्मा वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी उपस्थित थे। अंत में मुख्यमंत्री सहित समारोह के सभी अतिथियों को प्रतीक चिन्ह भेंट किये गये। आभार कोलारस विधायक श्री ओमप्रकाश खटीक ने माना।

 

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