मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने हरसी उच्चस्तरीय नहर प्रणाली की आधारशिला रखी
चीनोर को तहसील का दर्जा
ग्वालियर,18जुलाई 08 । मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज बहुप्रतीक्षित हरसी उच्च स्तरीय नहर प्रणाली की आधार शिला रखी । कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने की । ग्वालियर एवं भिण्ड जिले के 238 ग्रामों के हजारों किसान बड़ी शिद्दत से इस सिंचाई परियोजना की प्रतीक्षा कर रहे थे । तकरीबन 635 करोड़ रूपये लागत की हरसी उच्च स्तरीय नहर परियोजना के पूर्ण होने पर 45 हजार हेक्टेयर से अधिक कृषि भूमि सिंचित होगी और इस क्षेत्र में प्रगति के नये द्वार खुलेंगे । ग्वालियर जिले की जनपद भितरवार के अन्तर्गत ग्राम करहिया में आयोजित हुए परियोजना के शिलान्यास समारोह में जल संसाधन मंत्री श्री अनूप मिश्रा,ऊर्जा मंत्री श्री गौरीशंकर शेजवार, तोमर,नगरीय विकास मंत्री डा नरोत्तम मिश्र, विधायकगण सर्व ध्यानेन्द्र सिंह, बृजेन्द्र तिवारी, कमलापत आर्य अध्यक्ष मध्यप्रदेश बीज निगम श्री महेन्द्र सिंह यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती धन्नो बाई , साडा अध्यक्ष श्री जय सिंह कुशवाह, गौ संवर्धन बोर्ड के उपाध्यक्ष श्री पद्म बरैया, भारतीय जनता पार्टी के जिला ग्रामीण अध्यक्ष श्री बज्जर सिंह गुर्जर तथा अन्य जन प्रतिनिधि व संबंधित अधिकारी मौजूद थे ।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्थानीय विधायक की मांग पर चीनोर को तहसील बनाये जाने की घोषणा की तथा अगले शिक्षण सत्र से भितरवार में महाविद्यालय स्थापित करने का भी मंच से वादा किया । मुख्यमंत्री ने महत्ती जनता से मुखतिब होते हुये कहा कि हरसी उच्च स्तरीय नहर जिसकी आधार शिला आज रखी जा रही है का निर्माण पूरा होने पर इस सिंचाई विहीन खाकी क्षेत्र को हरियाली में तब्दील कर देगी । उन्होंने कहा कि इस नहर के बनने पर न केवल क्षेत्र की तस्वीर बदलेगी अपितु यह योजना यहां रहने वाले वाले हर नागरिक की तकदीर भी बदलने में सहायक सिध्द होगी । किसानों के जीवन में खुशहाली आवेगी और क्षेत्र के युवा भी कुंआरे नहीं रहेंगें । मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि उनकी सरकार किसानों और गरीबों की सरकार है जो निरंतर उनकी बेहतरी की दिशा में काम कर रही है । मुख्यमंत्री ने परिवार सहायता योजना के तहत प्रभावित परिवारों को 10-10 हजार रूपये की सहायता राशि के चेक वितरित किये तथा लाड़ली लक्ष्मी योजना की हितग्राहियों को 6-6 हजार रूपये के बचत पत्र सौंपे जो इन बालिकाओं की 18 वर्ष आयु होने पर एक लाख 30 हजार रूपये कन्याधन का आकार लेंगें ।
मुख्यमंत्री ने श्रमिक कल्याण योजनाओं की विस्तार से चर्चा की तथा सभी पात्र हितग्राहियों को आगे आकर इन योजनाओं का लाभ उठाने की भी अपील की ।
मध्यप्रदेश में औद्योगीकरण की दिशा में चलाई जा रही मुहिम का उल्लेख करते हुये मुख्यमंत्री ने आगामी 29 एवं 30 जुलाई को ग्वालियर में आयोजित की जाने वाली इन्वेस्टर्स मीट का उल्लेख किया । उन्होंने कहा कि क्षेत्र में होने वाले पूंजी निवेश से कल कारखानों की स्थापना होगी जिनमें कम से कम 50 प्रतिशत स्थानीय लोगों को अनिवार्यत: रोजगार मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सिंचाई मंत्री श्री अनूप मिश्रा तथा ऊर्जा मंत्री श्री गौरशंकर शेजवार के प्रयासों की भी भूरि-भूरि प्रशंसा की । साथ ही उन्होंने भाजपा के अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर द्वारा मंत्री पद छोड़कर पार्टी के नेतृत्व का दायित्व स्वीकारने और विधान सभा चुनाव न लड़ने के निर्णय को त्याग की अनूठी मिसाल बताया तथा उनकी मुक्त कंठ से प्रशंसा भी की । क्षेत्रीय विधायकों की क्षेत्र के विकास के प्रति चिंता और उसे अर्जित करने के लगातार प्रयासों और लग्न की भी मुख्यमत्री ने सराहना की ।
प्रदेश के जलसंसाधन मंत्री श्री अनूप मिश्रा ने सिंचाई क्षमता वृध्दि का खुलासा करते हुये अपने उद्बोधन में हर खेत में जल पहुंचाने का संकल्प दोहराया । उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार ने अपने अब तक के साढ़े चार साल के कार्यकाल में 13 लाख हेक्टर क्षेत्र में अतिरिक्त सिंचाई क्षमता का इजाफा किया है जबकि इसके पूर्व 50 सालों में भी इतनी सिंचाई क्षमता का निर्माण नहीं हो सका था । उन्होंने कहा कि प्रदेश की मौजूदा सरकार ने सड़क, बिजली और पानी का अपना वादा पूरी शिद्दत के साथ निभाया है ।
पूर्व जनसंपर्क मंत्री एवं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने अपने उद्बोधन में राज्य शासन द्वारा आम आदमी की बेहतरी के लिये किये जा रहे प्रयासों का खुलासा किया तथा कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार समाज के हर वर्ग और प्रदेश के सर्वोन्मुखी विकास के लिये प्रतिबध्द है ।
हरसी उच्च स्तरीय नहर प्रणाली का निर्माण बहु आयामी सिंध परियोजना के एक भाग के रूप में कराया जायेगा । करीबन 110 किलोमीटर लम्बाई में बनने जा रही यह उच्च स्तरीय नहर हरसी बाँध के बॉई ओर स्थित सैडल से आरंभ होगी । ग्वालियर जिले की भितरवार तहसील के विभिन्न ग्रामों से होती हुई यह नहर डबरा तहसील की जौरासी पहाडियों के बीच 2.65 किलोमीटर लम्बी और साढ़े तीन मीटर वाली सुरंग (टनल)से भी गुजरेगी । यहां से ग्वालियर जिले की मुरार तहसील के ग्रामों से होकर यह नहर भिण्ड जिले के गोहद एवं रौन तहसील के ग्रामों के खेतों को संतृप्त करेगी । नहर प्रणाली से ग्वालियर जिले की डबरा तहसील के 21 ग्रामों की 3 हजार 686 हेक्टेयर,भितरवार के 29 ग्रामों की 6 हजार 429 हेक्टेयर एवं मुरार तहसील के 116 ग्रामों की 20 हजार हेक्टेयर से अधिक भूमि की सिंचाई हो सकेगी । भिण्ड जिले की गोहद तहसील के 46 ग्रामों का 11हजार 246 हेक्टेयर व रौन तहसील के 26 ग्रामों का 3 हजार 882 हेक्टेयर कृषि रकबा इस नहर प्रणाली से सिंचित होगा ।
मुख्य अभियन्ता जल संसाधन विभाग श्री राजन श्रीवास्तव ने बताया कि हरसी उच्च स्तरीय नहर की निर्माण लाइन (एलाइनमेंट) मंजूर हो चुकी है । साथ ही राज्य शासन द्वारा आरंभ से करीबन 20 किलोमीटर लंम्बाई में नहर निर्माण के लिए ऐजेन्सियों का निर्धारण कर दिया गया है । इसके बाद की 30 किलोमीटर लम्बाई क लिए निविदायें आमंत्रित की जा चुकी हैं । इसके अलावा जौरासी टनल सहित नहर की शेष लम्बाई पर निर्माण के लिए भी ऐजेन्सी निर्धारण की कार्रवाई जारी है। मुख्य अभियन्ता ने बताया हरसी सैडल बाँध से आरंभ होने वाली नहर की प्रवाह क्षमता तकरीबन 32 धन मीटर प्रति सेकण्ड होगी । नहर के पूर्ण जल की गहराई 3.20 मीटर और चौड़ाई 5.20 मीटर होगी । हरसी उच्च स्तरीय नहर प्रणाली जिन ग्रामों से गुजरेगी वहाँ जल संरक्षण व संवर्धन में भी महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगी। इस नहर के कमाण्ड एरिया में 14 ऐसे छोटे -छोटे नदी-नाले मौजूद हैं जिन पर पिक अप वियर बनाकर नहर प्रणाली का पानी संग्रहीत किया जा सकेगा। इससे न केवल क्षेत्र के ग्रामों का भू-जल स्तर सुधरेगा बल्कि बड़े रकबे की सिंचाई भी हो सकेगी ।
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