सोमवार, 28 मार्च 2011

नव संवत्‍सर में ग्रह स्‍थतियां एवं संवत्‍सर परिचय- नरेन्‍द्र सिंह तोमर ‘’आनंद’’

विक्रम वर्ष – विक्रम संवत 2068 , शक संवत 1933, यह नवीन वर्ष श्री क्रोधी एवं विश्‍वावसु नामकीय संवत्‍सर की गणना से प्रभावशील है । इस वर्ष के अधिपति सूर्य नारायण हैं तथा उपेश पद प्रभार चंद्र देव को मिला है । वर्ष का प्रधानमंत्री पदभार देवगुरू बृहस्‍पति को मिला है, सस्‍य विभाग शनिदेव पर एवं धान्‍य विभाग दैत्‍य गुरू भृगु -शुक्र देव को मिला है, मेघ पर्जन्‍य नायक पद का का अधिभार चंद्र सुत बुध देव के पास है, रसेश – चंद्र देव, नीरसेश – शनिदेव, फलेश- बुध, धन वित्‍त – शनिदेव, रक्षा –जल थल नभ आणविक शक्‍ति- बुध को मिले हैं ।

नव संवत्‍सर में ग्रह स्‍थतियां एवं संवत्‍सर परिचय

नरेन्‍द्र सिंह तोमर ''आनंद''

विक्रम वर्ष विक्रम संवत 2068 , शक संवत 1933, यह नवीन वर्ष श्री क्रोधी एवं विश्‍वावसु नामकीय संवत्‍सर की गणना से प्रभावशील है । इस वर्ष के अधिपति सूर्य नारायण हैं तथा उपेश पद प्रभार चंद्र देव को मिला है । वर्ष का प्रधानमंत्री पदभार देवगुरू बृहस्‍पति को मिला है, सस्‍य विभाग शनिदेव पर एवं धान्‍य विभाग दैत्‍य गुरू भृगु -शुक्र देव को मिला है, मेघ पर्जन्‍य नायक पद का का अधिभार चंद्र सुत बुध देव के पास है, रसेश चंद्र देव, नीरसेश शनिदेव, फलेश- बुध, धन वित्‍त शनिदेव, रक्षा जल थल नभ आणविक शक्‍ति-  बुध को मिले हैं ।

ग्रह स्‍थितियां संवत्‍सर प्रारंभ में

4 अप्रेल 2011 चैत्र प्रतिपदा से नव वर्ष नव संवत्‍सर विक्रमाब्‍द 2068 प्रारंभ

सूर्य मीन में 14 अप्रेल तक , 14 अप्रेल के बाद मेष राशि में, मंगल 25 अप्रेल 2011 से मीन में मंगल उदय , बुध 17 अप्रेल 2011 से मीन राशि में बुधोदय, गुरू 24 अप्रेल 2011 से मीन राशि में गुरू उदय, शुक्र वर्तमान में कुंभ राशि में 16 अप्रेल 2011 से मीन राशि में, शनि कन्‍या राशि में वर्तमान वक्र गति शील 13 जून से मार्गी एवं 26 सितम्‍बर को अस्‍त व 30 अक्‍टूबर को उदय तथा 15 नवम्‍बर 2011 को राशि परिवर्तन कर तुला राशि में इसके बाद वर्ष पर्यन्त तुला राशि में गोचर राहू केतु क्रमश: धनु एवं मिथुन राशि में वर्तमान 6 जून 2011 से राहू वृश्‍चिक राशि में एवं केतु वृष राशि में गोचर करेंगें ।    

मंगलवार, 22 मार्च 2011

वरिष्ठ पत्रकार आलोक तोमर के निधन पर भिंड में शोक-श्रध्दांजलि आज

वरिष्ठ पत्रकार तोमर के निधन पर भिंड में शोक-श्रध्दांजलि आज

 

फोटो कप्सन 20 बी.एच.डी.1

भिण्ड, ब्यूरो 20 मार्च

दिल्ली में रहकर पत्रकारिता कर रहे भिण्ड में जन्मे वरिष्ठ पत्रकार आलोक तोमर का 20 मार्च को सुबह 11 बजकर 7 मिनट पर दिल्ली के बत्रा अस्पताल में निधन हो गया। वे 50 वर्ष के थे। स्व. तोमर अपने पीछे माता-पिता, पत्नी और इकलौती पुत्री को रोता बिलखता छोड़ गए। उनके निधन पर भिण्ड के पत्रकारों ने गहन संवेदना व्यक्त करते हुए मृतात्मा को शान्ति देने की ईश्वर से प्रार्थना की है। स्व. तोमर का 21 मार्च को सुबह 11 बजे दिल्ली के लोधी रोड स्थित शमशान घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। उनके निधन पर 22 मार्च को सुबह 9 बजे बद्रीप्रसाद की बगिया में म.प्र. श्रमजीवी पत्रकार संघ द्वारा एक शोकसभा का आयोजन रखा गया है। जिसमें सभी पत्रकार साथियों से समय से उपस्थित होने की अपील की गई है।

वरिष्ठ पत्रकार आलोक तोमर का जन्म भिण्ड शहर में 27 दिसम्बर 1960 को गायत्री परिवार से जुड़े सेवा निवृत्त शिक्षक श्री भारत तोमर के घर हुआ था । साप्ताहिक देशराज भिण्ड से अपनी पत्रकारिता की शुरुआत करने वाले स्व. तोमर ने दैनिक स्वदेश, जनसत्ता, करंट न्यूज आदि समाचार पत्र पत्रिकाओं में निर्भीक लेखनी से पहचान बनाई। उन्होंने कई पुस्तकों का लेखन भी किया। निर्भीक लेखनी के धनी आलोक तोमर उस समय चर्चा में आए जब 1984 में इन्दिरा गांधी की हत्या के बाद हुए सिक्ख दंगों के दौरान मानवीय रिपोर्टिंग को जनसत्ता ने प्रमुखता से प्रकाशित किया। वर्तमान में आलोक तोमर सी.एन.ई.बी. चैनल से जुड़े थे। उन्होंने कई फिल्मों में पटकथा लेखन एवं टी.व्ही. सीरियलों में संवादों का लेखन किया। जी.टी.व्ही. पर प्रसारित होने वाले (जी मंत्रीजी) सीरियल से उन्हें काफी प्रसिध्दी मिली। वे बेव चैनल डेट लाईन इण्डिया के प्रधान संपादक भी थे। स्व. तोमर पिछले महीनों से फैफड़ों के कैन्सर से जीवन और मृत्यु के बीच जूझ रहे थे। 20 मार्च को दिल्ली के बत्रा अस्पताल में उन्होंने अन्तिम सांस ली। उनके निधन का समाचार मिलते ही भिण्ड जिले में शोक की लहर दौड़ गई। वरिष्ठ पत्रकार आलोक तोमर के निधन पर म.प्र. श्रमजीवी पत्रकार संघ द्वारा 22 मार्च को सुबह 9 बजे बद्रीप्रसाद की बगिया में एक शोक सभा का आयोजन किया गया है। जिसमें सभी पत्रकार साथियों और गणमान्य नागरिकों से उपस्थित होने की अपील की गई है।

 

'' प्रेम के तिलक- स्नेह के चंदन'' के साथ मंत्री ने अनुरक्षण गृह की बालिकाओं ने मनाया भाई दौज का त्याहौर

'' प्रेम के तिलक- स्नेह के चंदन'' के साथ मंत्री ने अनुरक्षण गृह की बालिकाओं ने मनाया भाई दौज का त्याहौर

ग्वालियर 21 मार्च 11/ ''प्रेम का तिलक, स्नेह का चंदन, रक्षा का अभयदान और भाईबहन का मिलन'' यह दृश्य था अनाथ बेसहारा बालिकाओं और महिलाओं के लिये संचालित राजकीय बालिका महिला अनुरक्षण गृह का, जिसमें बिना किसी औपचारिकताओं और आडम्बर के बीच भाईदौज का पावन पर्व सम्पन्न हुआ। भाई दौज के त्यौहार पर आज अनुरक्षण गृह में निवासरत बालिकाओं ने प्रदेश के गृह, परिवहन एवं जेल राज्य मंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाह को रोली से तिलक किया तो भाई ने बहिनों के माथे पर गेंदे की पंखुड़ियों से चंदन का लेप कर अपना स्नेह व्यक्त किया। श्री कुशवाह ने इन बालिकाओं को अपनी धर्मबहन स्वीकार किया है प्रत्येक त्यौहार उन बालिकाओं के बीच मनाकर उनके जीवन की एकांकीपन को भरने का प्रयास करते हैं।

       इस अवसर पर श्री कुशवाह ने कहा कि यूँ तो समाज में अनेक प्रकार के दुखों से पीड़ित व्यक्ति हैं हम सभी की मदद नहीं कर सकते हैं लेकिन अपने जीवन में कुछ क्षण जरूरतमंदों के बीच गुजार सकें तो स्वयं को सुकून प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा तो समाज के प्रत्येक वर्ग के कल्याण हेतु कार्यक्रम, योजनायें, सुविधायें मुहैया कराने का  प्रयास किया जाता है लेकिन सामाजिक समस्याओं का निराकरण समाज की भागीदारी से ही संभव हो सकता है। उन्होंने कहा कि इन केन्द्र पर निवासरत सभी बालिकाओं की रहन सहन, पढ़ाई लिखाई से लेकर उनके पुनर्वास तक की जिम्मेदारी निभाई जा रही है। लेकिन समाज के प्रबुध्द वर्ग को भी आगे आना चाहिये।

       भाई दौज के इस मिलन समारोह में अनुरक्षण गृह अंतवासिनी बहनों ने परंपरागत तरीके से आटे का चौक पूर कर पटे पर बिठाकर थाली में रोरी, चावल और दीपक से भाई की आरती उतारी व तिलक लगाया, जिसके बदले में भाई श्री कुशवाह ने बहनों के माथे पर चंदन का लेप कर स्नेह भरी छांव का अहसास दिया, बहनों के पेर छूकर भारतीय परंपरा में बहिनों को सम्मान भी दिया।

 

मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा श्री सुशील चन्द्र लूणावत के निधन पर शोक व्यक्त

मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा श्री सुशील चन्द्र लूणावत के निधन पर शोक व्यक्त

भोपाल 21 मार्च 11/ मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री विजेश लूणावत के पिता श्री सुशील चन्द्र लूणावत के निधन पर गहन शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति देने और शोक-संतप्त परिजनों को इस दुख को सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की है।

 

फसल कटाई प्रयोग में रिटायर कर्मियों को मिलेगा मौका

फसल कटाई प्रयोग में रिटायर कर्मियों को मिलेगा मौका

प्रत्येक फसल कटाई प्रयोग पर चार सौ रूपये

ग्वालियर 21 मार्च 11/ फसल बीमा योजना के तहत प्रदेश में पटवारी हल्का स्तर पर किए जाने वाले फसल कटाई प्रयोग की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए फसल कटाई प्रयोगों को बाह्य स्त्रोतों से कराने की कार्य योजना बनाई गई है। जिलों में सेवा निवृत्त पटवारी, राजस्व निरीक्षक एवं कृषि विभाग के कर्मचारियों को फसल कटाई प्रयोग का दायित्व सौंपकर प्रत्येक फसल कटाई प्रयोग के लिए चार सौ रूपये दिए जाएंगे। इस सिलसिले में आयुक्त भू-अभिलेख एवं बंदोबस्त मध्यप्रदेश द्वारा जिला कलेक्टरों को अधिकृत किया गया है और सेवा निवृत्त पटवारी, राजस्व निरीक्षक एवं कृषि विभाग के अधिकारी - कर्मचारियों की जानकारी चाही गई है।

गौरतलब है कि प्रदेश में फसल बीमा योजना के तहत पटवारी हल्का स्तर पर फसल कटाई प्रयोग राजस्व एवं कृषि विभाग के अमले द्वारा सम्पन्न किया जाता है। रबी और खरीफ मौसम में दस दस फसल कटाई प्रयोग होने और राजस्व एवं कृषि अमले की कमी के चलते कार्य की गुणवत्ता प्रभावित होती है। प्रदेश में 30 हजार फसल कटाई प्रयोगों के मद्देनजर इस कार्य को सेवा निवृत्त अधिकारी / कर्मचारियों से कराया जाना प्रस्तावित किया गया है। जिले में पटवारी हल्का स्तर पर रबी मौसम 2010-11 में करीब तीन सौ और वर्ष 2011-12 के खरीफ और रबी मौसम में लगभग 600 फसल कटाई प्रयोग सम्पन्न किए जाएंगे।

कलेक्टरों द्वारा सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास सहित समस्त तहसीलदारों को फसल कटाई प्रयोग के संबंध में निर्देश जारी किए गए हैं। निर्देशों में कहा गया है कि फसल कटाई प्रयोग हेतु अपने अपने स्तर पर सेवा निवृत्त पटवारी, राजस्व निरीक्षक एवं कृषि विभाग के कर्मचारियों को दायित्व सौंपे जांए। प्रत्येक फसल कटाई प्रयोग के लिए 300 रूपये का एक मुश्त मानदेय एवं 100 रूपये वाहन भत्ता सहित कुल 400 रूपये दिया जाएगा।

 

सेना में धर्म शिक्षकों की भर्ती : आवेदन 9 अप्रैल तक आमंत्रित

सेना में धर्म शिक्षकों की भर्ती : आवेदन 9 अप्रैल तक आमंत्रित

ग्वालियर 21 मार्च 2011/ सेना में धर्म शिक्षक  के रूप में जूनियर कमीशन ऑफीसर के 40 पदो की भर्ती के लिये 09 अप्रैल तक आवेदन पत्र आमंत्रित किए गए हैं। पंडित, पादरी और बोध भिक्षु के लिये यह भर्ती केवल मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ के उम्मीदवारों में से की जानी है। भरे हुए आवेदन पत्र उक्त तिथि तक भर्ती कार्यालय बेकरी रोड मऊ, मध्यप्रदेश में पहुंच जाने चाहिये।

       सेना भर्ती कार्यालय गरम सड़क मुरार से प्राप्त जानकारी के मुताबिक जिन उम्मीदवारों को पात्र समझा जायेगा, उन्हें प्रारंभिक जांच-पड़ताल के लिये भोपाल बुलाया जायेगा। इस जांच-पड़ताल में सफल उम्मीदवारों की 29 मई को लिखित परीक्षा ली जायेगी।

       निर्धारित योग्यता, आयु, शारीरिक मापदंड, वेतन भत्ते, लिखित परीक्षा आदि सहित अन्य जानकारी मुरार स्थित सेना भर्ती कार्यालय से प्राप्त की जा सकती है।

 

जिले में पशु चिकित्सा शिविर लगेंगे

जिले में पशु चिकित्सा शिविर लगेंगे

ग्वालियर 21 मार्च 2011/ पशु चिकित्सा विभाग द्वारा इस माह जिले में पशु चिकित्सा एवं बांझ निवारण शिविर लगाये जायेंगे। ये शिविर मध्यप्रदेश वाटर सेक्टर रीस्ट्रेक्चरिंग प्रोजेक्ट के तहत लगाये जायेंगे। इनमें पशु चिकित्सा विशेषज्ञों द्वारा बांझ पशुओं की पहचान एवं उपचार किया जायेगा तथा पशुओं के जटिल से जटिल रोगों का उपचार भी शिविर स्थल पर किया जायेगा। साथ ही पशु पालन एवं उनसे संबंधित रोगों तथा विभागीय योजनाओं की जानकारी ग्रामीणों को प्रदाय की जायेगी।

       उप संचालक पशु चिकित्सा से प्राप्त जानकारी के अनुसार भितरवार विकासखण्ड के ग्राम इकेरा में 22 मार्च, जखवार में 24 मार्च को, मुरार विकासखण्ड के ग्राम सूरों में 23 मार्च, फूलपुर में 25 मार्च, चन्दूपुरा में 26 मार्च तथा ग्राम हवीपुरा में 28 मार्च को चिकित्सा शिविर लगाया जायेगा। इन शिविरों में अधिक से अधिक संख्या में पशु लाकर आने की अपील पशु पालकों से की गई है।

 

सोमवार, 21 मार्च 2011

चम्‍बल के लाड़ले सपूत वरिष्‍ठ पत्रकार आलोक तोमर के निधन से समूचा ग्‍वालियर चम्‍बल शोकमग्‍न, अवाक और सकते में रह गये ग्‍वालियर चम्‍बल वासी, फेसबुक पर भी सन्नाटा छाया

चम्‍बल के लाड़ले सपूत वरिष्‍ठ पत्रकार आलोक तोमर के निधन से समूचा ग्‍वालियर चम्‍बल शोकमग्‍न, अवाक और सकते में रह गये ग्‍वालियर चम्‍बल वासी, फेसबुक पर भी सन्नाटा छाया

 

मुरैना/ग्‍वालियर/भिण्‍ड/श्‍योपुर/दतिया/शिवपुरी 20 मार्च 2011 आज दोपहर फेसबुक के माध्‍यम से जैसे ही वरिष्‍ठ पत्रकार आलोक तोमर के निधन का समाचार समूचे ग्‍वालियर चम्‍बल अंचल में पहुँचा पहले तो किसी को विश्‍वास ही नहीं हुआ लेकिन खबर की पुष्‍टि होते ही लोग अवाक होकर सकते में आ गये और सबकी ऑंखें फटी रह गईं ।

सुबह से लोग होली के त्‍यौहार की रंगारंग मस्‍ती में व्‍यस्त थे लेकिन आलोक तोमर के निधन के समाचार के बाद चारों ओर सन्‍नाटा पसर गया । ज्ञात हो कि मुरैना जिला में अम्‍बाह तहसील के एक छोटे से गॉंव में जन्‍मे आलोक तोमर ने भिण्‍ड में अपनी पढ़ाई लिखाई की उसके बाद ग्‍वालियर में पत्रकारिता को अपना कर्म एवं धर्म तथा ग्‍वालियर चम्‍बल अंचल को अपनी कर्मभूमि बनाया । आलोक तोमर ने मशहूर समाचार पत्र स्वदेश में भी पत्रकारिता की और उसके बाद दिल्‍ली चले गये और दिल्‍ली को अपनी कर्मभूमि बनाया । वहॉं सुप्रिया से विवाह किया और फिर दिल्‍ली में ही अनेक प्रिण्‍ट व इलेक्‍ट्रानिक मीडिया संस्‍थानों में कार्य करके राष्‍ट्रीय वरिष्‍ठ खोजी अन्‍वेषक और निर्भीक पत्रकार की ख्‍याति प्राप्‍त की ।

मुरैना जन्‍मभूमि और भिण्‍ड एवं चम्‍बल अंचल और ग्‍वालियर संभाग से आलोक तोमर का मोह अंतिम सांस तक नहीं छूटा, और वे रोजाना या कम से कम सप्‍ताह में एक बार अवश्‍य ही फेसबुक के माध्‍यम से या पत्रकारों को फोन लगाकर खबरें लेते रहते थे । अभी चंद रोज पहले ही ग्‍वालियर टाइम्‍स के प्रधान संपादक नरेन्‍द्र सिंह तोमर ''आनंद'' से उन्होंने काफी लम्‍बी बातचीत की और कुछ जानकारियॉं और फाइलें फेसबुक पर कमेण्‍ट और मैसेज कर मांगीं, जानकारी मुहैया कराने के बाद वे काफी प्रसन्‍नचित्‍त थे उन्होनें अपने विशिष्‍ट अंदाज में धन्‍यवाद भी अदा किया , उनके निधन से बेहद दुखी ग्‍वालियर टाइम्‍स के प्रधान संपादक नरेन्‍द्र सिंह तोमर ''आनंद'' ने बताया कि हमेशा मुझे NST  के ही नाम से पुकारते थे और इस नाम से जो मेरे बेहद आत्‍मीय जन हैं वे बुलाते हैं, श्री तोमर के मुताबिक फेसबुक पर उनका मेरी वाल पर किया गया अंतिम कमेण्‍ट और मैसेज तथा धन्‍यवाद मैसेज अब अविस्‍मरणीय एवं अंतिम हो गये हैं , लेकिन वे मेरे लिये अनमोल और अविस्‍मरणीय एवं सहेज कर रखने योग्‍य हो गये हैं क्‍योंकि आलोक तोमर केवल चंद लोगों की वाल पर ही जाते थे और कमेण्‍ट या उन्‍हें पर्सनल मैसेज करते थे । श्री तोमर के मुताबिक कुछ इच्‍छायें उन्‍होंनें मुझसे व्‍यक्‍त की थीं जो कि साहित्‍य जगत और पत्रकारिता में पूरी करनी हैं अब मैं उन्‍हें अवश्‍य पूर्ण करूंगा ।

आलोक तोमर चम्‍बल में अंतिम बार मुरैना में एक समाचार पत्र जनदर्शन के लोकार्पण व उद्घाटन समारोह में वरिष्‍ठ पत्रकार प्रभाष जोशी के साथ आये थे , चम्‍बल में यही उन दोनों पत्रकारिता के महारथीयों का अंतिम कार्यक्रम था और यही अंतिम वीडियो भी जिसमें भारत के दोनों श्रेष्‍ठ व सिंहनादी पत्रकार एक साथ एक ही मंच पर आसनारूढ़ हैं, जिसमें आलोक तोमर और प्रभाष जोशी से मिलने चम्‍बल के सारे पत्रकार एक साथ आये इसके अलावा चम्‍बल की सारी गण्‍यमाण्‍य हस्‍तियां भी वहॉं इन दोनों से मिलने जा पहुंचीं ।

आलोक तोमर के निधन के समाचार से ग्‍वालियर चम्‍बल अंचल में शोक का सन्‍नाटा पसरा हुआ है, आलोक तोमर सभी के बहुत चहेते थे । इसके अलावा फेसबुक पर भी आलोक तोमर के निधन की खबर से शोक का सन्‍नाटा छा गया है और ग्‍वालियर चम्‍बल अंचल एवं फेसबुक पर चल रहा होली का रंगारंग उत्‍सव थम गया है । फेसबुक पर उनके तकरीबन 5000 मित्र थे , सभी शोकाकुल होकर उनकी वाल पर शोक एवं भावपूर्ण संदेशों में अपनी श्रद्धांजलियां दे रहे हैं, चूंकि फेसबुक की एक खाते की अधिकतम मित्र सीमा 5000 ही है अत: बकाया लोग अपनी अपनी वाल पर उनके निधन पर संदेश प्रकाशित कर श्रद्धांजलियां दे रहे हैं । फेसबुक पर सबके चहेते पत्रकार रहे आलोक तोमर के निधन का दुख लगभग सभी फेसबुक सदस्‍यों को है जिसकी वजह से फेसबुक भी होली के रंगोत्‍सव को रोक आलोक तोमर को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं ।

आलोक तोमर का दाह संस्‍कार कल 21 मार्च को दिल्‍ली में लोधी लोधीरोड स्‍थित श्‍मशान गृह पर किया जायेगा ।

ग्‍वालियर चम्‍बल के अनेक पत्रकारों ने अपनी शोक संवेदनायें व श्रद्धांजलियां आलोक तोमर को दी हैं, वरिष्‍ठ पत्रकार राकेश पाठक, रामभुवन सिंह कुशवाह, राम विद्रोही, नरेन्‍द्र सिंह तोमर ''आनंद'', राकेश अचल, देव श्रीमाली, अशोक शर्मा, रामविलास शर्मा, प्रेम राजपूत, करतार सिंह राजपूत, अतर सिंह डण्‍डोतिया, असलम खान, दिवाकर शर्मा, सीताराम गोयल, सतेन्‍द्र सिंह परमार, यदुनाथ सिंह तोमर, राकेश गोयल, राजकुमार दुबे, विनोद त्रिपाठी, विजय तिवारी, लायक सिंह गुर्जर, हरिमोहन शर्मा, सीयाराम बालक, सोनेन्‍द्र सिंह सिकरवार, राजेश सिंह सिकरवार, हरिओम शर्मा, रवीन्द्र सिंह सिकरवार, शिवरतन सिह तोमर, रामू भदौरिया, सत्‍येन्द्र सिंह सिकरवार, अनिल तोमर, सत्‍येन्‍द्र सिंह तोमर, रवीन्‍द्र सिंह कुशवाह, ए लाम्‍बा , सत्‍येन्‍द्र शर्मा, दीपक श्रीवास्‍तव आदि शामिल हैं ।           

शुक्रवार, 18 मार्च 2011

टाटा और एयरसेल का जीपीआरएस नेटवर्क ठप्प

मुरैना 18 मार्च 2011 , आज दोपहर 11 बजे से टाटा और एयरसेल कंपनियों के जी पी आर एस नेटवर्क एक साथ ध्वस्त होकर ठप्प हो गये , जिससे दोनों कंपनीयों की इंटरनेट सेवायें बंद हो गयीं हैं । इस खबर के लिखे और प्रकाशित किये जाने के वक्त दोपहर 2 बजे तक तीन घण्टे बाद भी अपनी सेवायें चालू नहीं कय पाईं थीं । एयरसेल ने तो अपना कस्टमर केयर का सर्विस नंबर ही पूरी तरह चंबल अंचल में ब्लॉक करके आज बंद कर दिया है । परिणामस्वरूप दोनों कंपनीयों की इंटरनेट सेवायें पिछले तीन घण्टे से बंद पडी हैं ।
--------------------------------------------------------------
Ovi Mail: Making email access easy
http://mail.ovi.com