सोमवार, 21 मार्च 2011

चम्‍बल के लाड़ले सपूत वरिष्‍ठ पत्रकार आलोक तोमर के निधन से समूचा ग्‍वालियर चम्‍बल शोकमग्‍न, अवाक और सकते में रह गये ग्‍वालियर चम्‍बल वासी, फेसबुक पर भी सन्नाटा छाया

चम्‍बल के लाड़ले सपूत वरिष्‍ठ पत्रकार आलोक तोमर के निधन से समूचा ग्‍वालियर चम्‍बल शोकमग्‍न, अवाक और सकते में रह गये ग्‍वालियर चम्‍बल वासी, फेसबुक पर भी सन्नाटा छाया

 

मुरैना/ग्‍वालियर/भिण्‍ड/श्‍योपुर/दतिया/शिवपुरी 20 मार्च 2011 आज दोपहर फेसबुक के माध्‍यम से जैसे ही वरिष्‍ठ पत्रकार आलोक तोमर के निधन का समाचार समूचे ग्‍वालियर चम्‍बल अंचल में पहुँचा पहले तो किसी को विश्‍वास ही नहीं हुआ लेकिन खबर की पुष्‍टि होते ही लोग अवाक होकर सकते में आ गये और सबकी ऑंखें फटी रह गईं ।

सुबह से लोग होली के त्‍यौहार की रंगारंग मस्‍ती में व्‍यस्त थे लेकिन आलोक तोमर के निधन के समाचार के बाद चारों ओर सन्‍नाटा पसर गया । ज्ञात हो कि मुरैना जिला में अम्‍बाह तहसील के एक छोटे से गॉंव में जन्‍मे आलोक तोमर ने भिण्‍ड में अपनी पढ़ाई लिखाई की उसके बाद ग्‍वालियर में पत्रकारिता को अपना कर्म एवं धर्म तथा ग्‍वालियर चम्‍बल अंचल को अपनी कर्मभूमि बनाया । आलोक तोमर ने मशहूर समाचार पत्र स्वदेश में भी पत्रकारिता की और उसके बाद दिल्‍ली चले गये और दिल्‍ली को अपनी कर्मभूमि बनाया । वहॉं सुप्रिया से विवाह किया और फिर दिल्‍ली में ही अनेक प्रिण्‍ट व इलेक्‍ट्रानिक मीडिया संस्‍थानों में कार्य करके राष्‍ट्रीय वरिष्‍ठ खोजी अन्‍वेषक और निर्भीक पत्रकार की ख्‍याति प्राप्‍त की ।

मुरैना जन्‍मभूमि और भिण्‍ड एवं चम्‍बल अंचल और ग्‍वालियर संभाग से आलोक तोमर का मोह अंतिम सांस तक नहीं छूटा, और वे रोजाना या कम से कम सप्‍ताह में एक बार अवश्‍य ही फेसबुक के माध्‍यम से या पत्रकारों को फोन लगाकर खबरें लेते रहते थे । अभी चंद रोज पहले ही ग्‍वालियर टाइम्‍स के प्रधान संपादक नरेन्‍द्र सिंह तोमर ''आनंद'' से उन्होंने काफी लम्‍बी बातचीत की और कुछ जानकारियॉं और फाइलें फेसबुक पर कमेण्‍ट और मैसेज कर मांगीं, जानकारी मुहैया कराने के बाद वे काफी प्रसन्‍नचित्‍त थे उन्होनें अपने विशिष्‍ट अंदाज में धन्‍यवाद भी अदा किया , उनके निधन से बेहद दुखी ग्‍वालियर टाइम्‍स के प्रधान संपादक नरेन्‍द्र सिंह तोमर ''आनंद'' ने बताया कि हमेशा मुझे NST  के ही नाम से पुकारते थे और इस नाम से जो मेरे बेहद आत्‍मीय जन हैं वे बुलाते हैं, श्री तोमर के मुताबिक फेसबुक पर उनका मेरी वाल पर किया गया अंतिम कमेण्‍ट और मैसेज तथा धन्‍यवाद मैसेज अब अविस्‍मरणीय एवं अंतिम हो गये हैं , लेकिन वे मेरे लिये अनमोल और अविस्‍मरणीय एवं सहेज कर रखने योग्‍य हो गये हैं क्‍योंकि आलोक तोमर केवल चंद लोगों की वाल पर ही जाते थे और कमेण्‍ट या उन्‍हें पर्सनल मैसेज करते थे । श्री तोमर के मुताबिक कुछ इच्‍छायें उन्‍होंनें मुझसे व्‍यक्‍त की थीं जो कि साहित्‍य जगत और पत्रकारिता में पूरी करनी हैं अब मैं उन्‍हें अवश्‍य पूर्ण करूंगा ।

आलोक तोमर चम्‍बल में अंतिम बार मुरैना में एक समाचार पत्र जनदर्शन के लोकार्पण व उद्घाटन समारोह में वरिष्‍ठ पत्रकार प्रभाष जोशी के साथ आये थे , चम्‍बल में यही उन दोनों पत्रकारिता के महारथीयों का अंतिम कार्यक्रम था और यही अंतिम वीडियो भी जिसमें भारत के दोनों श्रेष्‍ठ व सिंहनादी पत्रकार एक साथ एक ही मंच पर आसनारूढ़ हैं, जिसमें आलोक तोमर और प्रभाष जोशी से मिलने चम्‍बल के सारे पत्रकार एक साथ आये इसके अलावा चम्‍बल की सारी गण्‍यमाण्‍य हस्‍तियां भी वहॉं इन दोनों से मिलने जा पहुंचीं ।

आलोक तोमर के निधन के समाचार से ग्‍वालियर चम्‍बल अंचल में शोक का सन्‍नाटा पसरा हुआ है, आलोक तोमर सभी के बहुत चहेते थे । इसके अलावा फेसबुक पर भी आलोक तोमर के निधन की खबर से शोक का सन्‍नाटा छा गया है और ग्‍वालियर चम्‍बल अंचल एवं फेसबुक पर चल रहा होली का रंगारंग उत्‍सव थम गया है । फेसबुक पर उनके तकरीबन 5000 मित्र थे , सभी शोकाकुल होकर उनकी वाल पर शोक एवं भावपूर्ण संदेशों में अपनी श्रद्धांजलियां दे रहे हैं, चूंकि फेसबुक की एक खाते की अधिकतम मित्र सीमा 5000 ही है अत: बकाया लोग अपनी अपनी वाल पर उनके निधन पर संदेश प्रकाशित कर श्रद्धांजलियां दे रहे हैं । फेसबुक पर सबके चहेते पत्रकार रहे आलोक तोमर के निधन का दुख लगभग सभी फेसबुक सदस्‍यों को है जिसकी वजह से फेसबुक भी होली के रंगोत्‍सव को रोक आलोक तोमर को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं ।

आलोक तोमर का दाह संस्‍कार कल 21 मार्च को दिल्‍ली में लोधी लोधीरोड स्‍थित श्‍मशान गृह पर किया जायेगा ।

ग्‍वालियर चम्‍बल के अनेक पत्रकारों ने अपनी शोक संवेदनायें व श्रद्धांजलियां आलोक तोमर को दी हैं, वरिष्‍ठ पत्रकार राकेश पाठक, रामभुवन सिंह कुशवाह, राम विद्रोही, नरेन्‍द्र सिंह तोमर ''आनंद'', राकेश अचल, देव श्रीमाली, अशोक शर्मा, रामविलास शर्मा, प्रेम राजपूत, करतार सिंह राजपूत, अतर सिंह डण्‍डोतिया, असलम खान, दिवाकर शर्मा, सीताराम गोयल, सतेन्‍द्र सिंह परमार, यदुनाथ सिंह तोमर, राकेश गोयल, राजकुमार दुबे, विनोद त्रिपाठी, विजय तिवारी, लायक सिंह गुर्जर, हरिमोहन शर्मा, सीयाराम बालक, सोनेन्‍द्र सिंह सिकरवार, राजेश सिंह सिकरवार, हरिओम शर्मा, रवीन्द्र सिंह सिकरवार, शिवरतन सिह तोमर, रामू भदौरिया, सत्‍येन्द्र सिंह सिकरवार, अनिल तोमर, सत्‍येन्‍द्र सिंह तोमर, रवीन्‍द्र सिंह कुशवाह, ए लाम्‍बा , सत्‍येन्‍द्र शर्मा, दीपक श्रीवास्‍तव आदि शामिल हैं ।           

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