गुरुवार, 22 दिसंबर 2016

प्रिण्‍ट मीडिया पर भारत सरकार के सख्‍त मानदण्‍ड जारी हुये , फर्जी अखबार और फर्जी पत्र पत्रिकायें बंद होंगीं , अब नहीं मिलेंगें सरकारी विज्ञापन


प्रिण्‍ट मीडिया पर भारत सरकार के सख्‍त मानदण्‍ड जारी हुये , फर्जी अखबार और फर्जी पत्र पत्रिकायें बंद होंगीं , अब नहीं मिलेंगें सरकारी विज्ञापन
- नरेन्‍द्र सिंह तोमर ''आनन्‍द''
सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री एम. वेंकैया नायडू ने कहा है कि माननीय प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सरकार का विजन राष्‍ट्र को सतत विकास के पथ पर अग्रसर करना है। सरकार ‘सुधार, प्रदर्शन एवं बदलाव’ के मंत्र के साथ देश में रूपांतरणीय बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस विजन को भारत सरकार के कैलेंडर 2017 में दर्शाया गया है। इस कैलेंडर की थीम यह है: ‘मेरा देश बदल रहा है, आगे बढ़ रहा है।’ उन्‍होंने भारत सरकार का कैलेंडर 2017 जारी करने के अवसर पर अपने सम्‍बोधन में यह बात कही। इस अवसर पर श्री नायडू ने भारत में प्रेस संबंधी रिपोर्ट 2015-16 भी जारी की, जिसे भारत के समाचारपत्रों के पंजीयक ने तैयार की है। सूचना एवं प्रसारण राज्‍य मंत्री कर्नल राज्‍यवर्धन राठौर भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
सरकार इस साल 25 दिसम्‍बर से ‘सुशासन’ की थीम पर देश भर में 100 दिनों का एक अभियान चलायेगी। इस दौरान मंत्रीगण एवं सांसद देश भर की यात्रा कर सरकार के उन महत्‍वपूर्ण कदमों पर प्रकाश डालेंगे जो पिछले ढाई वर्षों में उठाये गये हैं। सुशासन दिवस पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिवस पर मनाया जाता है। इस संदर्भ में उन्‍होंने कहा कि सरकार वितरण प्रणालियों की बेहतरी के लिए प्रयासरत है और इसके साथ ही डिजिटल बदलाव को बढ़ावा देने तथा सभी क्षेत्रों में कनेक्टिविटी क्रांति को आगे बढ़ाने की जरूरत है।
प्रिंट मीडिया क्षेत्र में बदलते आयामों के मद्देनजर नीतियों को अद्यतन करने की जरूरत के परिणामस्‍वरूप आरएनआई के लिए एक मजबूत तंत्र विकसित किया गया है, ताकि देश में प्रकाशनों की अद्यतन सूची को बनाये रखा जा सके। इस तंत्र के विकसित होने से अवैध प्रकाशनों को समाप्‍त करने में भी मदद मिली, जो कानून प्रवर्तन एजेंसियों के लिए अड़चन साबित हो सकते हैं। नई प्रिंट विज्ञापन नीति की रूपरेखा का उल्‍लेख करते हुए मंत्री महोदय ने कहा कि डीएवीपी में समाचार पत्रों एवं पत्रिकाओं के पैनल के लिए सर्कुलेशन सत्यापन प्रक्रिया की व्‍यवस्‍था इसमें की गई है। इस प्रक्रिया में आरएनआई द्वारा प्रमाणन शामिल है, बशर्ते कि सर्कुलेशन प्रति प्रकाशन दिवस पर 45,000 प्रतियों से अधिक हो जाये। पूरी खबर देखने हेतु निम्‍न लिंक पर क्‍ल‍िक करें
http://pib.nic.in/newsite/hindirelease.aspx?relid=56746

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