· ऊर्जा मंत्री ग्वालियर के लेकिन केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और फग्गन सिंह कुलस्ते सहित सी एम शिवराज के दौरों के वक्त बढ़ा दी जाती है बिजली कटौती
· साजिश राजनीति की , उपचुनावों में इस तरह रूकवाये जाते और विलंबकत कराये जाते हैं भ्रष्ट और राजनैतिक
आकाओं की चमचागिरी में लिप्त बिजली कंपनी के अधिकारी कर्मचारीयों द्वारा
· कंपनी
में जातिवाद का बोलबाला , भर्ती से लेकर बिल जारी करने तक और बिजली कटौती तक बाकायदा
जातियों और राजनैतिक पार्टी के प्रभाव क्षेत्रों और घरों के हिसाब से किया जाता है
सभी कुछ
विशेष
समाचार आलेख – नरेन्द्र सिंह तोमर ‘’आनन्द’’ , एडवोकेट , प्रधान संपादक एवं सी ई ओ ग्वालियर टाइम्स
समूह
चंबल अंचल में मध्यक्षेत्र
विद्युत वितरण कंपनी द्वारा अंधाधुध अघोषित बिजली कटौती करना और अर्जी फर्जी बिल जारी
करना उपभोक्ताओं को धमकाना , शिकायतें न कर देना , एम पी आनलाइन सेंटरों के फर्जीवाड़े के जरिये सी एम हेल्पलाइन की शिकायतों
को फर्जी तरीके से बंद कराना , सिमों की नकली सिमें निकलवाना
और आरिजनल सिमो पर एस एम एस और ओटीपी बंद कराना जैसे जालसाली और सायबर क्राइमों में
लिप्त मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारी और कर्मचारी निजी जीवन में बेहद
भ्रष्ट , अय्याश और जालसाज तथा फर्जीवाड़े और उच्च स्तरीय सेटिंगों
में एग लैग पैग सप्लाई करने के अलावा हर हफ्ते और हर महीने अनाप शनाप लाखों रूपये ऊपर
तक पहुंचाने वाले भ्रष्ट सफेदपोश नेताओं और अधिकारीयों की दुधारू और कामधेनु हैं ।
पहले तो इन्फ्रास्ट्रक्चर
में करोड़ों रूपयों का घोटाला कर दिया , राजीव गांधी विद्युतीकरण मिशन
के अरबों रूपये , फीडर सेपरेशन योजना के करोड़ों रूपये हड़प और
हाऊहजम करने तथा उसके बाद अब रोजाना अंधाधुंध
व अघोषित बिजली कटौती करने के पीछे ग्वालियर टाइम्स की इनवेस्टिंग टीम के सामने तमाम
रहस्य पर्दाफाश हुये हैं , हम इस समसामायिक समाचार आलेख में आपको
क्रमश: बतायेंगें कि उपचुनावों से लेकर स्थानीय निकाय चुनावों में किस कदर बिजली कंपनी
जातिवाद और भ्रष्टाचार के आंकड़े फिट करने के लिये बिजली कटौती के हथियार का ही केवल
इस्तेमाल नहीं करती बल्कि उलटे सीधे अर्जी फर्जी बिल भी बिजली कंपनी में बैठे लोकल
अधिकारी कर्म चारी किस तरह अंजाम देते हैं
..... क्रमश: जारी अगले अंक में
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