जिले के तीनों विधानसभा क्षेत्रों में डाले गए मतों की गिनती के लिये तैनात किए गए अधिकारियों व कर्मचारियों को गुरूवार को यहाँ भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन संस्थान में प्रथम चरण का प्रशिक्षण दिया गया। मतगणना के लिये तैनात अमले ने खासतौर पर ईवीएम में दर्ज मत गिनने की बारीकियाँ सीखीं। मतगणना अमले के साथ-साथ माइक्रो ऑब्जर्वर को भी प्रशिक्षित किया गया। वीवीपैट की पर्चियाँ गिनने व उनका महत्व भी मतगणना अमले को बताया गया। मतगणना व्यवस्था के प्रभारी एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री शिवम वर्मा भी प्रशिक्षण के दौरान मौजूद थे।
प्रथम चरण के प्रशिक्षण में गणना पर्यवेक्षक व गणना सहायकों को इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन से मतगणना करने की बारीकियां सिखाई गईं। प्रथम चरण के प्रशिक्षण में लगभग 225 अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के लिये 75 गणना पर्यवेक्षक, 80 गणना सहायक व 75 माइक्रो ऑब्जर्वर प्रशिक्षित किए गए हैं।
प्रशिक्षण में बताया गया कि हर गणना टेबल पर एक - एक गणना पर्यवेक्षक, गणना सहायक व माइक्रो ऑब्जर्वर तैनात रहेंगे। इस प्रकार एक टेबल पर तीन अधिकारी तैनात किए जायेंगे। गणना पर्यवेक्षक सीधे निर्वाचन प्रेक्षक को अपनी रिपोर्ट देंगे। जिले के हर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र की गिनती दो – दो कक्षों में होगी। हर कक्ष में सात – सात टेबल लगाई जायेंगीं। इस प्रकार एक राउण्ड में 14 टेबलों पर मतगणना होगी। इसके अलावा हर विधानसभा क्षेत्र के एक कक्ष में डाक मत पत्रों की गिनती के लिये डाक मत पत्रों की संख्या के आधार पर अलग से टेबल लगाई जायेंगीं। हर कक्ष में सहायक रिटर्निंग अधिकारी की टेबल अलग से लगेगी।
मतगणना प्रभारी एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री शिवम वर्मा ने मतगणना के लिये तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों को हिदायत दी कि मतगणना के दौरान स्वयं कोरोना गाइडलाइन का पालन करें और मतगणना अभिकर्ताओं से भी इसका पालन कराएँ। उन्होंने कहा मतों की गिनती का काम पूरी तरह मुस्तैद होकर व सावधानी के साथ करें। मतों की गिनती के दौरान भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों का भी कड़ाई से पालन किया जाए।
गणना पर्यवेक्षक एवं गणना सहायकों को बताया गया कि मतगणना का काम पूरी पारदर्शिता एवं भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए करें। प्रत्याशियों के गणना अभिकर्ताओं को भी कंट्रोल यूनिट की डिस्प्ले दिखाकर प्रत्याशीवार डाले गए मतों की जानकारी अवश्य बताएं।
प्रशिक्षण के दौरान विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र ग्वालियर के रिटर्निंग अधिकारी श्री प्रदीप तोमर, ग्वालियर पूर्व के रिटर्निंग अधिकारी श्री एच बी शर्मा व विधानसभा क्षेत्र डबरा के रिटर्निंग अधिकारी श्री प्रदीप कुमार शर्मा व मतगणना व्यवस्था से जुड़े जिला पंचायत के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. विजय दुबे सहित तीनों विधानसभा क्षेत्रों के सहायक रिटर्निंग अधिकारी मौजूद थे। मास्टर ट्रेनर्स श्री एस बी ओझा, डॉ. आर के श्रीवास्तव व डॉ. अमरकांत चतुर्वेदी ने मतगणना अमले को प्रशिक्षित किया।
ज्ञात हो भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के तहत जिले के विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 15-ग्वालियर, 16-ग्वालियर पूर्व एवं 19-डबरा (अजा) में गत 3 नवम्बर को डाले गए मतों की गिनती 10 नवम्बर को की जायेगी।
भारत निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों के मुताबिक 10 नवम्बर को प्रात: 8 बजे डाक मत पत्रों की गिनती शुरू होगी। इसके आधा घंटे बाद ईवीएम के वोटों की गिनती शुरू की जायेगी। दोनों प्रकार के मतों की गिनती समानान्तर रूप से जारी रह सकेगी। केवल उन्हीं डाक मत पत्रों की गिनती होगी जो मतगणना शुरू होने से पहले अर्थात 10 नवम्बर को प्रात: 8 बजे से पूर्व प्राप्त हो जायेंगे।
मास्टर ट्रेनर श्री एस बी ओझा ने मतगणना अमले को बताया कि हर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में रेण्डम रूप से 5 मतदान केन्द्र के वीवीपैट की पर्चियों की गिनती अनिवार्यत: की जायेगी। पहले हर विधानसभा क्षेत्र में रेण्डम रूप से एक वीवीपैट की पर्चियों की गिनती कर ईवीएम से मिलान करने का प्रावधान था।
मतगणना अमले को यह भी बताया गया कि मतगणना दिवस को प्रात: 6 बजे अनिवार्यत: मतगणना परिसर में प्रवेश कर लें। मतगणना परिसर में मोबाइल फोन, तम्बाकू, बीड़ी, सिगरेट, माचिस व लाइटर इत्यादि पूर्णत: प्रतिबंधित है। इसलिये मतगणना कर्मी प्रवेश पत्र के अलावा कोई अन्य सामग्री लेकर कदापि न आएँ।
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