गुरुवार, 26 फ़रवरी 2009

मरघट से बेदखल परिवारों को मुख्यमंत्री आश्रय योजना तहत बसाया

मरघट से बेदखल  परिवारों को मुख्यमंत्री आश्रय योजना तहत बसाया

ग्वालियर 24फरवरी 09। संभागायुक्त डा0 कोमल सिंह ने आज मुख्यमंत्री आश्रय योजना के तहत संभागीय मुख्यालय पर पट्टे दिये जाने हेतु अधिकृत समिति की बैठक में मरघट की भूमि से बेदखल परिवारों के पुनर्वास तथा गरीबों के लिए कम लागत वाले आवासगृहों के निर्माण योजना की प्रगति समीक्षा की । बैठक में मरघट की भूमि मौजा गोशपुरा के सर्वे क्रमांक 2216 जिसके सितम्बर 2003 में राजीव गाँधी आश्रय योजना में पट्टा प्राप्त परिवारों को उच्च न्यायालय के आदेशों के पालन से बेदखल किया गया को नगर निगम ग्वालियर की ट्रांजिशन साइट सर्वे क्रमांक 2210 एवं 2211 पर अस्थाई रूप से बसाने का समिति नें  निर्णय लिया ।

निर्णय पूर्व जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने समिति को तथ्यों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होनें  बताया कि मौजा गोशपुरा के सर्वे कमांक 2216 मरघट पर 5 सितम्बर 2003 को राजीव गाँधी आश्रय योजना के तहत 32 व्यक्तियों को आवास हेतु पट्टे जारी किये गये थे । मरघट की भूमि के पट्टे जारी हो जाने से इनके विरूध्द माननीय उच्च न्यायालय मे डब्लू. पी. 268/06 दायर याचिका में 14 अगस्त 07 से इन पट्टेधारियों को हटाने का आदेश पारित हो गया । उच्च न्यायालय के इस आदेश के पालन में इन सभी पट्टेधारियों को मौके से बेदखल किया गया । बेदखल किये गये परिवारों को पास के ही सर्वे क्रमांक 2210,2211 में वैकल्पिक स्थान उपलब्ध कराया गया है तथा सभी पट्टेधारी अब इस वैकल्पिक स्थान में अस्थाई निर्माण कर रह रहे हैं । श्री त्रिपाटी ने बताया कि नगर निगम इस प्रस्तावित स्थल का ट्रांजिशन साइट के रूप में उपयोग कर रहा है सभी पट्टेधारियों को 450 वर्गफुट के आकार के पट्टे दिये जाने है पूर्व में स्वीकृत किये गये 32 पट्टेदार परिवार में से सर्व श्री रामजीलाल काटजू, फूलसिंह पुत्र किशोरी,दामोदर पुत्र चिन्टू, महेश पुत्र बाबूराम, पूरन पुत्र बौरा, महेश पुत्र मेवाराम, बहादुर पुत्र मेवाराम, जसबंत पुत्र किशोरी, मनोज पुत्र दामोदर, मथुरा पुत्र किशोरी, जसबंत पुत्र दामोदर, विनोद पुत्र बाबूराम, राजू पुत्र बाबूलाल, धनीराम पुत्र बौरा, दिलीप पुत्र रामजीलाल, पवन पुत्र बनीसिंह, शानसिंह पुत्र मेवाराम,भजनलाल पुत्र दिलीप, रूपसिंह पुत्र किशोरी, महेन्द्र पुत्र मुरली, संजय पुत्र मुरली, दयाल पुत्र तोताराम, राकेश पुत्र प्रीतम, विजयसिंह पुत्र सोनपाल, अनुप पुत्र रामजीदास, नेतराम, लालसिंह पुत्र सुंदरपाल, श्यामबाबू, मुरारी पुत्र तोताराम, श्रीमती  गुलाबबाई विधवा  रमेश, तथा श्रीमती हरगोबाई इस प्रकार कुल 31 ही मौके पर निवास कर रहे हैं । समिति ने इन 31 परिवारों को  मुख्यमंत्री आश्रय योजना के तहत पुन: पट्टे दिये जाकर व्यवस्थापन पर सहमति दी।

       संभागायुक्त ने बैठक में नगर निगम द्वारा गरीबों के लिए कम कीमत वाले 4500 मकानों के निर्माण की योजना पर भी शीघ्र अमल की हिदायत दी । उन्होनें कम लागत वाले मकानों के लिए शासन द्वारा निर्धारित राशि में मकान उपलब्ध कराने के लिए डिजाईनों के फेरबदल पर चर्चा के लिए तकनीकी विशेषज्ञों से कल ही बैठक करने को कहा ।

       बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री वी.के सूर्यवंशी, कमिश्नर नगर निगम डा0 पवन शर्मा, संबंधित अनुविभागीय अधिकारी, संयुक्त संचालक नगर तथा ग्राम निवेश एवं परियोजना अधिकारी जिला शहरी विकास भी बतौर समिति सदस्य उपस्थित थे ।

 

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