म.प्र. में प्रेस क्लबों की नवीन अवधारणा एवं राज्य स्तर से लेकर तहसील व ब्लॉक स्तर तक के पत्रकारों की सहायता व कल्याण के साथ संभाग व जिलों में प्रेस क्लबों की स्थापना एवं कार्य
- नरेन्द्र सिंह तोमर ''आनन्द''
अध्यक्ष , चम्बल संभाग एवं मुरैना जिला
गणेश शंकर विद्यार्थी प्रेस क्लब म.प्र.
भोपाल स्थित सन 1969 से बन कर चल रहे पत्रकार भवन को नगर निगम भोपाल द्वारा जर्जर व जीर्ण शीर्ण भवन घोषित कर , इस भवन के ध्वस्त करने की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है, आज शायद 20 तारीख को आयुक्त कार्यालय में इस पर चल रहे प्रकरण में निर्णय होना है, 18 अप्रेल को भोपाल में आयोजित ख्यातिप्राप्त , मान्यता प्राप्त 16 पत्रकार संगठनों एवं गणेश शंकर विथार्थी प्रेस क्लब म.प्र. द्वारा आयोजित समस्त पत्रकारों के एक बृहद आयोजन के दरम्यान पत्रकारों के संज्ञान व जानकारी में आया है कि यह भवन सन 1969 में ''वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन '' को तत्कालीन म.प्र. सरकार द्वारा सुपुर्द किया गया था , करीब 46 वर्ष पुराने इस भवन की जर्जरता व जीर्ण शीर्णता के चलते इसका ध्वस्तीकरण कर इसका पुनर्निमाण किया जाना है, बकौल म.प्र. के मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार भोपाल में प्रदेश भर के व बाहरी सभी आगंतुक व अतिथि पत्रकारों के लिये अंतर्राष्ट्रीय स्तर व मानदंडों के अनुकूल एक नया प्रेस क्लब भवन बनाया जाना प्रस्तावित है, जिस पर अनुमानित लागत करीब 9 - 10 करोड़ रूपये आने का पूर्व अनुमान व राशि निर्धारण किया गया है , इसके साथ ही म.प्र. के हर जिला में व संभाग में संभागीय व जिला स्तर पर इसी तर्ज पर प्रेस क्लब बनेंगें , हर जिले के प्रेस क्लब के लिये मुख्यमंत्री सहायता निधि से 50 लाख रूपये व अन्य राशि अन्य निधियों से प्राप्त होगी, अंतर्राष्ट्रीय स्तर का प्रेस क्लब भवन राजधानी भोपाल में होगा - भोपाल के अंतर्राष्ट्रीय स्तर के प्रेस क्लब एवं सभी जिला स्तरीय व संभाग स्तरीय प्रेस क्लब भवनों में म.प्र. शासन के जनसंपर्क संचालनालय व सभी जनसंपर्क कार्यालय भी वहीं पर ही इन प्रेस क्बों में ही संचालित होंगें , इसके अतिरिक्त प्रत्येक पत्रकार / साहित्यकार चाहे वह अधिमान्यता प्राप्त हो या अथवा उसे अधिमान्यता प्राप्त न हो, वह किसी मीडिया संस्थान में कार्यरत हो या न हो , या सेवानिवृत्त हो या स्वतंत्र पत्रकार या स्वतंत्र साहित्यकार हो ( उल्लेखनीय है कि कम से कम 30 आलेख या रचनायें या फीचर्स या अन्य उसके द्वारा आवश्यक रूप से लिखे गये हों और वह चाहे जिस मीडिया पर प्रकाशन हुये हों , या स्वयं द्वारा प्रकाशन स्वयं के माध्यम से किये गये हों उसे स्वतंत्र पत्रकार या स्वतंत्र साहित्यकार कहा जाना प्रस्तावित है) ऐसे सभी लोगों के लिये भोपाल के अंतर्राष्ट्रीय स्तर के प्रेस क्लब में एवं समस्त संभागीय व जिला स्तरीय प्रेस क्लबों में अकेले या सपरिवार रूकने, ठहरने , खाने पीने सहित पत्रकार वार्ताओं एवं अन्य प्रेस गतिविधियों, रचनाओं , खबरों की सामग्री संग्रह , कवरेज आदि करने की सुविधा शामिल होने की सुविधा मुहैया रहेगी , उसे व सभी पत्रकारों / साहित्यकारों को जनसंपर्क संचालनालय एवं जनसंपर्क कार्यालयों की सभी प्रेस विज्ञप्तियां व अन्य प्रेस सामग्री , संदर्भ साहित्य व पत्रकारों व साहित्यकारों को दी जाने वाली प्रत्येक सामग्री / साहित्य/ विषयवस्तु या अन्य कोई भी सुविधा व उपहार या अन्य कोई भी चीज वहीं पर ही एक ही जगह प्रेस क्लब के माध्यम से उपलब्ध हो सकेगी या कराई जायेगी । इसके अतिरिक्त अब कोई भी पत्रकार वार्ता कहीं भी बाहर नहीं होगी, प्रत्येक पत्रकार वार्ता चाहे जो भी हो , सभी को अनिवार्य रूप से प्रेस क्लब में ही लेना होगी और अब राजधानी भोपाल सहित किसी भी संभागीय या जिला स्तरीय पत्रकार वार्ता का कोई भी आयोजन प्रेस क्लब से बाहर नहीं करा जायेगा , इसके साथ ही अब कोई भी पत्रकार किसी भी हस्ती या गैर हस्ती या सरकारी या गैर सरकारी विभाग की पत्रकार वार्ता लेने के लिये अब उसके बताये या पुकारे गये स्थान पर पत्रकार वार्ता लेने नहीं जायेगा , उसे अब केवल प्रेस क्लब में ही पत्रकार वार्ता देने या लेने की अनुमति होगी , चाहे कोई भी राजनेता हो, राजनीतिक दल हो, अभिनेता या आफिसर हो या कर्मचारी हो या कोई भी व्यक्ति जो कि पत्रकार वार्ता लेने या देने का इच्छुक व अभिलाषी हो , उसे प्रेस क्लब मात्र अकेले को सूचना देनी होगी, प्रेस क्लब ही अपने उसे समस्त पूरे प्रेस क्लब को स्वयं ही अवगत करा देगा एवं पत्रकारगण या साहित्यकार गण तदनुसार उस पत्रकार वार्ता को ले सकेंगें या न ले सकेंगें , इसके साथ ही सरकार का जनसंपर्क अधिकारी भी उस पत्रकार वार्ता में सम्मिलित रहेगा , यह भी वहीं प्रेस क्लब यदि चाहेगा तो किसी पत्रकार वार्ता का बहिष्कार करने का निर्णय भी ले सकेगा । इसी के साथ ही प्रेस क्लब में भोजन, चाय नाश्ते व अन्य खाने पीने की सुविधाओं के लिये भोजनालय व कैन्टीन संचालन व प्रबंधन सुविधा उपलब्ध रहेगी जो कि अत्यंत नाम मात्र के शुल्क पर नाश्ता , चाय भोजन व अन्य खाने पीने की सुविधा उपलब्ध करायेगी । कोई भी पत्रकार या साहित्यकार चाहे भले ही अधिमान्यता प्राप्त हो या न हो या चाहे स्वतंत्र पत्रकार या साहित्कार हो, किसी बहुत बड़े मीडिया संसथान का कर्मचारी या अधिकारी हो या बहुत ज्यादा छोटे से किसी भी अखबार या गैर अखबारी पत्रिका का या अन्य मीडिया का कर्मचारी या अधिकारी हो या एकदम पूर्ण स्वतंत्र लेखक या साहित्यकार हो और कोई भी अखबार या मीडिया से न जुड़ा हो , सभी के लिये एक समान सुविधा एवं एक समान व्यवहार व एक समान कार्यप्रणाली समस्त उपलब्धतायें व सहयोग उपलब्ध रहेगा, इसके अतिरिक्त यह भी प्रेस क्लब की नवीन अवधारणा में स्थापित किया गया है कि कोई भी पत्रकार या साहित्यकार को दी जाने वाली चिकित्सा, स्वास्थ्य या दुर्घटना बीमा या अन्य श्रद्धा निधि या अन्य प्रकार की कोई भी वित्तीय या आर्थिक सुविधा , आवास या पत्रकार कालोनी या आवासीय भूखंड आदि की सुविधा भी प्रेस क्लब के माध्यम से प्रदत्त की जायेगी, पत्रकारों व साहित्यकारों आदि सहित स्वतंत्र पत्रकारों व साहित्यकारों आदि को भी अधिमान्या देने, या न देने या अधिमान्यता न देने या अधिमान्यता वापस लेने आदि संबंधी समस्त कार्य व निर्णय भी प्रेस क्लबों द्वारा ही संपादित करे जायेंगें एवं तदनुसार आवश्यक कार्यवाहीयां , पत्रकारों व साहित्यकारों की समस्या व परेशानीयां चाहे वह निजी हों या पारिवारिक या सामाजिक या राजनीतिक या अन्यान्य प्रकार की का निराकरण व कार्यवाहीयां भी प्रेस क्लबों द्वारा की जायेंगीं, गरीब पत्रकारों व साहित्यकारों या आर्थिक रूप से कमजोर या विपन्न पत्रकारों व साहित्यकारों को बेटियों व बेटों के विवाह शादी या जन्मोत्सव या अन्य कार्यक्रमादि संपन्न करने के लिये भी प्रेस क्लब सहायता व सहयोग के साथ ही उन्हें भवन एवं भूमि , परिसर आदि उपलब्ध करायेंगें जिससे किसी भी पत्रकार व साहित्यकार की समाजिक प्रतिष्ठा , गरिमा , मान मर्यादा सर्वदा सुरक्षित व अक्षुण्ण बनी रहे , प्रेस क्लब पत्रकारों व साहित्यकारों के लिये कल्याण व सेवा के माध्यम के रूप में विकसित किये जाकर एक मंच व एक सहभागिता के साथ वसुधैव कुटुम्बकम की भावना एवं थीम से ओतप्रोत रहेंगें - नरेन्द्र सिंह तोमर ''आनन्द'' , अध्यक्ष , चम्बल संभाग एवं मुरैना जिला , गणेश शंकर विद्यार्थी प्रेस क्लब म.प्र. , सी. ई. ओ. एवं प्रधान संपादक , ग्वालियर टाइम्स समूह एवं '' चम्बल की आवाज''
- नरेन्द्र सिंह तोमर ''आनन्द''
अध्यक्ष , चम्बल संभाग एवं मुरैना जिला
गणेश शंकर विद्यार्थी प्रेस क्लब म.प्र.
भोपाल स्थित सन 1969 से बन कर चल रहे पत्रकार भवन को नगर निगम भोपाल द्वारा जर्जर व जीर्ण शीर्ण भवन घोषित कर , इस भवन के ध्वस्त करने की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है, आज शायद 20 तारीख को आयुक्त कार्यालय में इस पर चल रहे प्रकरण में निर्णय होना है, 18 अप्रेल को भोपाल में आयोजित ख्यातिप्राप्त , मान्यता प्राप्त 16 पत्रकार संगठनों एवं गणेश शंकर विथार्थी प्रेस क्लब म.प्र. द्वारा आयोजित समस्त पत्रकारों के एक बृहद आयोजन के दरम्यान पत्रकारों के संज्ञान व जानकारी में आया है कि यह भवन सन 1969 में ''वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन '' को तत्कालीन म.प्र. सरकार द्वारा सुपुर्द किया गया था , करीब 46 वर्ष पुराने इस भवन की जर्जरता व जीर्ण शीर्णता के चलते इसका ध्वस्तीकरण कर इसका पुनर्निमाण किया जाना है, बकौल म.प्र. के मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार भोपाल में प्रदेश भर के व बाहरी सभी आगंतुक व अतिथि पत्रकारों के लिये अंतर्राष्ट्रीय स्तर व मानदंडों के अनुकूल एक नया प्रेस क्लब भवन बनाया जाना प्रस्तावित है, जिस पर अनुमानित लागत करीब 9 - 10 करोड़ रूपये आने का पूर्व अनुमान व राशि निर्धारण किया गया है , इसके साथ ही म.प्र. के हर जिला में व संभाग में संभागीय व जिला स्तर पर इसी तर्ज पर प्रेस क्लब बनेंगें , हर जिले के प्रेस क्लब के लिये मुख्यमंत्री सहायता निधि से 50 लाख रूपये व अन्य राशि अन्य निधियों से प्राप्त होगी, अंतर्राष्ट्रीय स्तर का प्रेस क्लब भवन राजधानी भोपाल में होगा - भोपाल के अंतर्राष्ट्रीय स्तर के प्रेस क्लब एवं सभी जिला स्तरीय व संभाग स्तरीय प्रेस क्लब भवनों में म.प्र. शासन के जनसंपर्क संचालनालय व सभी जनसंपर्क कार्यालय भी वहीं पर ही इन प्रेस क्बों में ही संचालित होंगें , इसके अतिरिक्त प्रत्येक पत्रकार / साहित्यकार चाहे वह अधिमान्यता प्राप्त हो या अथवा उसे अधिमान्यता प्राप्त न हो, वह किसी मीडिया संस्थान में कार्यरत हो या न हो , या सेवानिवृत्त हो या स्वतंत्र पत्रकार या स्वतंत्र साहित्यकार हो ( उल्लेखनीय है कि कम से कम 30 आलेख या रचनायें या फीचर्स या अन्य उसके द्वारा आवश्यक रूप से लिखे गये हों और वह चाहे जिस मीडिया पर प्रकाशन हुये हों , या स्वयं द्वारा प्रकाशन स्वयं के माध्यम से किये गये हों उसे स्वतंत्र पत्रकार या स्वतंत्र साहित्यकार कहा जाना प्रस्तावित है) ऐसे सभी लोगों के लिये भोपाल के अंतर्राष्ट्रीय स्तर के प्रेस क्लब में एवं समस्त संभागीय व जिला स्तरीय प्रेस क्लबों में अकेले या सपरिवार रूकने, ठहरने , खाने पीने सहित पत्रकार वार्ताओं एवं अन्य प्रेस गतिविधियों, रचनाओं , खबरों की सामग्री संग्रह , कवरेज आदि करने की सुविधा शामिल होने की सुविधा मुहैया रहेगी , उसे व सभी पत्रकारों / साहित्यकारों को जनसंपर्क संचालनालय एवं जनसंपर्क कार्यालयों की सभी प्रेस विज्ञप्तियां व अन्य प्रेस सामग्री , संदर्भ साहित्य व पत्रकारों व साहित्यकारों को दी जाने वाली प्रत्येक सामग्री / साहित्य/ विषयवस्तु या अन्य कोई भी सुविधा व उपहार या अन्य कोई भी चीज वहीं पर ही एक ही जगह प्रेस क्लब के माध्यम से उपलब्ध हो सकेगी या कराई जायेगी । इसके अतिरिक्त अब कोई भी पत्रकार वार्ता कहीं भी बाहर नहीं होगी, प्रत्येक पत्रकार वार्ता चाहे जो भी हो , सभी को अनिवार्य रूप से प्रेस क्लब में ही लेना होगी और अब राजधानी भोपाल सहित किसी भी संभागीय या जिला स्तरीय पत्रकार वार्ता का कोई भी आयोजन प्रेस क्लब से बाहर नहीं करा जायेगा , इसके साथ ही अब कोई भी पत्रकार किसी भी हस्ती या गैर हस्ती या सरकारी या गैर सरकारी विभाग की पत्रकार वार्ता लेने के लिये अब उसके बताये या पुकारे गये स्थान पर पत्रकार वार्ता लेने नहीं जायेगा , उसे अब केवल प्रेस क्लब में ही पत्रकार वार्ता देने या लेने की अनुमति होगी , चाहे कोई भी राजनेता हो, राजनीतिक दल हो, अभिनेता या आफिसर हो या कर्मचारी हो या कोई भी व्यक्ति जो कि पत्रकार वार्ता लेने या देने का इच्छुक व अभिलाषी हो , उसे प्रेस क्लब मात्र अकेले को सूचना देनी होगी, प्रेस क्लब ही अपने उसे समस्त पूरे प्रेस क्लब को स्वयं ही अवगत करा देगा एवं पत्रकारगण या साहित्यकार गण तदनुसार उस पत्रकार वार्ता को ले सकेंगें या न ले सकेंगें , इसके साथ ही सरकार का जनसंपर्क अधिकारी भी उस पत्रकार वार्ता में सम्मिलित रहेगा , यह भी वहीं प्रेस क्लब यदि चाहेगा तो किसी पत्रकार वार्ता का बहिष्कार करने का निर्णय भी ले सकेगा । इसी के साथ ही प्रेस क्लब में भोजन, चाय नाश्ते व अन्य खाने पीने की सुविधाओं के लिये भोजनालय व कैन्टीन संचालन व प्रबंधन सुविधा उपलब्ध रहेगी जो कि अत्यंत नाम मात्र के शुल्क पर नाश्ता , चाय भोजन व अन्य खाने पीने की सुविधा उपलब्ध करायेगी । कोई भी पत्रकार या साहित्यकार चाहे भले ही अधिमान्यता प्राप्त हो या न हो या चाहे स्वतंत्र पत्रकार या साहित्कार हो, किसी बहुत बड़े मीडिया संसथान का कर्मचारी या अधिकारी हो या बहुत ज्यादा छोटे से किसी भी अखबार या गैर अखबारी पत्रिका का या अन्य मीडिया का कर्मचारी या अधिकारी हो या एकदम पूर्ण स्वतंत्र लेखक या साहित्यकार हो और कोई भी अखबार या मीडिया से न जुड़ा हो , सभी के लिये एक समान सुविधा एवं एक समान व्यवहार व एक समान कार्यप्रणाली समस्त उपलब्धतायें व सहयोग उपलब्ध रहेगा, इसके अतिरिक्त यह भी प्रेस क्लब की नवीन अवधारणा में स्थापित किया गया है कि कोई भी पत्रकार या साहित्यकार को दी जाने वाली चिकित्सा, स्वास्थ्य या दुर्घटना बीमा या अन्य श्रद्धा निधि या अन्य प्रकार की कोई भी वित्तीय या आर्थिक सुविधा , आवास या पत्रकार कालोनी या आवासीय भूखंड आदि की सुविधा भी प्रेस क्लब के माध्यम से प्रदत्त की जायेगी, पत्रकारों व साहित्यकारों आदि सहित स्वतंत्र पत्रकारों व साहित्यकारों आदि को भी अधिमान्या देने, या न देने या अधिमान्यता न देने या अधिमान्यता वापस लेने आदि संबंधी समस्त कार्य व निर्णय भी प्रेस क्लबों द्वारा ही संपादित करे जायेंगें एवं तदनुसार आवश्यक कार्यवाहीयां , पत्रकारों व साहित्यकारों की समस्या व परेशानीयां चाहे वह निजी हों या पारिवारिक या सामाजिक या राजनीतिक या अन्यान्य प्रकार की का निराकरण व कार्यवाहीयां भी प्रेस क्लबों द्वारा की जायेंगीं, गरीब पत्रकारों व साहित्यकारों या आर्थिक रूप से कमजोर या विपन्न पत्रकारों व साहित्यकारों को बेटियों व बेटों के विवाह शादी या जन्मोत्सव या अन्य कार्यक्रमादि संपन्न करने के लिये भी प्रेस क्लब सहायता व सहयोग के साथ ही उन्हें भवन एवं भूमि , परिसर आदि उपलब्ध करायेंगें जिससे किसी भी पत्रकार व साहित्यकार की समाजिक प्रतिष्ठा , गरिमा , मान मर्यादा सर्वदा सुरक्षित व अक्षुण्ण बनी रहे , प्रेस क्लब पत्रकारों व साहित्यकारों के लिये कल्याण व सेवा के माध्यम के रूप में विकसित किये जाकर एक मंच व एक सहभागिता के साथ वसुधैव कुटुम्बकम की भावना एवं थीम से ओतप्रोत रहेंगें - नरेन्द्र सिंह तोमर ''आनन्द'' , अध्यक्ष , चम्बल संभाग एवं मुरैना जिला , गणेश शंकर विद्यार्थी प्रेस क्लब म.प्र. , सी. ई. ओ. एवं प्रधान संपादक , ग्वालियर टाइम्स समूह एवं '' चम्बल की आवाज''
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