बुधवार, 8 जून 2011

सांसदों ने सरकार से एनसीसी और सैनि‍क स्कूलों के उन्न यन की मांग की

सांसदों ने सरकार से एनसीसी और सैनि‍क स्‍कूलों के उन्‍नयन की मांग की

 

 दलगत मुद्दों से ऊपर उठकर संसद सदस्‍यों ने आज सरकार से यह मांग करते हुए कहा कि‍राष्‍ट्रीय केडेट कोर (एनसीसी) और सैनि‍क स्‍कूलों में युवाओं को दि‍ए जा रहे प्रशि‍क्षण के ढ़ांचे और वि‍षय-समग्री में व्‍यापक बदलाव कि‍या जाना चाहि‍ए, ताकि‍उन्‍हें समकालि‍क वि‍श्‍व के सापेक्ष लाया जा सके । वे रक्षा मंत्रालय की सलाहकार समि‍ति‍की बैठक में भाग ले रहे थे।

सदस्‍यों ने महसूस कि‍या कि‍एनसीसी और सैनि‍क स्‍कूलों द्वारा उपलब्‍ध ढ़ांचागत कार्यक्रम में युवाओं को बड़ी संख्‍या में लाने की जरूरत है, ताकि‍वे सशक्‍त मूल्‍यों को ग्रहण कर सकें और भवि‍ष्‍य के योग्‍य नागरि‍क बन सकें ।

इससे पहले चर्चा की शुरूआत करते हुए रक्षा मंत्री श्री ए के एंटनी ने कहा कि‍एनसीसी देश भर में सामाजि‍क और सामुदायि‍क वि‍कास कार्यक्रमों में अग्रणी है। उन्‍होंने कहा कि‍एनसीसी कैडेटों ने ज्ञानेश्‍वरी एक्‍सप्रेस दुर्घटना के दौरान समय पर सहायता उपलब्‍ध कराई और मुम्‍बई के नि‍कट समुद्र में तेल के रि‍साव की सफाई की और मेरी धरती मेरा कर्त्‍तव्‍य के हि‍स्‍से के रूप में 10 लाख पौधे लगाएं। इस बैठक को रक्षा मंत्री श्री एम एम पल्‍लमराजू ने भी संबोधि‍त कि‍या।

इस बैठक में भाग लेने वालों सांसदों में डॉ. मुरली मनोहर जोशी, श्री राम चंद्र खुंटि‍या, श्री एच के दुआ, श्री पीयुष गोयल, श्री ईश्‍वर लाल जैन, डॉ. महेन्‍द्र प्रसाद, श्री शि‍वानंद ति‍वारी, श्री मनीष ति‍वारी, श्री गोपाल सिंह शेखावत, श्री एस एस रामासुब्‍बु, श्री ललि‍त मोहन शुक्‍लबैध और श्री हर्षवर्द्धन । बैठक में रक्षा सचि‍व श्री प्रदीप कुमार, सचि‍व (रक्षा उत्‍पादन) श्री आर के¬¬ सिंह और रक्षा मंत्री के वैज्ञानि‍क सलाहकार श्री वी के सारस्‍वत ने भी भाग लि‍या ।

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