बुधवार, 24 दिसंबर 2008

इस वित्त वर्ष में साढे 5 हजार से अधिक नसबंदी आपरेशन

इस वित्त वर्ष में साढे 5 हजार से अधिक नसबंदी आपरेशन

ग्वालियर 23 दिसम्बर 08। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अर्चना शिंगवेकर ने बताया कि जिले में इस वित्त वर्ष में अभी तक 5 हजार 532 नस बंदी आपरेशन किये जा चुके हैं, जिसमें से 3 हजार 355 पुरूष और 2 हजार 177 महिला नसबंदी की गई। उन्होंने बताया कि जिले में इस वित्त वर्ष में 8 हजार 104 नेत्र आपरेशन किये जा चुके हैं, जो कि लक्ष्य का 61 प्रतिशत है जबकि गत नवम्बर माह में 1593 नेत्र आपरेशन किये गये। इस वर्ष जिले में अभी तक 129 कुष्ठ रोगियों की खोज और जांच करके इलाज किया गया। उन्होंने बताया कि मलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत इस वर्ष 2 लाख 16 हजार 540 मरीजों की खून की जांच करके उनका इलाज किया गया। मलेरिया के 3 हजार 315 केश धनात्मक पाये गये।

       डॉ. शिंगवेकर ने बताया कि जिले में चल रहे टीकाकरण कार्यक्रम के तहत बच्चों को बी सी जी. के 37 हजार 329 टीके लगाये गये। तथा डी पी टी के 33 हजार 522 और चेचक के 35  हजार 241 टीके लगाये गये। टीकाकरण कार्यक्रम में जिले की उपलब्धि इस वित्त वर्ष औसतन 98 प्रतिशत रही।

       डॉ. शिंगवेकर ने बताया कि जिले में इस वित्त वर्ष में जननी सुरक्षा योजना 20 हजार 794 में हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया जो कि लक्ष्य का 96 प्रतिशत है। इसीप्रकार 23 हजार 945 माताओं ने स्थानीय अस्पतालों में बच्चों को जन्म दिया। इस संस्थागत प्रसव योजना में जिले की उपलब्धि 92 प्रतिशत रही। उन्होंने बताया कि जिले में दीनदयाल अंत्योदय उपचार योजना के तहत 5 हजार 289 बी पी एल हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया। उन्हे अस्पताल में उपलब्ध दवाइयां और इलाज मुफ्त में दिया गया है। इस योजना में जिले की उपलब्धि 98 प्रतिशत रही। जननी एक्सप्रेस योजना के तहत 6 हजार 3 सौ गर्भवती माताओं को लाभान्वित किया गया।

       डॉ. शिंगवेकर ने बताया कि गत 22 दिसम्बर को जिले में पल्स पोलियो अभियान के तहत 95 हजार 788 नैनिहालों को पल्स पोलियो की जिन्दगी की दो बूंद पिलाई गई, इसमें शहरी क्षेत्र में 38 हजार 251 और ग्रामीण क्षेत्र में 57 हजार 537  बच्चों को स्वास्थ्य कार्यकतौओं ने घर घर जाकर दवा पिलाई। अभी तक 85 प्रतिशत से अधिक बच्चों को पल्स पोलियो की दवा पिलाई जा चुकी है। शेष बच्चों को आज शाम तक दवा पिलाई दी जायेगी।

 

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