सोमवार, 22 दिसंबर 2008

पल्स पोलियो अभियान :बच्चों को पिलाई गईं जिन्दगी की दो बूंद

पल्स पोलियो अभियान :बच्चों को पिलाई गईं जिन्दगी की दो बूंद

आज घर-घर जाकर होगा सर्वेक्षण और शेष बच्चों को पिलाई जायेगी पोलियोरोधी दवा

ग्वालियर 21 दिसम्बर 08 । हर बच्चे को सुरक्षित भविष्य देने और पोलियो जैसी घातक बीमारी से बचाने के लिए ग्वालियर जिले में भी आज पल्स पोलियो अभियान सफलतापूर्वक संचालित किया गया । अभियान के अंतर्गत जन्म से पांच वर्ष तक के बच्चों को पोलियो सुरक्षा कवच प्रदान करते हुए दो बूंद जिन्दगी की पिलाई गई । अभियान में सभी वर्गो ने विशेष उत्साह दिखाया ।

पल्स पोलियो अभियान के तहत 22 एवं 23 दिसम्बर को टीकाकरण दलों द्वारा घर-घर जाकर जन्म से पांच वर्ष तक के बच्चों का सर्वेक्षण किया जायेगा और जो बच्चे पोलियो बूथ तक नहीं आ सके हैं उन्हें पोलियोरोधी दवा पिलाई जायेगी ।

       पल्स पोलियो अभियान के तहत आज प्रात: 8 बजे से सर्द मौसम के बीच लोग अपने बच्चों को लेकर पोलियो बूथों पर आना शुरू हो गये । समय के साथ-साथ बूथों पर बच्चों की संख्या बढ़ती गई । अभियान की सफलता के लिए जहां शासकीय माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार किया गया। वहीं गैर सरकारी संगठनों ने भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ।

        मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अर्चना शिंगवेकर ने बताया कि पल्स पोलियो अभियान का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए जिले में कुल 2027 पोलियो बूथ स्थापित किये गये थे । इन बूथों पर 4 हजार 880 कर्मचारी तैनात किये गये । इसके अतिरिक्त मोबाइल टीम भी लगाई गईं। रेलवे स्टेशन, बस स्टेण्ड आदि पर भी बच्चों को पोलियोरोधी दवा पिलाने की व्यवस्था की गई थी । कार्यक्रम के पर्यवेक्षण के लिए 286 सुपरवाइजर्स भी तैनात किये गये थे ।

       इस अभियान में विभिन्न स्वयं सेवी संगठनों ने भी अपेक्षानुसार सहयोग प्रदान किया। वहीं कैंसर चिकित्सालय शोध संस्थान एवं जे.ए.एच.हॉस्पीटल स्थित नर्सिंग कालेज, निजी नर्सिंग कॉलेज की छात्राओं के द्वारा भी पल्स पोलियो अभियान में प्रशंसनीय कार्य सम्पादित किया गया ।

 

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