सोमवार, 24 मई 2010

आरसेटी. में युवा सीख रहे हैं डेयरी प्रबंधन एवं पशुपालन की बारीकियां

आरसेटी. में युवा सीख रहे हैं डेयरी प्रबंधन एवं पशुपालन की बारीकियां

ग्वालियर 17 मई 10। ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को रोजगार गतिविधियों से जोड़ने के उद्देश्य से प्रारंभ किये गये आर सेटी में जिले की विभिन्न जनपद पंचायत क्षेत्रों के 40 युवा प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे है। इन युवाओं के डेयरी प्रबंधक एवं दुधारू पशुपालन विषय पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसमें विशेषज्ञों द्वारा व्यापार और प्रबंधन की बारीकियां सिखाई जा रहीं है।

       अग्रणी बैंक प्रबंधक श्री एस एस. चौधरी से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस प्रशिक्षण में ग्वालियर जिले के चारों जनपद पंचायत मुरार, घाटीगांव, डबरा एवं भितरवार से आये हुए 40 प्रशिक्षणार्थी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे है। इन प्रशिक्षणार्थियों को नगर के प्रमुख विषय-विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है, 14 मई को ग्रामीण विकास प्रशिक्षण केन्द्र ग्वालियर के संकाय सदस्य श्री संजय जोशी द्वारा एस जी एस वाई. योजना, स्वयं सहायता समूह एवं कौशल उन्नयन विषयों पर प्रशिक्षण प्रदान किया गया तथा अपरान्ह के सत्रों में श्रीमती सुमन शर्मा, संकाय सदस्य द्वारा समूह ग्रेडेशन, समूह संबर्धन नीति एवं चक्रीय कोष के बारे में जानकारी प्रदान की गई, 15 मई को नगर की पशु शल्य चिकित्सक डॉ. श्रीमती कल्पना राजपूत ने ग्वालियर जिले में डेयरी टेक्नोलॉजी की उपयोगिता/ पशु चयन के पूर्व अच्छे पशु विषयक जानकारियां/ पशु की नस्लें/ भेंसे व गायों का तुलनात्मक विश्लेषण विषयों पर जानकारी दी गई, 16 मई को सर्जन डॉ. आर एस. शर्मा, पशु चिकित्सा विस्तार अधिकारी एवं डॉ. आर एम. स्वामी पशु चिकित्सा सहायक सर्जन द्वारा स्वस्थ पशुओं के लक्षण/ बीमार पशुओं के लक्षण/ संक्रामक रोग/ बीमारियों से बचाव एवं उपचार तथा गाय एवं भेसों के बछड़ा देने पर उनकी देखभाल आदि विषयों पर प्रशिक्षण प्रदान किया गया एंव प्राशिक्षणार्थियों की विभिन्न शंकाओं का भी विशेषज्ञों द्वारा निवारण किया गया। इसीक्रम में आगामी तीन दिनों में भी इस प्रशिक्षण में भाग ले रहे ग्रामीण बेरोजगारों को डेयरी प्रबंधन एवं दुधारू पशुओं के संबंध में महत्वपूर्ण विषयों पर जानकारी देने हेतु विभिन्न विषय विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गया है। तथा साथ ही बैंक अधिकारियों द्वारा स्वरोजगार स्थापित करने हेतु ऋण सहायता प्राप्त करने हेतु अपनाई जाने वाली प्रक्रिया संबंधी जानकारी भी प्रशिक्षणार्थियों को उपलब्ध कराई जायेगी। इस प्रशिक्षण के उपरांत यह युवक एक सफल उद्यमी बन सकेंगे।

 

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