सोमवार, 8 फ़रवरी 2010

पन्द्रह जून तक पूर्ण करायें स्वर्ण रेखा प्रोजेक्ट के कार्य- श्री मलैया

पन्द्रह जून तक पूर्ण करायें स्वर्ण रेखा प्रोजेक्ट के कार्य- श्री मलैया

समीक्षा बैठक में संबंधित अधिकारियों को प्रभारी मंत्री के निर्देश

ग्वालियर, 5 फरवरी 10/ स्वर्ण रेखा नदी परियोजना के शेष काम आगामी 15 जून तक पूर्ण करायें। शेष काम समय-सीमा में पूर्ण हो सकें इसके लिए कार्य एजेन्सी जल संसाधन विभाग सहित इस परियोजना से जुड़े नगर निगम व लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारी आपसी समन्वय स्थापित कर कार्यों को गति दें । इस आशय के निर्देश जिले के प्रभारी एवं जल संसाधन मंत्री श्री जयंत मलैया ने स्वर्ण रेखा प्रोजेक्ट की समीक्षा के दौरान दिये । यहाँ राज्य स्वास्थ्य प्रबंधन एवं संचार संस्थान में आयोजित हुई बैठक में कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी, नगर निगम आयुक्त डॉ. पवन शर्मा, विधायक श्री मदन कुशवाह, मुख्य अभियन्ता जल संसाधन श्री एम डी. नारोलिया, अधीक्षण यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, नगरीय कार्यों के नोडल अधिकारी एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री विनोद शर्मा एवं कार्यपालन यंत्री जल संसाधन श्री आर डी. त्यागी सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

       प्रभारी मंत्री श्री जयंत मलैया ने स्वर्ण रेखा प्रोजेक्ट के ठेकेदार को भी बैठक में बुलाकर शेष कार्य समय सीमा में पूर्ण कराने के लिये साफ तौर पर आगाह किया। उन्होंने ठेकेदार से कहा कि कार्यों को पूर्ण कराने के लिये जितने संसाधनों की जरूरत है, उनका माकूल बन्दोबस्त करें। श्री मलैया ने विभागीय अधिकारियों को भी प्रोजेक्ट के शेष कार्यों में पूरी तकनीकी मदद व सलाह देने की हिदायत दी, ताकि कार्य गुणवत्ता के साथ पूर्ण हो सकें।

       कार्यपालन यंत्री जल संसाधन श्री आर डी. त्यागी ने स्वर्ण रेखा नदी की जल गुणवत्ता उन्नयन योजना के तहत अब तक हुए कार्यों की बैठक में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विश्व बैंक वित्त पोषित यह परियोजना करीबन 37 करोड़ 84 लाख रूपये की लागत से मंजूर हुई थी। योजना के तहत लगभग 60  प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुके हैं, जिन पर 22 करोड़ 48 लाख रूपये से अधिक धनराशि खर्च की जा चुकी है। पूर्ण कार्यों में स्वर्ण रेखा में करीबन साढ़े सात किलोमीटर सिल्ट एवं मिट्टी की खुदाई, साढ़े चार किलोमीटर से  अधिक लाइनिंग कार्य, नदी में सात किलोमीटर लंबाई में पेरापिट वॉल का निर्माण, चित्रगुप्त गंज पुल व गुरूद्वारा पुल का निर्माण व बारादरी जीर्णोध्दार आदि कार्य शामिल हैं। इसके अलावा छ: पुराने पुलों का जीर्णोध्दार कराया गया है। साथ ही हजीरा पुल वर्तमान में निर्माणाधीन है और खेड़ापति पुल का निर्माण शीघ्र शुरू होने जा रहा है। स्वर्ण रेखा से जुड़े पाँच बांधों की कनेक्टिंग चैनल एवं हनुमान बांध का गहरीकरण व पिचिंग कार्य भी तकरीबन पूर्ण हो चुके हैं। नदी से जुड़े सहायक नालों मसलन हॉस्पिटल रोड नाला, तानसेन नगर नाला व प्रेम नगर नाला आदि काम भी कराये गये हैं।

 

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