शनिवार, 11 जुलाई 2009

ड्रिप व स्प्रिकलर सिंचाई पध्दति को बढ़ावा देने का निर्णय

ड्रिप व स्प्रिकलर सिंचाई पध्दति को बढ़ावा देने का निर्णय

उद्यानिकी मिशन की जिला समिति की बैठक सम्पन्न

ग्वालियर 10 जुलाई 09। कम पानी में अधिक रकबे की सिंचाई करने के मकसद से ड्रिप एवं स्ंप्रिकलर सिंचाई पध्दति को बढ़ावा देने के लिये जिले में विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। इस कड़ी में आज जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जिला उद्यानिकी मिशन समिति एवं माइक्रो इरीगेशन समिति की बैठक में मौजूदा वर्ष में ड्रिप सिंचाई की 226 व स्ंप्रिकलर की 181 इकाइयाँ स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। इन इकाइयों की स्थापना उद्यानिकी मिशन व अन्य विभागीय योजनाओं तथा रोजगार गारण्टी योजना के संयोजन से की जायेगी। यहां राज्य स्वास्थ्य प्रबंधन एवं संचार संस्थान में आयोजित हुई बैठक में उप संचालक किसान कल्याण एवं कृषि विभाग श्री जे एस. यादव, जिला पंजीयक सहकारी संस्थायें श्री आर के. बाजपेई, सहायक संचालक उद्यानिकी श्री एम एस. तोमर व लीड बैंक अधिकारी श्री शुक्ला सहित अन्य संबंधित अधिकारी तथा कृषक प्रतिनिधि मौजूद थे।

       जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने उद्यानिकी मिशन के तहत जिले में मॉडल नर्सरी की स्थापना समेत अब तक हुई अन्य उद्यानिकी गतिविधियों की बारीकी से समीक्षा की। उन्होंने सहायक संचालक उद्यानिकी समेत जिले के सभी उद्यान अधीक्षकों को साफतौर पर हिदायत दी कि मिशन की योजनाओं के क्रियान्वयन में उदासीनता पाये जाने पर सख्त कार्रवाई होगी। त्रिपाठी ने कहा कि मिशन के तहत हुए आंवला व गुलाब रोपण सहित अन्य कार्यों का शत-प्रतिशत सत्यापन करें। और उसकी रिपोर्ट जल्द से जल्द जिला कार्यालय को भेजें, ताकि आगामी कार्य कराये जा सकें। उन्होंने मॉडल नर्सरी के रूप में चयनित शासकीय पौधशाला भितरवार में कार्यों की धीमी प्रगति पर नाराजगी व्यक्त की। जिले में किसानों के लिये अनुदान के आधार पर तैयार कराई गईं वृहद स्तर की सभी बीस वर्मी कम्पोस्ट इकाइयों में कैंचुआ छोड़ने का कार्य भी जल्द कराने के निर्देश भी उन्होंने संबंधित अधिकारियों को दिये। उद्यानिकी मिशन की जिला समिति की बैठक में अन्य विषय विशेषज्ञों व प्रगतिशील किसानों को भी समिति में शामिल करने का निर्णय लिया गया है।

      सहायक संचालक उद्यानिकी श्री एम एस. तोमर ने बताया कि जिले में उद्यानिकी मिशन व माइक्रो इरीगेशन स्कीम के तहत बीते वित्तीय वर्ष में जिले के एक हजार 794 हितग्राहियों को लाभान्वित कराया गया। जिनमें अनुसूचित जाति के 308 व अनुसूचित जन जाति के 60 हितग्राही शामिल हैं।

 

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