गुरुवार, 18 मार्च 2010

महापौर श्रीमती समीक्षा गुप्ता ने किया ग्वालियर नगर निगम का बजट 2010-2011 प्रस्तुत

महापौर श्रीमती समीक्षा गुप्ता ने किया ग्वालियर नगर निगम का बजट 2010-2011 प्रस्तुत

 

ग्वालियर दिनांक-15032010- नगर निगम परि6ाद सभागार में दोपहर 3 बजे महापौर श्रीमती समीक्षा गुप्ता द्वारा आज नगर निगम ग्वालियर का बजट 2010-2011 प्रस्तुत किया गया। माननीय महापौर के बजट भा6ाण के बाद परि6ाद के सभापति बृजेन्द्र सिंह जादौन ने बजट पर सं8ाोधन प्रस्ताव के लिये दिनांक 22032010 सायं 0530 बजे तक का समय निर्धारित किया है वहीं बजट चर्चा के लिये आगामी बैठक 29032010 क़ो सायं 0300 बजे तक आयोजित की जायेगी।

       माननीय महापौर श्रीमती समीक्षा गुप्ता द्वारा परि6ाद में प्रस्तुत किये गये बजट भा6ाण का विवरण इस प्रकार है :-

ग्वालियर का अतीत वैभव पूर्णं है। ग्वालियर का वर्तमान प्रगति और विकास के नित नए सौपान चढ़ रहा है। ग्वालियर के भवि6य को सजाने, सवारने और पूर्ण विकसित नगर के रूप में स्थापित करने की जिम्मेदारी इस सम्पूर्णं सदन की है। अपने पर्ा6ाद भाई, बहनों में अटूट वि8वास रखते हुए आ8वस्त हूं कि हम सभी नगर विकास के आयाम स्थापित करने को दृढ़ संकल्पित हैं।

11 जनवरी 2010 को गठित नगर निगम परि6ाद का प्रथम बजट प्रस्तुत करते हुए जहाँ मुझे बहुत र्ह6ा हो रहा है वहीं मैं अपने आप को एक महती जिम्मेदारी से परिपूर्ण महिला के रूप में महसूस कर रही हूँ जिसके कंाों पर नगर के समस्त नागरिकों ने नगर के सभी नागरिकों को मूलभूत सुविााएं उपलब कराने के साथ-साथ नगर का सर्वांगीण विकास किये जाने का भार सौंपा है। मैं अपने साथ-साथ अपने सभी पर्ा6ाद भाइयोंबहिनों को भी इस जिम्मेदारी का एहसास कराना चाहती हूँ जिसमें वे बराबर के भागीदार हैं और उन्हीं के प्रयासों से यह जिम्मेदारियाँ पूरी होंगी। आप सब इन सभी कार्यों और उत्तरदायित्वों में मेरे साथ सहभागी होकर नागरिकों को पूर्ण स्वच्छ, सुन्दर तथा पारद8र्ाी प्र8ाासन उपलब कराने में सहायक होंगे।

नगर निगम परि6ाद की अपनी वि8ाि6ट परम्पराएं हैं जिनके चलते हुए यह परि6ाद प्रदे8ा की सर्वश्रे6ठ परि6ादों में से एक है। इस परि6ाद का मूल आधार रहा परस्पर वि8वास और समन्वय। परस्पर वि8वास और समन्वय की परम्परा को चिरस्थाइत्व देने की कामना के तहत बजट के माध्यम से इस सदन के थमे हुये जल सरोवर में, मैं होले से वि8वास की एक कंकडी फेक रही हूं देखना है कि यह छोटी सी कंकडी कितना बड़ा वृत्त बनाती है।

वर्ष 2010-11 के लिए आय-व्यय का प्रस्तुतीकरण करते हुए मैं आप सभी से यह अपेक्षा करती हूँ कि हम सभी एकजुट होकर नगर के सर्वांगीण विकास को शीर्ष शिखर की ओर ले जाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका एवं जिम्मेदारी का निर्वाह करते हुए लक्ष्य की ओर बढ़ें, जिससे शहर के नागरिकों को अािक से अािक मूलभूत सुविाायें उपलब कराने के साथ-साथ ग्वालियर को महानगर की श्रेणी में पहुँचाने के संकल्पित सपनों को साकार कर सकें।

मयप्रदेश नगर पालिक निगम अािनियम 1956 के अन्तर्गत नगर पालिक निगम ग्वालियर का वित्तीय वर्ष 2010-11 का प्रस्तावित आय-व्यय पत्रक में आपके समक्ष प्रस्तुत कर रही हूँ, जो इस प्रकार है :-

वर्ष 2010-11 के लिये आयुक्त द्वारा प्रेषित आय-व्यय पत्रक में आय रूपये 4,11,34,41,000- (चार अरब, ग्यारह करोड़, चौत्तीस लाख, इकतालीस हजार) तथा व्यय रूपये 4,85,71,20,000- (चार अरब, पिच्यासी करोड, इकत्तहर लाख, बीस हजार ) द8र्ााते हुये घाटा रूपये 94,93,51,050- (चौरानवें करोड़, तेरानवें लाख, इक्यावन हजार, पचास) का मेयर-इन-कांउसिल के विचारार्थ प्रस्तुत किया गया।

मेयर-इन-कांउसिल द्वारा बजट प्रस्तावों पर गम्भीरतापूर्वक विचारोपरान्त आयुक्त द्वारा प्रस्तावित आय रूपये 4,11,34,41,000- (चार अरब, ग्यारह करोड़, चौत्तीस लाख, इकतालीस हजार) में समुचित कमीवृद्धि कर रूपये 4,11,46,56,000- (चार अरब, ग्यारह करोड, छियालीस लाख, छप्पन हजार) की आय तथा आयुक्त द्वारा प्रस्तावित व्यय रूपये 4,85,71,20,000- (चार अरब, पिच्यासी करोड, इकत्तहर लाख, बीस हजार ) में समुचित कमीवृद्धि कर रूपये 4,86,26,05,000- (चार अरब, छियासी करोड, छब्बीस लाख, पॉच हजार) का व्यय तथा रक्षित कोष आय का 5 प्रतिशत रूपये 20,57,32,800- (बीस करोड, सत्तावन लाख, बत्तीस हजार, आठ सौ ) सम्मिलित करते हुए कुल व्यय रूपये 5,06,83,37,800- (पॉच अरब, छ: करोड, तेरासी लाख, सेंतीस हजार, आठ सौ) इस प्रकार रूपये 95,36,81,800- (पिनचियानवें करोड, छत्तीस लाख, इक्यासी हजार, आठ सौ) के घाटे का बजट आपके समक्ष प्रस्तुत है।

मेयर-इन-काउंसिल द्वारा आय-व्यय के जिन मदों को सं8ाोाित किया गया है, उनका विवरण आय-व्यय पत्रक में विभाग वाइज द8र्ााया गया है तथा जो नवीन मद स्थापित किये गये हैं, उनका संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है :-

1.      ग्वाला नगर निर्माण हेतु :- शहर के पशुपालन/डेयरियों के व्यवसाय को दृष्टिगत रखते हुए शहर के बाहर ग्वाला नगर निर्माण हेत अनुदान व्यय के अन्तर्गत रुपये 5 लाख का प्रावधाान किया गया है।

2.     सावरकर तालाब विकास हेतु :- नगर की प्राचीन धारोहर रूप में स्थापित सावरकर तालाब के विकास हेतु रुपये 50 लाख के व्यय प्रावधाान किया गया है।

3.     प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग साधाना केन्द्र :- शहर के नागरिकों को प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग साधाना के रूप में एक समुचित स्थान की उपलब्धिा हो सके इस दृष्टि से बी.ओ.टी. आधाार पर केन्द्र की स्थापना हेतु रुपये 10 लाख की आय का नवीन मद स्थापित किया गया है।

4.     अंशदायी पेंषन योजना :- शासन की योजनानुसार कर्मचारियों के लिए अंशदायी पेंशन योजना के अन्तर्गत रुपये 2 करोड़ की राशि का नवीन मद स्थापित किया गया है।

5.     जे.एन.यू.आर.एम. योजना :- इस योजनान्तर्गत रुपये 100 करोड़ की राशि का व्यय प्रस्तावित किया गया है।

वर्तमान स्थिति में व आव8यकता के क्रम में जो मद निगमायुक्त के बजट में समाप्त हो गये थे, उनको पुर्नजीवित करते हुए पुन: स्थापित किया है, जिनका विवरण निम्नानुसार है :-1- MkW- ";kekizlkn eq[kthZ fpfdRlky; fuekZ.k gsrq jkT; ljdkj ls vuqnku ds vUrxZr #i;s 10 yk[k dh vk; dk izkoèkku fd;k x;k gSA

2.     निगम के बंद पड़े मिनी स्वीमिंग पूल को पुन: चालू कर निगम की आय को बढ़ाने की दृष्टि से पुन: स्थापित कर रुपये 10 लाख का प्रावधाान किया गया है।

3.     शहर की स्ट्रीट लाईट का संधाारण कार्य ठेके पर दिये जाने को दृष्टिगत रख पुन: 1 लाख की राशि के व्यय का प्रावधाान किया गया है।

4.     रिक्शा तांगा मालिकों के लिए पुर्नवास योजना के अन्तर्गत पुन: शीर्षक स्थापित कर रुपये 15  ाख की राशि के व्यय का प्रावधाान किया गया है।

 

विकास कार्यक्रम :-

§                     ग्वालियर नगर के नागरिकों को सांस्कृतिक एवं सृजनात्मक गतिविधिायों के आयोजनों को बढ़ावा देने के लिये महाराज बाड़ा जो कि नगर का हृदय स्थल है पर टाउनहॉल को आधाुनिक परिवेश में नवीन तकनीक के उपकरणों का उपयोग करते हुये प्रदर्शन कलाओं का मुख्य केन्द्र के रूप में पहचान देने हेतु रुपये 1 करोड़ की लागत से कार्य कराये जा रहे हैं।

§                     शहर के प्रमुख चौराहों, तिराहों व अन्य स्थनों पर स्थापित महापुरुषों की प्रतिमाओं पर प्रतिदिन साफ सफाई की जाकर माल्यार्पण किया जाना सुनिश्चित किया गया है व यह कार्यक्रम निरन्तर जारी रहेगा।

§                     शहर में स्थापित नवीन पार्कों के विकास की दिशा में पहल जारी है व इन पार्कों को जनभागीदारी के आधाार पर विभिन्न संस्थाओं को गोद दिये जाकर विकसित व संचालित करने का कार्य शीघ्र ही प्रारम्भ किया जा रहा है।

§                     खेलों को बढ़ावा देने की दृष्टि से बजट में पर्याप्त राशि का प्रावधाान किया गया है व खेल गतिविधिायाँ निरन्तर जारी है।

§                     नगर निगम को स्वयं का अत्याधाुनिक प्रशासनिक भवन शीघ्र ही उपलब्धा होगा। इस हेतु बजट में समुचित राशि प्रावधिात है व भवन का निर्माण कार्य जारी है। यह भवन रूपसिंह स्टेडियम के समीप निर्मित कराया जा रहा है।

§                     रोप-वे का निर्माण कार्य शीघ्र ही प्रारम्भ होने वाला है, इस हेतु सम्बन्धिात फर्म से अनुबन्धा हो चुका है व बारादरी फूलबाग के पास प्रस्तावित स्थल पर भूमि पूजन भी हो चुका है।

§                     जन शिकायत पेटी की स्थापना :- शहर के नागरिकों को सहज व सरलता से अपनी जनसमस्याओं को निगम तक पहुँचाने की दृष्टि से शहर के 4 स्थानों पर जन शिकायत पेटियाँ रखवाई गई हैं, जिनसे दिन प्रतिदिन प्राप्त होने वाली अनेकों शिकायतों का निराकरण किया जा रहा है।

§                     हुडको योजना :- हुडको ऋण योजनान्तर्गत यातायात को सुगम बनाने के लिये नवीन सड़कों के निर्माण एवं मरम्मत हेतु इस वित्ताीय वर्ष में रुपये 15 करोड़ 40 लाख की राशि प्रस्तावित की गई है।

§                     प्रोजेक्ट उदय :- इस योजनान्तर्गत जलप्रदाय व्यवस्था में सुधाार हेतु रुपये 40 करोड़ का प्रावधाान रखा गया है।

§                     एम.पी.यू.एस.पी. :- मलिन बस्तियों में सुधाार हेतु रुपये 28 करोड़ का प्रावधाान रखा गया है।

§                     यू.आई.डी.एस.एस.एम.टी. :- इस योजनान्तर्गत रुपये 66 करोड़ 70 लाख का प्रावधाान रखा गया है।

§                     आई.एच.एस.डी.पी. :- इस हाउसिंग योजनान्तर्गत रुपये 20 करोड़ का प्रावधाान रखा गया है इसके अतिरिक्त निगम बजट में विकास कार्यों हेतु किये गये प्रावधाानों का 30 प्रतिशत अंश मलिन एवं गंदी बस्तियों पर व्यय सुनिश्चित किया जावेगा।

§                     मोतीझील संयंत्र पर बी.ओ.टी. सिस्टम के आधाार पर वाटर पार्क बनाने का प्रावधाान प्रस्तावित है।

§                     बच्चों के लिये यातायात पार्क के निर्माण हेतु बजट प्रावधाान किया गया है।

§                     केन्द्र शासन द्वारा कर्मचारी को लागू वेतनमान के संदर्भ में निगम कर्मचारियों के हितों को धयान में रखते हुए स्थापना व्यय प्रस्तावित है, जिससे कर्मचारियों के एरियर एवं समय-समय पर बड़े महंगाई भत्ताों आदि का शासन के अनुरूप भुगतान किया जा सके।

§                     भविष्य में ग्वालियर शहर के सुनियोजित विकास के लिये योजनाओं के सर्वेक्षण एवं तैयार कराने हेतु रुपये 1 करोड़ का प्रावधाान रखा गया है।

§                     कर्मचारियों के लिये आवास व्यवस्था हेतु रुपये 15 लाख एवं पत्रकार भवन हेतु रुपये 5 लाख के व्यय का प्रावधाान रखा गया है।

§                     ग्वालियर नगर के नागरिकों को यातायात की सुविधाा उपलब्धा कराने हेतु अनेकों स्थानों पर फ्लाई ओवर एवं सड़कों का चौड़ीकरण हेतु व्यय प्रस्तावित किये हैं। साथ ही साथ जे.एन.एन.यू.आर.एम. योजनान्तर्गत भी उक्त कार्यों को समाहित कर कार्य कराये जाने की प्रस्तावना प्रथक से तैयार की जा रही है।

§                     शहर के मधय एवं हस्तान्तरित कॉलोनियों में पार्क एवं अन्य विकास कार्यों हेतु एवं पार्कों में समुचित प्रकाश व्यवस्था एवं बैठक व्यवस्थाओं हेतु सौन्दर्यीकरण एवं विद्युतिकरण का प्रावधाान रखा गया है। इसके साथ ही ग्वालियर के नागरिकों को आवागमन हेतु बेहतर सुविधाायें उपलब्धा कराने के साथ-साथ शहर के चौराहों के सौन्दर्यीकरण हेतु भी बजट में प्रावधाान रखा गया है।

§                     बजट के स्थापना व्यय भाग मेें वर्ष 2010-11 के लिए स्वीकृत पद, पदसंख्या, पदनाम व वेतनमान फिलहाल यथावत रखे गये हैं, जिसका परिशिष्ट '' संलग्न है।

       माननीय सदस्यों के समक्ष यह स्प6ट कर देना मैं अपना कर्तव्य समझती हूँ कि नगर का चहुँमुखी विकास केवल बजट सम्बनी नीति द्वारा ही संभव नहीं हो सकता है, बल्कि इसके लिए सभी माननीय पर्ा6ादगण एवं नगर के सभी वर्गों एवं नागरिकों का सहयोग आव8यक है। तभी हम नगर के विकास की नीति को आगे बढ़ा सकते हैं।

       उलझन, अटकन, भटकन से बचकर बजट में दर्शित, मेरे मन की नगर कल्पना और सोच आपके मन तक पहुंचे यही मेरी अभिलाषा है और इसके साथ ही इस बजट के प्रत्येक पहलू के संबंध में संशोधन की स्वतंत्रता का चिंतन आधार, समन्वय से परिपूर्ण होगा यही आप सबसे मेरी अपेक्षा है।

       बजट निर्माण में मेयर-इन-काउंसिल के सभी माननीय सदस्यों, निगमायुक्त एवं निगम के अधिाकारीगणों द्वारा दिए गए सहयोग के लिए मैं उनका हृदय से आभार व्यक्त करती हूँ। निर्वाचित सभी पार्षदों द्वारा मेयर-इन-काउंसिल को दिए गए सहयोग के लिए भी मैं उन्हें धान्यवाद ज्ञापित करती हूँ और आशा करती हूँ कि निगम परिषद के सभी माननीय सदस्यगण मेयर-इन-काउंसिल द्वारा वर्ष 2010-11 के लिए प्रस्तावित बजट प्रावधाानों को सर्वसम्मति से अंगीकार करेंगे।

 

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