पंचायतें जल संरक्षण के क्षेत्र में आदर्श प्रस्तुत करें
जिला स्तरीय सरपंच सम्मेलन में कलेक्टर की अपील
ग्वालियर 17 अप्रैल 2007
ग्राम पंचायतें अपनी वार्षिक कार्ययोजना में जल संरक्षण व संवर्धन से संबंधित कार्यो को प्रमुखता से शामिल कर और उन्हें मूर्तरूप देकर ग्रामीणों के समक्ष आदर्श प्रस्तुत करें, जिससे वे इन कार्यों से प्रेरणा लेकर जल संरक्षण के लिए आगे आ सकें और प्रदेश सरकार के जलाभिषेक अभियान को सार्थकता प्रदान की जा सके । यह अपील कलेक्टर श्री राकेश श्रीवास्तव ने बीते रोज मेला कला रंग मंच पर सम्पन्न हुए जिला स्तरीय सरपंच सम्मेलन में की ।
कलेक्टर श्री राकेश श्रीवास्तव ने सरपंचों से कहा कि वे सरकार द्वारा जन सहभागिता से शुरू किए गए जलाभिषेक अभियान में अपना अधिकत्तम योगदान दें, जिससे पानी की समस्या का स्थाई समाधान हो सके । उन्होंने कहा कि गांव की कार्य योजना में ऐसे कार्य शामिल करें, जो जल के संरक्षण व संवर्धन में कारगर हों। कलेक्टर ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा व जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री व उप संचालक कृषि को बैठक में हिदायत दी कि वे संरक्षण संबंधी कार्यों के प्रस्ताव तैयार करने में तकनीकी मदद प्रदान करें, जिससे पंचायत राज संस्थाएं समय से कार्य योजना तैयार कर सकें और आवंटन प्राप्त होते ही जल संरक्षण से संबंधित कार्यों को मूर्त रूप दिया जा सके । अनुविभागीय अधिकारी राजस्व समेत अन्य संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे अपने- अपने क्षेत्र से संबंधित विधायक व अन्य जन प्रतिनिधियों से संपर्क स्थापित कर जलाभिषेक अभियान की कार्य योजना को अंतिम रूप दें ।
सम्मेलन में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आर.के. मिश्रा ने अभियान के उद्देश्यों और इसके तहत संचालित की जाने वाली गतिविधियों के बारे में जानकारी प्रदान की । उन्होंने जलाभिषेक अभियान के तहत गठित किये गये सहयोगी दल, जल संसाधन पंजी व अभियान के तहत की गई अन्य तैयारियों का ब्यौरा भी प्रस्तुत किया ।
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