रविवार, 30 जनवरी 2011

मुरैना में फिर चोरों और लुटेरों की दस्‍तक, नेता हैं सरगना चोर लुटेरों के ...

मुरैना में फिर चोरों और लुटेरों की दस्‍तक

मुरैना 30 जनवरी 2011 , शहर मुरैना में एक बार फिर चोर लुटेरों की दस्‍तक से मुरेना विधायक परशुराम मुदगल का भय व आतंक मुक्‍त मुरेना का वायदा टूटने लगा है ।

अभी इस खबर के लिखे व प्रकाशित किये जाने से करीब 15 मिनिट पूर्व जब कि ग्‍वालियर टाइम्‍स के प्रधान संपादक नरेन्‍द्र सिंह तोमर अपने गांधी कालोनी मुरैना के निवास पर कार्य व समाचारों के संपादन में व्‍यस्‍त थे, तभी अचानक तीन चोरों जो कि हथियार बंद थे ने छत से आकर सीढ़ीयों से उतरकर नीचे जाने लगे , श्री तोमर को आहट सुनाई देने पर जब उन्‍हें ललकारा और सीधे गोली मारने की चेतावनी दी तो वे ऊपर छत से होकर ही भाग गये ।  

घटनाक्रम का महत्‍वपूर्ण भाग यह है कि मोहल्‍ले का चौकीदार सदैव चोरी लूट की घटनाओं के वक्‍त गायब रहता है जिससे चौकीदार की भी भूमिका भी संदिग्‍ध है, वहीं पुलिस गश्‍त भी इन दिनों सुस्‍त चल रही है । ज्ञातव्‍य है कि पिछले सात वर्ष में अकेली गांधी कालोनी में ही पंद्रह सोलह चोरी व लूट की घटनायें घट चुकीं हैं, इसके अलावा एक मामले में तो चोरों ने मत्‍स्‍य विभाग के एक अधिकारी को गोली ही मार दी थी ।

श्री तोमर के मुताबिक गांधी कालोनी के ही कुछ लोग एवं स्‍थानीय नेता लोग चोर लुटेरों को पाल कर रखते हैं और शहर में दहशत एवं आतंक बरपाने के उद्देश्‍य से चोरीयां व लूट करवाते रहते हें  

शुक्रवार, 28 जनवरी 2011

किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री डा. रामकृष्ण कुसमरिया 30-31 को मुरैना, शिवपुरी, ग्वालियर जायेंगे

किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री डा. रामकृष्ण कुसमरिया 30-31 को मुरैना, शिवपुरी, ग्वालियर जायेंगे

भोपाल  28  जनवरी  2011  किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री डा. रामकृष्ण कुसमरिया 29 जनवरी को रात्रि में 9 बजे भोपाल एक्सप्रेस से मुरैना जायेंगे। वे 30 जनवरी, को प्रात: 10.30 बजे मुरैना में पाला प्रभावित क्षेत्रों के कृषकों से मिलेंगे। इसी दिन मुरैना में अधिकारियों की बैठक लेंगे। दोपहर 12.30 बजे मुरैना से भिण्ड के लिए प्रस्थान कर अपरान्ह 3.30 बजे भिण्ड पहुँचकर पाला प्रभावित क्षेत्रों के कृषकों से मिलेंगे तथा अधिकारियों की बैठक लेंगे। श्री कुसमरिया रात्रि में भिण्ड से ग्वालियर जायेंगे।

डा. कुसमरिया 31 जनवरी को ग्वालियर में पाला प्रभावित क्षेत्रों के कृषकों से मिलेंगे। इसके बाद ग्वालियर में अधिकारियों की बैठक लेंगे। दोपहर एक बजे ग्वालियर से शिवपुरी जायेंगे। शिवपुरी में पाला प्रभावित क्षेत्रों के किसानों से मिलेंगे तथा अधिकारियों की बैठक लेंगे। डा. कुसमरिया शाम 6 बजे शिवपुरी से ग्वालियर पहुंचेंगे। ग्वालियर से रात्रि में 9 बजे जी.टी. एक्सप्रेस से प्रस्थान कर एक फरवरी को प्रात: 5.35 बजे भोपाल वापिस आयेंगे।

मिश्रा जी का वजन बढ़ा: नरोत्तम मिश्रा को लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग का भी प्रभार

मिश्रा जी का वजन बढ़ा: नरोत्तम मिश्रा को लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग का भी प्रभार

किसान आंदोलन समाप्‍त कराने पर मिला इनाम

 

भोपाल  28  जनवरी  2011  राज्य शासन ने संसदीय कार्य, विधि और विधायी कार्य, आवास मंत्री श्री नरोत्तम मिश्रा को लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग का भी अतिरिक्त प्रभार सौंपा है। तत्संबंध में अधिसूचना कल जारी कर दी गई है।

राज्य सूचना आयोग द्वारा लोक सूचना अधिकारी पर 25 हजार रुपये का जुर्माना

राज्य सूचना आयोग द्वारा लोक सूचना अधिकारी पर 25 हजार रुपये का जुर्माना

उच्च शिक्षा विभाग के तत्कालीन लोक सूचना अधिकारी सुरेन्द्र कुमार उपाध्याय जानकारी न देने के दोषी

भोपाल  28  जनवरी  2011  म.प्र.  राज्य सूचना आयोग द्वारा उच्च शिक्षा विभाग के तत्कालीन लोक सूचना अधिकारी श्री सुरेन्द्र कुमार उपाध्याय पर जानकारी न देने के कारण 25 हजार रुपये का जुर्माना किया गया है। मुख्य सूचना आयुक्त श्री पद्मपाणि तिवारी ने इस आशय का आदेश 24 जनवरी 2011 को जारी किया है। इस आदेश में दोषी अधिकारी को एक माह के भीतर 25 हजार रुपये की राशि आयोग के कार्यालय में जमा करने के लिये कहा गया है। श्री उपाध्याय वर्तमान में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत भोपाल के पद पर पदस्थ हैं।

शासकीय महाविद्यालय खातेगांव जिला देवास के सहायक प्राध्यापक अर्थशास्त्र श्री एस.के. वागले ने लोक सूचना अधिकारी एवं अपीलीय अधिकारी द्वारा समयावधि में सूचना का अधिकार अधिनियम के अंतर्गत जानकारी न देने के कारण अपनी अपील सूचना आयोग के कार्यालय में की थी। अपील करने वाले श्री वागले ने अपने आवेदन में कहा कि कार्यालय आयुक्त उच्च शिक्षा विभाग से जो पत्र उन्हें मिला है, उस पत्र में उच्च शिक्षा विभाग के पूर्व आयुक्त के हस्ताक्षर वास्तविक होने पर संदेह व्यक्त किया गया है। इस हस्ताक्षर के मिलान के लिये श्री वागले द्वारा श्री एस.के. उपाध्याय के समक्ष लोक सूचना अधिकार अधिनियम के तहत आवेदन प्रस्तुत किया गया। तत्कालीन लोक सूचना अधिकारी श्री उपाध्याय ने उनका आवेदन जांच कार्य में अवरोध उत्पन्न करने एवं अपराधियों को पकड़े जाने में आने वाली दिक्कतों को बताकर अमान्य कर दिया।

राज्य सूचना आयोग में प्रस्तुत किये गये आवेदन की जांच करने में तत्कालीन लोक सूचना अधिकारी की लापरवाही सामने आयी। इसके लिये राज्य सूचना आयोग ने श्री उपाध्याय को अपना पक्ष प्रस्तुत करने का नोटिस जारी किया। नोटिस मिलने के बाद भी तत्कालीन लोक सूचना अधिकारी न तो आयोग के समक्ष उपस्थित हुए और ना ही उनके द्वारा लिखित जवाब दिया गया।

 

बुधवार, 26 जनवरी 2011

मुरैना और भिण्‍ड में अनेक पत्रकार अछूत करार, नहीं बुलाया गया गणतंत्र दिवस समारोह में

मुरैना और भिण्‍ड में अनेक पत्रकार अछूत करार, नहीं बुलाया गया गणतंत्र दिवस समारोह में

मुरैना / भिण्‍ड 26 जनवरी 2011 , यूं तो म.प्र. शासन के जनसंपर्क कार्यालय जो कि भ्रष्‍टाचार और अंधेरगर्दी में बुरी तरह आकण्‍ठ डूबे हैं , अब हालात उस कदर हावी हैं कि इन जनसम्‍पर्क कार्यालयों के लिये अब संभाग के वरिष्‍ठतम और जाने माने पत्रकार अछूत हो गये हैं ।

हालांकि मुरैना जनसंपर्क कार्यालय के तो हालात बहुत पहले से खराब थे और रामनिवास टुण्‍डेलकर नामक एक हरिजन बाबू के हवाले यह कार्यालय था ।

हालात इतने बिगड़ गये कि रामनिवास टुण्‍डेलकर और गौरी बाबू ने अंचल के अनेक वरिष्‍ठतम पत्रकारों को अछूत और अस्‍पर्श्‍य घोषित करवा कर सरकारी पत्रकारवार्ताओं और यहॉं तक कि भारत के पुनीत पर्वों स्‍वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस समारोहों के कार्यक्रमों तक में आमंत्रित कराना तक बंद कर दिया है ।  

आज के गणतंत्र दिवस समारोह में भी मुरैना के तकरीबन 40 वरिष्‍ठतम और विख्‍यात पत्रकारों को और भिण्‍ड में करीब 25 वरिष्‍ठ और विख्‍यात पत्रकारों को आमंत्रित नहीं किया गया है ।

इन जनसंपर्क कार्यालयों के बकाया राज और भ्रष्‍टाचार व अंधेरगर्दी  पर विस्‍तृत आलेख शीघ्र ....  जय हिन्द ... जय भारत  ....  जय  श्रीकृष्‍ण  ... जय  महा भारत

मंगलवार, 18 जनवरी 2011

राष्‍ट्रीय स्‍वयं सेवक संघ मर्यादाओं पर कायम रहने और सख्‍ती बरतने का वक्‍त ...नरेन्‍द्र सिंह तोमर ‘’आनन्‍द ‘’

राष्‍ट्रीय स्‍वयं सेवक संघ मर्यादाओं पर कायम रहने और सख्‍ती बरतने का वक्‍त  ...

नरेन्‍द्र सिंह तोमर ''आनन्‍द ''

राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ की कम से कम मेरे दिल में व्‍यक्तिगत बहुत इज्‍जत सम्‍मान और प्रतिष्‍ठा है , इसे मैं हमेशा एक आदर्श सेगठन के तौर पर देखता आया हूं ।  लेकिन जब से आर.एस.एस. पर औंधे सीधे आरोप लगना शुरू हुये हैं  और आर.एस.एस. जिस तरीके से आतंककवाद फैलाने या बदला लेने वाले हिन्‍दूओं का बचाव करने मे कूद पड़ी है मुझे राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक के नाम से नफरत सी होने लगी है ।

मुझे जनसंघ के वक्‍त से जहॉं तक याद पड़ता है , आर एस एस एक पवित्र संगठन रहा है , पर पता नहीं अब आर.एस.एस क्‍या हो गया है ..  समझ नहीं  आता ... लज्‍जाराम सिंह तोमर ..  अगर  आर.एस.एस. वाले इस  शख्‍स का नाम  जानते हों  ...  कहा करते  थे कि ये  आर.एस.एस. एक बेहद पवित्र संगठन है  ...  पर  आज  हमें  नहीं  लगता  ...  ये  आंतकवादीयों  और  बदला  लेने  वालों  की  रक्षा  संगठन  बनकर  मात्र रह  गया  है  ...  परम  आदरणीय  परम  पूज्‍य  मोहन  भागवत की  बात  को  दरकिनार  करके  ...  जो  भी  कहा सुना  जो  रहा है  ... हमें  पसंद नहीं   रहा  ...  हम  बहुत कशमकश  में  हैं  .... सच  क्या है  ..  साफ  कर  दिया जाये  तो  बेहतर  है  ...  क्‍या  हिंदू  आतंकवाद  फैलाना  ओर हिंदू  आंतंकवादियों  की  रक्षा  करना  अब  राष्‍ट्रीय  स्‍वयंसेवक  संघ का ध्‍येय  बन  गया है  ...........  हमें  बेहद  तकलीफ  है  ...  अत:  इस  प्रश्‍न  का  उत्‍तर  हमें  चाहिये  ....      

 

बुधवार, 12 जनवरी 2011

मेलों में संस्कार व संस्कृति का मिलन होता है- श्री विजयवर्गीय , उद्योग मंत्री द्वारा ग्वालियर व्यापार मेले का शुभारंभ

मेलों में संस्कार व संस्कृति का मिलन होता है- श्री विजयवर्गीय

उद्योग मंत्री द्वारा ग्वालियर व्यापार मेले का शुभारंभ

ग्वालियर 11 जनवरी 11। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि मेले व्यापार का माध्यम भर नहीं है वे कला व संस्कृति के पोषक भी है। मेलो में संस्कार व संस्कृति का मिलन भी होता है। अत: समृध्द भारतीय संस्कृति को अक्षुण बनाये रखने के लिये मेलों में व्यापार के साथ-साथ कला व संस्कृति को प्रोत्साहित करने की भी महती आवश्यकता है। श्री विजयवर्गीय आज यहां ग्वालियर व्यापार मेला के शुभारंभ समारोह को संबोधित कर रहे थे। समारोह की अध्यक्षता सांसद एवं भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने की। समारोह के मुख्य अतिथि श्री विजयवर्गीय ने अन्य अतिथियों के साथ माँ सरस्वती की प्रतिमा की आराधना व दीप प्रज्ज्वलन कर देश के सुप्रसिध्द ग्वालियर मेले का विधिवत शुभारंभ किया। इस अवसर पर सांसद श्रीमती यशोधराराजे सिंधिया व श्री अशोक अर्गल, राज्य सभा सांसद श्रीमती माया सिंह , महापौर श्रीमती समीक्षा गुप्ता, साडा अध्यक्ष श्री जय सिंह कुशवाह, पूर्व मंत्री श्री रूस्तम सिंह , समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष श्रीमती उषा चतुर्वेदी , पूर्व महापौर श्री विवेक नारायण शेजवलकर , ग्वालियर व्यापार मेला प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री अनुराग बंसल व उपाध्यक्ष श्री वेदप्रकाश शिवहरे , श्री वेदप्रकाश शर्मा सहित अन्य जन प्रतिनिधिगण तथा मेला प्राधिकरण के संचालकगण मंचासीन थे।

      उद्योग मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि समय के साथ साथ  काफी तकनीकी तरक्की हुई है । तरक्की के इस दौर में सामाजिक परिवर्तन होना स्वाभाविक है । हमें इस सब को ध्यान में रखकर मेले लगाने होंगे। तभी हम आज के अन्य आधुनिक बाजारो व मनोरंजन के साधनों के समक्ष मेलों को खडा रख पायेंगे। उन्होने कहा कि वर्तमान में मॉल संस्कृति का दौर चल पड़ा है। लेकिन इसके बावजूद भारतीय जनमानस में हाट, बाजार व मेले इतने गहरे तक रचे बसे हैं, जिससे मेले मॉल संस्कृति से  प्रभावित न होकर अपना अस्तित्व बनाये रखने में सफल रहेंगे। श्री विजयवर्गीय ने ग्वालियर व्यापार मेला की उत्तरोत्तर प्रगति में  प्रदेश सरकार की ओर से हर संभव मदद दिलाने का भरोसा भी इस अवसर पर दिलाया।उद्योग मंत्री ने ग्वालियर स्थित आई टी पार्क में पूंजी निवेश करने हेतु आस्ट्रेलियन कम्पनी से एम ओ यू साइन कराने मे मदद करने के लिये स्थानीय सांसद श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया की सराहना की। श्री विजयवर्गीय ने कहा कि ग्वालियर अंचल में एक्सकॉर्ट कम्पनी से औद्यौगिक इकाई स्थापित कराने के भी प्रयास किये जा रहे हैं।

      सांसद श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि मेला हमारे पूर्वजों द्वारा दी गई ऐसी अनूठी परंपरा है यदि हम इसका निर्वाह करते रहेंगे तो दुनियां में हमारी सांस्कृतिक पहचान सदैव बनी रहेगी। उन्होने कहा कि ग्वालियर मेले में ग्वालियर व चंबल अंचल ही नहीं बल्कि समूचे बृज व बुंदेलखण्ड समेत अन्य राज्यों की संस्कृति भी समाहित है। श्री तोमर ने कहा कि  प्रदेश सरकार ग्वालियर - चम्बल अंचल के समग्र विकास के लिये पूरी ताकत के साथ प्रयासरत है। सरकार के उद्योग मित्र रवैये से उत्साहित होकर बडे - बडे औद्यौगिक घराने अपनी इकाईयां स्थापित करने के लिये तैयार हो रहे हैं ।इस कडी में मुरैना जिले के सवलगढ क्षेत्र में करीबन दो हजार करोड रूपये की लागत से सीमेन्ट उद्यौग स्थापित होने जा रहा है । उन्होने ग्वालियर में संगीत व कृषि विश्वविद्यालय समेत राज्य सरकार द्वारा कराये गये अन्य कार्यों का भी  इस अवसर पर जिक्र किया।

      स्थानीय सांसद श्रीमती यशोधराराजे सिंधिया ने मेले की अधोसंरचना में सुधार के लिये सभी से सहयोग का आहवान किया। आरंभ में व्यापार मेला के अध्यक्ष श्री अनुराग बंसल ने स्वागत उद्बोधन व मेले की प्रगति पर प्रकाश डाला। व्यापारी संघ की ओर से श्री महेश मुद्गल ने विचार व्यक्त किये। शुभारंभ समारोह में मुख्य अतिथि द्वारा इस वर्ष के लिये मेले के सांस्कृतिक कैलेण्डर का विमोचन भी किया।

 

हर्षोल्लास एवं गरिमामय ढ़ंग से मनाया जायेगा गणतंत्र दिवस

हर्षोल्लास एवं गरिमामय ढ़ंग से मनाया जायेगा गणतंत्र दिवस

कलेक्टर ने अधिकारियो को दायित्व सौंपे

ग्वालियर 11 जनवरी 2011/ जिले में इस वर्ष भी गणतंत्र दिवस समारोह परंपरागत ढ़ंग से हर्षोल्लास के साथ मनाया जायेगा। मुख्य समारोह 26 जनवरी को यहां कम्पू स्थित एस ए एफ ग्राउण्ड पर आयोजित होगा। समारोह में मुख्य अतिथि संयुक्त परेड की सलामी लेगे और प्रदेश की जनता के नाम मुख्यमंत्री के संदेश का वाचन करेगे।  इस अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा कारगिल शहीदो के परिजनों एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को सम्मानित किया जायेगा। स्कूली बच्चों द्वारा प्रस्तुत किये जाने वाले रंगारंग सांस्कृतिक  कार्यक्रम एवं विभागीय झांकिया समारोह का मुख्य आकर्षण होगी। जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी द्वारा मुख्य समारोह की तैयरियों के सिलसिले में आज बुलाई गई बैठक में विभिन्न अधिकारियों को समारोह से संबंधित तमाम व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी सौंपी गई। उन्होने निर्देश दिये कि सभी तैयारियां गणतंत्र दिवस की गरिमा को  ध्यान में रखकर पूर्ण  की जायें। बैठक में आयोजन से संबंधित उप समितियां भी गठित की गई। यहां जिला कार्यालय में आयोजित हुई बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री मकरन्द देउस्कर, नगर निगम आयुक्त श्री एन बी एस राजपूत, वन संरक्षक श्रीमती बिन्दु शर्मा , ए डी एम श्री आर के जैन, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विनोद शर्मा , अपर कलेक्टर श्री आर के मिश्रा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

      मुख्य गणतंत्र दिवस समारोह के लिये दायित्व निर्धारित करते हुये जिला कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों का चयन सावधानी पूर्वक करें और इस बात का ध्यान रखें कि कार्यक्रम राष्ट्रीय भावना से ओत प्रोत व भारतीय संस्कृति पर केन्द्रित हो। उन्होने कहा सांस्कृतिक कार्यक्रमों में शासकीय शिक्षण संस्थाओं की भागीदारी प्रमुखता से हो और कार्यक्रमों का अभ्यास भी नियमित रूप से करायें, जिससे समारोह में स्कूली बच्चे बेहतर ढ़ंग से अपने कार्यक्रम प्रस्तुत कर सके । एस ए एफ ग्राउण्ड पर परेड की रिहर्सल होगी। कलेक्टर ने निर्देश दिये हैं कि गणतंत्र दिवस की परेड में सुरक्षा बलों के जवानों के साथ स्काउट गाइड व एन सी सी आदि के बच्चे भी कदम ताल मिला सकें इसके लिये इनको भी परेड का नियमित अभ्यास कराया जाये।

 

समारोह मे झांकियां आकर्षण का केन्द्र होंगी

एस ए एफ ग्राउण्ड पर आयोजित होने वाले मुख्य समारोह में विभागीय झांकिया भी आकर्षण का केन्द्र होंगी। यह झांकियां शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं पर केंद्रित होंगी। जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी की अध्यक्षता में आज आयोजित हुई बैठक में विभागवार झांकियों की थीम निर्घारित की गई।

उत्कृष्ट कर्मचारी होंगे पुरस्कृत

गण्तंत्र दिवस पर आयोजित मुख्य समारोह में मुख्य अतिथि द्वारा विभिन्न विभागों में पदस्थ उन अधिकारी  एवं कर्मचारियों को भी मुख्य अतिथि पुरस्कृत करेंगे, जिन्होने शासकीय योजनाओ के क्रियान्वयन में उत्कृष्ट भूमिका निभाई है। कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा है कि 20 जनवरी तक पुरस्कृत होने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों के नाम डिप्टी डायरेक्टर  श्रीमती उमा करारे के पास भिजवा दें।

 

सामूहिक सूर्य नमस्कार आज, कक्षा 9 से 12वीं तथा महाविद्यालयीन विद्यार्थी करेंगे शिरकत

सामूहिक सूर्य नमस्कार आज, कक्षा 9 से 12वीं तथा महाविद्यालयीन विद्यार्थी करेंगे शिरकत

 ग्वालियर 11 जनवरी 11/ राज्य शासन द्वारा लिये गये निर्णय के तहत इस वर्ष भी स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस 12 जनवरी को सम्पूर्ण प्रदेश की भांति ग्वालियर जिले की भी शिक्षण संस्थाओं में सामूहिक सूर्य नमस्कार का आयोजन होगा।'युवा दिवस' पर होने वाले इस आयोजन में कक्षा 9 से 12 तथा महाविद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्रायें सामूहिक रूप से सूर्य नमस्कार व प्राणायाम करेंगे।  जिला मुख्यालय पर मुख्य आयोजन मुरार स्थित उत्कृष्ट कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मे होगा।

        वर्तमान में अत्यधिक ठण्ड को ध्यान में रखकर राज्य शासन ने 8वीं तक के विद्यार्थियों को इस बार सामूहिक सूर्य नमस्कार में शामिल न करने के निर्देश दिये हैं। साथ ही शासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि सामूहिक सूर्य नमस्कार में शामिल होना विद्यार्थियों व संस्था के लिये पूर्णत: स्वैच्छिक होगा।

       जिला शिक्षा अधिकारी श्री मोहर सिंह सिकरवार ने बताया कि शासकीय, अशासकीय शिक्षण संस्थाओं, कार्यालयों, प्रशिक्षण संस्थानों, महाविद्यालयो में यह कार्यक्रम आयोजित होगा। नगर के योग संस्थान, खेल संस्थान, योग विशेषज्ञ, जनप्रतिनिधि एवं स्ंवयसेवी संगठनों के प्रतिनिधि  12 जनवरी को स्वेच्छा से इस महत्वपूर्ण आयोजन में सहभागिता करेंगे। सामूहिक सूर्य नमस्कार मे छात्राओं से सलवार सूट व ट्रेक सूट तथा विद्यार्थियों से स्कूली गणवेश व ट्रेक सूट में आने की अपेक्षा की गई है। सभी संस्थाओं से यह भी कहा गया है कि शारीरिक रूप से अस्वस्थ व्यक्तियों को चिकित्सीय परामर्श के उपरान्त ही कार्यक्रम में भाग लेने का परामर्श दिया जाय।

       युवा दिवस पर आयोजित होने वाले सामूहिक सूर्य नमस्कार का मिनिट टू मिनिट कार्यक्रम इस प्रकार है। छात्र-छात्राओं तथा अन्य सहभागियों का आयोजन स्थल पर एकत्रीकरण एवं  उद्धोषक द्वारा सम्पूर्ण कार्यक्रम की भूमिका का प्रस्तुतीकरण प्रात: 9 बजे, राष्ट्रीय गीत वन्दे मातरम का सामूहिक गायन 9.25 बजे, सूर्य नमस्कार एवं प्राणायाम का प्रारंभ 9.30  बजे, मुख्यमंत्री के संदेश का वाचन प्रात: 10 बजे तथा आभार प्रदर्शन प्रात: 10.30 बजे होगा । युवा दिवस 12 जनवरी को पूरे प्रदेश में एक साथ, एक ही संकेत पर रेडियो से प्रसारित निर्देशों के आधार पर सूर्यनमस्कार के तीन च्रक और अनुलोम - विलोम, भस्त्रिका, भ्रामरी प्रणायाम के तीन चक्र होंगे। विदित हो स्वामी विवेकानंद के जन्मदिवस को प्रदेश के युवाओं को ऊर्जावान बनाने हेतु ''युवादिवस'' के रूप में मनाने का संकल्प मध्यप्रदेश शासन ने लिया है और इस दिन पूरे प्रदेश में सूर्य नमस्कार और प्रणायाम एक साथ प्रतिवर्ष किया जाता है।

 

कबीर के शब्द अमर होते हैं- डॉ. अरोड़ा

कबीर के शब्द अमर होते हैं- डॉ. अरोड़ा

(ग्वालियर साहित्य अकादमी द्वारा कवि वचन स्मृति समारोह संपन्न)

ग्वालियर 11 जनवरी 2011/ ''कवि के शब्द अमर होते हैं'' कवि वचन श्रीवास्तव की कृतियां उनके महाकाव्य , गीत संग्रह आज हमारी विरासत हैं और इस विरासत की रक्षा से ही सृजन की यह परंपरा आगे बढ़ेगी। ऐसे महाकवि को शत शत बार नमन।''

       ग्वालियर साहित्य अकादमी द्वारा आयोजित कविवर वचन स्मृति समारोह में दौलतगंज स्थित साहित्य सभा भवन में अपने श्रध्दा सुमन प्रकट करते हुये कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व संयुक्त संचालक जनसंपर्क, डॉ. सुभाष चंद्र अरोड़ा ने अपने उदबोधन में ये उदगार प्रकट किये।

       लोकतंत्र पत्रिका के संपादक डॉ. भगवान स्वरूप चैतन्य, डॉ. राजेश श्रीवास्तव , भारती नंदन श्रीवास्तव एव वचन श्रीवास्तव द्वारा संयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि डॉ पूनमचंद तिवारी ने की। उन्होने कहा कि कवि वचन की कविताएें और यादें भुलापाना असंभव है। उनके स्वर आज भी हमारी स्मृतियों में गुंजायमान है। वे योगी महान पुरूष एवं महाकवि थे । आचार्य द्रोण एवं विवेकमन  महाकाव्य हिन्दी साहित्य की अमर कृतियां हैं।

       समारोह में कानपुर से आए श्री देवीचरण कश्यप तथा पृथ्वी पुर से एम डी मिश्रा, आनंद विशिष्ट ने कवि के रूप में अपनी काव्यांजली अर्पित  की । समारोह में महाकवि वचन श्रीवास्तव के कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर डॉ सुरेश सम्राट, श्री मनोज श्रीवास्तव , डॉ शिव बरूआ तथा डॉ रामप्रकाश अनुरागी ने विस्तार से प्रकाश डाला ।

       इस अवसर पर डॉ पूनमचंद तिवारी को महाकवि वचन स्मृति राष्ट्रीय अलंकरण से विभूषित किया गया। इसके अलावा नगर के सृजनशील कवि श्री प्रकाश मिश्र, कादम्बरी आर्य, धीरेन्द्र गहलौत 'धीर' श्याम श्रीवास्तव , सनम, मनोज सक्सैना, रामसेवक शाक्यवार , राकेश राज भटनागर , डॉ पारस कटारिया , डॉ एम डी मिश्र  आनंद तथा श्री देवीचरण कश्यप को वचन स्मृति साहित्य सम्मान से शाल, श्रीफल एवं  सम्मान पत्र प्रदान कर नवाजा गया। 

       स्वर्गीय श्री वचन श्रीवास्तव की धर्म पत्नी श्रीमती कृष्ण वचन ने कविता पाठ द्वारा अपनी श्रृदांजली अर्पित की। श्री राजेश श्रीवास्तव एवं श्री भारती नंदन ने अतिथियों का स्वागत करते हुये आभार प्रकट किया।

 

बड़े एवं प्रभावशाली बकायादारों से सख्ती से ऋण वसूली की जाय - कलेक्टर

बड़े एवं प्रभावशाली बकायादारों से सख्ती से ऋण वसूली की जाय - कलेक्टर

ग्वालियर 11 जनवरी 2011/ जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के बड़े एवं प्रभावशाली बकायादारों से सख्ती से ऋण राशि वसूल करने के निर्देश कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने बैंक अधिकारियो को दिये हैं। उन्होनें हिदायत दी है कि बैंक के ऐसे ऋणी जो जानबूझकर बैंको का कर्ज अदा नही करते हैं उनकी चल अचल सम्पत्ति कुर्क करके नीलाम करें और ऋण राशि वसूल करें।

      जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक से प्राप्त जानकारी के अनुसार बैंक द्वारा राज्य शासन की सहकारी ऋण वसूली प्रोत्साहन योजना (क्रिस) के अन्तर्गत 26 करोड़ 87 लाख के कुल 744 प्रकरण कलेक्टर को सौंपे गये हैं। इनमें 21 करोड़ 94 लाख रूपये के 194 प्रकरण बैंक ऋण के तथा 4 करोड़ 93 लाख के 550 समितियों के कृषि ऋण प्रकरण शामिल हैं। इन प्रकरणों को कलेक्टर द्वारा जिले के राजस्व अधिकारियों को आवंटित कर आर आर सी द्वारा वसूली की कार्यवाही करने के लिये निर्देशित किया गया है। साथ ही बैंक के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को राजस्व अधिकारियों से समन्वय कर वसूली की पाक्षिक प्रगति से अवगत कराने हेतु निर्देशित किया गया है। इस कार्यवाही से एक ओर बैंक के पुराने ऋणों का निपटारा होगा और बैंक आर्थिक रूप से मजबूत होकर किसानों की अधिक मदद कर सकेगा।

      इसके अतिरिक्त निकट भविष्य में लोक अदालत का पुन: आयोजन किया जा रहा है, जिसमें 20 लाख तक के पुराने कर्जदारों को आसानी से ऋण चुकाने का एक और अवसर प्राप्त होगा। अत: संबंधित कर्जदार बैंक की शाखाओं एवं समितियों से सम्पर्क कर वसूली हेतु लोक अदालत में पंजीयन हेतु आवेदन देकर योजना का लाभ ले सकते हैं। विगत दिनों लगाई गई लोक अदालत के काफी अच्छे परिणाम आये थे। इसी प्रकार 20 लाख से अधिक राशि वाले व्यक्तिगत पुराने कर्जदार बैंक की एक मुश्त समझौता योजना के अंतर्गत साधारण ब्याज एवं दण्ड ब्याज में भारी छूट का लाभ भी प्राप्त कर सकते हैं।

      इस प्रकार जिले में वसूली का अभियान चला कर शासन मंशा के अनुसार पुराने एवं बड़े प्रभावशाली व्यक्तियों से वसूली की कार्यवाही की जा रही है।

 

मुख्यमंत्री द्वारा ''बांधो मुटठी बहना '' नाटय दल की सराहना

मुख्यमंत्री द्वारा ''बांधो मुटठी बहना '' नाटय दल की सराहना

ग्वालियर 11 जनवरी 2011/ विगत दिनो भोपाल में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा अटल बाल आरोग्य मिशन एवं पोषण मिशन के शुभारंभ समारोह अवसर पर जिला भिंड से महिला एवं बाल विकास परियोजना मेंहगाव क्षेत्र की आंगनवाडी कार्यकर्ताओं के दल ''बांधो मुटठी बहना'' द्वारा कन्या भ्रूण हत्या रोकने के संबंध में प्रभावी नाटक का मंचन किया गया , जिसकी सराहना मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह ने मुक्त कंठ से की।

       उल्लेखनीय है कि ग्वालियर एवं चंबल संभाग में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा अभियान स्तर पर कन्या वध एवं कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिये निरंतर कार्य किया जा रहा है। इस अभियान के अंतर्गत भिंड एवं मुरैना क्षेत्र के जिन गांव में बालिकाओं की संख्या अत्यधिक कम  है वहां प्राथमिकता के आधार पर उन्हीं गांवो की महिलाओं को विभाग द्वारा कन्या भ्रूण हत्या रोकने संबंधी प्रशिक्षण प्रदान किया गया है। दिये गए प्रशिक्षण से महिलाओं के आत्मविश्वास में आशातीत बढोतरी हुई है और प्रशिक्षण लेने के पश्चात इन महिलाओं ने अपने गांव में पंच सरपंच एवं अन्य प्रभावशील पुरूषों के बीच जाकर अपनी बात कहने की हिम्मत जुटाई तथा कन्या के महत्व को समझाने का प्रयास किया है। ''बांधो मुटठी बहना'' नाटय दल की महिलाओं द्वारा चयनित गावों में जा जा कर नाटक के माध्यम से भावपूर्ण प्रस्तूति देकर ग्रामवासियों के बीच निरंतर जागरूकता फैलाई जा रही है। इससे बालिका शिशु वध एवं कन्या भ्रूण हत्या रोकने में सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं । चूंकि उसी गांव की महिलाओं द्वारा इस दिशा में किये जा रहे प्रयासों से ग्रामवासी अधिक प्रभावित हो रहे हैं साथ ही कन्या भ्रूण हत्या रोकने के संबंध में संकल्प भी ले रहे हैं। विभाग द्वारा इन प्रयासों को बढावा दिया जाकर मुरैना जिले के बामौर विकास खण्ड की महिलाओं को भी प्रशिक्षिति किया गया है।

 

अपूर्ण निर्माण कार्यों को अधिकारी बंद नहीं कर सकेंगे , लोक निर्माण विभाग ने जारी किया आदेश

अपूर्ण निर्माण कार्यों को अधिकारी बंद नहीं कर सकेंगे , लोक निर्माण विभाग ने जारी किया आदेश

भोपाल 11 जनवरी 2011/ लोक निर्माण विभाग ने स्वीकृत निर्माण कार्यों की कंडिका 14 में अपूर्ण निर्माण कार्यों को बंद करने संबंधी प्रावधानों में संशोधन किया है। अब विभागीय अधिकारी अपूर्ण कार्यों को बंद नहीं कर सकेंगे। इसके लिए उन्हें शासन से अनुमति लेनी होगी। इस आशय के प्रावधान लोक निर्माण मंत्री श्री नागेन्द्र सिंह के निर्देश पर किये गये हैं। इस आशय के आदेश सभी मुख्य अभियंताओं, अधीक्षण यंत्रियों और कार्यपालन यंत्रियों को जारी किये गये हैं।

उल्लेखनीय है कि कडिका 14 में अपूर्ण निर्माण कार्यों को बंद करने के अधिकार विभागीय अधिकारियों को थे। लोक निर्माण विभाग में विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत स्वीकृत कार्यों को अनुबंध की कंडिका 14 के अंतर्गत बन्द करने की प्रथा को तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित कर दिया गया है।

लोक निर्माण मंत्री द्वारा हाल ही में विभाग में विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत चल रहे कार्यों की समीक्षा में यह तथ्य जानकारी में आया था कि कतिपय प्रकरणों में कार्य पूर्ण न होने की स्थिति में विभाग के विभिन्न अधिकारियों जिसमें कार्यपालन यंत्री, अधीक्षण यंत्री एवं मुख्य अभियंता है ने अनुबंध को कंडिका 14 के अंतर्गत बन्द करने का निर्णय लिया है। जिसके कारण एक ओर योजना पूर्ण न होने से लोक सुविधा उपलब्ध न करा पाने के कारण शासन की छवि प्रभावित हो रही है दूसरी ओर भविष्य में छोड़े हुये अपूर्ण कार्य को पूर्ण कराने में अतिरिक्त वित्तीय भार शासन को वहन करना पड़ रहा है।

शासन ने उक्त प्रवृत्ति पर अंकुश लगाने हेतु लोक निर्माण विभाग में विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत स्वीकृत कार्यों के अनुबंधों को कंडिका 14 के अंतर्गत बन्द करने की प्रथा पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है। जिसका कड़ाई से पालन सुनिश्चित किये जाने के निर्देश सभी अभियंताओं को दिये गये हैं।

निर्देश में कहा गया है कि यदि अपरिहार्य स्थिति में शासन हित में अन्य कोई विकल्प शेष न होने पर अनुबंध को कंडिका 14 के अंतर्गत बन्द कराया जाना है तो ऐसे प्रकरण में पूर्ण विवरण के साथ इसका प्रस्ताव उचित माध्यम से शासन को प्रेषित किया जावे तथा शासन निर्णय उपरान्त ही आवश्यक कार्यवाही की जाये।

 

राज्य स्तर पर राजस्व प्रशासन के लिए विभागाध्यक्ष कार्यालय का गठन

राज्य स्तर पर राजस्व प्रशासन के लिए विभागाध्यक्ष कार्यालय का गठन

पोलीटेक्निक महाविद्यालयों में महिला छात्रावासों के निर्माण की अनुशंसाओं का अनुमोदन

मंत्रि परिषद के निर्णय

       भोपाल 11 जनवरी 2011/ मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आज यहां संपन्न मंत्रि-परिषद की बैठक में प्रदेश में राजस्व विभाग के प्रशासन को अधिक संवेदनशील और जनोन्मुखी बनाने के उद्देश्य से राज्य स्तर पर संपादित किये जाने वाले कार्यो के विकेन्द्रीकरण के लिए एक विभागाध्यक्ष कार्यालय के गठन का निर्णय लिया गया । राज्य स्तर पर विभागाध्यक्ष का नाम प्रमुख राजस्व आयुक्त होगा । इस पद पर ग्रामीण विकास विभाग के अनुरुप प्रमुख सचिव राजस्व को राजस्व आयुक्त घोषित किया जाएगा ।

       विधि विधायी एवं संसदीय कार्य मंत्री तथा मध्यप्रदेश शासन के प्रवक्ता डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने मंत्रि- परिषद के निर्णयों की जानकारी देते हुए बताया कि इस विभागाध्यक्ष कार्यालय में राज्य प्रशासनिक संवर्ग और कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संवर्ग (तहसीलदार) के अधिकारी पदस्थ किए जाएंगें ।  इनमें तीन संयुक्त आयुक्त, तीन उपायुक्त तथा 6 सहायक आयुक्त होंगे । पुनर्वास आयुक्त कार्यालय के अन्तर्गत तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के स्वीकृत 32 पदों मे से 21 पद पुनर्नियोजित करते हुए विभागाध्यक्ष कार्यालय में पदस्थ किये जाएंगे ।  विभागाध्यक्ष कार्यालय की वर्तमान व्यवस्था पुनर्वास आयुक्त कार्यालय में रहेगी । भोपाल में निर्माणाधीन राहत आयुक्त कार्यालय का भवन पूर्ण होने पर यह विभागाध्यक्ष कार्यालय राहत आयुक्त कार्यालय के साथ नवीन भवन में स्थानान्तरित होगा ।

       यह विभागाध्यक्ष कार्यालय तहसीलदार/नायब तहसीलदार स्थापना, सामान्य नियंत्रण, पदोन्नति, सेवानिवृत्ति , स्थानांतरण, संभागायुक्त, कलेक्टर एवं तहसील कार्यालयों की तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी स्थापना, नजूल भूमि एवं जारी किए गये स्थायी और अस्थायी पट्टों, अनुज्ञप्तियों, वेदावा करारों आदि का विवरण संधारित करना, प्रीमियम एवं भू-भाटक का निर्धारण, उगाही एवं वसूली, अभ्यावेदनों की सुनवाई एवं निराकरण, भू अर्जन-विभिन्न वृहद एवं लघु परियोजनाओं के सड़कों आदि एवं अन्य प्रयोजनों से निजी भूमियों के अर्जन की अनुमति, नगरीय भूमि सीमा अधिनियम के प्रभाव में शासनहित में  प्राप्त शहरी रिक्त भूमियों से आय/आवंटन सहित विभिन्न कार्य करेगा ।

       राज्य शासन के मंत्रालय एवं विभागाध्यक्ष कार्यालयों के मध्य कार्य विभाजन के मूल सिध्दांन्त और दिशा निर्देशों के अनुरुप राजस्व आयुक्त (विभागाध्यक्ष) कार्यालय को प्रशासनिक दक्षता एवं जन सामान्य की सेवाओं को सुगम बनाने के लिये समुचित अधिकार प्रत्यायोजित किए गए हैं ।

       मंत्रि-परिषद ने केन्द्र प्रवर्तित योजना के अन्तर्गत 23 जिला आयुष चिकित्सालयों के उन्नयन के लिए परियोजना परीक्षण समिति की अनुशंसा पर प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की । इन चिकित्सालयों के लिए संविदा आधार पर पदों के सृजन एवं भवन निर्माण, फर्नीचर, उपकरण, औषधि, भोजन व्यय के लिए प्रति चिकित्सालय 63 लाख 36 हजार के मान से स्वीकृति प्राप्त हुयी है ।

       मंत्रि परिषद ने परियोजना परीक्षण समिति की अनुशंसा के अनुसार केन्द्र प्रवर्तित योजना के तहत 38 विद्यमान पोलीटेक्निक महाविद्यालयों में महिला छात्रावास भवनों के निर्माण की स्वीकृति  एवं प्रत्येक महिला छात्रावास के संचालन के लिये भृत्य सह चौकीदार के तीन पद प्रति छात्रावास जिलाध्यक्ष दर पर (संविदा पर) निर्मित करने की स्वीकृति प्रदान की ।