सोमवार, 24 सितंबर 2007

नदियों के संरक्षण की 22 योजनाओं के कार्य पूर्ण


चिट्ठाजगत अधिकृत कड़ी

नदियों के संरक्षण की 22 योजनाओं के कार्य पूर्ण

मध्यप्रदेश के 11 नगरों की प्रमुख सात नदियों के संरक्षण की 22 योजनाओं के कार्य पूर्ण कर लिये गये हैं। ये योजनायें गंगा परियोजना के अनुरूप अन्य मुख्य नदियों के प्रदूषण नियंत्रण के उद्देश्य से प्रारंभ की गई थी। इन पूर्ण योजनाओं में उज्जैन की क्षिप्रा सुध्दिकरण योजना भी शामिल है।

केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय द्वारा गंगा परियोजना के अनुरूप देश की अन्य प्रमुख नदियों के लिए भी प्रदूषण निवारण की योजना बनाई गई थी। इसके अंतर्गत प्रदेश के 11 नगर इंदौर, बुरहानपुर, उज्जैन, नागदा, भोपाल, मण्डीदीप, विदिशा, जबलपुर, सिवनी, छपारा एवं केवलारी शामिल किये गये थे। इन नगरों में स्थित खान, ताप्ती, क्षिप्रा, चम्बल, बेतवा, बैनगंगा एवं नर्मदा नदी के प्रदूषण निवारण के लिए 26 योजनायें बनाई गई थी।

इन योजनाओं में से अब तक 22 कार्य पूर्ण कर लिये गये है। शेष चार योजनाओं के कार्य प्रगति पर हैं। इन योजनाओं में से इंदौर के खान नदी शुध्दिकरण योजना के तहत यू.ए.एल.डी. क्षमता एवं 12 एम.एल.डी. क्षमता एवं 12 एम.एल.डी. क्षमता के दो सीवेज शुध्दीकरण संयंत्र निर्मित किये गये।

इसी प्रकार से क्षिप्रा शुध्दीकरण योजना के कार्य भी पूर्ण किये गये। इस कार्यक्रम के अंतर्गत पूर्ण धनराशि प्रदूषण नियंत्रण मंडल के माध्यम से केन्द्र सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जाती है। योजना का कार्य लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा तथा पूर्ण होने पर संचालन-संधारण नगरीय निकायों द्वारा किया जाता है।

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