दो दिवसीय पण्डित कृष्णराव शंकर पण्डित संगीत समारोह ग्वालियर में 29 सितम्बर से
ग्वालियर घराने के मूर्धन्य शास्त्रीय गायक स्वर्गीय पण्डित कृष्णराव शंकर पण्डित की स्मृति में इस वर्ष से दो दिवसीय संगीत समारोह की शुरूआत ग्वालियर में की जा रही है। इस वर्ष यह कार्यक्रम आई.टी.एम. में आयोजित है, जिसका शुभारम्भ 29 सितम्बर को शाम 7 बजे मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान करेंगे। कार्यक्रम के अध्यक्ष होंगे संस्कृति, जनसंपर्क एवं खनिज साधन मंत्री श्री लक्ष्मीकांत शर्मा। ग्वालियर के महापौर श्री विवेक शेजवलकर समारोह के विशिष्ट अतिथि होंगे। प्रदेश सरकार ने इस समारोह को प्रतिवर्ष आयोजित करने का निर्णय लिया है। इस समारोह का आयोजन संस्कृति संचालनालय द्वारा किया जायेगा।
पण्डित कृष्णराव शंकर पण्डित की प्रतिष्ठा बीसवीं शताब्दी के यशस्वी संगीतज्ञ के रूप में सर्वख्यात हैं। उनका जन्म 26 जुलाई, 1893 में अनेक पीढ़ियों से संगीत को समर्पित घराने में हुआ था। उनके पिता स्वर्गीय शंकर पण्डित जाने-माने निष्णात संगीतज्ञ थे। पण्डित कृष्णराव शंकर पण्डित को पिता के साथ-साथ अपने समय के प्रतिष्ठित संगीतज्ञों उस्ताद हद्दू खाँ, उस्ताद निसार हुसैन खाँ और उस्ताद नाथू खाँ का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ था। शास्त्रीय संगीत और घराने की प्रतिष्ठा में पण्डित कृष्णराव शंकर पण्डित का अमूल्य योगदान है। उन्हें अनेक विशिष्ट सम्मानों से विभूषित किया गया, जिसमें पद्मभूषण, तानसेन सम्मान, संगीत भीष्माचार्य, शिखर सम्मान, गान महर्षि, संगीत शिरोमणि आदि सम्मान प्रमुख हैं। पण्डित कृष्णराव शंकर पण्डित की संगीत परम्परा उनके गुणी सुपुत्र पण्डित लक्ष्मण कृष्णराव पण्डित और पौत्री सुश्री मीता पण्डित की साधना और संस्कारों के माध्यम से आज भी प्रवाहमान है। उनकी शिष्य परम्परा भी अत्यन्त समृध्द है। देश के अनेक महत्वपूर्ण कलाकार ग्वालियर घराने की गायन परम्परा की साधना से प्रतिष्ठित हुए हैं।
संस्कृति विभाग द्वारा ऐसे महान संगीतज्ञ को आदरांजलि देने के लिए इस वर्ष से पण्डित कृष्णराव शंकर पण्डित समारोह की शुरूआत की जा रही है। यह समारोह नगर निगम ग्वालियर के 29 एवं 30 सितम्बर को आयोजित किया जा रहा है।
कार्यक्रम के पहले दिन मुम्बई की प्रख्यात शास्त्रीय गायिका सुश्री अश्विनी भिड़े देशपाण्डे का गायन होगा। उनके गायन के उपरान्त पण्डित कृष्णराव शंकर पण्डित के सुपुत्र पण्डित लक्ष्मण कृष्णराव पण्डित अपना गायन प्रस्तुत करेंगे। समारोह के दूसरे दिन पण्डित विद्याधर व्यास का शास्त्रीय गायन होगा। पण्डित व्यास वर्तमान में आई.टी.सी. संगीत रिसर्च अकादमी कोलकाता में कार्यपालक निदेशक के रूप में कार्यरत हैं। उनके गायन के उपरान्त पुणे की प्रख्यात शास्त्रीय गायिका सुश्री पद्मा तलवलकर का शास्त्रीय गायन होगा। कार्यक्रम में दोनों दिवस प्रवेश नि:शुल्क है।
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