लापरवाह कर्मचारियों के विरूध्द कार्रवाई
कलेक्टर द्वारा डेरा डालो अभियान की समीक्षा
मुरैना 26 सितम्बर 2007// कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने ग्रामीण क्षेत्रों में योजनाओं के क्रियान्वयन की वस्तुस्थिति जानने के लिए संचालित डेरा डालो अभियान की विस्तृत समीक्षा की और लापरवाह तथा कर्तव्य से अनुपस्थित रहने वाले कर्मचारियों के विरूध्द नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश दिए । उन्होंने कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन में शिथिलता वर्दाश्त नहीं की जायेगी । समीक्षा के दौरान मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अशोक देशवाल, एस.डी.एम. श्री विजय अग्रवाल विभागीय अधिकारी और अभियान के नोडल अधिकारी उपस्थित थे ।
कलेक्टर ने नोडल अधिकारीवार ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल, बिजली, स्वास्थ्य सेवायें, आंगनवाड़ी केन्द्रों की सेवायें, फसल स्थिति, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, स्कूलों में मध्यान्ह भोजन का वितरण और शिक्षकों की उपस्थिति, स्कूली बच्चों को पाठयपुस्तकों और गणवेश का वितरण, लाड़ली लक्ष्मी योजना, निराश्रित पेंशन योजना आदि की स्थिति की जानकारी प्राप्त की । नोडल अधिकारियों ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में जननी सुरक्षा योजना का लाभ मिल रहा है, टीकाकरण नियमित हो रहा है, कहीं-कहीं डिपो होल्डर के पास दवाओं का अभाव है, स्कूलों में मध्यान्ह भोजन मीनू अनुसार नहीं मिल रहा है, शैक्षणिक स्तर भी ठीक नहीं है, अनुदान प्राप्त शालाओं में मध्यान्ह भोजन का वितरण नहीं हो रहा है, आंगनवाड़ी केन्द्रों को नवीन पोषण आहार व्यवस्था के लिए राशि नहीं मिली है, पशु चिकित्सा सेवाएं के मैदानी कर्मचारी नियमित भ्रमण नहीं कर रहे हैं, चम्बल के पास के ग्रामों में जल स्तर नीचे चला गया है और बाजरा की फसल पर कीट प्रकोप है, कहीं-कहीं हैड पम्पों में पानी नहीं आने की शिकायत है, लाड़ली लक्ष्मी योजना के प्रारूप सभी केन्द्रों पर उपलब्ध हैं ।
कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने स्कूलों में मध्यान्ह भोजन वितरण में अनियमितता बरतने वालों, के विरूध्द कार्रवाई करने और अनुदान प्राप्त शालाओं की मान्यता निरस्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने अनियमित उपस्थित वाले शिक्षकों के विरूध्द कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए । उन्होंने निरीक्षण के दौरान बंद पायी गई आंगनवाड़ी केन्द्रों की कार्यकर्ताओं के विरूध्द कार्रवाई करने की ताकीद की और नई पोषण आहार व्यवस्था के लिए आंगनवाड़ी केन्द्रों को राशि जारी करने के निर्देश महिला बाल विकास अधिकारी को दिए । स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर कलेक्टर ने संतोष व्यक्त किया । उन्होंने कहा कि पहाडगढ़ में सहरिया आदिवासियों को पीले के बदले नीले कार्ड देने की शिकायत की जांच की जाय और सभी सहरिया आदिवासी परिवारों को पीले राशन कार्ड मुहैया करायें जाय । उन्होंने कर्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी को निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल व्यवस्था को चुस्त-दुरूस्त रखा जाय और जिन ग्रामों में जल स्तर नीचे चला गया है, वहां के हैंड पंपों के राइजर पाइप बढ़ाये जाय । जरूरत हो तो इसके प्रस्ताव कार्य योजना में भी शामिल किये जांये ।
ग्रामीणों ने सराहा वितरण व्यवस्था को
डेरा डालो अभियान की समीक्षा के दौरान योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति जानने निकले नोडल अधिकारियों से ग्रामीणों ने जिले में लागू नई वितरण व्यवस्था की सराहना की । उन्होंने बताया कि हर माह के लिए निश्चित 21, 22 और 23 तारीख में नई वितरण व्यवस्था के चालू होने से उचित मूल्य दुकानों से खाद्यान्न सामग्री और कैरोसिन का नियमित प्रदाय होने लगा है । इससे पहले दो-दो माह तक सामग्री प्राप्त नहीं हो पाती थी और सामग्री प्राप्त करने के लिए दुकानों के चक्कर पर चक्कर लगाने पड़ते थे । ग्रामीणों ने सामग्री प्रदाय हेतु पंचायतवार दिन मुकर्रर करने की मांग की । कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने अगले माह से पंचायतवार दिन मुकर्रर करने के निर्देश दिए और नई वितरण व्यवस्था के अनुरूप निर्धारित तारीखों से पहले सामग्री वितरण करने वालों के विरूध्द कार्रवाई के निर्देश दिए।
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