मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा ग्वालियर में 110 करोड़ रूपये के प्रोजेक्ट उदय का शिलान्यास
महाराजा मानसिंह तोमर की प्रतिमा का अनावरण
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि महाराजा मानसिंह तोमर न केवल एक कुशल शासक और योध्दा थे, बल्कि कला, साहित्य और संगीत के प्रख्यात आश्रयदाता भी थे। मध्यप्रदेश की सरकार उनके नाम पर भारत भवन की तर्ज पर ग्वालियर में आचंलिक कलाकेन्द्र की स्थापना करेगी। साथ ही संगीत और कला के प्रोत्साहन के लिये संस्कृति विभाग के माध्यम से प्रतिवर्ष संगीत और कला के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिये एक लाख रूपये का मानसिंह तोमर पुरस्कार भी दिया करेगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि नागरिकों की इच्छा और अपेक्षा के अनुरूप इस शहर के विकास में पैसों की कमी नहीं आने दी जायेगी। मुख्यमंत्री आज ग्वालियर में महाराजा मानसिंह तोमर की प्रतिमा अनावरण तथा 110 करोड़ रूपये के प्रोजेक्ट उदय के शिलान्यास समारोह को संबोधित कर रहे थे।
इस अवसर पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, जल संसाधन मंत्री श्री अनूप मिश्रा, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री रूस्तम सिंह, स्कूल शिक्षा मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा, सामाजिक न्याय एवं राजस्व राज्यमंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाह, सांसद श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया और डा. रामलखन सिंह, महापौर श्री विवेक नारायण शेजवलकर, विधायकगण, नगर निगम सभापति श्री बृजेन्द्र सिंह जादौन मंचासीन थे।
मुख्यमंत्री ने रिमोट से बटन दबाकर महाराजा मानसिंह तोमर की प्रतिमा का अनावरण किया तथा एशियन विकास बैंक के प्रोजेक्ट उदय के तहत 110 करोड़ रूपये की नवीन पेयजल योजनाओं का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता प्रदेश का विकास और जनकल्याण है। किसानों और गरीबों की भलाई के लिये सरकार ने अनेक निर्णय लिये हैं। किसानों को 1783 करोड़ रूपये के बिजली बिलों की माफी के बाद अभी हाल ही में 617 करोड़ रूपये का बिजली अनुदान देने का फैसला लिया है। किसानों से खाद बीज के लिये बैंक ऋण पर लिये जा रहे 7 प्रतिशत ब्याज दर को और भी कम करने पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि निर्माण श्रमिक मंडल की तर्ज पर प्रदेश में खेतिहर मजदूरों की भलाई के लिये भी कर्मकार मंडल गठित किया जायेगा। इसके तहत उनके बच्चों को पहली कक्षा से छात्रवृत्ति दी जायेगी और परिवार में किसी के भी बीमार पड़ने पर इलाज की व्यवस्था सरकार करेगी। खेतिहर मजदूर महिला को प्रसव के दौरान 45 दिन की मजदूरी का लाभ तथा उसके पति को 15 दिन के पितृत्व अवकाश की मजदूरी का वेतन दिया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले प्रदेश में 21 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में ही सिंचाई सुविधा का लाभ मिल रहा था। अब सरकार के प्रयासों से 13 लाख हेक्टेयर अतिरिक्त क्षेत्र में भी सिंचाई क्षमता विकसित होगी। उन्होंने कहा कि बिजली का उत्पादन बढ़ाने की दिशा में सरकार के प्रयास जारी हैं और आगामी डेढ़ वर्ष में 2700 करोड़ रूपये के खर्च से नई विद्युत लाइनें और विद्युत स्टेशन आदि बनाने के काम किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा डीएपी की व्यवस्था नहीं करने पर प्रदेश सरकार ने डीएपी के आयात के लिये 64 करोड़ रूपये दिये हैं। अब यूरिया के आयात के लिये 100 करोड़ रूपये की व्यवस्था भी सरकार द्वारा कर दी गई है। सरकार ने समाज के हर वर्ग चौकीदार, कोटवार से लेकर शिक्षा कर्मियों के हित में निर्णय लिये गये हैं। होमगार्ड और गुरूजी की समस्या के समाधान के लिये भी सरकार चिंतित है।
जल संसाधन मंत्री श्री मिश्रा ने कहा कि महाराजा मानसिंह तोमर ने ग्वालियर को साहित्य, कला और संस्कृति के क्षेत्र में तो अग्रणी बनाया, साथ ही सांक नदी का पानी दुर्ग पर पहुंचाकर इंजीनियरिंग का भी उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट उदय के धरातल पर आने पर ग्वालियरवासियों को 135 लीटर पर केपिटा के मान से पानी मिलने लगेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश जल संसाधन विभाग का वार्षिक बजट 400 करोड़ रूपये से बढ़कर 2400 करोड़ रूपये हो गया है ताकि सिंचाई सुविधा को तेजी से बढ़ाया जा सके।
मुख्यमंत्री ने समारोह में महाराजा मानसिंह प्रतिमा के प्रख्यात शिल्पकार श्री प्रभातराय और ग्वालियर की संगीत उपाधि अर्जित करने वाली डा. रंजना टोणपे का शॉल श्रीफल और प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया।
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