रविवार, 19 अगस्त 2007

माधवराव सिंधिया की आदमकद प्रतिमा का अनावरण

नौजवान देशभक्ति की भावना पैदा करें - राज्यपाल डॉ. जाखड़

माधवराव सिंधिया की आदमकद प्रतिमा का अनावरण

राज्यपाल डॉ. बलराम जाखड़ ने कहा कि नागरिकों में आज देशभक्ति की भावना की आवश्यकता है। युवावर्ग लोगों के दिलों में देशभक्ति की भावना पैदा कर सकते हैं। राज्यपाल डॉ. बलराम जाखड़ आज यहां लक्ष्मी बाई राष्ट्रीय शारीरिक प्रशिक्षण संस्थान ग्वालियर के गोल्डन जुबली समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। इस मौके पर डॉ. बलराम जाखड़ ने स्व. माधवराव सिंधिया की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया तथा श्रीमंत माधवराव सिंधिया क्रिकेट परिसर का भी फीता काटकर लोकार्पण किया। उन्होंने इस मौके पर संस्था की 50 वर्षों की उपलब्धियों पर केन्द्रित एक छायाचित्र प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।

गोल्डन जुबली समारोह में सांसद श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, श्रीमती माधवी राजे सिंधिया, श्रीमती प्रियादर्शनी राजे सिंधिया, संस्था के संचालक पूर्व मंत्री द्वय सर्व श्री भगवान सिंह यादव और तनवत सिंह कीर, संचालक श्री वीरेन्द्र सिंह राणा, लक्ष्मी बाई राष्ट्रीय शारीरिक प्रशिक्षण संस्थान ग्वालियर के कुलपति मेजर जनरल एस. एन.मुखर्जी विशेष रूप से उपस्थित थे।

राज्यपाल डॉ. बलराम जाखड़ ने समारोह को सम्बोधित करते हुये कहा कि लक्ष्मी बाई राष्ट्रीय शारीरिक प्रशिक्षण संस्थान ग्वालियर की स्थापना से लेकर इसके विकास में सिंधिया परिवार का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने मध्यप्रदेश की कला, संस्कृति एवं साहित्य का उल्लेख करते हुये कहा कि यह गौरव की बात है कि इस प्रदेश की माटी में महान संगीत सम्राट तानसेन, पार्श्व गायक किशोर कुमार एवं लता मंगेशकर जैसी विभूतियों का जन्म हुआ।

सांसद श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने समारोह को सम्बोधित करते हुये कहा कि इस संस्था की स्थापना में जहां स्व. जीवाजीराव सिंधिया ने सहयोग दिया वहीं स्वर्गीय माधवराव सिंधिया ने इस संस्था को राष्ट्रीय स्तर का विश्वविद्यालय का दर्जा दिलाया। इस संस्था ने देश में ही नहीं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी खेलों के क्षेत्रों में अनेकों प्रतिभाएं दी हैं। श्री सिंधिया ने कहा कि इस संस्था में अधोसंरचना एवं विकास के साथ-साथ परम्परा एवं आधुनिकता के समन्वय की भी आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक प्रशिक्षण संस्थान ग्वालियर शारीरिक शिक्षा की दिशा में उल्लेखनीय योगदान देने के साथ-साथ अंचल का नाम रोशन करेगा।

संस्था के कुलपति मेजर जनरल एस.एन. मुखर्जी ने स्वागत भाषण दिया। प्रख्यात शायर काजी तनबीर ने इस मुबारक मौके पर अपनी प्रसिध्द रचना 'मेरा मेहबूब वतन' तरनुम में पेश की जिसको भरपूर सराहा गया ।समारोह में गणमान्य नागरिक संस्था के प्राध्यापकगण छात्र-छात्रायें आदि उपस्थित थे। संस्था के रजिस्टार श्री एल.एन. सरकार ने आभार व्यक्त किया।

 

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