सोमवार, 27 अगस्त 2007

कुलीन और खानदानी

'' कुलीन और खानदानी मनुष्‍यों का प्रथम लक्षण है कि नुकसान होते दिखने पर और हर समय तथा संकट के वक्‍त भी उनकी कथनी व करनी एक रहती है, तथा सत्‍य को स्‍वयं के और अपने राज्‍य को नष्‍ट होने या हानि होने पर भी नहीं छोड़ते, दूसरा लक्षण है कि वे शरणागत शत्रु को भी आश्रय देकर भयमुक्‍त करते है, तीसरा लक्षण है कि उनके भीतर भय कभी भूल कर भी प्रवेश नहीं कर सकता'' भगवान श्री कृष्‍ण

गॉंवो की हाट मण्डियों पर लपलपाती देश के विदेशीयों की जीभें

·       एक और गुलामी की ओर बढ़ते भारत के कदम

·       बड़ी मछलियों को छोटी मछलियों और बरगदों को चने की परवरिश का जिम्मा

ü      गॉंवो की हाट मण्डियों पर लपलपाती देश के विदेशीयों की जीभें

ü      किसानों और गरीबों के तबेले और अनाज की कोठीयां धन्‍ना सेठों के हवाले

ü      देश बिकने के बाद अब गॉंवों और आम आदमी की बिक्री के लिये खुले सरकारी दरवाजे

 

नरेन्द्र सिंह तोमर ''आनन्द''

 

भारत देश विशाल है, काश्मीर से कन्याकुमारी तक एक है, हम अखण्ड है, हमारा लोकतंत्र सबसे विशाल है, बड़ी मुश्किल से हमने आजादी पायी है वगैरह वगैरह ऐसे सैकड़ों नेतियाई तकिया कलाम सुनते सुनते भारतवासीयों के कान पक गये और स्वतंत्रता संग्राम के गीतों से लेकर भजन और आरतीयों के पश्चिमीकरण से तो मानो अब संगीत में भी सड़ांध आने लगी है !

स्वामी विवेकानन्द ने कहा कि ''पश्चिम के अनुकरण से बचो, पश्चिम से सीखो मगर स्वयं की आत्महत्या किये बगैर जो अपना सकते हो अपनाओ ! पूरब से उगा सूरज पश्चिम में जाते ही डूब जाता है ! तुम भी पश्चिमोन्मुखी हुये तो डूब जाओगे !

ळमने आजादी के साठ साल के भीतर स्वामी विवेकानन्द की कही बातों को भुला दिया, भगवान श्री कृष्ण द्वारा कही बातों को भुला दिया और तो और स्कूलों में बच्चों को यह पढ़वा दिया कि राम और कृष्ण काल्पनिक लोग थे ! कल हम अपने बच्चों को पढ़वायेंगें कि इन्दिरा गांधी, जवाहर लाल, सुभाष चन्द्र बोस, चन्द्रशेखर सब काल्पनिक थे ! यदि लोगों ने राम और कृष्ण को नहीं देखा तो इसमें राम या कृष्ण का क्या दोष है ? कल ऐसे कितने लोग होंगें जिन्होंने इन्दिरा गांधी, जवाहर लाल, सुभाष चन्द्र बोस, चन्द्रशेखर या राजीव गांधी को देखा होगा !

पहले जमाने में यानि राम या कृष्ण के जमाने में न फोटो खिंचते थे और न कैमरे होते थे सो उस समय जैसा था वैसा मूर्ति अंकन या चित्रांकन हो गया, अब राम और कृष्ण के फोटो नहीं खिंच पाये तो इसमें राम या कृष्ण क्या कर लें ! अब तो दिनों दिन टैक्नोलॉजी विकसित हो रही है , आने वाले कल में यदि फोटो क्लोनिंग से सजीव व्यक्तित्व निर्माण संभव हुआ तो कौन विश्वास करेगा कि इन्दिरा गांधी, जवाहर लाल, सुभाष चन्द्र बोस, चन्द्रशेखर के चित्र विश्वसनीय हैं !

स्कूल शिक्षा मानव मात्र की आधारिक शिक्षा होती है और वहाँ इस प्रकार की गलती या भूल या जानबूझ कर की गयी बदमाशी क्षम्य कैसे हो सकती है ? हमारा देश यदि ऐसे धृष्टता और शरारती आचरण को यदि बर्दाश्त करता है तो हमें अपनी कानूनी कमजोरीयों और संविधान के खोखलेपन को ईमानदारी से स्वीकार कर लेने में हर्ज क्या है ?

यदि हम सत्य को स्वीकार नहीं कर सकते, तो समय अपने आप सत्य के पथ पर हमें धकेल ही देता है ! हम भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और नाकारापन, अनसुनेपन और अयोग्य प्रशासकों की फौज तले योग्य प्रतिभाओं को रौंदे जाने की बीमारी च्यथा से पहले ही पीड़ित हैं और चाटुकार रिश्वतबली धन्ना सेठों की दूकान तले अपनी योग्य प्रतिभाओं को गुलाम बनाने जैसी लाइलाज बीमारी से पहले ही पीड़ित हैं, यदि ऐसे में अगर हम कहतें कि एडस और एस.एस.पी.ई सहित कैन्सर और टी.वी जैसी बीमारीयों का इलाज तो संभव है लेकिन खोखले लोकतंत्र या कमजोर लचीले और सुराखों वाले कानून का कोई इलाज संभव नहीं-तो क्या गलत है ?

हमने देश को भ्रष्टों, लापरवाहों और नक्कारखानों तथा सैकड़ों ईस्ट इण्डिया कॅम्पनीयों के हवाले कर रखा है फिर किस मुँह और किस शान से हम अपने लोकतंत्र पर गर्व करते हैं ! एक ओर देशी स्वदेशी और गांधी के ग्राम स्वराज तथा अपना देश अपना व्यापार की बात करते हैं और दूसरी ओर दोगुला या दोमुँहा व्यवहार व आचरण कर देशी विदेशीयों के हाथ देश की आजादी गिरवी रखते जा रहे हैं !

उत्तर प्रदेश में मायावती ने रिटेल यानि खुदरा पर रोक लगा कर एक बात तो जाहिर की ही है कि देशी विदेशी कम्पनीयों के खिलाफ चिन्गारी तो कहीं भड़क ही रही है, इसमें तपिश भी है और आगे होने वाले गृह-विस्फोट और गृह क्रान्ति का आगाज भी ! इस गुप्त संदेश को हालांकि सब समझ रहे हैं ! लेकिन हिम्मत या यूं कहिये कि दु:साहस अकेली मायावती ही दिखा पायी ! मायावती ने फुरसत के समय बहुत अच्छा होमवर्क किया है इसमें कोई शक नहीं और उनके प्रचण्ड बहुमत के साथ सत्तासीन होने से लेकर अब तक के उनके विचारों और बयानों को गौर से देखें तो यह तो साफ हो ही जाता है कि वह आम आदमी के काफी नजदीक से बोल रहीं हैं और अन्य दलों के पास आम आदमी की इस सोच और अहसास से दूरी बहुत अधिक है, चमचे चाटुकार और तेल लगाऊ नेता और अफसर दलों के नेताओं को अपनी चपेट में इस कदर घेर कर रखते हैं, कि भारत की जमीनी सोच और व्यवहार से सफां जुदा रखते हैं, और नेतृत्व को भारतीय भावना और जमीनी आक्रोश से परिचित ही नहीं होने देते, सब्जबागों और हवाई झूलों में झूलते नेतृत्वों के मुँह पर मायावती ने बेशक करारा झापड़ जड़ दिया है ! मायावती को आने वाले वक्त में इसका लाभ भी मिलेगा ! आम आदमी के लिये वह क्या कर रहीं हैं यह दीगर बात है लेकिन कम से कम बोल तो उसकी भाषा में ही रहीं हैं !            

आगे मायावती को इससे फायदा होगा तो चमचे उन पर रिसर्च शुरू कर देंगें कभी सोशल इंजीनियरिंग का बेताज बादशाह कहेंगें तो कभी करिश्माई व्यक्तित्व या कमालवती कह डालेंगें !

चमचों और चाटुकारों से घिरे इस देश में नेता के पद पर पहुँचते ही उसके निरे हिमायती पैदा हो जाते हैं, नित नये रिश्तेदार और सम्बन्धी घेर लेते हैं और इन खरपतवारों के बीच फंस कर उसे प्राकृतिक रोशनी पानी और खाद पानी मिलना सब बन्द हो जाते हैं अंतत: नेता पराभव को प्राप्त हो जाते हैं ! मैंने सैकड़ों हजारों और कई नेताओं को यूं ही बनते बिगड़ते ओर मिटते देखा है !

विज्ञापनों पर पलता मीडिया भी आखिरी दम तक यानि नेता के ताबूत में आखिरी कील ठुकने तक सच से परहेज करता रहा है और सरकार बदलते ही केवल एक लाइन कि सरकार बदल गयी की खबर के साथ अपनी जिम्मेवारी से पल्ला झाड़ लेता है और नई सरकार के संग हो लेता है , मीडिया एक वह था जिसे मुशी प्रेमचन्द, लाला लाजपत राय और बाल गंगाधर जैसे लोगों ने चलाया और एक आज है ! अपवाद स्वरूप यदि कुछेक को छोड़ दें तो मीडिया की स्थिति कालगर्ल या वेश्याओं जैसी हो गयी है, जो एक फोन पर हाजिर हो कर प्रेम व्यक्त करने हमबिस्तर जा होता है और फिर नये ग्राहक की तलाश या इन्तजार शुरू कर देता है ! मीडिया मार्केटिंग या मार्केटिंग मीडिया के इस जमाने में सच तो बहुत पीछे छूट गया है और मीडिया को अपनी मार्केटिंग की तलाश है और मार्केटरों को मीडिया की दोनों इस पूरकता की पूर्ति बखूबी करने में लगे हैं !

कार्पोरेट सेक्टर, आर्गानाइज्ड सेक्टर भारत के लिये सबसे बड़े अभिशाप रहे हैं, हमने इन्हें खुले दिल अपनाया है और आम आदमी अब तक आम आदमी ही रहा है हम अभी तक उसे खास नहीं बना पाये ! आम आदमी और उसकी बात करना मीडिया की शान घटाता है दूसरे आम आदमी की बात यदि कोई मीडिया उठाता भी है तो उसकी आवाज पर कार्यवाही का स्तर क्या है यह किसी से नहीं छिपा !

बरसों पहले पुर्तगाली, और अंग्रेज व्यापारीयों ने देश की चौखट दबे पांव उलांघी और फिर बाद में ईस्ट इण्डिया कम्पनी के साये तले देश पर एकक्षत्र हुकूमत कायम कर ली ! हमारे देश का युवा लहू नदियों के मानिन्द बहा, वफादारी और गददारी के बीच एक संघर्ष चला और काफी लम्बा चला, जो तब देश द्रोही और अपराधी कहे गये बाद में वे देश भक्त और स्वतंत्रता सेनानी हो गये ! एक लम्बी दास्तान सदियों से गुजर कर अब लम्हों में सिमट गयी और आजादी के साठ साल मनाते ही देश के साठ सालीया वाकयों का सिंहावलोकन यदि करें तो महज आजादी के सठियाने के सिवा कोई मंजर नहीं दिखाई पड़ता !

हमने अपने युवाओं को और प्रतिभाओं को, देश के स्वदेशी और ग्राम स्वराज को जैसे बर्बादी की चौखट पर धकेल कर खड़ा कर दिया है !

पहले ईस्ट इण्डिया कम्पनी विदेश से आयी थी और अब हमने देशी विदेशीयों के हाथों अपनी आजादी और देश की समृध्दि गिरवी रख दी है ! हमारे लोकतंत्र की हालत इतनी खस्ता हो गयी है कि सरकार इंतजार करती है कि चम्बल के किसी दूर गांव में सब्जी बेचने का ठेका किसी कार्पोरेट या आर्गानाइज्ड सेक्टर को दे दिया जाये ! गांव का सब्जी विक्रेता ऐसी तैसी कराये, गाँव का काछी उस तथा कथित कार्पोरेट या आर्गानाइज्ड का गुलाम विक्रेता मात्र बन कर रह जाये !

हमारे गाँव में सूचना संचार और प्रौद्योगिकी तो हो लेकिन कोई देशी विदेशी कार्पोरेट या आर्गानाइज्ड सेक्टर ही यह काम करे, उस गाँव का ग्रामीण उस तथाकथित देशी विदेशी कम्पनी का महज उपभोक्ता बन कर उसे अपना पैसा देकर अपने जिले से बाहर या प्रदेश से बाहर या गाँव से बाहर भेजता रहे ! हाँ मित्र मेरा सीधा इशारा, गाँवों में खुलने जा रहे कॉमन सर्विस सेण्टर्स की ओर है, स्थानीय संस्थाओं और स्थानीय निवासीयों के बजाय, ग्राम स्वराज और ग्राम अर्थव्यवस्था को धता बता कर सरकार इन गाँवों को विदेशीयों -अपने ही देश के विदेशीयों के हवाले करने जा रही है ! इस धन्धे की बारीक बात यह है कि इसे खोलने की शर्तें ही ऐंसी है कि स्थानीय संस्थायें या निवासी इन शर्तों का पालन ही नहीं कर पायें और गांवो तक आम लोगों तक सूचना प्रौद्योगिकी के लाभ पहुँचाने की सरकारी कवायद भी महज चन्द धन्ना सेठों की तिजोरीयों में गिरवी रखने जा रही है जो स्थानीय नहीं होंगें बल्कि अपने ही देश के विदेशी कार्पोरेटर या आर्गानाइज्ड विदेशी होंगें और अब गाँव या जिले का पैसा भी जबरन जेबों से निकाल कर बाकायदा एक योजना के तहत धन्ना सेठों के पास पहुँच जायेगा !

कोई ऐसी स्वयं सेवी संस्था है जो डेढ़ करोड़ रू. सालाना का करोबार कर रही हो आपके ऐरिया में ? समझ गये आप ? नहीं समझे ? समझ जाओगे !

देश को जिस कदर कार्पोरेट और आर्गानाइज्ड के नाम पर बेवकूफ बना कर ग्राम स्वराज, स्वदेशी पन को खत्म किया जा रहा है ! आने वाला वक्त स्वयं बता देगा !        

 

धीर पुरूष और योगीयों के लक्षण

''हर समय मुस्‍कराते रहना, चित्‍त शान्‍त रहना, उद्विग्‍नता और भटकाव का न होना,स्‍पष्‍ट विचार,स्‍पष्‍ट धारणा और स्‍पष्‍ट निर्णय, धीर पुरूषों और योगीयों के लक्षण है''-भगवान श्री कृष्‍ण

 

रविवार, 26 अगस्त 2007

उपयोगी और व्‍यर्थ ऊर्जा में अन्‍तर

'' रेल के इंजन के पास खड़े होकर देखो, काम करने वाली भाप का स्‍वर कोई नहीं सुनता, केवल व्‍यर्थ जाने वाली भाप ही शोर मचाती है, जो ऊर्जा और शक्ति तुम्‍हारे भीतर उपयोग हो रही है वह गुप्‍त और अज्ञात रहती है, तुम जो शोर मचाते फिरते हो और उपद्रव करते हो यह बेकार जाने वाली बिना काम की ऊर्जा और शक्ति है'' जेम्‍स एलन

 

सूचना का अधिकार के प्रचार प्रसार हेतु मेलों का प्रदेशव्यापी आयोजन

सूचना का अधिकार के प्रचार प्रसार हेतु मेलों का प्रदेशव्यापी आयोजन

राज्य शासन ने सूचना के अधिकार के व्यापक प्रचार, प्रसार हेतु 30 और 31 अगस्त को सूचना मेलों का प्रदेशव्यापी आयोजन करने का निर्णय लिया है। जिला मुख्यालयों, तहसील एवं ब्लाक कार्यालयों में आयोजित होने वाले इन सूचना मेलों में शासन के समस्त विभागों द्वारा सूचना के अधिकार से संबंधित जानकारी प्रचारित की जाएगी। इनमें सूचना का अधिकार अधिनियम, 2005 की धारा 4 के अंतर्गत बनाए गए 17 बिंदुओं के मेन्युअल की जानकारी का अनिवार्य रूप से समावेश करने के निर्देश दिये गये हैं।

राज्य शासन ने सभी जिला कलेक्टरों को निर्देश दिये हैं कि इस आयोजन का प्रतिवेदन, प्रतिभागी विभागों व व्यक्तियों की संख्या तथा इस अवसर के चित्रों के साथ 15 सितंबर तक प्रशासन अकादमी को भेजना सुनिश्चित किया जाए तथा इसकी एक प्रति सामान्य प्रशासन विभाग को भी भेजी जाये।

 

शुक्रवार, 24 अगस्त 2007

भिण्ड शहर में यातायात नगर विकसित किया जावेगा

भिण्ड शहर में यातायात नगर विकसित किया जावेगा

 

भिण्ड 23 अगस्त 2007

       शहर में भारी वाहनों के दबाव को कम करने के लिए शहर के बाहर यातायात नगर बिकसित किया जावेगा तथा आवादी वाले क्षेत्रों में दिन के समय भारी वाहनो का प्रवेश प्रतिबंधित किया जावेगा। यह निर्णय आज कलेक्टर श्री सुहेल अली की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जिला सडक सुरक्षा समिति की बैठक में लिया गया। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री निरंजन बी वायंगणकर, जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती सौनाली वायगणकर,एसडीएम भिण्ड श्री अशोक कम्ठान, लोक निर्माण विभाग के अधिकारी एवं जिला परिवहन अधिकारी सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।

       कलेक्टर श्री सुहेल अली ने कहा कि शहर की यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने तथा सडक दुर्घटनाओं को कम करने के उद्देश्य से इस बैठक का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शहर को व्यवस्थित स्वच्छ व सुन्दर बनाने का दायित्व शहर वासियों का है। प्रशासनिक अमला उनकी मदद करने के लिए  तैनात किया जाता है। उन्होंने कहा कि अव्यवस्थित यातायात के कारण अनेकों बार दुर्घटनाएें घटित होती है जिनके कारण शहर में कानून व्यवस्था की स्थिति निर्मित हो जाती है।                   

       श्री अली ने कहा कि भिण्ड शहर में एक विकसित व आधुनिक यातायात नगर की आवश्यकता है जिसमें भारी लोडिंग वाहनो को एक ही स्थान पर खडा किया जा सकें तथा सामान का लोंडिंग अनलोडिंग आसानी से हो सके। उन्होंने यातायात नगर के लिए  नयें जेल परिसर के पास ट्रान्सपोर्ट नगर विकसित करने की बात कही । उन्होंने एसडीएम को निर्देश दिए कि जेल परिसर के पास शासकीय भूमि चिन्हित की जावे। श्री अली ने कहा कि शहर के अन्दर भारी ट्रक व बसों का दिन में प्रवेश प्रतिबंधित किया जावे । उन्होंने टेक्टर ट्रालियों का शहर में बेतरकीब तरीके से प्रवेश व पार्किग किये जाने पर भी चिंता व्यक्त की। तथा निर्देश दिये कि इस तरह के बाहनो पर कढाई से प्रतिबंध लगाया जावे उन्होंने सवारी वाहनों में ओवर लोडिंग प्रवृति पर भी चिंता जताई तथा पुलिस प्रशासन को ऐसे वाहनो के विरूद्व कडी कार्यवाही करने के निर्देश दिए। श्री अली ने भिण्ड शहर में फलों व सब्जियों के ठेलो के कारण यातायात अवरोध होने पर भी नाराजगी व्यक्त की तथा उन्होंने नगर पालिका को हाकर जोन विकसित करने के निर्देश दिये।

       श्री अली ने सडक मार्गो पर हो रहे गड्डो पर नाराजगी व्यक्त की तथा कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिए कि सभी प्रमुख मार्गो पर पेचवर्क कराया जावे जिससे यातायात सुगमता से संचालित हो सके। शहर में विना पूर्व स्वीकृति के लगाये गये होर्डिग्स को भी हटाने के निर्देश उन्होंने दिये।

       पुलिस अधीक्षक श्री वायंगणकर ने कहा ट्रक व डम्फरो में सवारी ले जाने वाले वाहन चालको के खिलाफ कार्यवाही करने तथा बसों में छत पर सवारी बैठाकर ले जाने वाले वाहन मालिकों के विरूद्व कार्यवाही करने के निर्देश पुलिस अधिकारियों को दिए । उन्होंने कहा कि वाहनो के परमिटों की जाँच भी की जावे तथा अवैध बसूली करने वाले ठेकेदारो के विरूद्व भी कार्यवाही की जावेगी।

 

संविदा शाला शिक्षक वर्ग एक की चयन सूची जारी

संविदा शाला शिक्षक वर्ग एक की  चयन सूची जारी

       भिण्ड 23 अगस्त 2007

      जिला पंचायत भिण्ड द्वारा संविदा शाला शिक्षक वर्ग एक की अंतिम चयन सूची व प्रतीक्षा सूची जारी कर दी गई है।

       मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती सोनाली वायंगणकर से प्राप्त जानकारी के अनुसार संविदा शाला शिक्षक वर्ग एक अग्रेजी विषय में सुश्री सुनीतादेवी पुत्री श्री बनवारी लाल को 49.92 अंक चयनित तथा श्री मोहर सिंह हिण्डोलिया पुत्र श्री राजबहादुर सिंह को 38.69 प्रतिशत के प्रतीक्षा सूची में रखा गया है। ओबीसी वर्ग के अन्तर्गत श्री प्रवेश कुमार झा पुत्र श्यामबाबू झा को 52.24 प्रतिशत अंक चयनित कर श्री अमित ओझा पुत्र श्री रमेश बाबू ओझा 50.75 प्रतिशत अंक की प्रतीक्षा सूची में रखा गया है।

       उक्त सूची पर दावे आपत्तियां 27 अगस्त 07 तक आमंत्रित की जाती है।

 

कलेक्टर ने दी बरिष्ठ पत्रकार श्री बौहरे को इलाज हेतु 30 हजार की आर्थिक सहायता

कलेक्टर ने दी बरिष्ठ पत्रकार श्री बौहरे को इलाज हेतु 30 हजार की आर्थिक सहायता 

       म.प्र. पत्रकार संघ की मांग पर कलेक्टर श्री सुहेल अली ने जिले के वरिष्ठ पत्रकार श्री अशोक बौहरे के उपचार हेतु जिला रेडक्रास सोसायटी के द्वारा 20 हजार रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान की है। इसीप्रकार जिला पत्रकार कल्याण कोष के माध्यम से भी श्री बोहरे को दस हजार रूपये नगद सहायता राशि प्रदान की गई है।

       म.प्र. पत्रकार संघ के जिलाध्यक्ष श्री अनिल चौधरी के नेतृत्व में  श्री राजेश चौधरी श्री गंगाशंकर मिश्रा, श्री ब्रजेन्द्र सिंह चौहान सहित अन्य पत्रकार गण द्वारा कलेक्टर से भेंट कर श्री बोहरे उपचार हेतु आर्थिक सहायता प्रदान करने की मांग की गई थी। जिस पर कलेक्टर ने बौहरे के इलाज हेतु आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की है। म.प्र.पत्रकार संघ के पदाधिकारियों ने कलेक्टर द्वारा दी गई सहायता राशि के लिए कलेक्टर का आभार व्यक्त किया है। और कहा है कि म.प्र. पत्रकार संघ को इसी तरह हमेशा प्रशासन का सहयोग मिलता रहेगा। श्री बोहरे सहारा चिकित्सालय ग्वालियर में उपचाररत है। म.प्र. पत्रकार संघ के पदाधिकारियों ने श्री बौहरे के सवस्थ होने की कामना की है।

 

कलेक्टर ने पानी छूकर भगाया भूत

कलेक्टर ने पानी छूकर भगाया भूत

भिण्ड 22 अगस्त 2007

       कलेक्टर श्री सुहेल अली ने आज मेहगांव तहसील के ग्राम पंचायत अडोखर के ग्राम कमनपुरा के तालाब के पानी को छूकर और तालाब के किनारे बैठकर ग्रामीणों के दिमाग से तालाब में भूत है इस धारण को निर्मल सिद्व करने का प्रयास किया है। इसके साथ ही मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थय अधिकारी डा. के.एम ओझा ने भी ग्रामीणो को भूत बाधाओं पर वैज्ञानिक दृष्टिकोण के सम्बन्ध में समझाइश दी।

      कलेक्टर  श्री अली ने कहा कि भूतप्रेत बाते केवल कपोल कल्पित है यह केवल मानसिक धारणाओं पर आधारित है संयोग वश होने वाली घटनाओं को हम इससे जोड दिया जाता है। उन्होंने कहा कि ''डर का भूत''  है  या  ''जो डर गया वह समझो मर गया'' जैसी लोकोत्तियों  वर्षो से  प्रचलित  है  इनमें सत्यता भी है। उन्होने ग्रामीणों को इस धारणा से मुक्त होने की  सलाह दी। उन्होंने कहा कि सृष्टि में ईश्वर द्वारा रचित सभी रचनाओं में मानव सर्वाधिक बलवान व बुद्विमान है। मानव आज चांद, बुध और मंगल पर पहुंच रहा है विज्ञान ने सारी दुनिया में आश्चर्यजनक प्रयोग किये है। इस युग में भूतप्रेत की बातें करना अप्रसांगिक है।

       श्री अली ने ग्रामीणों की इस धारणों को भी र्निमूल सिद्व करने का प्रयास किया कि तालाब के पानी को छू लेने मात्र से अनहोनी घटित हो जाती है। उन्होंने स्वयं तालाब का पानी हाथ में लिया तथा तालाब के किनारे वैठकर ग्रामीणों से चर्चा की। उन्होंने तालाब के निर्माण का उसे पक्का बनाने के लिए प्रस्ताव जनपद को भेजने के निर्देश तहसीलदार को दिए। इसके साथ ही तालाब से लगी पट्टे की जमीन को जुताई करवाने के निर्देश तहसीलदार को दिए। उन्होंने ग्राम की चौपाल पर बैठकर पटेल माधवसिंह व अन्य ग्रामीणों से चर्चा की।

       मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थय अधिकारी डा.के.एम ओझा ने ग्रामीणों की विभिन्न शंकाओं का समाधान किया, उन्होंने ग्रामीणो द्वारा गत 16 जुलाई को दुर्घटनाओं में ग्राम के एक बच्चे की तालाब में डूबकर मृत्यु हो जाने और मृत्यु के उपरांत बच्चे के पेट से पानी आदि न निकलने की शंका का समाधान किया, डा. ओझा ने बताया कि मृत्यु होने के उपरांत मानव शरीर के सभी हिस्से काम करना बंद कर देते है ऐसी परिस्थितियों में पेट से पानी का बाहर आज संभव नही है इसप्रकार कीचड में सिर के बल गढ जाने के सम्बन्ध में उन्होंने बताया कि व्यक्ति का सीने तक पानी या मिट्टी में प्रवेश हो जाने पर शरीर सिर के बल पलट जाता है इसलिए ऐसा महसूस होता है कि किसी बुरी आत्मा द्वारा सिर के बल गाढ दिया गया है। उन्होंने ग्रामीणों को एक भूता हवेली की स्टोरी भी सुनाई।

 

कलेक्टर ने ग्रामीण क्षैत्र में शिक्षा और स्वास्थय गतिविधियों का जायजा लिया

कलेक्टर ने ग्रामीण क्षैत्र में शिक्षा और स्वास्थय गतिविधियों का जायजा लिया

5 शिक्षकों की एक-एक वेतन वृद्वि रोको व दो डाक्टरों को नोटिस

भिण्ड 22 अगस्त 2007

       कलेक्टर श्री सुहेल अली ने आज भिण्ड और मेहगांव तहसील के ग्रामीण अंचल में शिक्षा और स्वास्थय गतिविधियों का जायजा लिया तथा विद्यालय में अनुपस्थित पाये गये 5 शिक्षकों को एक-एक वेतन वृद्वि रोकने तथा सामूदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अमायन में अनुपस्थित दो चिकित्सकों को कारण बताओं सूचना पत्र जारी करने में निर्देश दिए है श्री अली ने 5 ग्रामों का भ्रमण किया। उनके साथ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थय अधिकारी डा. के.एम.ओझा, तहसीलदार मेहगांव श्री संतोष तिवारी सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।

      कलेक्टर श्री अली ने कहा कि शिक्षा और स्वास्थय सेवाएें शासन प्राथमिकताओं वाले कार्यक्रम है इनको गंभीरता से लेना सभी शासकीय कर्मियों कार् कत्तव्य है। उन्होंने आज भिण्ड तहसील के ग्राम बबेडी के माध्यमिक शाला बबेडी का आकस्मिक निरीक्षण किया, निरीक्षण के दौरान तीन शिक्षक उपस्थित पाये गये, लेकिन माध्यमिक शाला बबेडी में पदस्थ सुश्री सरोज रायपुरिया  शिक्षा वर्ग-2 विद्यालय में अनुपस्थित थी। विद्यालय प्रांगण में  पौधरोपण भी नही कराया गया है। इस पर कलेक्टर द्वारा नाराजगी व्यक्त की गई। इसके उपरांत शिक्षा गारन्टी शाला महावीर सिंह का पुरा का निरीक्षण भी किया।

       श्री अली द्वारा माध्यमिक शाला गौरम व प्राथमिक शाला गौरम का निरीक्षण किया गया। विद्यालय में 114 बच्चे दर्ज है जिसमें से 73 बच्चे उपस्थित पाये गये। माध्यमिक शाला में पदस्थ श्रीमती गीता कुशवाह संविदा वर्ग-2 को भीमनगर भिण्ड में अटैच किया गया है जबकि प्राथमिक शाला गौरम में पदस्थ संविदा शाला शिक्षक वर्ग-3 शिवप्रताप सिंह 21 अगस्त की तारीख में 22 अगस्त को संभावित सभी के आधार पर अवकाश का आवेदन रखकर गायब पाये गये। जिस पर कलेक्टर द्वारा शिवप्रताप की भी एक वेतन वृद्वि रोकने के निर्देश दिए है

       इसके उपरांत कलेक्टर श्री अली ने शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अमायन का भी  आकस्मिक  निरीक्षण  किया,  निरीक्षण  के  दौरान विद्यालय में श्रीमती सलील जैन वर्ग-2, उमेश कुमार स्वर्णकार वर्ग एक तथा प्रीति सिरोटिया वर्ग एक अनुपस्थित पाये गये, उनके स्थान पर अतिथि शिक्षक गण द्वारा बच्चों को पढाया जा रहा है। कलेक्टर श्री अली ने अनुपस्थित सभी शिक्षकों की एक-एक वेतन वृद्वि रोकने के निर्देश दिए तथा प्रभारी प्राचार्य को भी चेतावनी दी थी विद्यालय में शिक्षकों की उपस्थिति को रेगुलर करावे। अन्यथा उनके विरूद्व भी कार्रवाई की जावेगी।

      कलेक्टर अली ने स्थानीय नागरिको की मॉग पर सामुदायिक स्वास्थय केन्द्र अमायन के नवनिर्मित भवन का मुआयना किया स्वास्थय केन्द्र में पदस्थ चिकित्सक श्री एस.एस.भदौरिया तथा श्रीमती ज्योति सेंगर के लगातार अनुपस्थित होने की शिकायत प्राप्त हुई, चिकित्सालय एक नर्स द्वारा संचालित किया जा रहा है इस पर कलेक्टर श्री अली द्वारा गंभीर नाराजगी व्यक्त की तथा दोनो चिकित्सकों को कारण बताओं सूचना पत्र जारी अनुशासनात्मक कार्यवाही के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिए।

 

सौभाग्यवती योजना के तहत चार कन्याओं के विवाह हेतु 20 हजार आर्थिक सहायता

सौभाग्यवती योजना के तहत चार कन्याओं के विवाह हेतु  20 हजार आर्थिक सहायता

भिण्ड 21 अगस्त 2007

      अनुसूचित जाति कन्या विवाह हेतु सौभाग्यवती योजना के तहत चार कन्याओं के विवाह हेतु पॉच हजार प्रत्येक के मान से 20 हजार रूपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई है।

       जिला संयोजक आदिम जाति कल्याण विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार श्री छत्रपाल सिंह पुत्र सुकुरूलाल जाटव खेरिया थापक,श्री रामबाबू पुत्र मोतीराम कोरी नहर मोहल्ला गोहद, बेवा भागवती पत्नी स्व. श्री छोटेलाल जाटव पुराना घश्यामपुरा गोहद, श्रीमती विमला बाई पत्नी श्री भगवान जाटव टोडे वाली माता का पुरा गोहद कन्या विवाह को राशि स्वीकृत की गई है।

 

शिक्षित ग्रामों के पंच, सरपंच व शिक्षक राज्य स्तर पर सम्मानित किये जावेगे

शिक्षित ग्रामों के पंच, सरपंच व शिक्षक राज्य स्तर पर सम्मानित किये जावेगे

भिण्ड 21 अगस्त 2007

       पॉच से 14 वर्ष तक के शत प्रतिशत बच्चोें को शाला में प्रवेश दिलाने वाले ग्राम के पंच, सरपंच व शिक्षकों को सम्मानित किया जावेगा। यह सम्मान राज्य शासन द्वारा सम्पूर्ण शिक्षित ग्राम योजना 2007 के तहत प्रदान किया जावेगा। 

      कलेक्टर श्री सुहेल अली से प्राप्त जानकारी के अनुसार बच्चो, अभिभावकों के साथ स्थानीय पंच, सरपच व शिक्षकों में स्कूल चलों अभियान के प्रति जाग्रति विकसित करने के उद्देय से मुख्यमंत्री की पहल पर सम्पूर्ण शिक्षित ग्राम 2007 योजना लागू की गई है। जिसके तहत ऐसा ग्राम जिसमें 5 से 14 आयु वर्ग के शत प्रतिशत बच्चों को विद्यालय में अध्ययनरत हो, समस्त बच्चों की शाला में कम से कम 75 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज हो, समस्त बच्चें परीक्षा में सम्मिलित हो, कक्षा 5 वीं तथा 8 वीं की वार्षिक परीक्षा में 80 प्रतिशत प्रतिभागीर् उत्तीण होगे, ऐसे ग्राम को शिक्षित ग्राम घोषित किया जावेगा। इन ग्रामों के उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालें छात्रों को पुरस्कार दिया जावेगा। इन ग्रामों के बच्चों को शासकीय खर्च पर भ्रमण कराया जावेगा तथा सम्पूर्ण शिक्षित ग्राम कें पालक शिक्षक संघ के पदाधिकारी, गांव के पंच, सरपंच एवं शिक्षकों राज्य स्तर पर सम्मानित किया जावेगा।

 

स्थानीय नागरिकों की मॉग पर 14 करोड रूपये की लागत से डेढ हजार से अधिक निर्माण कार्य कराये गये

स्थानीय  नागरिकों की मॉग पर 14 करोड रूपये की लागत से डेढ हजार से अधिक निर्माण कार्य कराये गये

भिण्ड 21 अगस्त 2007

       स्थानीय नागरिकों की मॉग पर जिले के 6 विधानसभा क्षैत्रों पर विधायक गण द्वारा लगभग 14 करोड रूपये की लागत से डेढ हजार से अधिक निर्माण कार्य स्वीकृत किये गये है जिसमें से साढे आठ करोड रूपये की लागत वाले एक हजार से अधिक कार्य पूर्ण हो चुके है। शेष कार्य प्रगति पर है।

      कलेक्टर श्री सुहेल अली से प्राप्त जानकारी के अनुसार विधानसभा निर्वाचन क्षैत्र विकास योजना अन्तर्गत गत 4 वर्षो में विभिन्न प्रकार के एक हजार 526 कार्य स्वीकृत किये गये है। यह सभी कार्य स्थानीय विधायकगण की अनुशंसा पर स्वीकृत किये गये है। जिस पर 13 करोड 95 लाख 49 हजार रूपये की राशि व्यय की जाना थी। इनमें से 30 जून 2007 तक 8 करोड 43 लाख 18 हजार रूपये के व्यय से एक हजार 35 कार्य पूर्ण किये जा चुके है। शेष कार्य प्रगति पर है।

       उन्होने बताया कि  वर्ष  2003-2004 में 2 करोड 40 लाख रूपये की लागत से 374 कार्य स्वीकृत  किये गये थे जिसमें से 2  करोड 19 लाख 99 हजार रूपये के व्यय से 367  कार्य पूर्ण किये जा चुके है । इसी क्रम में वर्ष 2004-2005 में दो करोड 40 लाख रूपये के व्यय से 228 कार्य स्वीकृत किये गये जिसमें से एक करोड 80 लाख 42 हजार रूपये के व्यय से 278 कार्य पूर्ण किये जा चुके है शेष कार्य प्रगति पर है ।  वर्ष 2005-2006  में 3 करोड 59 लाख 94 हजार रूपये की लागत से  294  कार्य स्वीकृत किये गये ,जिसमें से 2 करोड 94 लाख 59 हजार रूपये के व्यय से 261 कार्य पूर्ण किये जा चुके है । शेष कार्य प्रगति पर है । इसी प्रकार वर्ष 2006-2007 में 4 करोड 79 लाख 99 हजार रूपये के व्यय से 538 कार्य स्वीकृत किये गये । जिसमें से एक करोड 48 लाख 18 हजार रूपये के व्यय से 229 कार्य पूर्ण किये जा चुके है तथा चालू वित्त वर्ष 2007-2008 में 75 लाख 56 हजार रूपये के व्यय से 91 कार्य स्वीकृत किये जा चुके है ।

       इन स्वीकृत कार्यो का विधानसभा वार विश्लेष्ण करे तो पायेगे कि गोहद विधानसभा क्षैत्र अन्तर्गत वर्ष 2003-04 में 40 लाख रूपये की लागत से 74 निर्माण कार्य स्वीकृत किये गये थे जिनमें से 37 लाख 26 हजार रूपये की लागत से 73 कार्य पूर्ण हो चुके है तथा एक कार्य अप्रारम्भ रहा है। वर्ष 2004-05 में 40 लाख रूपये की लागत से 43 कार्य स्वीकृत किये गये जिसमें से 30 लाख 59 हजार रूपये के व्यय से 41 कार्य पूर्ण हो चुके है तथा 2 कार्य प्रगति पर है। वर्ष 2005-06 में 60 लाख रूपये के व्यय से 63 कार्य स्वीकृत किये  गये  जिसमें  से 31 लाख 7 हजार रूपये के व्यय से 44 कार्य पूर्ण हो चुके तथा 16 कार्य प्रगति पर है तथा 3 कार्य अप्रारम्भ है। वर्ष 2006-07 में 80 लाख रूपये के व्यय 100 कार्य स्वीकृत किये गये जिसमें से निर्माण एजेन्सियों द्वारा 98 हजार रूपये के व्यय से 2 कार्य पूर्ण कर लिये तथा 60 कार्य प्रगति पर 38 कार्य अप्रारम्भ है वर्ष 2007-08 में एक भी कार्य स्वीकृत नही किया गया है।

       इसीप्रकार निर्माण विधानसभा क्षैत्र कार्य वर्ष 2003-04 में 40 लाख रूपये की लागत से 80 कार्य स्वीकृत किये गये जिसमें से 31 लाख 15 हजार रूपये के व्यय से 75 कार्य पूर्ण किये जा चुके है 4 कार्य प्रगति पर एक कार्य निरस्त किया जा चुका है। वर्ष 2004-05 में 40 लाख रूपये की लागत से 45 कार्य स्वीकृत किये गये जिसमें से 29 लाख 33 हजार रूपये के व्यय से 13 कार्य पूर्ण हो चुके तथा 32 कार्य अप्रारम्भ है वर्ष 2005-06 में 60 लाख रूपये की लागत से 66 कार्य स्वीकृत किये गये है जिसमें से 48 लाख 28 हजार रूपये के व्यय से 62 कार्य पूर्ण हो चुके है 3 कार्य प्रगति पर है एक कार्य अप्रारम्भ है। वर्ष 2007-08 में 80 लाख रूपये की लागत से 133 कार्य स्वीकृत किये गये 13 लाख 64 हजार रूपये के व्यय से 105 कार्य पूर्ण हो चुके है शेष कार्य प्रगति पर है। वर्ष 2007-08 में कोई भी कार्य स्वीकृत नही किया गया है।

       विधानसभा क्षेत्र मेहगांव के अन्तर्गत वर्ष 2003-04 में 40 लाख रूपये की लागत से 71 कार्य स्वीकृत किये गये, जिसमें से 39 लाख 56 हजार रूपये की लागत में 70 कार्य पूर्ण कर लिए गये है जिसमें एक कार्य प्रगति पर है। वर्ष 2004-05 में 40 लाख रूपये की लागत से 57 कार्य स्वीकृत किये गये, जिसमें से 35 लाख 83 हजार रूपये के व्यय से 52 निर्माण कार्य पूर्ण किये जा चुके है 5 कार्य प्रगति पर है वर्ष 2005-06 में 59 लाख 94 हजार रूपये की लागत से 51 निर्माण कार्य स्वीकृत किये गये है जिसमें से 54 लाख 78 हजार रूपये की लागत से 50 कार्य पूर्ण हो चुके है एक कार्य प्रगति पर है। वर्ष 2006-07 में 80 लाख रूपये के व्यय से 90 कार्य स्वीकृत किये गये जिसमें से 36 लाख 20 हजार रूपये के व्यय से 61 कार्य पूर्ण किये जा चुके है 29 कार्य प्रगति पर है। वर्ष 2007-08 में 32 लाख 53 हजार रूपये की लागत से 22 कार्य स्वीकृत किये गये, जिसमें से 16 लाख 27 हजार रूपये की लागत से 22 कार्य प्रगति पर है।

       विधानसभा क्षेत्र अटेर के अन्तर्गत वर्ष 2003-04 में 40 लाख रूपये की लागत से 81 कार्य स्वीकृत किये गये है जिसमें से 39 लाख 5 हजार रूपये की लागत से 81 कार्य पूर्ण किये जा चुके है वर्ष 2004-05 में 40 लाख रूपये की लागत से 29 कार्य स्वीकृत किये गये है जिसमें से 38 लाख 9 हजार रूपये की लागत से 27 कार्य पूर्ण हो चुके है जिसमें से 2 कार्य अप्रारम्भ है। वर्ष 2005-06 में 60 लाख रूपये की लागत से 29 कार्य स्वीकृत किये गये है जिसमें से 58 लाख 57 हजार रूपये के व्यय से 29 कार्य पूर्ण  किये जा चुके है। वर्ष 2006-07 में 80 लाख रूपये के व्यय से 59 कार्य स्वीकृत किये गये जिसमें से 38 लाख 60 हजार रूपये के व्यय से 38 लाख 60 हजार रूपये के व्यय से 41 कार्य पूर्ण किये जा चुके है 15 अप्रारम्भ है ै वर्ष 2007-08 में कोई कार्य स्वीकृत नही किया गया है।

       विधानसभा क्षैत्र रौन के अन्तर्गत वर्ष 2003-04 में 40 लाख रूपये की लागत से 46 कार्य स्वीकृत किये गये है जिसमें से 39 लाख 95 हजार रूपये की लागत से 46 कार्य पूर्ण  किये जा चुके है वर्ष 2004-05 में 40 लाख रूपये की लागत से 34 कार्य स्वीकृत किये गये जिसमें से 26 लाख 22 हजार रूपये की लागत से 31 कार्य पूर्ण हो चुके है 3 कार्य प्रगति पर है वर्ष 2005-06 में 60 लाख रूपये की लागत से 35 कार्य स्वीकृत किये गये है जिसमें से 59 लाख 86 हजार रूपये की लागत से 35 कार्य पूर्ण किये जा चुके है। वर्ष 2006-07 में 79 लाख 99 हजार रूपये की लागत से 81 कार्य स्वीकृत किये गये जिसमें से 45 लाख 98 हजार रूपये के व्यय से 70 कार्य पूर्ण हो चुके है जिसमें से 10 कार्य प्रगति पर है तथा एक कार्य अप्रारम्भ है। वर्ष 2007-08 में 42 लाख 66 हजार रूपये के व्यय से 69 कार्य स्वीकृत किये गये है उनमें से 19 कार्य प्रगति पर 50 कार्य अप्रारम्भ है।

       विधानसभा क्षेत्र लहार अन्तर्गत वर्ष 2003-04 में 40 लाख रूपये की लागत से 22 कार्य स्वीकृत किये गये जिसमें से 33 लाख रूपये के व्यय से 22 कार्य पूर्ण किये जा चुके है। वर्ष 2004-05 में 40 लाख रूपये के व्यय से 20 निर्माण कार्य स्वीकृत किये गये है जिसमें से 34 लाख 68 हजार रूपये के व्यय से 14 कार्य पूर्ण किये जा चुके है 6 कार्य प्रगति पर है वर्ष 2005-06 में 60 लाख रूपये की लागत से 51 कार्य स्वीकृत किये गये है जिसमें से 42 लाख 2 हजार रूपये की लागत से 41 कार्य पूर्ण किये जा चुके है तथा 10 कार्य प्रति पर है। वर्ष 2006-07 में 80 लाख रूपये की लागत से 75 कार्य स्वीकृत किए गये जिसमें से 12 लाख 77 हजार रूपये के व्यय से 27 कार्य पूर्ण किये जा चुके है 37 कार्य प्रगति पर है 11 कार्य अप्रारम्भ है वर्ष 2007-08 में लहार विधानसभा क्षेत्रान्तर्गत एक भी कार्य स्वीकृत नही किया गया है।