बजट खर्च न करने वाले अधिकारियों की होगी डीई – कलेक्टर
बजट खर्च न करने वाले विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों के खिलाफ विभागीय
जाँच स्थापित की जायेगी। साथ ही उन अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी,
जिन्होंने शासन द्वारा जिले के लिये निर्धारित बजट प्राप्त करने के लिये
प्रयास नहीं किए। यह निर्देश कलेक्टर डॉ. संजय गोयल ने अंतरविभागीय समन्वय
बैठक में विभागीय अधिकारियों को दिए।
मंगलवार को यहाँ कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित हुई बैठक में डॉ. गोयल ने विभागवार प्राप्त बजट और उसके व्यय की बारीकी से समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी 24 मार्च से पहले शत प्रतिशत बजट का उपयोग सुनिश्चित कर लें। कलेक्टर ने कहा 24 मार्च के बाद खर्च की अनुमति नहीं दी जायेगी। डॉ. गोयल ने यह भी कहा कि बजट का उपयोग शासन की मंशा के अनुरूप गुणवत्ता के साथ किया जाए।
सीएम हैल्पलाईन की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि जिन विभागों के कार्यालय प्रमुखों की लापरवाही की वजह से सीएम हैल्पलाईन के प्रकरण एल-1 स्तर पर निराकृत नहीं हो रहे हैं, उनके खिलाफ विभाग प्रमुख और प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर अनुशासनात्मक कार्रवाई प्रस्तावित की जायेगी। डॉ. गोयल ने निर्देश दिए कि सभी विभागों के कार्यालय प्रमुख सीएम हैल्पलाईन की प्रतिदिन की मॉनीटरिंग के लिये अपने कार्यालय में जिम्मेदार शासकीय सेवक को नोडल अधिकारी नियुक्त करें।
कलेक्टर ने गेहूँ उपार्जन के लिये पंजीकृत शतप्रतिशत किसानों का सत्यापन कराने पर भी विशेष बल दिया। साथ ही कहा कि यदि शतप्रतिशत किसानों के खाते लिंकेज नहीं हुए तो जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के सीईओ के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को हिदायत दी कि जिले के सभी स्कूलों के शिक्षकों को स्वच्छता एप डाउनलोड कराएँ। साथ ही एप के माध्यम से साफ-सफाई संबंधी जानकारी साझा भी करें।
बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती रूचिका चौहान, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री नीरज कुमार सिंह, एडीएम श्री शिवराज वर्मा व अनुविभागीय दण्डाधिकारियों सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।
अंतरविभागीय समन्वय बैठक में दिए निर्देश
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ग्वालियर | 28-फरवरी-2017 |
मंगलवार को यहाँ कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित हुई बैठक में डॉ. गोयल ने विभागवार प्राप्त बजट और उसके व्यय की बारीकी से समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी 24 मार्च से पहले शत प्रतिशत बजट का उपयोग सुनिश्चित कर लें। कलेक्टर ने कहा 24 मार्च के बाद खर्च की अनुमति नहीं दी जायेगी। डॉ. गोयल ने यह भी कहा कि बजट का उपयोग शासन की मंशा के अनुरूप गुणवत्ता के साथ किया जाए।
सीएम हैल्पलाईन की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि जिन विभागों के कार्यालय प्रमुखों की लापरवाही की वजह से सीएम हैल्पलाईन के प्रकरण एल-1 स्तर पर निराकृत नहीं हो रहे हैं, उनके खिलाफ विभाग प्रमुख और प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर अनुशासनात्मक कार्रवाई प्रस्तावित की जायेगी। डॉ. गोयल ने निर्देश दिए कि सभी विभागों के कार्यालय प्रमुख सीएम हैल्पलाईन की प्रतिदिन की मॉनीटरिंग के लिये अपने कार्यालय में जिम्मेदार शासकीय सेवक को नोडल अधिकारी नियुक्त करें।
कलेक्टर ने गेहूँ उपार्जन के लिये पंजीकृत शतप्रतिशत किसानों का सत्यापन कराने पर भी विशेष बल दिया। साथ ही कहा कि यदि शतप्रतिशत किसानों के खाते लिंकेज नहीं हुए तो जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के सीईओ के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को हिदायत दी कि जिले के सभी स्कूलों के शिक्षकों को स्वच्छता एप डाउनलोड कराएँ। साथ ही एप के माध्यम से साफ-सफाई संबंधी जानकारी साझा भी करें।
बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती रूचिका चौहान, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री नीरज कुमार सिंह, एडीएम श्री शिवराज वर्मा व अनुविभागीय दण्डाधिकारियों सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।
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