बुधवार, 25 जुलाई 2007

अनुसूचित जाति एवं जनजाति के पट्टेधारियों को प्राथमिकता के आधार पर कब्जा दिलायें

अनुसूचित जाति एवं जनजाति के पट्टेधारियों को प्राथमिकता  के आधार पर कब्जा दिलायें

संभागायुक्त के कलेक्टर कान्फ्रेंस में निर्देश

ग्वालियर 24 जुलाई 2007

संभागायुक्त डॉ. कोमल सिंह ने जिला कलेक्टर को निर्देश दिये कि अनुसूचित जाति एवं जनजाति के गरीब वर्ग के लोगों को जो पट्टे प्रदाय किये गये ।  ऐसे पट्टेधारियों को प्राथमिकता के आधार पर कब्जे दिलाने की कार्रवाई सुनिश्चित करें।

उन्होंने ग्वालियर एवं चंबल संभाग के कलेक्टर कॉन्फेंस को संबोधित करते हुये राज्य सरकार के प्राथमिकता वाले अभियानों एवं कार्यक्रमों की जिलेवार प्रगति की समीक्षा की । उन्होंने विशेष राजस्व अभियान की प्रगति की समीक्षा करते हुये निर्देश दिये कि लंबित राजस्व प्रकरणों के निराकरण हेतु विशेष अभियान चलाया जावें । इसके लिये रोस्टर तैयार कर चलित न्यायालय भी संचालित किये जावे । जिलों में ऐसी शासकीय भूमि जो  निजी भू-स्वामियों ने अपने पर नाम  करा ली है। संभाग में ऐसे 14142 प्रकरणों में से अब तक मात्र 1457 ही निरस्त हुये हैं ।  ऐसे निजी भू-स्वामियों के प्रकरणों में सख्ती के साथ कार्रवाई करते हुये इस कार्य में लिप्त संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारियों के विरूध्द भी कार्रवाई की जावे ।

डॉ. कोमल सिंह ने कलेक्टरों को निर्देश दिये कि भविष्य को देखते हुये सार्वजनिक हितार्थ उपयोग वाले मसलन स्कूलों, कब्रिस्तान, शमशान आदि के लिये भूमि आरक्षण की कार्रवाई सुनिश्चित की जावे । गांव में जहां सीमा-चिन्ह लगे उन स्थानों पर पीपल के पौधे रोपित करायें । उन्होंने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाये कि ऋण पुस्तिकाओं का वितरण ग्रामीणों को शत-प्रतिशत हो ।

संभागायुक्त ने दोनों संभागों के कलेक्टरों को निर्देश दिये कि उनके जिलों में स्थित बांध, नदी एवं ब्रेस्ट-वेयर के आस-पास लगने वाले मेलों पर विशेष सर्कता बरती जाये । इसके लिये संबंधित विभागों के अधिकारी तथा अनुविभागीय अधिकारी एवं तहसीलदार सतत रूप से निगरानी रखे । जिससे किसी भी प्रकार अप्रिय घटना को रोका जा सके । उन्होंने सभी कलेक्टरों से कहा कि वे अपने जिलों में जिला, अनुभाग एवं तहसील स्तरों पर बाढ नियंत्रण केन्द्र स्थापित करें । इन केन्द्रों पर 24 घंटे अधिकारी एवं कर्मचारियों की उपस्थिति भी सुनिश्चित की जावे ।

संभागायुक्त ने ग्वालियर एवं चंबल संभाग में संचालित विकास एवं निर्माण कार्यो तथा जन कल्याणकारी योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुये कहा कि ऐसे जिले जहां मध्यप्रदेश ग्रामीण रोजगार गांरटी योजना संचालित है । वहां सभी मजदूरों को शत-प्रतिशत जॉब कार्ड तैयार कर वितरण की कार्रवाई की जावे । इस योजना के तहत ऐसे निर्माण एवं विकास कार्य शुरू किये जायें जो लम्बे समय तक  जनसामुदाय के लिये उपयोगी हों । इस प्रकार के कार्यो से जहां गांव में स्थाई परिसम्पत्तियों का निर्माण होगा वहीं स्थानीय जरूरतमंद एवं पात्र व्यक्तियों को रोजगार मिलेगा । उन्होंने संबंधित जिलो के जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देश दिये कि इस योजना के तहत सड़कों के किनारे नाली निर्माण के साथ-साथ विभिन्न प्रजातियों के पौधे रोपण का कार्य भी हाथ में लिया जाये ।

संभागायुक्त ने निर्देश दिये कि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले अनुसूचित जाति एवं जनजाति के ऐसे व्यक्ति जो गंभीर रूप से पीड़ित हैं उनको जिला चिकित्सालय एवं नजदीक के चिकित्सालय में समुचित उपचार हेतु भेजने की व्यवस्था सुनिश्चित की जावे ।

संभागायुक्त ने अवैद्य उत्खनन एवं परिवहन करने वालों के विरूध्द सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिये उन्होंने कहा कि पुलिस, वन विभाग एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों की संयुक्त टीम गठित कर सतत रूप से अवैद्य परिवहन एंव खनन की जांच करें और दोषियों के विरूध्द सख्त कार्रवाई की जाये ।

बैठक में हरियाली महोत्सव, आंगनबाडी केन्द्रों से .बच्चों एवं गर्भवती माताओं को मिलने वाली सुविधायें, मतदाता फोटोग्राफी की प्रगति, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, स्कूल चलें हम अभियान, पेंशन एवं अनुकम्पा के प्रकरणों के निराकरण की प्रगति की समीक्षा की गई ।

बैठक में पुलिस उपमहानिरीक्षक श्री आदर्श कटियार, पुलिस अधीक्षक श्री वी.के सूर्यवंशी, वन संरक्षक श्री जे.पी नारायण, कलेक्टर ग्वालियर श्री राकेश श्रीवास्तव, कलेक्टर शिवपुरी श्री मनीष श्रीवास्तव, कलेक्टर अशोकनगर श्रीमती गीता मिश्र, कलेक्टर श्योपुर श्री शोभित जैन कलेक्टर, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ग्वालियर श्री विनोद शर्मा सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे ।

 

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