सोमवार, 9 अगस्त 2010

मंगल दिवस के माध्यम से बताये जा रहे हैं किशोरी बालिकाओं व शिशुओं की उचित देखभाल के तरीके

मंगल दिवस के माध्यम से बताये जा रहे हैं किशोरी बालिकाओं शिशुओं की उचित देखभाल के तरीके

ग्वालियर 26 जुलाई 10 ऑंगनबाड़ी केन्द्रों पर बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने,  सुरक्षित प्रसव, मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी, कुपोषण को कम करने तथा किशोरी बालिकाओं की उचित देखभाल के उद्देश्य से पोषण आहार योजना अन्तर्गत मंगल दिवस का आयोजन प्रत्येक ऑंगनबाड़ी केन्द्रों पर किया जा रहा है।

       मंगल दिवस कार्यक्रम के तहत प्रथम मंगलवार को गोद भराई, द्वितीय मंगल को अन्नप्रासन, तृतीय  मंगलवार को जन्म दिवस तथा चतुर्थ मंगलवार को किशोरी बालिका दिवस के रूप में आयोजित किया जाता है। ग्वालियर जिले में एक हजार 239 आंगनबाड़ी केन्द्रों पर मंगल दिवस के रूप में 29 हजार 648 हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया है।

       मंगल दिवस पर गोद भराई की रस्म 3 हजार 573, अन्न प्राशन 4 हजार 325, जन्म दिवस 5 हजार 744 तथा किशोरी बालिका दिवस के रूप में 16 हजार 206 हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया है। गोदभराई कार्यक्रम में गर्भवती महिला की गोद भरकर उसे स्वास्थ्य एवं पोषण की समझाईश देना, 6 माह के होने पर बच्चे को माँ के दूध के साथ ऊपरी आहार की शुरूआत कराना, किशोरी बालिकाओं को आयरन फोलिक एसिड एवं डीवार्मिंग गोलियों का वितरण तथा आर्थिक स्वावलम्बन का प्रशिक्षण दिया जाता है।

 

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