गुरुवार, 24 जून 2010

रिकॉर्ड तोड़ गर्मी , पारा फिर पचास के पार.. लोगों में घबराहट और बैचेनी के साथ बीमारीयॉं फैलीं

रिकॉर्ड तोड़ गर्मी , पारा फिर पचास के पार.. लोगों में घबराहट और बैचेनी के साथ बीमारीयॉं फैलीं

मुरैना/ ग्‍वालियर/ भिण्‍ड/ श्‍योपुर/दतिया 24 जून 10 , पिछले दिनों अचानक दो दिनी वारिश और ठण्‍डी हवाओं तथा काली घटाओं से मौसम के रूख में आये बदलाव और गर्मी से थोड़ी राहत मिलने के बाद, सूर्यदेव के पुराने प्रचण्‍ड तीखे तेवर हालांकि छ: सात दिन पहले ही लौट आये थे लेकिन विगत चार दिन से गर्मी रौद्र और भयावह रूप में अचानक बड़ गई है , जिससे लोगों में भारी घबराहट व बैचेनी फैल गई है , साथ ही भीषण गर्मी के चलते मौसमी बीमारीयों के साथ, सामान्‍य लोगों में ब्‍लडप्रेशर तथा रक्‍त व दिल से जुड़ी बीमारीयों के लोगों में संकट अधिक फैल गया है ।

चम्‍बल अंचल में तापमान जहॉं पचास पार कर 51-52 डिग्री पर चल रहा है , वहीं ग्‍वालियर अंचल में भी पारा पचास के आसपास ही घूम रहा है । हालात इतने बदतर हैं कि अब तो रिहायशी मकानों के ईट पत्‍थर भी आग उगल रहे हैं , एकदम बढ़ी गर्मी से जानवरों और पक्षियों के जीवन भारी संकट में पड़ गये हैं । पानी और चारा के अभाव में अनेक पशु पक्षी काल कवलित हो चुके हैं , वहीं भीषण गर्मी अब तक सम्‍पूर्ण ग्‍वालियर चम्‍बल अंचल में दो सैकड़ा से अधिक लोगों को भी लील चुकी है  

राष्‍ट्रीय पक्षी मोर चम्‍बल अंचल विशेषकर मुरैना क्षेत्र में भारी संख्‍या में भीषण गर्मी से मर रहे हैं , पानी व चारे की आस में फड़फड़ाते मोर इन दिनों शहर मुरैना में लोगों के घरों में घुस घुसकर चारा पानी तलाशते हैं और उन्‍हें तड़पते फड़फड़ाते आसानी से देखा जा सकता है । ग्‍वालियर टाइम्‍स ने अपने मुरैना कार्यालय के बगीचे में ऐसे मोरों के कुछ चित्र खींचे हैं ।

जानलेवा हुयी बिजली कटौती

विकराल गर्मी पर और भी अधिक हालात नियमित होने वाली बिजली कटौती और ऊपर से अघोषित बिजली कटौती , रात्रिकालीन बिजली कटौती से बिगड़ रहे हैं । जहॉं भीषण गर्मी से कूलर , पंखें पहले ही फेल हो चुके हैं ऊपर से अन्‍धाधुन्‍ध बिजली कटौती ने लोगों की जिन्‍दगी हराम कर दी है । लोगों में भारी बिजली कटौती के चलते गर्मी से चक्‍कर आना, जी मिचलाना, मितली आना, ब्‍लड प्रेशर बढ़ना, दिल के दौरे, ब्रेन हैमरेज जैसे मामले काफी बढ़ गये हैं ।

स्‍वास्‍थ्‍य महकमा भी फेल

मौसमी बीमारीयों के चलते जहॉं म.प्र. का स्‍वास्‍थ्‍य महकमा भी फेल हो गया है और भारी संख्‍या में रोजाना अस्‍पताल पहुँचने वालों की तादाद में अचानक हुयी बढोत्‍तरी और विशिष्‍ट इलाज व सम्‍यक इलाज की जगह टालू चालू प्रक्रिया के तहत ही फौरी तोर पर सामान्‍य इलाज कर  लोगों को अस्‍पतालों से भगाया जा रहा है । ब्‍लड प्रेशर और दिल की बीमारीयों, ब्रेन हैमरेज, स्‍ट्रोक, अटैक के लोगों का मुरैना, भिण्‍ड, श्‍योपुर, दतिया जैसे शहरों में इलाज उपलब्‍ध ही नहीं है और इन्‍हें ऑंख बन्‍द कर सीधे ग्‍वालियर रैफर कर दियर जाता है, अधिकतर लोग ग्‍वालियर तक पहुँचने से पहले ही रास्‍ते में ही दम तोड़ देते हैं । 

बढ़ गये अग्निकाण्‍ड

जहॉं गर्मी अन्‍य उत्‍पात और उपद्रव मचा कर लोगों की जान की दुश्‍मन बनी हुयी है वहीं पिछले दिनों ग्‍वालियर में ऐतिहासिक विक्‍टोरिया मार्केट के जल कर खाक होने के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में भी रोजाना दनादन बढ़ रहे अग्निकाण्‍डों से जहॉ लोगों के पूरे पूरे गॉंव और घर जल कर खाक हो गये हैं वहीं किसानों की फसल एवं लॉंक भी जलकर भस्‍म हो चुके हैं । अब तक लाखों की फसल जलकर भस्‍म हो चुकी है । हाल ही में मुरैना शहर में एक कबाडि़ये का गोदाम भी जल कर भस्‍म हो चुका है, बताया जाता है कि बीमा लेने के लिये इस कबाडि़ये द्वारा हा साल अपने गोदाम को इसी तरह जला दिया जाता है । 

कोई टिप्पणी नहीं: