पेयजल आपूर्ति सुचारू बनाये रखने पर्याप्त संख्या में वैकल्पिक स्त्रोत चिन्हित करें - डॉ. कोमल सिंह
पेयजल व्यवस्था की साप्ताहिक समीक्षा बैठक में संभागायुक्त ने दिये संबंधित अधिकारियों को निर्देश
ग्वालियर 9 अप्रैल 08 । जिन ग्रामों व नगरीय निकायों में नलकूपों का जल स्तर नीचे चले जाने की वजह से पेयजल आपूर्ति में दिक्कत है, वहां वैकल्पिक स्त्रोतों से पेयजल आपूर्ति को सुचारू बनायें । संबंधित अधिकारी इस कार्य को गंभीरता से अंजाम दें, इसमें किसी भी प्रकार की उदासीनता बर्दाश्त नहीं की जायेगी । यह निर्देश ग्वालियर संभाग के आयुक्त डॉ. कोमल सिंह ने संभाग के सभी जिलों के नगरीय निकायों व ग्रामीण अंचल की पेयजल व्यवस्था की साप्ताहिक समीक्षा बैठक में संबंधित अधिकारियों को दिये । यह बैठक बीते रोज मोती महल स्थित संभाग आयुक्त कार्यालय में सम्पन्न हुई । बैठक में मुख्य अभियंता लोक स्वास्थ्य एवं यांत्रिकी विभाग, उप संचालक स्थानीय शासन व उपायुक्त विकास सहित पेयजल व्यवस्था से जुड़े अधिकारी मौजूद थे ।
संभाग आयुक्त डॉ. कोमल सिंह ने कहा पेयजल व्यवस्था सुदृढ़ बनाये रखने के लिये समस्यामूलक हर नगरीय निकाय व ग्राम के लिये पर्याप्त संख्या में पेयजल के वैकल्पिक स्त्रोत चिन्हित कर लें । साथ ही पुराने हैण्डपम्प व नलकूपों में राइजर पाइप बढ़ाने का काम अभियान बतौर जारी रखें । उन्होंने सर्व सुलभ स्थानों पर हैण्डपम्प संधारण सामग्री का पर्याप्त भंडारण करने के निर्देश दिये । कमिश्नर ने स्वीकृत पेयजल स्त्रोतों को जल्द से जल्द स्थापित करने पर बल दिया । खंड स्तर पर पेयजल समस्याओं के निदान के लिये स्थापित किये गये कण्ट्रोल रूम को सक्रिय बनाये रखने के निर्देश भी उन्होंने बैठक में दिये । संभागायुक्त ने संभाग के सभी जिलों के नगरीय निकायवार पेयजल व्यवस्था की बारीकी से समीक्षा की ।
शिवपुरी जिले के करैरा कस्बे की पेयजल आपूर्ति के लिये विशेष प्रबंध करने पर जोर देते हुये आयुक्त ने संबंधित अधिकारियों को हिदायत दी कि वे यह सुनिश्चित करें कि यहां के किसी भी मोहल्ले में पेयजल की दिक्कत न रहे । कमिश्नर ने साफतौर पर कहा कि पेयजल आपूर्ति सुचारू बनाये रखने के लिये प्रदेश सरकार गंभीर है । अत: इसमें किसी भी प्रकार की ढिल्लाई न रहे ।
ग्रामीण अंचल की पेयजल व्यवस्था की समीक्षा के दौरान बताया कि संभाग के ग्वालियर जिले में वर्तमान में 46 ग्रामों में परिवहन के जरिये पेयजल आपूर्ति की जा रही है । संभाग के दतिया जिले के दो, अशोकनगर के आठ व शिवपुरी जिले के तीन ग्रामों में पेयजल परिवहन हो रहा है । बैठक में जानकारी दी गई कि संभाग के विभिन्न ग्रामों में 244 नल-जल योजनायें व 66 स्पॉट पेयजल स्त्रोतों से पेयजल आपूर्ति हो रही है । इसके अलावा संभाग में 24 हजार 82 हैण्डपम्प भी पेयजल आपूर्ति वर्तमान में कर रहे हैं ।
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