बुधवार, 6 अगस्त 2008

जननी सुरक्षा योजना में चालू वर्ष में 8 हजार 500 से अधिक महिलाएँ लाभांवित

जननी सुरक्षा योजना में चालू वर्ष में 8 हजार 500 से अधिक महिलाएँ लाभांवित

एक करोड़ 5 लाख से अधिक की प्रोत्साहन राशि प्रदाय

 

ग्वालियर 5 अगस्त 08 । प्रदेश में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने हेतु संस्थागत प्रसवों को विशेष प्रोत्साहन दिया जा रहा है । प्रोत्साहन के कारण ग्वालियर जिले में संस्थागत प्रसवों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है । जिले के दूरदराज तथा पर्वतीय व वनांचल क्षेत्रों में स्थित गांवों की गर्भवती महिलाएँ भी अब घर पर प्रसव कराने के बजाय अस्पताल में प्रसव के लिए आने लगी है ।

       ग्वालियर जिले में चालू वित्तीय वर्ष के तहत जुलाई माह के अंत तक 8 हजार 526 गर्भवती महिलाएँ सरकारी अस्पतालों में संस्थागत प्रसव के लिए आई । जिसमें अनुसूचित जाति की एक हजार 928 जनजाति की 537 और 6031 अन्य वर्गों की महिलाएं शामिल है ।

       जननी सुरक्षा योजना के तहत शासकीय अस्पतालों में प्रसव कराने वाली 8 हजार 526 महिलाओं को प्रोत्साहन राशि के रूप में 1 करोड़ 5 लाख 88 हजार 4 सौ रूपये की राशि प्रदान की गई । संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने में प्रेरक की भूमिका निभाने वाली आशा तथा उनके समतुल्य कार्र्यकत्ताओं का 15 लाख 29 हजार एक सौ रूपये की राशि प्रोत्साहन राशि के रूप में प्रदान की गई ।

       उल्लेखनीय है कि जननी सुरक्षा योजना के तहत गर्भवती महिलाओेंं के प्रसव का समस्त खर्चा सरकार उठाती है । साथ ही ग्रामीण अंचल की गर्भवती माताओं को संस्थागत प्रसव कराने पर 14 सौ रूपये की राशि व शहरी क्षेत्र की महिलाओं को 1 हजार की राशि प्रोत्साहन स्वरूप प्रदान की जाती है । इसके अलावा गर्भवती माता को अस्पताल तक लेकर आने वाले ग्रामीण क्षेत्र के प्रेरक को 6 सौ रूपये व शहरी क्षेत्र के प्रेरक का 2 सौ रूपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है ।

       जिले के सीमांक संस्थाओं में सामान्य प्रसव सहित सीजर आपरेशन और बीमांक संस्थाओं में 24 घंटे संस्थागत प्रसव की सुविधा उपलब्ध रहती है ।

 

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