गुरुवार, 3 अप्रैल 2008

पोषण आहार वितरण के लिये संस्थाओं के चयन में पूरी पारदर्शिता बरतें - कलेक्टर

पोषण आहार वितरण के लिये संस्थाओं के चयन में पूरी पारदर्शिता बरतें - कलेक्टर

ग्वालियर 2 अप्रैल 08 । आंगनबाड़ी केन्द्रों के पोषण आहार वितरण के लिये संस्थाओं के चयन में पूरी पारदर्शिता बरती जाये और समस्त प्रक्रियाओं का पालन भी किया जाये । यह निर्देश जिला कलेक्टर श्री राकेश श्रीवास्तव ने महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा पोषण आहार वितरण के संबंध में जारी किये गये नवीन दिशा-निर्देशों को लागू करने के सिलसिले में बुलाई गई बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी को दिये । राज्य स्वास्थ्य प्रबंधन एवं संचार संस्थान में सम्पन्न हुई बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विनोद शर्मा, महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती सीमा शर्मा, कोषालय अधिकारी कलेक्ट्रेट श्रीमती रंजना शुक्ला तथा जिले की विभिन्न बाल विकास परियोजनाओं के परियोजना अधिकारी मौजूद थे ।

       उल्लेखनीय है कि राज्य शासन द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं को विभागीय कामकाज के लिये पूरा समय देने के मकसद से उन्हें पोषण आहार वितरण से मुक्त करने का निर्णय लिया है । अब यह जिम्मेदारी मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम की भांति स्व-सहायता समूह व अन्य संस्थाओं को सौंपने का निर्णय शासन ने लिया है ।

       जिला कलेक्टर श्री राकेश श्रीवास्तव ने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषण आहार वितरण के लिये विज्ञापन जारी कर संस्थाओं से आवेदन लेकर पात्र संस्थाओं को यह जिम्मेदारी सौंपे । इस काम में महिला स्व-सहायता समूहों को प्राथमिकता देने की बात उन्होंने कही । कलेक्टर ने कहा कि शहर व ग्रामीण अंचल के लिये स्थानीय परिस्थितियों व बच्चों की रूचि को ध्यान में रखकर पोषण आहार का मीनू तय करें । साथ ही शहर व ग्रामीण अंचल के लिये पृथक-पृथक संस्थायें तय की जायें, जिससे व्यवस्थित ढंग से पोषण आहार वितरित हो सके ।

       जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विनोद शर्मा ने कहा आंगनबाड़ी केन्द्रों में दर्ज बच्चों व गर्भवती धात्री माताओं की उपस्थिति पर खास ध्यान दें । नियमित पोषण वितरण के साथ-साथ अन्य विभागीय गतिविधियाँं भी व्यवस्थित ढंग से संचालित हों ।

 

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