ग्वालियर अंचल को विकास की एक और नई सौगात केन्द्रीय मंत्री श्री पासवान ने 85 करोड़ रूपये लागत की स्टील प्रोसेसिंग यूनिट की आधारशिला रखी
ग्वालियर 26 अगस्त 08 । प्रदेश में औद्योगिक निवेश के लिये सकारात्मक वातावरण निर्मित होने से विकास की नित नई सौगातें जुड़ रही है । इस कड़ी में केन्द्रीय इस्पात एवं रसायन, उर्वरक मंत्री श्री रामविलास पासवान ने आज ग्वालियर जिले के बिलौआ में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह के मुख्य आतिथ्य में आयोजित हुये एक भव्य समारोह में करीबन 85 करोड़ रूपये की लागत से बनने जा रही स्टील प्रोसेसिंग यूनिट की आधार शिला रखी । ग्वालियर अचंल में स्थापित होने जा रही स्टील अथॉरिटी आफ इंडिया लिमिटेड की यह यूनिट देश की पांचवी व प्रदेश की तीसरी यूनिट है । प्रदेश में इससे पहले होशंगाबाद जिले के डोलरिया और उज्जैन जिले के बांदका में इन यूनिटों का शिलान्यास हो चुका है ।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने बिलौआ नगर पंचायत में विकास कार्यों के लिये 50 लाख रूपये की राशि प्रदान करने की घोषणा की । साथ ही शासकीय महाविद्यालय डबरा में विभिन्न संकायों की कक्षायें शुरू करने की घोषणा भी उन्होंने की । शिलान्यास समारोह के मंच से विभिन्न राजनैतिक दलों के वरिष्ठ प्रतिनिधियों ने दलगत भावना से ऊपर उठकर विकास के लिये एक साथ काम करने की बात कही ।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मौके पर कहा कि विकास की हर सौगात का मध्य प्रदेश में स्वागत है। उन्होंने विकास के हर काम में सहयोग देने का संकल्प दोहराते हुये कहा कि केन्द्र सरकार एक कदम आगे चले हम चार कदम आगे चलने को तैयार हैं । श्री चौहान ने कहा कि बिलौआ में स्थापित होने जा रही स्टील प्रोसेसिंग यूनिट में जिस प्रकार की छूट तथा सुविधाओं की राज्य सरकार से अपेक्षा है, उन्हें तत्काल मुहैया कराया जायेगा । उन्होंने कहा कि इसी क्रम में इस यूनिट की स्थापना का रास्ता साफ करने के लिये 25 दिन के अल्प समय में 35 एकड़ भूमि का आवंटन किया गया है । जो संभवत: हिन्दुस्तान में पहली बार हुआ है ।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इस अचंल की एक-एक इंच कृषि योग्य भूमि को सिंचित करने का हमारा संकल्प है । इस क्रम में हरसी हाई लेबल केनाल के माध्यम से बिलौआ-आंतरी अंचल के 40 गांवों में करीबन 12 हजार हेक्टेयर भूमि की सिंचाई हो सकेगी। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के बहुप्रतीक्षित लधेरा डेम को भी राज्य शासन ने मंजूरी दे दी है । केन्द्र सरकार से अनुमति मिलते ही इसका काम शुरू कर दिया जायेगा ।
केन्द्रीय इस्पात मंत्री श्री रामविलास पासवान ने समारोह को संबोधित करते हुये कहा कि बिलौआ में स्टील प्रोसेसिंग यूनिट की स्थापना से विकास का नया अध्याय स्थापित होगा। इसके माध्यम से हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा । उन्होंने यूनिट के लिये जमीन आवंटन की कार्रवाई जल्द पूर्ण करने के लिये राज्य सरकार के प्रति धन्यवाद व्यक्त किया । श्री पासवान ने कहा कि स्टील अथॉरिटी आफ इंडिया (सेल) विश्व की अग्रणी संस्थाओं में से एक है । यह देश के आर्थिक विकास में योगदान देने के साथ-साथ अधोसरंचनात्मक, शैक्षिक व स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय योगदान दे रही है । उन्होंने इस अवसर पर जानकारी दी कि भारत सरकार ने गरीबों को मुफ्त इलाज की सुविधा मुहैया कराने के लिये देश के एक करोड़ 20 लाख बीपीएल परिवारों का बीमा कराया है । प्रीमियम की राशि में से 75 प्रतिशत केन्द्र सरकार और 25 प्रतिशत राशि राज्य सरकारों द्वारा जमा की जा रही है । इस्पात मंत्री ने प्रदेश के पन्ना जिले में स्थित हीरा खदान को भी जल्द से जल्द शुरू करने की बात कही ।
सूचना एवं प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि प्रगति और विकास की दौड़ में सभी दलों को मिलजुलकर काम करना चाहिये । उन्होंने बिलौआ स्टील यूनिट की स्थापना को एक बड़ी सौगात निरूपित करते हुये कहा, इससे यह क्षेत्र देश ही नहीं सम्पूर्ण विश्व की मुख्यधारा में शामिल होगा ।
स्थानीय सांसद श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने बिलौआ में स्टील यूनिट की स्थापना का मार्ग प्रशस्त करने के लिये मुख्यमंत्री श्री चौहान एवं इस्पात मंत्री श्री पासवन के प्रति धन्यवाद व्यक्त किया । उन्होंने केन्द्र सराकर से लधेरा बांध की लंबित अनुमति दिलाने का आग्रह भी केन्द्रीय मंत्री से किया ।
लोकजनशक्ति पार्टी के उपध्यक्ष एवं पूर्व विधायक श्री फूलसिंह बरैया ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किये । आरंभ में स्टील अथॉरिटी आफ इंडिया लिमिटेड के चेयरमेन श्री एस के रूंगटा ने स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत किया ।
उल्लेखनीय है कि ग्वालियर अंचल में 85 करोड़ रूपये की लागत से बनने जा रही इस स्टील प्रोसेसिंग यूनिट से प्रतिवर्ष एक लाख टन टीएमटी बार मिल्स का उत्पादन होगा । टीएमटी बार का उयोग आवासीय और औद्योगिक भवनों के निर्माण के लिये किया जाता है । इसके अलावा थर्मल/ हाइड्रो पावर स्टेशन्स और पुलों के निर्माण में भी इसका उपयोग किया जाता है । इस इकाई की स्थापना के लिये जिला व्यापार और उद्योग केन्द्र ग्वालियर द्वारा डबरा तहसील के बिलौआ गांव में 35 एकड़ भूमि पूर्व में चिन्हित की जा चुकी है ।
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