रविवार, 31 अगस्त 2008

जिले में मलेरिया एवं मौसमी बुखार पर नियंत्रण के लिए प्रभावी रणनीति

जिले में मलेरिया एवं मौसमी बुखार पर नियंत्रण के लिए प्रभावी रणनीति

ग्वालियर 30 अगस्त 08। जिले में मौसमी बुखार और खासतौर पर मलेरिया की रोकथाम के लिए एहतियात बतौर प्रभावी कदम उठाये गये हैं। मलेरिया पर नियंत्रण के मकसद से एक ओर जहां मच्छरों को नष्ट करने के लिए डी. डी.टी. पायराथ्रम व टेमोफेस आदि का छिड़काव किया जा रहा है वहीं दूसरी ओर मलेरियारोधी दलों द्वारा भी गाँव -गाँव जाकर ऐहतियात के तौर पर मरीजों की स्लाइड ली जा रही हैं और उनका स्वास्थ्य परीक्षण कर मौके पर दवायें भी वितरित की जा रहीं है।

       मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अर्चना शिंगवेकर ने बताया कि मौसमी बुखार एवं मलेरिया नियंत्रण के लिए जिले में त्रिस्तरीय व्यवस्था की गई है। जिले में दो जिला स्तरीय एवं जिले के सभी चार विकास खण्डों मे एक-एक अर्थात: छ: रिस्पोंश टीम गठित कीर् गईं हैं। इसके अलावा मलेरिया नियंत्रण के उद्देश्य से जिला स्तर पर दो मलेरिया नियंत्रण टीम गठित की गई हैं। साथ ही मलेरिया के त्वरित उपचार के लिए खण्ड स्तर पर भी 8 टीम गठित की गई हैं। किसी भी क्षेत्र से बीमारी की सूचना मिलने पर टीमें तत्काल पहुंचकर इलाज शुरू कर देती हैं। जिले की 20 जल स्त्रोतों में मच्छरों पर नियंत्रण करने वाली गम्बूसिया मछलियों का संचयन भी किया गया है। मलेरियारोधी डी.डी.टी. आदि के छिड़काव का प्रथम चक्र पूर्ण हो चुका है। द्वितीय चक्र में एक सितम्बर से 15 अकक्टूबर तक पुन: छिड़काव किया जायेगा।

मलेरिया का त्वरित पता लगाने के लिए विशेष किट

ग्रामीण क्षेत्र के पहुंच विहीन एंव हाईरिस्क वाले क्षेत्रों मे मलेरिया परीक्षण के लिए रेपिड डायग्नोस्टिक किट(पेराचैक) की खण्ड स्तर पर पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। इस क्रम में डबरा व भितरवार को दस-दस हजार बरई को साढ़े सात हजार एवं हस्तिनापुर क्षेत्र के लिए पांच हजार पैरा चैक उपलब्ध कराये गये हैं। ज्ञातव्य हो कि पैराचैक के माध्यम से मरीज के मलेरिया से ग्रसित होने न होने का मौके पर ही तत्काल पता चल जाता है। ग्रामीण अंचल में मलेरिया ग्रसित मरीजों को मौके पर ही मलेरिया रोधी दवाइयों की किट मुहैया कराई जा रही है।

विशेष टीम द्वारा मोहनगढ़ में स्वास्थ्य परीक्षण

जिला स्तर से मलेरिया नियंत्रण के लिए गठित विशेष मलेरिया नियंत्रण टीम द्वारा गांव गावं में सतत् भ्रमण किया जा रहा है। इस कड़ी में बीते रोज टीम ने जनपद पंचायत भितरवार के ग्राम मोहनगढ़ एवं गोलपुर में पहुचकर स्वास्थ्य परीक्षण किया। मेडीकल टीम ने इस दौरान पेराचैक से 46 लोगों की मलेरिया जांच की और इसमें तीन मरीज मलेरिया पोजीटिव पाये गये, जिन्हें मौके पर ही मलेरियारोधी दवाइयों की विशेष किट प्रदान की गई । जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. आर के सोनी ने बताया कि जनवरी माह से अब तक जिले में मलेरिया नियंत्रण कार्यक्रम के तहत एक लाख 19 हजार 800 से अधिक लोगों की स्लाइड ली गई, जिसमें मात्र 435 पोजीटिव केश पाए गए, जिनका उपचार नि:शुल्क रूप से किया गया है।

 

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