हर्षित तक्षशिला मिल के श्रमिकों के घरों की खुशियाँ पुन: बहाल होंगी
अक्टूबर माह में पुन: शुरू होगी मिल जिला कलेक्टर ने लिया तैयारियों का जायजा
ग्वालियर 26 अगस्त 08। हर्षित तक्षशिला मिल में काम करने वाले श्रमिकों के रंगहीन चेहरों पर खुशहाली की रौनक पुन: लौटेगी। प्रदेश सरकार की पहल पर आगामी अक्टूबर माह के प्रथम सप्ताह में यह मिल पुन: शुरू होने जा रही है। मिल शुरू करने के लिए युध्द स्तर पर तैयारियां जारी हैं। जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने मंगलवार को मिल परिसर में पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया और मिल प्रबंधन को हर संभव मदद के लिए आश्वस्त किया। इस मौके पर हर्षित तक्षशिला मिल के सलाहकार श्री अरविन्द मुले एवं महा प्रबंधक श्री सैयद अहमद भी मौजूद थे।
कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने मिल की प्रोडक्शन यूनिट में पहुंचकर मशीनों के सुधार कार्य का अवलोकन किया। साथ ही मिल शुरू करने के सिलसिले में जुटाई जा रहीं अन्य सुविधाओं का भी जायजा लिया। उन्होंने मिल प्रबंधन के साथ बैठकर यहां के मानचित्र के आधार पर मिल की हर बारीकी को समझा और सभी आवश्यक कार्रवाई जल्द से जल्द पूर्ण करने को कहा। उल्लेखनीय है कि मिल को जल्द शुरू कराने के लिए तकनीकी विशेषज्ञों समेत करीबन एक सैकडा लोग मशीनों को सुधारने एवं अन्य व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देने में जुटे हैं।
मिल के पुराने श्रमिकों को मिलेगा रोजगार
हर्षित तक्षशिला मिल शुरू हाने पर उन श्रमिकों के घर फिर से खुशियां बहाल होंगी, जो मिल बन्द हो जाने से बीते चार वर्षों से कठिन जिन्दगी जी रहे थे। मिल के महा प्रबंधक श्री सैयद अहमद ने बताया कि मिल में वही श्रमिक काम करेंगे जो पूर्व में यहाँ कार्यरत थे। आरंभ में श्रमिकों को अनुबंध के आधार पर रखा जायेगा। बाद में जब मिल सतत प्रक्रिया अर्थात ठीक ढ़ंग से स्थापित हो जायेगी तब श्रमिकोेंं की सेवा शर्तों को और बेहतर बनाकर अन्य लाभ दिये जायेंगे। गौरतलब है कि हर्षित तक्षशिला सिल्क मिल गत 17 अप्रैल 2004 को विभिन्न कारणों से बन्द हो गई थी। उस समय मिल में करीबन साढ़े ग्यारह सौ श्रमिक कार्यरत थे।
मुख्यमंत्री शिद्दत के साथ थे प्रयासरत
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान स्वयं बड़ी शिद्दत के साथ हर्षित तक्षशिला मिल को पुन: शुरू कराने के लिए प्रयासरत थे। उन्होंने बीते जुलाई माह के अंतिम सप्ताह में ग्वालियर में आयोजित हुई इन्वेस्टर्स मीट में भी खुले मंच से देशभर के उद्योगपतियों के समक्ष यह मिल शुरू करने का आह्वान किया था। श्री चौहान ने मिल प्रबंधन से कहा था आप मिल शुरू करें सरकार से प्रबंधन की जो भी अपेक्षायें हैं उन्हें तत्काल पूरा किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने यह भी साफतौर पर कहा था कि प्रदेश में नये औद्यौगिक निवेश के साथ बंद पड़े कल कारखानों को भी फिर शुरू करने में पूरा प्रोत्साहन दिया जायेगा।
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