पोषण एवं पुनर्वास केन्द्रों से 720 कुपोषित बच्चे लाभान्वित
ग्वालियर 03 मई 10। कुपोषण निवारण में जिले में संचालित पोषण एवं पुनर्वास केन्द्र महती भूमिका निभा रहे हैं। इन केन्द्रों के माध्यम से बीते वित्तीय वर्ष (अप्रैल 09 से मार्च 2010 तक) में जिले के 720 कुपोषित बच्चे लाभान्वित कराये गये हैं। प्रदेश सरकार की बाल शक्ति योजना के तहत जिले में यह पोषण एवं पुनर्वास केन्द्र सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र परिसर ठाठीपुर, शासकीय अस्पताल डबरा व मोहना में संचालित हैं। जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र हस्तिनापुर के अन्तर्गत भी एक पोषण एवं पुनर्वास केन्द्र हाल ही में स्थापित किया गया है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अर्चना शिंगवेकर ने बताया कि बीते वित्तीय वर्ष में माह अप्रैल 2009 के दौरान पोषण एवं पुनर्वास केन्द्रों के माध्यम से 50 बच्चे लाभान्वित कराये गये। इसी तरह मई में 70, जून में 90, जुलाई में 87, अगस्त में 84, सितम्बर में 90, अक्टूबर में 51, नवम्बर में 65 व दिसम्बर माह में 40 बच्चे लाभान्वित कराये गये। बीते वित्तीय वर्ष में माह जनवरी 2010 के दौरान 21, फरवरी में 25 एवं मार्च 2010 में 47 बच्चों को पोषण एवं पुनर्वास केन्द्रों में भर्ती कराकर लाभान्वित कराया गया।
विदित हो पोषण एवं पुनर्वास केन्द्रों में कुपोषित बच्चे एवं उसकी माँ को 14 दिनों तक शिशु एवं बाल रोग विशेषज्ञ की देख रेख में रखा जाता है। इस दौरान प्रशिक्षित फूड डिमोस्ट्रेटर की देखरेख में बच्चे को विटामिन व मिनरल युक्त पौष्टिक भोजन दिया जाता है, जिससे बच्चे का वजन स्वाभाविक रूप से बढ़ने लगता है और बच्चे का कुपोषण भी दूर होता है। इस दौरान बच्चे की माँ को भी बच्चे के लालन पालन के बारे में उपयोगी प्रशिक्षण दिया जाता है। साथ ही बच्चे की माँ की पोषण पुनर्वास केन्द्र में 14 दिनों तक भोजन आदि के लिये राशि भी भुगतान की जाती है। बच्चों को पूर्णत: कुपोषण मुक्त करने के लिये चार बार फॉलोअप के लिये बुलाया जाता है।
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