मंगलवार, 4 मई 2010

ग्राम की सफाई की जिम्मेदारी ग्रामीण स्वयं उठायेंगे , 92 निर्मल ग्रामों में ग्रामीणों ने उठाया बीड़ा

ग्राम की सफाई की जिम्मेदारी ग्रामीण स्वयं उठायेंगे , 92 निर्मल ग्रामों में ग्रामीणों ने उठाया बीड़ा

ग्वालियर 02 मई 10। जिले के 92 ग्रामों के निवासी अपने ग्राम की स्वच्छता की जिम्मेदारी स्वयं उठायेंगे तथा सामूहिक सहभागिता के तहत सफाईकर्मी की नियुक्ति, वेतन, भत्ते ग्रामीण जन मिलकर देंगे। यह निर्णय समग्र स्वच्छता अभियान के अन्तर्गत चिन्हित निर्मल ग्रामों में लिया गया है।

       मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री विनोद शर्मा ने कहा कि समग्र स्वच्छता अभियान के माध्यम से ग्रामीणों में स्वच्छता के प्रति जनचेतना विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसी कड़ी में जिले के चारों विकासखण्डों के 92 ग्रामों को चिन्हित किया गया है। इन ग्रामों के ग्रामीणों में व्यक्तिगत स्वच्छता के साथ-साथ ग्राम की स्वच्छता के प्रति भी जागरूक बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि अभियान के अन्तर्गत इन ग्रामों में सर्वप्रथम खुले में शौच प्रथा को प्रतिबंधित किया जायेगा। ग्राम में गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले प्रत्येक परिवार को स्वच्छ शौचालय निर्माण हेतु 2200 रूपये की राशि शतप्रतिशत अनुदान के रूप में उपलब्ध कराई जावेगी तथा गरीबी रेखा से ऊपर वाले ग्रामीणों को निर्मल वाटिका बनाने के लिये प्रेरित किया जावेगा। उन्होंने कहा कि निर्मल वाटिका के अन्तर्गत प्रत्येक परिवार को शौचालय के लीन पिट के करीब 5 फलदार वृक्ष लगाने के लिये प्रेरित किया जायेगा। ऐसा करने वाले प्रत्येक परिवार को 1800 रूपये अनुदान के रूप में दिये जावेंगे।

       उन्होंने कहा कि ग्राम की स्वच्छता के लिये प्रत्येक ग्राम में एक सफाईकर्मी की नियुक्ति ग्रामवासियों की परस्पर सहमति के आधार पर ग्राम पंचायत द्वारा की जायेगी, जिस पर ग्राम की गलियों, गंदे पानी की निकासी, स्कूल और ग्राम पंचायत परिसर की सफाई का दायित्व होगा। इस सफाई कर्मी को सफाई कार्य के लिये झाड़ू, फिनायल अन्य सामग्री ग्राम पंचायत द्वारा उपलब्ध कराई जायेगी, लेकिन सफाई कर्मी को वेतन ग्रामीणों द्वारा चंदा कर नगद या वस्तु या खाद्य सामग्री के रूप में दी जावेगी। सफाई कर्मी की कार्यप्रणाली की निगरानी ग्रामीणों द्वारा ही की जायेगी। उन्होने कहा कि ग्वालियर जिले में 34 ग्रामों में पूर्व से ही यह व्यवस्था संचालित की जा रही है जो कि सफल रही है। इसी से प्रेरित होकर इस प्रक्रिया को 92 नवीन ग्रामों में प्रारंभ किया जा रहा है।

       श्री शर्मा ने बताया कि समग्र स्वच्छता अभियान के अन्तर्गत मुरार विकासखण्ड के 19 ग्राम बड़ागांव, गुठीना, बहादुरपुर, डांग गुठीना, पारसेन, सरसपुरा, रमौआ, चककेशवपुर, वीरमपुरा, सिरसौद, भवनपुरा, आरौरा, गढ़रौली, मोहनपुर, सैंथरी, जलालपुरा, बैनीपुरा, आरौली, डबका में, घाटीगांव विकासखण्ड के 19 ग्राम बागवाला गांव, बड़ागांव, सिरसा, धुंआ, लखनपुरा, सैजना, कुलैथ, निरावली, तिलघना, पानलपुर, वीरपुर, डांगचराई, चैत, रामपुराकला, पाटई, सांतऊ, पुरासानी, पिपरौली, नौगांव, विकाखण्ड डबरा में 24 ग्राम देवरा, पठा पनिहार, छीमक, छपरा, बरौठा, धई, सालवई, समूदन, मिलधा, जतर्थी, कैथौदा, सर्वा, लिधौरा, अजयगढ़, गढ़ी, अकवई छोटी, जरगांव, कल्याणी, गैडोलाकलां, बड़ी अकवई, सिसगांव, किरौल, गिजौर्रा तथा किटोरा शामिल हैं। इसी प्रकार विकासखण्ड भितरवार के 30 ग्राम पुरावनवार, किशोरगढ़, सिरसुला, मैना, ईटमां, गड़ाजर, बाजना, डोंगरपुर, चिटोली, वेलगढ़ा, देवरीकला, सहारन, जौरा, बेला, रही, गोहिन्दा, लुहारी, पवाया, गधौटा, भेंगना, दौलतपुर, बनियातोर, ककरघा, भौरी, झांकरी,  देवगढ़, खड़रूआ, पलायछा, खेड़ा भितरवार तथा पिपरूआ को निर्मल ग्राम के रूप में चिन्हित किया गया है। उन्होंने बताया कि इन ग्रामों में ठोस अपशिष्ट निवारण के अन्तर्गत नाड़ेप टांका, वायोगैस, वर्मीकल्चर को प्रोत्साहित किया जायेगा। इसी प्रकार तरल अपशिष्ट निवारण के तहत घरों से निकलने वाले गंदे पानी की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जायेगी। गांव में अभियान चलाकर अतिक्रमण हटाया जायेगा, जिसमें सर्वप्रथम रास्ते में पड़े घूरों को हटाया जायेगा। ग्रामीण महिलाओं के लिये सामुदायिक स्वच्छता परिसर का निर्माण भी कराया जायेगा।

       उन्होंने बताया कि ग्राम में समस्त स्वच्छता गतिविधियों का संचालन ग्रामीणों की सहमति से किया जायेगा, जिसके लिये ग्राम में स्वच्छता समितियों का गठन किया जायेगा।

 

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