जनमित्र समाधान केन्द्रों के माध्यम से 11 हजार लोगों को ग्वालियर आने से मुक्ति मिली
जिलाधिकारियों की उपस्थिति भी सुनिश्चित की जावे
ग्वालियर 09 जनवरी 10। जनमित्र समाधान केन्द्रों के माध्यम से प्रदान की जाने वाली सेवाओं के बेहतर परिणाम प्राप्त होने लगे है। इन केन्द्रों के माध्यम से 65 प्रकार के शासकीय कार्य संपादित किये जा रहे हैं जिसके परिणाम स्वरूप समाधान केन्द्रों के प्रारंभ होने से आज तक ग्रामीण अंचल के 11 हजार 96 लोगों को जिला मुख्यालय के चक्कर लगाने से मुक्ति मिली है। जनमित्र समाधान केन्द्रों की समीक्षा बैठक के दौरान कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने कहा कि इन केन्द्रों पर जिला अधिकारियों की उपस्थित भी सुनिश्चित करने हेतु कार्य योजना तैयार की जा रही है जिनके तहत प्रत्येक जिलाधिकारी के ग्रामीण भ्रमण के दौरान उपस्थिति भी बायोमीट्रिक विधि से ली जायेगी। बैठक के दौरान एडीएम. श्री आर के. जैन, मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विनोद शर्मा, सहायक कलेक्टर सुश्री छवि भारद्वाज सहित सभी जिलाधिकारी व सभी 12 केन्द्रों के प्रभारी अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने कहा कि शासन द्वारा जन मित्र का मूल उद्देश्य प्रदत्त सेवाओं का समय सीमा में आसानी से जरूरतमंदों तक पहुंचाना है। इसी प्रक्रिया को सुनिश्चित करने में जनमित्र समाधान केन्द्र प्रभावी भूमिका अदा कर रहे हैं। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को केन्द्रों से प्राप्त आवेदन पत्रों के त्वरित गति से निराकरण के निर्देश दिये, साथ ही कहा कि सभी अधिकारी ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रमण के दौरान जनमित्र केन्द्रों का भ्रमण अवश्य करें। भविष्य में केन्द्रों पर जिलाधिकारियों की फील्ड भ्रमण को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उनकी उपस्थिति भी वायोमेट्रिक प्रणाली से ली जायेगी।
समीक्षा बैठक में प्राप्त जानकारी के अनुसार इन केन्द्रों के माध्यम से 8 जनवरी 2010 तक 11 हजार 671 आवेदन प्राप्त हुए हैं जिसमें से 11 हजार 96 का निराकरण भी कर दिया गया है शेष आवेदन 575 आवेदन समय सीमा के अंदर निराकृत कर दिये जायेंगे।
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