गुरुवार, 14 जनवरी 2010

संगीत विश्वविद्यालय का कार्य क्षेत्र राष्ट्रीय बनाने की पहल होगी

संगीत विश्वविद्यालय का कार्य क्षेत्र राष्ट्रीय बनाने की पहल होगी

संस्कृति मंत्री की अध्यक्षता में साधारण परिषद की बैठक सम्पन्न

भोपाल 12 जनवरी 10। संस्कृति मंत्री श्री लक्ष्मीकांत शर्मा की अध्यक्षता में आज यहां स्वराज भवन में राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय ग्वालियर की साधारण परिषद की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में तय किया गया कि संगीत विश्वविद्यालय के वर्तमान कार्य क्षेत्र मध्यप्रदेश को राष्ट्रीय स्तर का स्वरूप दिया जाए। इसके लिए विश्वविद्यालय के अधिनियम में आवश्यक संधोधन की पहल की जाए। साधारण परिषद में विश्वविद्यालय के प्रस्तावित विषयों, पाठयक्रमों, संकायों, परीक्षा कार्यक्रमों, नये महाविद्यालय की सम्बध्दता, विश्वविद्यालय की डिग्री और डिप्लोमा के मान्यता सम्बंधी विषयों को अनुमोदित किया गया।

विश्वविद्यालय में संगीत, ललितकला, नृत्य, नाटय, फिल्म, सामाजिक विज्ञान, कला एवं भाषा संकाय होंगे। सभी संकायों के अन्तर्गत एक वर्ष का साटिर्फिकेट और डिप्लोमा पाठयक्रम के साथ ही स्नातक एवं स्नातकोत्तर पाठयक्रम रहेंगे।

संगीत विश्वविद्यालय में स्नातक और स्नातकोत्तर पाठयक्रमों की परीक्षा सेमेस्टर प्रणाली के अन्तर्गत होगी। विश्वविद्यालय में गुरू शिष्य परम्परा प्रोत्साहित करने के लिए कला एवं संगीत के क्षेत्र के साधकों की सेवाएं गुरू के रूप में विश्वविद्यालय द्वारा ली जाएगी।

बैठक में बताया गया कि राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय को भारतीय विश्वविद्यालय संघ की सदस्यता प्रदान कर दी गई है। इससे विश्वविद्यालय एवं अखिल भारतीय स्तर पर खेलकूद एवं सांस्कृतिक गतिविधियों में संगीत विश्वविद्यालय सम्मिलित हो सकेगा। बैठक में तय किया गया कि विश्वविद्यालय के पाठयक्रम यू.जी सी. के पाठयक्रमों के अनुरूप होने चाहिये ताकि विद्यार्थियों को ज्यादा से ज्यादा अवसर प्राप्त हो सकें।

बैठक में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर चितरंजन ज्योतिषी, सचिव उच्च शिक्षा श्री आशीष उपाध्याय और साधारण परिषद के गणमान्य सदस्य उपस्थित थे।

 

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