उपनगर ग्वालियर के लिये 60 करोड़ की सीवर योजना मेयर-इन-कांउसिल ने स्वीकृत की
ग्वालियर दिनांक 23.09.2009- नगर निगम ग्वालियर उपनगर ग्वालियर में 4358.38 लाख की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट तथा 2291.64 करोड़ की लागत से सीवर नेटवर्क बिछाने का कार्य करेगा। उक्ताशय की स्वीकृति उपनगर ग्वालियर के लिये आयुक्त नगर निगम द्वारा मेयर-इन-कांउसिल में रखे गये प्रस्ताव में दी गई।
स्वीकृत राशि में 80 प्रतिशत केन्द्र तथा 10 प्रतिशत राज्य एवं 10 प्रतिशत नगर गिम का अंशदान होगा। यू.आई.डी.एस.एस.एम.टी. योजना के तहत उपनगर ग्वालियर में सीवर नेटवर्क बिछाने तथा सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाने के लिये नगर निगम ग्वालियर द्वारा 2007 में एक विस्तृत परियोजना प्रस्तुत की थी जिसे म0प्र0 विकास प्राधिकरण संघ द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई है।
महापौर विवेक नारायण शेजवलकर ने कहा कि उपनगर ग्वालियरवासियों के लिये वर्तमान निगम परिषद का यह बढ़ा तोहफा होगा। उन्होंने बताया कि यू.आई.डी.एस.एस.एम.टी. योजनांतर्गत सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के लिये स्वीकृत की गई डी.पी.आर. में प्लांट का निर्माण एक्टीवेटेड स्लिज प्रोसेस पर आधारित है। इस प्रोजेक्ट में विद्युत जनरेशन यूनिट का प्रावधान नहीं था। स्वीकृत हेतु प्रेषित की गई डी.पी.आर. प्रोजेक्ट उदय के अंतर्गत तैयार कराई गई थी किन्तु यू.आई.डी.एस.एस.एम.टी. लागू हो जाने से इस कार्य को प्रोजेक्ट उदय के स्थान पर यू.आई.डी.एस.एस.एम.टी. में शामिल किया गया। इस सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के संचालन में सतत बिजली की उपलब्धता अत्यंत आवश्यक है। इस आवश्यकता की पूर्ति हेतु प्रस्तावित सीवर ट्रीटमेंट प्लांट पर विद्युत उत्पादन की संभावना तथा विद्युत की मात्रा की गणना के लिये सेम्पल दिये जाकर गणना कराई गई। विगत वर्ष महापौर एम.आई.सी. सदस्यों तथा निगम के सम्मानीय पार्षदों द्वारा नई दिल्ली रिठारा में ए.एस.पी. तकनीकी पर संचालित सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के समय संचालनकर्ताओं ने 70 से 75 प्रतिशत विद्युत का उत्पादन सीवर से प्लांट से किये जाने की जानकारी भी अवलोकन के समय दी थी जिस समय यू.आई.डी.एस.एस.एम.टी. को यह प्रस्ताव भेजा गया था उस समय एस.पी.आर. तकनिकी पर आधारित सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की जानकारी नहीं थी।
राज्य स्तरीय साधिकार समिति द्वारा स्वीकृति की कार्यवाही के दौरान इस सीवर ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण की तकनिकी में चयन करने में एस.बी.आर. तकनिकी पर विचार करने की सलाह दी गई। इस पर नगर निगम के दल का एक दल सभापति बिजेन्द्र सिंह जादौन, नेता प्रतिपक्ष देवेन्द्र सिंह तोमर, रविन्द्र सिंह राजपूत, विनोद अष्टैया, निगमायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा के नेतृत्व में नवी मुम्बई तथा गोवा में एस.बी.आर. तकनिकी से संचालित सीवेज ट्रीटमेंंट प्लांट का निरीक्षण करने गया। इन प्लांट पर भी विद्युत उत्पादन यूनिट स्थापित नहीं थी।
माननीय महापौर, पार्षद सतीश बोहरे तथा के.के. श्रीवास्तव द्वारा विगत सितम्बर माह में चैन्नई में ए.एस.बी. तकनिकी से बने 110 एम.एल.डी. तथा 154 एम.एल.डी. क्षमता के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया। इस प्लांट के संचालन के लिये आवश्यक विद्युत का उत्पादन प्लांट पर किया जा रहा था। इस प्लांट के संचालन किसी अन्य स्त्रोत से विद्युत की आवश्यकता नहीं थी।
मेयर-इन-कांउसिल द्वारा उपनगर ग्वालियर द्वारा सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाने के लिये पॉवर जनरेशन यूनिट का निर्माण प्रायवेट पार्टनरशिप से कराने की सहमति दी है। प्लांट के निर्माण हेतु ए.एस.पी. तथा एस.बी.आर. तकनिकी पर कार्य कराने का निर्णय निविदा आंमत्रण के बाद किया जावेगा। उक्त प्लांट लगभग 53 करोड़ रूपयें में तैयार होगा। सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट एवं पॉवर जनरेशन यूनिट के संचालन हेतु 15 वर्ष की अवधि निर्धारित की गई है। इस प्लांट के निर्माण पर व्यय होने वाली राशि का भुगतान यू.आई.डी.एस.एस.एम.टी. के अंतर्गत सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण हेतु स्वीकृत राशि 43.58 करोड़ से किया जायेगा तथा अतिरिक्त आवश्यक धनराशि निर्माणकर्ता फर्म द्वारा प्रायवेट पार्टनरशिप के रूप में व्यय की जावेगी जिसका भुगतान नगर पालिक निगम द्वारा 15 वर्ष की अवधि में किया जावेगा। इस प्रक्रिया के अंतर्गत पॉवर जनरेशन यूनिट की लागत जो प्रांरभिक स्तर पर निर्माण कर्ता के द्वारा व्यय की जायेगी की सम्पूर्ण राशि का 14 वर्ष में भुगतान न होने की स्थिति में 15 वे नगर पालिक निगम ग्वालियर के द्वारा संबंधित फर्म को किया जावेगा।
मेयर-इन-कांउसिल द्वारा सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट पर पॉवर जनरेशन यूनिट का निर्माण तथा दोनों यूनिट के संचालन व संधारण हेतु निविदा में निर्धारित की जाने वाली अवधि 15 वर्ष में पॉवर जनरेशन यूनिट की धनराशि का भुगतान करने की अनुमति दी गई।
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