पुतला दहन की राजनीति न करने का निर्णय , नगर बन्द का आह्वान भी स्थगित
ग्वालियर 22 सितम्बर 09। नगर मे शांति, अमन चैन एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने के मकसद से जिला प्रशासन द्वारा बुलाई गई बैठक में भारतीय जनता पार्टी एवं काँग्रेस के प्रतिनिधि पुतला दहन की राजनीति न करने पर सहमत हुए हैं। यहां राज्य स्वास्थ्य प्रबंधन एवं संचार संस्थान में आज आयोजित हुई बैठक में दोनों दलों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि आगे से किसी व्यक्ति विशेष के नाम व पदनाम से पुतला दहन एवं पुतला लटकाने का कृत्य नहीं करेंगे। साथ ही भारतीय जनता पार्टी द्वारा महाराज बाड़े पर मंगलवार (22 सितम्बर) को सांयकाल से प्रस्तावित धरना व प्रदर्शन तथा कांग्रेस द्वारा 23 सितम्बर को प्रस्तावित नगर बंद के कार्यक्रम को स्थगित करने का निर्णय भी लिया गया। बैठक में दोनों दलों के प्रतिनिधियों ने दशहरा त्यौहार तक सभी तरह के धरना आंदोलन स्थगित रखने का निर्णय सर्वसम्मति से लिया। दोनों राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि इस बात पर भी सहमत हुए कि वे आगे से अपने धरना व आंदोलन पूरी तरह लोक तांत्रिक तरीके से करेंगे, जिससे नगरवासियों को तकलीफ न हो और नगर की शांति व्यवस्था भी कायम रह सके। ये निर्णय राजनीतिक दलों से संबध्द अन्य समूहों पर भी लागू होंगे।
बैठक में जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी, पुलिस अधीक्षक श्री ए. साँई मनोहर, अपर कलेक्टर श्री आर के. जैन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री मनोहर वर्मा, श्री बी एस. चौहान, राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों में कांग्रेस की ओर से विधायक श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, पूर्व विधायक श्री रमेश अग्रवाल, जिलाध्यक्ष श्री प्रकाश खण्डेलवाल, जिला महामंत्री श्री बालखण्डे, श्री मुन्नालाल गोयल व अन्य पार्टी पदाधिकारी एवं भारतीय जनता पार्टी की ओर से जिलाध्यक्ष श्री अभय चौघरी, उपाध्यक्ष श्री मोहन विटवेकर, अन्त्योदय समिति के उपाध्यक्ष श्री देवेश शर्मा तथा जिला महामंत्री श्री राकेश जादौन व श्री राज चड्डा सहित भाजपा के अन्य प्रतिनिधि उपस्थित थे।
जिला प्रशासन द्वारा यह बैठक बीते रोज ठाठीपुर क्षेत्र में भाजपा एवं कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच हुए विवाद से उत्पन्न स्थिति को ध्यान में रखकर बुलाई गई थी। ज्ञात हो इस विवाद के बाद भाजपा ने 22 सितम्बर की सांयकाल से महाराज बाड़े पर धरना देने एवं कांग्रेस द्वारा 23 सितम्बर को ग्वालियर बंद करने का निर्णय लिया था। आज जिला प्रशासन एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में सौहार्दपूर्ण माहौल में भाजपा और कांग्रेस के प्रतिनिधियों की यह बैठक हुई। बैठक में दोनों दलों ने लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करने के साथ-साथ नगर विकास के लिये साझा प्रयास करने पर भी सहमति जताई।
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