विश्वविद्यालयों में 31 मार्च तक रेक्टर के पदों पर नियुक्ति के निर्देश
राज्यपाल श्री ठाकुर द्वारा विश्वविद्यालयों में समग्र उन्नयन के प्रयासों की सराहना, विश्वविद्यालय समन्वय समिति की 83वीं बैठक सम्पन्न
भोपाल 06 जनवरी 10। राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्री रामेश्वर ठाकुर की अध्यक्षता में आज राजभवन में विश्वविद्यालय समन्वय समिति की 83वीं बैठक आयोजित की गई। राज्यपाल श्री ठाकुर ने बैठक के प्रारम्भ में कुलपतियों को नव वर्ष की शुभकामनाएं देते हुए विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक, अकादमिक, प्रशासनिक और वित्तीय नियन्त्रण की स्थिति में आये सुधारों की सराहना की। श्री ठाकुर ने कुलपतियों को निर्देश दिये कि प्रशासनिक व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए विश्वविद्यालयों में रेक्टर के पदों पर नियुक्ति की कार्यवाही आगामी 31मार्च 2010 तक पूर्ण करें। बैठक में विश्वविद्यालयों में अकादमिक एवं प्रशासनिक स्तर के रिक्त पदों की पूर्ति, लम्बित न्यायालयीन मामलों के त्वरित निराकरण, मान्यता प्राप्त महाविद्यालयों की सूची वेबसाइट पर जारी करने, विश्वविद्यालयीन भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने आदि महत्वपूर्ण विषयों पर गंभीर विचार-विमर्श किया गया।
राज्यपाल श्री ठाकुर ने बैठक में कुलपतियों से सभी महत्वपूर्ण विषयों पर खुली चर्चा की। श्री ठाकुर ने कुलपतियों से कहा कि हर प्रकार की समस्या के निराकरण के लिए सकारात्मक प्रयास करें। कोशिश यह करें कि समिति के निणर्यो र्का शत-प्रतिशत पालन हो। विश्वविद्यालयों को नई दिशा प्रदान करने का सतत प्रयास करें। राज्यपाल ने व्यावसायिक शिक्षा एवं नवीन रोजगारमूलक पाठयक्रमों को बेहतर परिणाम की ओर ले जाने के निर्देश देते हुए कहा कि विश्वविद्यालयों द्वारा अकादमिक कलेन्डर का क्रियान्वयन और दीक्षान्त समारोह का समय पर आयोजित किया जाना प्रशंसनीय है। उन्होंने कुलपतियों से कहा कि प्रति वर्ष प्रत्येक विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह के आयोजन सुनिश्चित करें। रिक्त पदों पर पूर्ति के लिए आरक्षण निर्देशों का पालन करते हुए समयबध्द कार्यवाही करें। व्यावसायिक पाठयक्रमों को प्रारम्भ करने के पूर्व छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए संबंधित परिषद की स्वीकृति प्राप्त करें। निजी महाविद्यालयों को समुचित एवं निर्धारित अधो-संरचना विकसित करने के उपरान्त ही मान्यता प्रदान करें। विश्वविद्यालयों की भूमि पर अतिक्रमण के मामलों को तत्पर्तापूर्वक निराकृत किया जाए। न्यायालयीन प्रकरणों का यथाशीघ्र निराकरण अभियान संचालित कर सुनिश्चित किया जाए।
बैठक में कुलपतियों ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा विश्वविद्यालयों को दिये जा रहे सहयोग में वृध्दि के लिए कुलाधिपति के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। राजीवगांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति ने बैठक में बताया कि विश्वविद्यालय को आयोग द्वारा 1031. 50 लाख रूपये राशि की स्वीकृति प्रदान की गई है। विश्वविद्यालय द्वारा इस वर्ष इस राशि में 483.38 लाख की वृध्दि प्रस्तावित कर कुल रूपये 1514.88 लाख के संशोधित प्रस्ताव आयोग को भेजे गये हैं। बैठक में बताया गया कि विश्वविद्यालयों में आयोजित दीक्षांत समारोहों में तीन मानद उपाधि, 182 स्वर्ण पदक,दो डीलिट, 398 पीएचडी, 56 एमफिल और 53752 स्नातक एवं स्नात्कोत्तर उपाधियां छात्र-छात्राओं को प्रदान की गईं। राज्यपाल ने कुलपतियों को दीक्षांत समारोहों के आयोजन के परिणाम स्वरूप विश्वविद्यालयों को यूजीसी से प्राप्त राशि की जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
बैठक में प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा, श्री जयदीप गोविंद ने पिछली बैठक के प्रस्तावों के क्रियान्वयन की जानकारी दी। कुलाधिपति एवं राज्यपाल श्री ठाकुर के निर्देश पर बैठक में अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर भी चर्चा की गई। बैठक में प्रमुख सचिव वित्त श्री जी. पी. सिंघल, राज्यपाल के प्रमुख सचिव श्री के.के. सिंह, सचिव एवं आयुक्त उच्च शिक्षा श्री आशीष उपाध्याय, राष्ट्रीय विधि संस्थान विश्वविद्यालय के निदेशक प्रो. एस एस सिंह, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के क्षेत्रीय संयुक्त सचिव एवं समस्त विश्वविद्यालयों के कुलपति उपस्थित थे।
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